शुगर के लक्षण, 12 घरेलू उपाय, कारण और इलाज। All About Diabetes in Hindi
Information About Diabetes in Hindi. डायबिटीज मधुमेह या शुगर आपने भले ही इसके अलग अलग नाम सुने होंगे। लेकिन यकीन मानिए यह उन लाइलाज बीमारियों में से जिसके होने के बाद इसके साथ रहना ही पड़ता है। अंग्रेजी में जहां इस बीमारी को Diabetes या Sugar कहते हैं वहीं आयुर्वेद की दुनिया में इसे मधुमेह के नाम से जाना जाता है। शुगर के लक्षण (Sugar Ke Lakshan) इलाज या कारण जाने बिना एक मरीज का जीवित रह पाना नामुमकिन है। इसलिए आज हम आपको डायबिटीज या शुगर के घरेलू उपाय और इलाज भी बताएंगे।
आज के समय में डायबिटीज या मधुमेह की समस्या लोगों में बेहद आम हो गई है। पहले जहां शुगर की बीमारी के शिकार 40 से 50 साल की उम्र के बाद हुआ करते थे। वहीं आज के समय में छोटे छोटे बच्चे भी इस बीमारी से जूझने लगे हैं। इस बीमारी से आपका मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है और शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ने लगती है। समय पर डायबिटीज के बारे में पता ना चले तो इसके कारण किडनी, हृदय और आँखों की रोशनी तक चली जाती है। इसलिए आज हम आपको डायबिटीज के लक्षण, कारण, परहेज, डाइट और इलाज से जुड़ी संपूर्ण जानकारी देंगे। अगर आपके परिवार में पहले किसी को शुगर की बीमारी हो चुकी है तो किसी भी स्थिति में आपको इस बीमारी हल्के में नहीं आंकना चाहिए। आइए जानते हैं Information About Diabetes In Hindi
क्या है डायबिटीज (शुगर) – What is Diabetes in Hindi (मधुमेह)
डायबिटीज या शुगर एक ऐसी समस्या है जो शरीर में तब पैदा हीती है जब पैंक्रियाज की कार्य प्रणाली ठीक प्रकार काम नहीं करती। दरअसल पैंक्रियाज के जरिए हमारे शरीर में इंसुलिन बनता है। इंसुलिन ही हमारे शरीर में ग्लूकोज को ऊर्जा में परिवर्तित कर देता है। लेकिन जब इंसुलिन नहीं बनती तो यह ग्लूकोज शरीर में ही ठहर जाता है जिसकी वजह से शुगर का लेवल खून में बढ़ने लगता है। इसी के कारण डायबिटीज या मधुमेह की समस्या पैदा होती है।
Main points
मधुमेह की समस्या पैदा होने की वजह से शरीर के कई अंगों की कार्यप्रणाली भी प्रभावित होती है। ऐसे में अगर डायबिटीज के परहेज या उपाय समय पर ना किए जाएं तो यह आंखों की रोशनी तक छीन लेती है। आइए जानते हैं मधुमेह या शुगर के कारणों को विस्तार से।
शुगर या मधुमेह (डायबिटीज) होने के कारण – Causes of Diabetes in Hindi
दोस्तों आज के इस समय में सबसे ज्यादा अगर स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं पैदा हो रही हैं तो उसकी सबसे बड़ी वजह खराब जीवन शैली है। लोग फ्लेक्सिबल लाइफस्टाइल के नाम पर अपनी जिंदगी से खिलवाड़ करने में ही लगे हुए हैं। वहीं अगर बात करे शुगर होने के कारण की तो इसके होने के भी बहुत से कारण हैं। आइए जानते हैं क्या है डायबिटीज होने के कारण।
डायबिटीज या मधुमेह (शुगर) होने के मुख्य कारण
- तनाव आज के समय में एक ऐसी समस्या है जो बहुत सी बीमारियों का कारण बन जाता है। ऐसे में अगर आप अत्यधिक तनाव लेते हैं और हर समय तनाव में रहते हैं तो यह डायबिटीज होने का एक कारण हो सकता है।
- अगर आपके घर परिवार में किसी व्यक्ति को कभी डायबिटीज की समस्या रही है तो ऐसा मुमकिन है कि यह समस्या आपको भी हो सकती है। विशेषज्ञों की मानें तो ऐसे लोगों को डायबिटीज होने का अधिक खतरा रहता है, जिनकी फैमिली हिस्ट्री में शुगर की समस्या हो चुकी हो।
