अनिद्रा क्या है? नींद आने के 24 उपाय। अनिद्रा के नुकसान और बचाव। Insomnia in Hindi
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अनिद्रा क्या है? नींद आने के 24 उपाय। अनिद्रा के नुकसान और बचाव। Insomnia in Hindi

Main points

Insomnia Meaning in Hindi. आज कल के समय में बहुत से ऐसे लोग हैं जिन्हें सही प्रकार नींद नहीं आती। इसलिए वह नींद आने के उपाय खोजते रहते हैं। ऐसे में अगर आपको Nind Aane Ke Upay जानने हैं तो इससे पहले नींद ना आने के कारण जानने होंगे। नींद ना आने की समस्या को हिंदी में अनिद्रा कहते हैं। जबकि इसे English Me Insomnia के नाम से जाना जाता है। 

नींद की बीमारी एक बहुत ही भयंकर समस्या है जिससे बहुत से लोग परेशान हैं। कहते हैं कि एक व्यक्ति खाए बिना कुछ दिन रह सकता है। लेकिन अगर वह सही प्रकार नींद ना ले तो उसकी मौत होनी निश्चित है। वही आज कल के प्रतिस्पर्धा के दौर में लोग कभी तनाव की वजह से तो कभी खराब जीवनशैली की वजह से नहीं सो पाते। कई बार नींद कामकाज की वजह से प्रभावित होने लगती है। इसलिए आज हम आपको नींद आने के उपाय से लेकर नींद ना आने के कारण और नींद पूरी ना होने पर आने वाली दिक्कतों के बारे में विस्तार से बताएंगे। अगर आप भी नींद ना आने की समस्या से परेशान हैं तो हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ें। 

अनिद्रा क्या है – What is Insomnia Meaning in Hindiअनिद्रा क्या है - What is Insomnia Meaning in Hindi

दोस्तों आशा करता हूं कि आप Insomnia Meaning in Hindi का अर्थ जान गए होंगे। इनसॉम्निया जिसे हिंदी में अनिद्रा के नाम से जाना जाता है। यह एक नींद संबंधित समस्या है। अनिद्रा की समस्या होने पर व्यक्ति के शरीर और दिमाग को सही तरह से आराम नहीं मिलता। इसे आसान भाषा में समझे तो व्यक्ति पूरी तरह सो नहीं पाता, जिसकी वजह से शारीरिक समस्याएं भी पैदा होने लगती हैं। कई रिसर्च तो बताती हैं कि एक व्यक्ति अधिकतम 4 दिन से ज्यादा उठा हुआ नहीं रह सकता। अगर एक व्यक्ति 4 दिन तक पूरी तरह नहीं सोता तो इसके बाद उसे हेल्यूसिनेशन की समस्या हो सकती है। या फिर ऐसे में व्यक्ति की मौत हो सकती है। 

अनिद्रा की समस्या आज के समय में बेहद आम हो गई है जिसकी वजह से बहुत से लोग परेशान हैं। इसमें अनिद्रा के भी कई प्रकार होते है। लेकिन ज्यादा लंबे समय तक अनिद्रा की समस्या कई तरह की अन्य शारीरिक और मानसिक बीमारियों को जन्म दे देती है। आपको बता दें कि अनिद्रा की समस्या तीन तरह से दिक्कत पैदा करती है। 

  • अस्थाई अनिद्रा -यह समस्या तब होती है जब किसी व्यक्ति को लगातार तीन दिन तक नींद आने में दिक्कत हो। 
  • एक्यूट अनिद्रा – यह समस्या व्यक्ति को कुछ सप्ताह तक रह सकती है। इसे अल्पकालिक अनिद्रा भी कहा जाता है। 
  • क्रोनिक अनिद्रा – अनिद्रा की यह समस्या एक लंबे समय तक रहती है। कई बार यह महीनों तक होती है तो कई बार इसे ठीक होने में साल भी लग जाते हैं। 

