लिवर (लीवर) रोग के लक्षण, कारण,इलाज और बचाव। Liver Meaning in Hindi
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लिवर (लीवर) रोग के लक्षण, कारण,इलाज और बचाव। Liver Meaning in Hindi

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About Liver Meaning in Hindi. लिवर या लीवर क्या है? यह शरीर में कहां होता है। लिवर का काम क्या है, लिवर की बीमारी के लक्षण क्या हैं। ऐसे ना जाने कितने ही सवाल लोगों के जेहन में चलते रहते हैं। इसलिए आज हमने सोचा कि आपको लिवर या लीवर से संबंधित सभी तरह के सवालों के जवाब दे। लिवर इन हिंदी का अर्थ जिगर, यकृत या कलेजा होता है। लिवर को हिंदी में इन तीनों नामों से पुकारा जाता है। लिवर का सही प्रकार कार्य करना हमारे शरीर के सभी अंगों के लिए महत्वपूर्ण है।

आपको बता दें कि लिवर की दो बीमारियां सबसे खतरनाक होती है जिसमें से एक को लिवर सिरोसिस कहा जाता है। वहीं दूसरी बीमारी का नाम फैटी लिवर है। आगे हम इस लेख में इन दोनों बीमारियों का जिक्र भी करेंगे। अगर आप भी Liver Meaning in Hindi   या लिवर की प्रक्रिया और लिवर के बीमारी के लक्षणों से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो हमारे इस लेख पर अंत तक बने रहें। 

लिवर या लीवर क्या है –  What is Liver Meaning in Hindiलिवर या लीवर क्या है -  What is Liver Meaning in Hindi

लिवर को हमारे शरीर का दूसरा महत्वपूर्ण अंग माना जाता है। यह हमारे पेट की दाहिनी रिब्स के नीचे होते हैं। लिवर मीनिंग इन हिंदी जिगर, कलेजा या यकृत होता है। लिवर आपके शरीर में भोजन को पचाने और शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का कार्य करता है। लिवर का साइज किसी छोटी फुटबॉल जितना ही बड़ा होता है। लीवर पाचन क्रिया के अलावा रक्त को भी दूसरे अंगों तक पहुंचाने का कार्य करता है। वहीं अगर लीवर में कोई समस्या हो तो इसके लक्षण इतनी जल्दी दिखाई नहीं देते। इसलिए अगर कोई समस्या महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। क्योंकि अगर लीवर अधिक समय तक सही तरह काम नहीं करता तो यह लीवर में सूजन, कैंसर, हेपेटाइटिस और लीवर सिरोसिस जैसी बीमारी का भी कारण बन जाता है। 

लिवर या लीवर रोग के प्रकार – Types of Liver Disease in Hindiलिवर या लीवर रोग के प्रकार - Types of Liver Disease in Hindi

लिवर रोग कई तरह के होते हैं तथा इनके पीछे की वजह भी अलग-अलग हो सकती है। लेकिन इससे पहले आप लिवर के रोग की वजह को जाने। पहले यह जान लीजिए की लिवर या लीवर रोग कितनी तरह का होता है। आइए जानते हैं।

पीलिया 

ऐसे बहुत ही कम लोग हैं जो इस बारे में जानते भी हों कि पीलिया भी लिवर का ही एक रोग है। इस रोग के दौरान व्यक्ति की स्किन, आंखें पीली होने लगती है। आमतौर पर यह बच्चों के पैदा होते ही उन्हें होने लगती है। अगर इस बीमारी का उपचार समय पर ना कराया जाए तो स्थिति बेहद बिगड़ जाती है। एवं दूसरी कई समस्याओं को भी जन्म दे देती है। 

हेपेटाइटिस 

हेपेटाइटिस की बीमारी भी लिवर से ही संबंधित होती है। इस बीमारी के दौरान लीवर बुरी तरह प्रभावित होता है और इसका लीवर के काम करने की क्षमता पर भी असर पड़ता है। इस बीमारी का समय पर उपचार कराना बेहद जरूरी होता है। 

लिवर में सूजन

यह समस्या यूं तो सबसे आम समस्या है लेकिन इसे जरा भी हल्के में लेना व्यक्ति को गंभीर दिक्कतों में डाल देता है। इस समस्या का कारण अक्सर अधिक जंक फूड या तला हुआ भोजन होता है। ऐसे में अगर आप खुद को लीवर से संबंधित रोगों से बचाना चाहते हैं तो एक सही खान पान का चुनाव करें।