- बढ़ता हुआ मोटापा आज भारत में भी हर दूसरे तीसरे की व्यक्ति की समस्या है। ऐसे में जो भी लोग अधिक मोटे होते हैं उन्हे भी शुगर की समस्या हो सकती है। ऐसा अक्सर देखा जाता है कि अधिकतर मोटे लोगों को मधुमेह की शिकायत होती ही है।
- आज कल के समय में केवल बड़े ही नहीं बल्कि बच्चे भी डायबिटीज जैसी समस्या का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में इसके बहुत से कारण है। जैसे शारीरिक गतिविधि बिल्कुल ना करना। इसके अलावा बेकार की चीजें खाना आदि। वहीं बड़ो के साथ साथ बच्चों की जीवनशैली भी काफी प्रभावित हो चुकी है। बच्चों में शुगर होने का यह एक मुख्य कारण है।
- अगर कोई व्यक्ति अपनी दिनचर्या को लेकर बहुत ज्यादा लापरवाह है। ऐसे में ना वह समय पर खाता है ना ही सोता है। इसके अलावा अगर वह जंक फूड का भी अधिक मात्रा में सेवन करता है तो इससे डायबिटीज होने का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। ऐसे में आपको भी एक सही जीवनशैली को ही अपना ना चाहिए। तभी आप मधुमेह जैसी बीमारी से बचे रह सकते हैं।
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शुगर या डायबिटीज (मधुमेह) के टाइप – Types of Diabetes in Hindi
शुगर आज के समय की उन जानलेवा बीमारियों में शामिल है जिसके होने के बाद जिंदगी भर आपको दवाइयों और चिकित्सा की जरूरत होती है। ऐसे में यह आपके लिए जानना बेहद जरूरी है कि डायबिटीज के कितने प्रकार की होती है। आइए जानते हैं डायबिटीज के प्रकार
टाइप 1 डायबिटीज
अगर किसी व्यक्ति को यह समस्या होती है तो इसके कारण उसका इम्यून सिस्टम बुरी तरह प्रभावित होता है। इस दौरान मरीज का शरीर इंसुलिन का निर्माण नहीं कर पाता। ऐसे में मरीज को इंसुलिन की इंजेक्शन देने की जरूरत पड़ती है। टाइप 1 डायबिटीज अक्सर बहुत से लोगों को 18 से 20 वर्ष की आयु में भी हो सकती है। इस तरह की डायबिटीज के लिए निरंतर डॉक्टर के पास इंसुलिन की इंजेक्शन लेने जाना ही पड़ता है।
टाइप 2 डायबिटीज
शुगर की यह स्थिति थोड़ी कम भयभीत करने वाली होती है। टाइप 2 डायबिटीज के दौरान मरीज का शरीर इंसुलिन का निर्माण बेहद कम मात्रा में करता है। या फिर इसमें इंसुलिन का सही इस्तेमाल शरीर नहीं कर पाता। ऐसे में अगर किसी को शुगर टाइप 2 हो गया है तो सही खान पान और जीवन शैली के जरिए वह इस समस्या से ठीक हो सकता है।
जेस्टेशनल डायबिटीज
आमतौर पर यह महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान होता है। अगर किसी महिला को गर्भावस्था के दौरान जेस्टेशनल डायबिटीज हो जाती है, तो ऐसे में बहुत सी अन्य समस्याएं भी पैदा होने लगती है। जिसका सीधा असर शिशु पर होता है। हालांकि यह समस्या बहुत ही कम महिलाओं में देखी जाती है। कई बार कुछ महिलाएं इस दौरान टाइप 2 डायबिटीज की शिकार भी हो सकती है।
मोनोजेनिक शुगर
यह बहुत ही कम लोगों के अंदर देखी जाती है। आमतौर पर यह 25 साल से कम के लोगों को ही होती है। इस समस्या में शरीर इंसुलिन का निर्माण तो करता है लेकिन उसका सही तरह से इस्तेमाल नहीं कर पाता। ऐसा बहुत से मामलों में देखा जाता है जब एक उम्र के बाद सही इलाज के जरिए यह समाप्त हो जाती है।
सिस्टिक फाइब्रोसिस डायबिटीज