अनिद्रा के प्रकार – Insomnia Types in Hindiअनिद्रा के प्रकार - Insomnia Types in Hindi

अनिद्रा की समस्या को सही प्रकार से समझने के लिए कुछ श्रेणियों में बांटा गया है। इन्ही श्रेणियों के आधार पर तय होता है कि व्यक्ति अनिद्रा की कौन सी समस्या से पीड़ित हैं। इसमें सबसे प्राथमिक माध्यमिक और अस्थायी अनिद्रा की श्रेणी बनाई गई है।

  • प्राथमिक श्रेणी में मौजूद व्यक्ति को यह समस्या किसी स्वास्थ्य संबंधित समस्या के कारण नहीं होती। 
  • माध्यमिक अनिद्रा – यह समस्या आमतौर पर उन लोगों को होती है जो पहले से ही किसी दूसरी बीमारी से पीड़ित होते हैं, जैसे अस्थमा, गठिया, कैंसर। इसके अलावा कई बीमारियों की दवा के असर की वजह से भी नींद की समस्या होने लगती है। 
  • अस्थायी अनिद्रा– जैसे की हमने आपको ऊपर बताया यह समस्या महज तीन रातों तक ही होती है। 

अब आपको बताते हैं कि अनिद्रा के दो प्रकार के होते हैं जिसके बारे में विस्तार से नीचे पढ़ें। 

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एक्यूट अनिद्रा 

यह समस्या बहुत से लोगों में देखी जाती है। यह आमतौर पर लोगों को तब होती है जब वह किसी चीज के सदमे में हो या कामकाज ठीक ना चल रहा हो। इसके अलावा पारिवारिक कलेश की वजह से भी एक्यूट अनिद्रा की समस्या हो सकती है। यह आमतौर पर तीन दिनों से ज्यादा और अधिकतम कुछ सप्ताह तक ही रहती है। 

क्रोनिक अनिद्रा 

यह समस्या आज के समय में बहुत से लोगों के साथ देखी जाती है। इस समस्या का उपचार आमतौर पर लोग डॉक्टरों के जरिए कराते हैं। क्रोनिक अनिद्रा की समस्या लोगों को कई महीनों से लेकर सालों तक रहती है। 

नींद ना आने या अनिद्रा के लक्षण – Symptoms of Insomnia in Hindi
नींद ना आने या अनिद्रा के लक्षण - Symptoms of Insomnia in Hindi

जब तक आपको अनिद्रा के लक्षणों के बारे में पता नहीं होगा, तब तक आपके लिए यह जानना मुश्किल हैं कि आपको नींद ना आने की सही में समस्या है या नहीं। इसलिए अब हम आपको नींद ना आने यानी अनिद्रा के लक्षणों के बारे में बता रहे हैं। आइए जानते हैं, 

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नींद ना आने (अनिद्रा) के लक्षण

  1. अनिद्रा का सबसे पहला लक्षण होता है सोने की कोशिश करना फिर भी नींद ना आना। 
  2. सोकर उठने के बाद भी आलस या थका हुआ ही महसूस करना भी अनिद्रा का लक्षण हो सकता है। 
  3. फोकस ना कर पाना भी नींद ना आने का लक्षण होता है। 
  4. अनिद्रा के लक्षणों में व्यक्ति का चिड़चिड़ा होना भी शामिल है। 
  5. गाड़ी या बाइक चलाते समय अक्सर नींद आना भी अनिद्रा का ही लक्षण है। 
  6. नींद आने पर सोना लेकिन बार बार जागना भी अनिद्रा का ही लक्षण है। 
  7. अनिद्रा से ग्रस्त व्यक्ति की नींद पूरी नहीं हो पाती जिसकी वजह से वह अक्सर गुस्से में रहने लगता है। 
  8. नींद ना आने की समस्या से परेशान व्यक्ति को बहुत ज्यादा जल्दी तनाव की समस्या होने लगती है। 
  9. अगर किसी व्यक्ति को अनिद्रा की थोड़ी बहुत समस्या हो और वह अधिक मात्रा में शराब या तंबाकू का सेवन करता हो तो उसकी अनिद्रा की समस्या और भी बढ़ सकती है। 
  10. नींद के लिए अगर आपको मजबूर होकर गोलियां खानी पड़े तो यह भी अनिद्रा का ही लक्षण है। 
  11. सोने के बाद भी लगना की बिल्कुल नहीं सोए।