लीवर कैंसर

यह स्थिति किसी भी व्यक्ति के लिए बहुत ज्यादा भयावह और खतरनाक हो सकती है। इस बीमारी के अंदर लिवर के टिशू में कैंसर का वायरस पनपने लगता है और धीरे-धीरे यह पूरे लीवर में फैलता है। एवं इसके बाद लीवर पूरी तरह काम करना बंद कर देता है। यही नहीं यहां से कैंसर शरीर के दूसरे हिस्सों में भी फैलने लगता है। 

फैटी लिवर

फैटी लिवर एक गंभीर समस्या है लेकिन इस स्थिति का उपचार आसानी से वक्त रहते किया जा सकता है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें लिवर का साइज बढ़ जाता है। यह व्यक्ति के अधिक वजन की वजह से भी हो सकता है। फैटी लिवर के दौरान व्यक्ति के लिवर में फैट टिशू जमा हो जाते हैं जो इस बीमारी की वजह का कारण होते हैं। वजन घटाकर भी इस स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है।

लिवर सिरोसिस 

यह लिवर की एक ऐसी समस्या है जिससे पीड़ित लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस स्थिति में लिवर की कोशिकाएं समाप्त हो जाती है और फाइबर कोशिका में उत्पन्न हो जाता है। यह लिवर सिरोसिस की समस्या को पैदा करते हैं। 

लीवर खराब होना 

यह एक व्यक्ति के लिए सबसे गंभीर स्थिति होती है। इस दौरान व्यक्ति का लीवर पूरी तरह से काम करना बंद कर देता है। हालांकि ऐसा उन लोगों के साथ अधिक होता है जो शराब का सेवन बहुत ज्यादा करते हैं। 

 लिवर के अन्य रोग 

  1. अल्कोहलिक हेपेटाइटिस
  2. हेमोक्रोमैटोसिस
  3. जेनेटिक लिवर रोग
  4. गिल्बर्ट्स सिंड्रोम
  5. हेपेटाइटिस सी
  6. हेपेटाइटिस ए

लिवर रोग के लक्षण – Disease Symptoms of Liver in Hindi
लिवर रोग के लक्षण - Disease Symptoms of Liver in Hindi

दोस्तों अब तक आपने Liver Meaning in Hindi और इसके रोग के प्रकार के बारे में जानकारी हासिल की है। अब हम आपको बताते हैं कि शरीर पर किस तरह के लक्षणों को लिवर के अंदर गढ़बढ़ समझे। एवं लिवर रोग के कोई भी लक्षण अगर आपको दिखाई दें, तो बिना वक्त गवाएं डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।

लीवर रोग के लक्षण

  1. अगर आपको अक्सर पेट दर्द या पेट में सूजन रहती हैं तो इसे यकृत रोग के लक्षण ही समझे
  2. अगर आपके पेशाब का रंग बेहद गहरा हो रहा है तो यह जिगर रोग के लक्षणों में से एक है।
  3. स्किन पर अक्सर खुजली रहना भी लीवर रोग की समस्या है।
  4. गहरे रंग का मल या मल के अंदर खून आना भी लिवर रोग का ही लक्षण है। 
  5. भूख का कम होना लिवर के रोग से ही संबंधित एक लक्षण है।
  6. थकावट का जरूरत से ज्यादा हावी होना भी यकृत के रोग होने का लक्षण है।
  7. टखनों और पैरों में सूजन आना भी लीवर रोग का ही लक्षण दर्शाते हैं।
  8. मल का गहरा रंग या मल में खून आना भी लीवर रोग का ही एक लक्षण है। 
  9. स्किन और आंखों का पीला रंग लिवर के रोगी में दिखाई देने वाले लक्षण है।
  10. जी घबराना और उल्टी का बने रहना भी एक समस्या है।
  11. अगर आपको अधिक कमजोरी महसूस होती है तो यह भी लीवर के रोग का एक लक्षण हो सकती है।
  12. स्किन का सफेद पड़ जाना भी जिगर रोग का लक्षण है।

लिवर रोग के कारण – Disease Causes of Liver in Hindi लिवर रोग के कारण - Disease Causes of Liver in Hindi

लिवर का रोग होने के बहुत से कारण या वजह हो सकती हैं। इनके लक्षणों के बाद जरूरी है कि आप इसके कारणों पर भी गौर करें। क्योंकि अगर आप लिवर रोग के कारण को नहीं समझेंगे तो यह समस्या आपको भी हो सकती है। 