डायबिटीज का यह प्रकार दरअसल टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज का ही मिश्रण होता है। डायबिटीज के इस प्रकार में शरीर के अंदर बहुत मोटा बलगम बनता है जो पैंक्रियाज को प्रभावित करता है। इस स्थिति में पैंक्रियाज इंसुलिन की कुछ मात्रा का निर्माण होता है पर यह इतना नहीं होता जिससे शरीर भोजन से पोषक तत्व ले सके।
दोस्तों यूं तो डायबिटीज के बहुत टाइप हैं जिनमें से कुछ के बारे में हमने आपको बता दिया है। लेकिन साधारण तौर पर लोगों में केवल टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज के मामले ज्यादा देखे जाते हैं।
डायबिटीज या मधुमेह (शुगर) के लक्षण – Sugar Ke Lakshan
डायबिटीज या शुगर जैसी बीमारी और उसके लक्षणों को जरा भी हल्के में नहीं लेना चाहिए। ऐसे में आपके लिए जानना जरूरी है कि शुगर के लक्षण क्या होते हैं। आइए जानते हैं शुगर के उन लक्षणों के बारे में जिन्हें देखकर ही आपको डॉक्टर के पास तुरंत जाना चाहिए।
शुगर के लक्षण
- अधिक प्यास एवं भूख लगना डायबिटीज का लक्षण हो सकता है।
- अगर किसी व्यक्ति को पेशाब अधिक होता है तो यह मधुमेह के लक्षणों में से एक हो सकता है।
- स्किन से जुड़ी किसी प्रकार की समस्या होना या हमेशा खुजली होना भी शुगर का लक्षण हो सकता है।
- नेत्र संबंधित समस्याएं होने का कारण भी शुगर हो सकती है।
- वजन का अधिक बढ़ना या अधिक कम होने के पीछे शुगर कारण हो सकती है।
- मुंह सूखना
- उल्टी आदि का मन रहना
- अगर शुगर से पीड़ित व्यक्ति को चोट लगती है और वह चोट भरने में सेमय लेती है तो यह शुगर का लक्षण हो सकता है।
- महिलाओं की योनि में कैंडिड इन्फेक्शन होने की वजह भी डायबिटीज हो सकती है।
- अगर आप अक्सर थका हुआ महसूस करते हैं तो यह शुगर के खतरे की घंटी हो सकती है।
- शरीर में जब शुगर का लेवल बढ़ता है तो व्यक्ति के हाथ पैरों में झनझनाहट रहने लगती है।
- डायबिटीज के लक्षणों में मसूड़ों और दांतों का कमजोर होना भी शामिल है।
डायबिटीज या मधुमेह (शुगर) से बचाव के उपाय – Prevention Tips For Diabetes in Hindi
दोस्तों किसी भी समस्या के उपचार से बेहतर होता है बचाव। अगर आपको डायबिटीज या शुगर हो चुकी है तो इसका घरेलू इलाज और उपाय भी ही आपके काम का है। अगर आपको यह समस्या नहीं हुई है तो आप इस समस्या से हमेशा के लिए बचकर रहें। शुगर से बचने के लिए आपको कुछ उपाय फॉलो करने चाहिए।
डायबिटीज से बचने के उपाय
- अगर आपको डायबिटीज या शुगर से बच कर रहना है तो आप नियमित रूप से एक्सरसाइज या योग करें।
- अगर आपका वजन या मोटापा बहुत ज्यादा जल्दी बढ़ता है तो अपनी डाइट पर कंट्रोल करें और वजन को बढ़ने से रोके। इससे आप डायबिटीज से बचे रहेंगे।
- अगर आपकी फैमिली हिस्ट्री में किसी को डायबिटीज हो चुकी है तो अपनी जांच भी समय समय पर करवाते रहें।
- धूम्रपान और शराब का सेवन बिल्कुल ना करें।
- एक सही जीवन शैली का चुनाव करें।
शुगर से बचने के कुछ अन्य उपाय
- शुगर के मरीजों को अक्सर अपनी दिनभर की कैलोरीज का हिसाब रखना पड़ता है। ऐसे में अगर आप दिनभर में क्या खा रहे हैं, इसका ध्यान पहले से रखेंगे तो आप डायबिटीज या शुगर से बचे रह सकते हैं।
- डायबिटीज या शुगर से बचने के लिए आप सूखे मेवों का सेवन करें, जैसे काजू, बादाम, अखरोट, अंजीर। वही आपको कुछ चीजों के सेवन से बचना चाहिए जैसे किशमिश, खजूर, और छुहारा आदि।