नींद ना आने के (अनिद्रा) कारण -Insomnia Causes in Hindiनींद ना आने के (अनिद्रा) कारण -Insomnia Causes in Hindi

दोस्तों अब तक आप यह जान चुके होंगे कि आपको अनिद्र की समस्या है या नही। अगर अब आपको नींद ना आने के कारणों को समझना होगा। जिस तरह आपके लिए नींद ना आने के लक्षण जानना जरूरी था उसी तरह आपके लिए नींद ना आने के कारणों को जानना भी जरूरी है। क्योंकि इन्ही कारणों को जानने के बाद आप Nind Aane Ke Upay अपना सकते हैं। 

तनाव के कारण अनिद्रा

आज के समय में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो तनाव की समस्या से पीड़ित नहीं होगा। लेकिन जब तनाव आपके स्वास्थ्य और आपकी नींद पर असर डालने लगे तो यह खतरे की घंटी होता है। हाल ही में हुए कई शोध इस बात का दावा करते हैं कि जो लोग अधिक तनाव में होते हैं उन्हे अनिद्रा की समस्या होने लगती है। 

दिनचर्या में गढ़बढ़ी 

नींद ना आने का सबसे बड़ा कारण दिनचर्या का सही ना होना भी हो सकता है। आज के समय में बहुत से लोग फ्लैक्सीबल लाइफ स्टाइल के नाम पर खुद के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसे में ना तो लोगों के सोने का कोई  समय होता है और ना ही उठने का। इसी की वजह से कई बार बॉडी की साइकिल बिगड़ जाती है और अनिद्रा की समस्या पैदा होने लगती है। अगर आपका भी दिन का साइकिल फिक्स नहीं है तो आपको इसे ठीक करने की आवश्यकता है। 

भोजन के कारण अनिद्रा 

हमने अक्सर बहुत से लोगों को देखा है जो रात के समय आवश्यकता से अधिक भोजन करते हैं। इससे पेट को राहत नहीं मिलती और शरीर भारी भारी होने लगता है। इसलिए ही कहा गया है कि सुबह राजा की तरह खाएं, दिन में खाएं राजकुमार की तरह और रात को खाएं किसी ऐसे व्यक्ति की तरह जिन्हे कम भोजन ही नसीब होता है। यानी सबसे कम रात के समय खाएं। अनिद्रा का कारण रात का भोजन भी हो सकता है। 

कैफिन युक्त उत्पादों को सेवन

आज कल के भागदौड़ भरे समय में खुद को पूरे दिन एक्टिव रखने के लिए लोग या तो अधिक एनर्जी ड्रिंक पीते हैं या फिर कॉफी और अन्य कैफीन युक्त उत्पादों का सेवन करते हैं। जिसकी वजह से नींद नहीं आती। आगे चल कर यह चीज शरीर की साइकिल पर असर डालती हैं और अनिद्रा की समस्या होने लगती है। 

आदतें जों नींद को करती हैं प्रभावित

अगर आप अक्सर खाते हुए या सोने से पहले टीवी देखते रहते हैं तो आपको अनिद्रा की समस्या हो सकती है। ऐसे में वह लोग जो या तो टीवी के सामने बैठकर ही खाना खाते हैं या फिर देर रात तक टीवी पर न्यूज या हॉरर फिल्में देखते हैं तो यह चीजें अनिद्रा का कारण बनती हैं। 