जेनेटिक 

अगर किसी व्यक्ति के माता पिता में से किसी को लिवर से संबंधित रोग हुआ हो, तो बच्चे को भी लीवर रोग की समस्या हो सकती है। जेनेटिक लीवर रोग जो किसी को हो सकते हैं वह कुछ इस प्रकार हैं, 

  • हेमोक्रोमैटोसिस
  • हाइपरॉक्सलूरिया और ऑक्सलोसिस 
  • विल्सन रोग

संक्रमण हो सकता है लिवर रोग की वजह

अगर व्यक्ति ने किसी ऐसी चीज का सेवन किया हो जो दूषित हो तो इससे लिवर संक्रमित हो सकता है। संक्रमण की वजह से लिवर के कार्य में बाधा उत्पन्न होती है। लिवर का सबसे सामान्य प्रकार हेपेटाइटिस वायरस है। इसके कई प्रकार होते हैं जैसे 

  • हेपेटाइटिस ए 
  • हेपेटाइटिस बी
  • हेपेटाइटिस सी

कैंसर और दूसरे कारण

  • लंबे समय तक शराब का सेवन करना।
  • लिवर में फैट का जमा होना।
  • लिवर कैंसर होना
  • बाइल डक्ट कैंसर होना। 

प्रतिरक्षा प्रणाली की समस्या 

ऐसे बहुत से रोग होते हैं जिनकी वजह से प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर को नुकसान पहुंचाती है। जो लिवर रोग का कारण बन सकती है। इस समस्या की वजह से लिवर को जिस तरह की दिक्कत का सामना करना पड़ता है वह कुछ इस प्रकार हैं। 

  • प्राइमरी बाइलरी सिरोसिस
  • ऑटोइम्यून हैपेटाइटिस
  • प्राइमरी स्क्लेरोसिंग कोलेंजाइटिस

लिवर के रोग होने के दूसरे कारण

  1. डायबिटीज की समस्या के दौरान व्यक्ति के शरीर में इंसुलिन का निर्माण सही तरह से नहीं होता। जिसकी वजह से लिवर अपना कार्य सही से नहीं कर पाता और यह लिवर रोग की वजह बन जाता है। 
  2. ऐसे लोग जो अधिक मोटे हैं उन्हें फैटी लिवर की समस्या होने का खतरा होता है। 
  3. कब्ज की दिक्कत भी लिवर रोग का कारण बन सकती है।

लीवर के रोग से बचाव के उपाय – Prevention of Liver Disease in Hindi लीवर के रोग से बचाव के उपाय - Prevention of Liver Disease in Hindi

हमेशा एक बात कही जाती है, कि इलाज से बेहतर बचाव होता है। ऐसे में अगर आपको लीवर के रोग की समस्या से बचना है तो कुछ जरूरी कार्य और परहेज करने होंगे। तभी आपका लिवर स्वस्थ और सुरक्षित रहेगा। आइए जानते हैं कैसे खुद को लिवर के रोग से बचाया जा सकता है।

लिवर रोग से बचाव के उपाय

  1. अगर आप किसी तरह की नशीले पदार्थों जैसे ड्रग्स का सेवन करते हैं तो इनका सेवन बंद कर दें। साथ ही किसी के साथ भी इंजेक्ट की हुई सुई को शेयर ना करें।
  2. यौन संबंध बनाते समय सुरक्षा का ध्यान रखें।
  3. अगर आप किसी तरह का टैटू करवाना चाहते हैं या पियर्सिंग कराने की सोच रहे हैं तो दुकान का चुनाव बेहद ध्यान से करें। ऐसी जगह यह चीजें ना करवाएं जहां सफाई ना होती है।
  4. शराब का सेवन पूरी तरह बंद कर दें। इससे आपका लिवर बुरी तरह प्रभावित होता है। 
  5. अगर आप किसी तरह का जोखिम भरा काम करते हैं तो यह ना करें। इससे लिवर डैमेज होने से बचेगा। 
  6. अगर आपको हेपेटाइटिस का खतरा है या पहले इससे पीड़ित हो चुके हैं, तो इससे जुड़े हुए टीकाकरण की राय डॉक्टर से जरूर लें। 
  7. ऐसे किसी भी व्यक्ति के साथ तरल पदार्थों को शेयर न करें जिन्हे हेपेटाइटिस की समस्या हो। 
  8. अपनी स्किन को केमिकल्स और कीटनाशक दवाओं से बचा कर रखें।
  9. अपने वजन को संतुलित रखें। अगर वजन बढ़ता दिखाई दे तो तुरंत इसे कम करने का प्लान बनाएं।
  10. ऐसी किसी भी दवा का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के ना करें जो आपके लिवर को नुकसान पहुंचा सकती है। 