- शुगर से बचने के लिए आपको केला, लीची, अंगूर जैसे फलों का सेवन कम करना चाहिए। जबकि इसके बजाय आप सेब, संतरा, पपीता, जामुन और अमरूद का सेवन कर सकते हैं।
- सब्जियों में आलू और शकरकंद का सेवन करने से बचना चाहिए, वहीं करेला, खीरा, टमाटर, शलजम, लौकी, तुरई और पालक का सेवन करना चाहिए।
- डायबिटीज से बचने के लिए आपको चीनी, शक्कर, चॉकलेट और गुड़ के सेवन को कम या बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
- तनाव से बच कर रहना चाहिए।
- स्वाद की वजह से अधिक भोजन करने से बचना चाहिए।
डायबिटीज या शुगर (मधुमेह) के घरेलू उपाय । Home Remedies For Diabetes in Hindi
दोस्तों अब तक आपने डायबिटीज या शुगर के लक्षण, कारण और इससे बचने के कुछ उपाय जाने। लेकिन अगर आपको बदकिस्मती से शुगर की समस्या हो गई है। तो आपको अधिक सावधान होने की जरूरत है। डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए आपको कुछ उपाय निरंतर अपनाने होंगे। आइए जानते हैं डायबिटीज के घरेलू उपाय के बारे में जिससे आप इसके कारण होने वाली अन्य समस्याओं से बचे रहें।
करेले से खत्म हो सकती है शुगर की समस्या
करेले को डायबिटीज के समस्या में बहुत असरदार माना गया है। ऐसे में अगर आपको शुगर की समस्या है तो रोजाना खाली पेट करेले के रस का सेवन करना आपके लिए फायदेमंद रहेगा। दरअसल करेले के अंदर चरन्तिन नाम का एक तत्व पाया जाता है, जो रक्त से शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए जाना जाता है। इसके अलावा मधुमेह के मरीज करेले के बीज को पीसकर पाउडर बनाकर सेवन कर सकते है।
हल्दी है डायबिटीज कम करने का घरेलू उपाय
हल्दी का उपयोग सदियों से ना केवल व्यंजनों में किया जा रहा है। बल्कि इसका उपयोग बहुत सी बीमारियों का उपचार करने के लिए भी किया जाता है। ऐसे में आप चाहें तो इसका सेवन मधुमेह में भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको केवल 2 से 4 ग्राम हल्दी का सेवन आपको रोजाना करना होगा। इसके कुछ ही दिन में आपको डायबिटीज में सुधार होता दिखने लगेगा।
गुड़मार के जरिए मधुमेह से राहत
अगर आप गुड़मार का अर्थ गुड़ समझ रहे हैं तो बता दें कि आप गलत हैं। दरअसल गुड़मार का पौधा होता है। इसका अर्थ होता है चीनी का नाश करना। बीते लंबे समय से मधुमेह से लेकर बहुत सी बीमारियों में गुड़मार के सेवन की पैरवी आयुर्वेद करता आया है। गुड़मार के जरिए आपके शरीर में इंसुलिन की मात्रा बेहतर होती है और रक्त में मौजूद शुगर नियंत्रित रहती है। साथ ही यह शरीर से फैट को सोखता है और चीनी के रूपांतरण की प्रक्रिया को बाधित कर देता है। साथ ही इसके जरिए आपका मेटाबॉलिज्म भी बेहतर होता है और यह वजन को संतुलित करने के लिए भी जाना जाता है। इसके लिए आप रोजाना 400 एमजी गुड़मार के चूर्ण की चाय बनाए। या फिर इसकी पत्तियों को चबाएं।
मेथी है शुगर या डायबिटीज का घरेलू उपाय
मेथी के बीजों का सेवन भी आपको डायबिटीज या शुगर की समस्या से राहत दिला सकते हैं। इसके अंदर पाए जाने वाले ट्रायोपिल लाइन और एल्केलाइड होते हैं जो रक्त में मौजूद शर्करा लेवल को नियंत्रित करने का कार्य करते हैं। इसके अलावा यह कार्ब्स की पाचन की प्रक्रिया को भी धीरे कर देते हैं। ऐसे में आपके लिए मधुमेह का घरेलू उपाय यह हो सकता है। लेकिन गर्भावस्था में और गर्भधारण करने की चाह रखने वाली महिलाएं इसका सेवन ना करें। अगर आप इसका सेवन करना चाहती हैं तो पहले डॉक्टर की सलाह लें। डायबिटीज से राहत पाने के लिए आप मेथी के बीजों को पीस लें और इसका सेवन करें। आप चाहें तो मेथी की चाय भी पी सकते हैं।