यात्रा के कारण 

ऐसे लोग जो ज्यादातर समय यात्रा करते रहते हैं उनको भी अनिद्रा की समस्या होती है। इसके कारण उनके शेड्यूल सही प्रकार नहीं बन पाता, जिसकी वजह से नींद नहीं आती। 

दवाओं की वजह से 

अगर आप पहले से ही अस्थमा से पीड़ित हैं या हाई बीपी की दवाएं लेते हैं तो यकीनन आपकी दवाएं आपकी नींद के बीच एक दीवार बन सकती हैं। इसके अलावा एलर्जी और डिप्रेशन की दवाएं भी नींद ना आने का कारण बन सकती हैं। 

नींद ना आने के कुछ अन्य कारण 

  1. रोजाना सोने का समय बदलने से नींद पर असर पड़ता है। 
  2. नाइट शिफ्ट में काम करने वाले लोगों को भी नींद की समस्या हो सकती है। 
  3. शारीरिक गतिविधि ना करने की वजह से भी अनिद्रा की समस्या उत्पन्न हो सकती है। 
  4. अगर आप अधिक मात्रा में शराब या धूम्रपान करते हैं तो यह भी आपकी नींद में खलल डाल सकती है। 
  5. अगर आप बाइपोलर डिसऑर्डर की समस्या से परेशान हैं तो भी आपको नींद ना आने की बीमारी हो सकती है। 
  6. प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित व्यक्ति को भी नींद ना आने की बीमारी हो सकती है। 
  7. गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को नींद आने में दिक्कत होती है। 
  8. एंग्जाइटी के शिकार लोगों को भी अनिद्रा की समस्या होने लगती है। 
  9. सर्दी जुकाम में ली गई किसी तरह की दवाई नींद को प्रभावित कर सकती हैं। 
  10. स्लीप एपनिया की समस्या यानी सोते समय सांस ना लेने की समस्या से पीड़ित व्यक्ति को अनिद्रा की दिक्कत हो सकती है। 

नींद आने के उपाय – Nind Aane Ke Upay नींद आने के उपाय - Nind Aane Ke Upay

दोस्तों अब तक आपने नींद आने के लक्षणों से लेकर उसके कारणों के बारे में अच्छी तरह जान लिया है। ऐसे में अब आप इस समस्या से घर पर ही कैसे निपट सकते हैं यह समझना होगा। हालांकि अगर आपको लंबे समय से नींद ना आने की समस्या हो तो आप डॉक्टर के पास भी जा सकते हैं। लेकिन इससे पहले नींद लाने के उपाय के बारे में जान लें। 

सरसों के तेल से नींद का उपाय 

अगर आपको नींद नहीं आती तो आपको केवल रात को सोने से पहले अच्छी तरह अपने पैरों को धोना है और फिर अपने तलवों पर सरसों के तेल की हल्की सी मसाज करनी है। इसके जरिए शरीर को स्विच ऑफ किया जाता है। इससे आपकी नींद ना आने की समस्या समाप्त हो जाएगी। 

दूध और शहद हैं नींद लाने के उपाय 

अगर आपको नींद की समस्या से जल्दी से छुटकारा पाना है तो आपको केवल रोजाना सोने से पहले गरम दूध के अंदर शहद डालकर पीना होगा। आयुर्वेद में सदियों से नींद ना आने पर दूध और शहद के सेवन की सलाह दी जाती है। इससे आपको जल्दी ही नींद आने लगेगी। 

जीरा नींद लाने का इलाज 

जीरा हम सभी के घरों में होता है, लेकिन इसका उपयोग नींद आने के उपाय में किया जा सकता है, यह बहुत कम लोग जानते हैं। इसके लिए आपको केवल रोज जीरे को भूनकर पीसना है और इसे गर्म पानी में मिलाकर 5 मिनट तक ढक कर रखना है। इसके बाद इसे पीना है। इस उपाय से नींद ना आने की समस्या दूर हो जाएगी। 