लिवर रोग का परीक्षण – Diagnosis of Liver Disease in Hindi लिवर रोग का परीक्षण - Diagnosis of Liver Disease in Hindi

लिवर की बीमारी का परीक्षण कराने जब आप डॉक्टर के पास जाते हैं तो पहले फैमिली हिस्ट्री और लक्षणों से संबंधित बाते आप से पूछ सकते हैं। इसके अलावा अगर लिवर की सटीक जांच करानी हो तो इसके कुछ निम्नलिखित तरीके हैं जो कुछ इस प्रकार हैं।

ब्लड टेस्ट 

लिवर रोग की जांच का यह सबसे पहला और तेज तरीका होता है। इससे पता चल जाता है कि क्या लिवर में कोई दिक्कत है। 

इमेजिंग टेस्ट

इस तरह के टेस्ट में लिवर की अंदरूनी जांच की जाती है, ताकि पता चल सके कि लिवर रोग है भी या नहीं। इसके लिए अल्ट्रासाउंड, एमआरआई और सीटी स्कैन किया जाता है। इन सभी टेस्टों के जरिए यह भी पता चल जाता है कि लिवर कितना ज्यादा डैमेज हुआ है। 

लिवर बायोप्सी

इस तरह के टेस्ट में लिवर में सुई के जरिए टिशू का नमूना लिया जाता है। इस नमूने की जांच की जाती है। इससे पता चल जाता है कि लिवर में किस तरह की समस्या है। साथ ही इससे पता चलता है कि लिवर रोग शरीर में कितना फैला है। 

लिवर रोगों का इलाज – Treatment of Liver Disease in Hindi लिवर रोगों का इलाज - Treatment of Liver Disease in Hindi

दोस्तों अब तक आपने लिवर रोगों से जुड़ी बहुत सी जानकारियां हासिल की हैं। अब हम आपको बताते हैं कि आखिर लिवर रोग का इलाज किस किस तरह से किया जा सकता है। आइए जानते हैं लिवर रोग के इलाज के विकल्पों के बारे में। 

लीवर रोग के इलाज के तरीके 

  • ऐसे बहुत से मरीज होते हैं जिनका लिवर रोग शुरुआत में ही पता चल जाता है। इन मरीजों को डॉक्टर दवाओं के जरिए ठीक करने की कोशिश करते हैं।
  • अगर फैटी लिवर की समस्या आपके बढ़ते वजन की वजह से है तो इस समस्या से निपटने के लिए दवा के साथ साथ वजन घटाने के लिए भी प्रेरित किया जा सकता है।
  • ऐसे कई मामले होते हैं जब लिवर के ठीक होने की गुंजाइश नहीं होती। ऐसे में डॉक्टर लिवर ट्रांसप्लांट करने की सलाह देते हैं। इसके लिए किसी दूसरे व्यक्ति का लिवर लिया जाता है।
  • लिवर सिरोसिस की समस्या से जूझने वाले लोगों को दवाओं के जरिए ठीक करने की कोशिश की जाती है। 

निष्कर्ष- Conclusion

दोस्तों हमने अपने इस लेख में आपको Liver Meaning in Hindi से लेकर लिवर के रोग, कारण, बचाव और इलाज से जुड़ी सभी जानकारिया देदी हैं। अपने लीवर को तंदुरुस्त रखने के लिए आप चाहें तो बताए गए बचाव के तरीकों को आजमा सकते हैं। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

  1. क्या लीवर के रोग का कारण शराब हो सकती है?

    हां लीवर के रोगों की वजह शराब भी हो सकती है।

  2. लिवर को हिंदी भाषा में किस – किस नाम से बुलाया जाता है?

    लीवर को हिंदी भाषा में जिगर, यकृत के नाम से बुलाया जाता है।

  3. लिवर का शरीर में क्या काम होता है?

    लीवर शरीर में पाचन क्रिया से लेकर बहुत से अंगों तक खून पहुंचाने का कार्य करता है।

  4. पीलिया रोग किस अंग से संबंधित है?

    यह रोग लिवर की समस्या से संबंधित है।

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