दालचीनी के नींद लाने में उपयोग 

दालचीनी का उपयोग सदियों से बहुत से व्यंजनों के अंदर किया जाता है। लेकिन नींद के लिए इसका उपयोग बेहद कम लोग करते हैं। इसके लिए आपको केवल सोने से पहले गर्म दूध में दालचीनी पाउडर डालकर पीना है। इससे नींद आने लगेगी।

जायफल है Nind Aane Ke Upay

नींद लाने के उपाय में जायफल का उपयोग बेहद फायदेमंद माना जाता है। इसके लिए केवल आपको गर्म दूध में जायफल पाउडर डालकर सोने से पहले पीना है। इससे आपकी अनिद्रा की समस्या जल्द ही दूर हो सकती है। 

अश्वगंधा और दूध 

अगर आपको सेहतमंद भी होना है और नींद की समस्या भी दूर करनी है, तो आप रोजाना कुछ कुछ  मात्रा में सर्पगंधा और अश्वगंधा पाउडर को   दूध में मिलाकर पीएं। इससे नींद की दिक्कत दूर हो जाएगी। 

सौंफ से नींद लाने के उपाय

रोजाना एक चम्मच सौंफ और एक गिलास पानी को उबाल लें। इस पानी को दिन में दो बार जरूर पीएं, इससे आपकी नींद ना आने की समस्या दूर हो जाएगी। 

मेथी से नींद आने में फायदा 

मेथी के अंदर ऐसे बहुत से गुण होते हैं जो आपको कई तरह की समस्याओं से दूर कर सकते हैं। ऐसे में अगर आप रोजाना एक चम्मच मेथी के पत्तों के जूस को शहद में मिलाकर पिएं तो इससे नींद ना आने की समस्या दूर हो जाएगी। 

जूजूबे से नींद का उपाय

जूजूबे जो लगभग खजूर की तरह ही दिखाई देते हैं। नींद आने के लिए आपको केवल जूजूबे को 10 मिनट तक पानी में उबालकर रखना है। अब कुछ देर ठंडा होने के बाद इसे पीना है। इसे नींद लाने के उपचार में शामिल किया जा सकता है। 

ग्रीन टी हो सकती हैं नींद आने का उपचार

ग्रीन टी का सेवन ना केवल आपको सेहतमंद रखता है, बल्कि इसके जरिए आपको नींद भी अच्छी आती है। इसके लिए आपको केवल रोजाना ग्रीन टी का सेवन करना है। इसे नींद लाने के उपाय में अपनाया जा सकता है। 

केसर से नींद का संबंध 

आपने अक्सर गर्भावस्था में ही महिलाओं को केसर दूध में डालकर पीते देखा होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इससे नींद भी अच्छी आती है। अनिद्रा से पीड़ित व्यक्ति केसर और दूध का सेवन रात के समय कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रहें कि केसर की एक या दो रेशे से ज्यादा ना डालें। 

टार्ट चेरी जूस

ऐसा हो सकता है कि आपने टार्ट चेरी के जूस के बारे में आज तक ना सुना हो। लेकिन यह आपकी अनिद्रा की समस्या को दूर कर सकता है। इसके लिए आपको केवल रोजाना 250 एमएल टार्ट चेरी जूस का सेवन करना होगा। आप इसे आसानी से बाजार से खरीद सकते हैं। 

तिल का उपयोग 

अगर आपके घर में तिल या तिल का तेल है तो आप इसका उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए या तो आप तिल का सेवन सलाद के साथ कर सकते हैं। साथ ही आप तिल के तेल को गर्म करके सिर की मालिश कर सकते हैं। इसे नींद लाने के उपचार में लंबे समय से आजमाया जा रहा है। 

लहसुन से नींद के उपाय

लहसुन का सेवन हर घर में होता है। लेकिन अनिद्रा के मरीजों के लिए किसी रामबाण की तरह ही काम करता है। इसके लिए आपको केवल रोजाना सोने से पहले एक कली लहसुन की सोने से पहले खानी है। इससे नींद ना आने की समस्या दूर हो जाएगी। 

लेमन बाम टी

आपमें से बहुत से लोगों ने चाय जरूर पी होगी। अब आपको लेमन बाम टी का रोजाना सेवन करना है। इसे आप बाजार से आसानी से खरीद सकते हैं। साधारण चाय की तरह गर्म पानी में टी बैग को डुबाकर रखें और फिर इसे पी लें। ध्यान रहे इसमें दूध का उपयोग नहीं करना है। 

पैशन फ्लावर टी बैग 

आपने इसका नाम पहली बार सुना होगा। लेकिन नींद लाने के उपाय में यह बेहद कारगर है। इसके लिए आपको केवल गर्म पानी में टी बैग को डालकर रोजाना पीना है। इससे आपकी नींद ना आने की समस्या दूर हो जाएगी। 

कैमोमाइल की चाय 

बाकी अन्य चाय की तरह ही आप कैमोमाइल टी बैग का उपयोग भी नींद की समस्या दूर करने के लिए कर सकते हैं। इसके लिए भी आपको गर्म पानी में टी बैग डालकर रखना है और फिर इसका सेवन करना है।

नोट – ध्यान रहे आप अगर इनमें से किसी प्रकार की चाय का सेवन करें तो किसी एक का ही करें। 

पुदीने के चाय 

नींद आने के उपाय में आप पुदीना की चाय का सेवन भी कर सकते हैं। इसके लिए बस आपको कुछ पत्तियां पुदीने की लेनी हैं और इसे गर्म पानी में डालना है। फिर थोड़ा ठंडा होने के बाद इसे पीना है। इससे आपकी नींद ना आने की समस्या दूर हो जाएगी। 

नींद सही से आने के अन्य उपाय – Home Remedies for Insomnia in Hindi

  1. अगर आपको नींद ना आने की बीमारी है तो आप रोजाना एक या दो केले का सेवन कर सकते हैं। केले के अंदर पाए जाने वाले गुण आपकी नींद की समस्या ठीक कर सकते हैं। 
  2. अरंडी तेल का उपयोग आप नींद ना आने पर कर सकते हैं। इसके लिए आप केवल तेल कुछ बूंदे अपने हाथों पर लगाएं, इसके बाद उन्हें आंखों के ऊपर लगाकर मसाज करें।
  3. योग या मेडिटेशन के जरिए ना केवल नींद की समस्या बल्कि बहुत सी बीमारियों से राहत पाई जा सकती है। इसके लिए रोजाना मेडिटेशन और  योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। 
  4. नींद ना आने पर आप रात के समय गर्म या गुनगुने पानी से नहा सकते हैं। इससे आपको तुरंत नींद आ जाएगी। 
  5. सेब साइडर का सिरका और शहद को गर्म पानी में मिलाकर सोने से पहले पिएं। इससे नींद ना आने की समस्या दूर हो जाएगी। 
  6. कीवी फल के जरिए अनिद्रा से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके लिए रोजाना कीवी फल का सेवन करें

अनिद्रा या नींद ना आने का इलाज – Insomnia Treatment in Hindiअनिद्रा या नींद ना आने का इलाज - Insomnia Treatment in Hindi

अनिद्रा की समस्या के बारे में सही प्रकार और उसके कारण को समझकर डॉक्टर आपकी इस समस्या का अंत करने में मदद कर सकते हैं। इसमें वह आपको कुछ सलाह और दवाएं या जीवन शैली में बदलाव की सलाह दे सकते हैं। आइए जानते हैं किस किस तरह से अनिद्रा का इलाज संभव है। 

अनिद्रा या नींद ना आने के इलाज के तरीके

  1. इसमें सबसे पहले व्यावहारिक तरीके से इलाज किया जाता है। ज्यादातर लोगों को नींद नकारात्मक विचारों के कारण नहीं आती। ऐसे में अगर मरीज को लेटने के 20 मिनट के बाद नींद ना आए तो उसे बाहर जाने की सलाह दी जाती है। 
  2. सोने की दिक्कत को दूर करने के लिए विरोधाभासी तरीका भी अपनाया जाता है। इसमें मरीज को नींद ना आने पर चिंता करने के बजाय जागने की सलाह दी जाती है। 
  3. अनिद्रा दूर करने के लिए मरीज को सलाह दी जाती है कि वह सोने या शारीरिक संबंध बनाने के अलावा बिस्तर का उपयोग बिल्कुल ना करें। इस तरीके को उद्दीपन नियंत्रण चिकित्सा के नाम से जाना जाता है। 
  4. नींद ना आने पर डॉक्टर कई बार दवाओं का सेवन करने की सलाह भी देते हैं। लेकिन इन दवाओं का सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना बिल्कुल नहीं करना चाहिए। 

अनिद्रा की समस्या से बचने के तरीके – Insomnia Prevention Tips in Hindiअनिद्रा की समस्या से बचने के तरीके - Insomnia Prevention Tips in Hindi

दोस्तों अगर आपको अनिद्रा की समस्या से हमेशा के लिए बचे रहना है तो इसके लिए आपको कुछ उपाय जरूर अपनाने चाहिए। महज थोड़े से बदलाव से आप ना केवल अनिद्रा से बचे रहते हैं। बल्कि अनिद्रा के कारण होने वाली बीमारियों से भी दूर रहते हैं। 

अनिद्रा से बचे रहने के उपाय

  1. अनिद्रा से बचे रहने के लिए आप अपनी दिनचर्या को एक सही दिशा दें। समय पर उठने और सोने की आदत डालें। 
  2. अगर आपको अनिद्रा से बचना है तो आपको खाने पीने की चीजों का भी खास ध्यान रखना होगा। इसमें जंक फूड और कैफीन युक्त पदार्थों का कम से कम सेवन करें। 
  3. अपने रोजाना की डाइट में कुछ सब्जियां और ड्राई फ्रूट्स को शामिल करें। 
  4. रात को सोने से पहले दूध का सेवन जरूर करें। लेकिन ध्यान रहे कि कम से कम एक घंटा पहले ही दूध पिएं।
  5. ऐसी चीजों को अपने आहार में जोड़े जिनमे पोटेशियम और मैग्नीशियम पाया जाता है। 
  6. रात के समय भोजन में चावल का सेवन आपको अनिद्रा से बचा कर रखा सकता है। 
  7. रोजाना कम से कम एक या दो फल का सेवन जरूर करें। इससे आपके शरीर की कार्य क्षमता ठीक होती है और आप अच्छे से सो पाते हैं। 
  8. अनिद्रा से बचने के लिए एक्सरसाइज, रनिंग या योग जरूर करें. 

सही नींद के फायदे – Benefits of Sleep in Hindiसही नींद के फायदे - Benefits of Sleep in Hindi

एक स्वस्थ शरीर के लिए जितना सही खाना पीना जरूरी है, उतना ही जरूरी सोना भी है। अगर आप एक दिन में 8 घंटे तक की नींद लेते हैं तो यह ना केवल आपकी सेहत को लाभ देता है बल्कि यह आपकी आयु को भी बढ़ाता है। हाल में हुए एक शोध से पता चला है कि जो लोग अच्छी नींद लेते हैं वह लंबे समय तक जी सकते हैं। आइए जानते हैं अच्छी नींद के कुछ फायदे

अच्छी नींद के फायदे 

  1. एक दिन में 6 से 8 घंटे की नींद लेने की वजह से आप कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर जैसी समस्या से दूर रहते हैं। 
  2. शोध के जरिए पता चला है कि जो लोग रात के समय जागे रहते हैं उन्हें कौलन और ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा अधिक रहता है। यानी अगर आप रात में सोते हैं तो आप इन समस्याओं से बचे रहते हैं। 
  3. रात की नींद सही तरह से लेने से व्यक्ति पूरी तरह ऊर्जा से भरा रहता है। 
  4. नींद अच्छी ना हो तो इससे वजन बढ़ने की समस्या पैदा होने लगती है। यानी अगर आप सही मात्रा में सोएं तो इससे आपका वजन संतुलित हो जाएगा। ,
  5. नींद पूरी होने से व्यक्ति को फोकस बना रहता है और इससे कार्यक्षमता बेहतर होती है। 
  6. 6 से 8 घंटे की नींद लेने वाले व्यक्ति की स्किन अच्छी रहती है और उम्र का असर उसकी स्किन पर नहीं दिखता। 
  7. अगर आप सही नींद लेते हैं तो इससे आपका दिमाग पूरी तरह शांत रहता है। 
  8. अच्छी नींद लेने से सिर में दर्द और बेचैनी जैसी समस्याएं नहीं होती। 

अनिद्रा या नींद पूरी  ना होने के नुकसान -Insomnia Side Effects in Hindiअनिद्रा या नींद पूरी  ना होने के नुकसान -Insomnia Side Effects in Hindi

दोस्तों एक स्वस्थ शरीर और मस्तिष्क के लिए नींद का पूरा होना बेहद जरूरी है। ऐसे में अगर आप अनिद्रा यानी Insomnia के शिकार हैं और आपकी नींद पूरी नहीं होती तो इसके कुछ नुकसान हैं जो आपको हो सकते हैं। अब हम आपको इन्ही नुकसानों के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं। 

नींद पूरी ना होने के नुकसान 

  1. नींद पूरी ना होने पर व्यक्ति का दिमाग हमेशा अशांत रहता है। 
  2. नींद के कमी के कारण व्यक्ति को तनाव की समस्या होने लगती है। 
  3. वजन बढ़ने का एक कारण नींद का पूरा ना होना ही है। 
  4. अगर व्यक्ति की नींद पूरी ना हो तो वह हमेशा ऊर्जा हीन और थकावट महसूस करता है। 
  5. नींद पूरी ना होने की वजह से मांसपेशियां का विकास नहीं हो पाता। 
  6. बच्चों के लिए नींद का पूरा होना बहुत जरूरी माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि सोते समय बच्चों की लंबाई बढ़ती है। 
  7. नींद पूरी ना होने पर व्यक्ति अक्सर चिड़चिड़ा और गुस्से से भर जाता है। 
  8. अगर व्यक्ति सही प्रकार ना सोया हो तो उसके लिए कोई भी कार्य कर पाना असंभव सा हो जाता है। 

निष्कर्ष – Conclusion

Information About Insomnia Meaning in Hindi. दोस्तों हमने अपने इस लेख में आपको नींद आने के उपाय और अनिद्रा से जुड़े नुकसा के बारे में बताया है। इसके अलावा आप किस तरह इस समस्या से बचे रह सकते हैं, ऐसे तरीके भी बताएं हैं। अगर आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो तो इसे सबके साथ शेयर करें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

  1. क्या अनिद्रा की समस्या से मौत हो सकती है?

    हां, ऐसा तब हो सकता है जब कुछ दिनों तक व्यक्ति जरा भी ना सोया हो।

  2. क्या नींद ना आने का कारण खान पान हो सकता है?

    हां, नींद ना आने का कारण खान पान हो सकता है।

  3. क्या सोने के लिए नींद की गोलियां लेना सही है?

    इस सवाल का जवाब आपको डॉक्टर ही बेहतर दे सकती है।

  4. क्या सोने से पहले दूध पीना फायदेमंद रहता है?

    हां, इससे आपको अच्छी नींद आती है। यह भी पढ़ें

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