शिलाजीत से करें शुगर की समस्या का समाधान
शिलाजीती एक ऐसी औषधी है जिसका उपयोग बाहरी इंसुलिन की निर्भरता को कम करता है। इसके अलावा यह रक्त प्रवाह में ग्लूकोज को रोकता है। इसे डायबिटीज खत्म करने का एक बेहतरीन उपाय माना जाता है। यह मधुमेह के कारण होने वाली थकान को भी दूर करता है। अगर आप शुगर नियंत्रित करना चाहते हैं तो आप रोजाना 100 मिलीग्राम शिलाजीत का सेवन जरूर करें।
बेल पत्र या पत्थर से मधुमेह का उपचार
बेलपत्र को कुछ लोग बेल पत्थर के नाम से भी जानते हैं। यह शरीर में बढ़ी हुई शुगर को तेजी से नियंत्रित करने का कार्य करता है। इसके लिए आपको केवल रोजाना बेलपत्र के पत्तों को पीसकर उनका जूस निकालना है। जूस के अंदर काली मिर्च और थोड़ा सा नमक डालकर पीए। इससे मधुमेह में राहत मिलनी शुरू हो जाएगी। लेकिन ध्यान रहे कि आप एक बार में 20 मिलीलीटर से ज्यादा रस का सेवन ना करें।
त्रिफला दिलाएगा शुगर से राहत
त्रिफला का उपयोग बहुत लंबे समय से बहुत सी बीमारियों के उपचार में किया जा रहा है। इस फल के नाम से ही पता चलता है कि यह तीन फलों का एक संयोजन है। यह इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ावा देता है साथ ही पाचन क्रिया को भी दुरुस्त करता है। ऐसे में कहा जा सकता है कि डायबिटीज के घरेलू उपाय का त्रिफला हिस्सा बन सकता है। इसके लिए आपको केवल एक चम्मच त्रिफला पाउडर को गर्म पानी के साथ लेना है। इससे आपको शुगर नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
जामुन का उपयोग मधुमेह से राहत दिलाएगा
जामुन का स्वाद जितना बेहतर होता है, उससे कहीं ज्यादा इसके फायदे हैं। जामुन के अंदर पाया जाने वाला ग्लाइकोसाइड खून में मौजूद शुगर को नियंत्रित करता है। ऐसे में आपको केवल जामुन के बीजों को लेना है और इसे पीसकर पाउडर बनाना है। अब इस पाउडर को थोड़ी थोड़ी मात्रा में छाछ में मिलाना है और इसका सेवन करना है।
नीम दिलाएगी शुगर से छुटकारा
नीम की दातुन आपने जरूर की होगी। वहीं नीम के पत्तों का उपयोग भी शरीर के अंदर मौजूद बीमारियों का अंत करने के लिए किया जाता है। वही डायबिटीज में भी नीम के पत्ते फायदेमंद रहते हैं। इसके लिए आपको केवल नीम के पेड़ के पत्तों को तोड़कर सेवन करना है। आप एक समय में 4 से 5 पत्तों का सेवन कर सकते हैं।
अलसी के बीज शुगर को देंगे मात
अलसी के बीजों के अंदर प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। जिसकी वजह से यह शुगर और फैट दोनो को ही कम करने का कार्य करता है। मधुमेह के मरीजों अलसी के बीज का पाउडर बनाकर इसका सेवन सुबह खाली पेट गर्म पानी के साथ करना चाहिए। हाल ही मे हुए एक शोध से इस बात का खुलासा हुआ है कि अलसी के बीज के सेवन से डायबिटीज के मरीज के भोजन के बाद का शुगर लेवल 28 प्रतिशत तक कम कर देता है।
तुलसी से शुगर से राहत
तुलसी के पत्तों का उपयोग अक्सर घरों में चाय के अंदर भी किया जाता है। इसके अंदर ऐसे एंटीऑक्सीडेंट और गुण पाए जाते हैं जो मधुमेह को नियंत्रित करने का कार्य करते हैं। इसके लिए आपको केवल रोजाना खाली पेट तुलसी के 3 से 4 पत्तों को चबाना है। इससे शुगर लेवल नियंत्रित हो सकता है।
शुगर के कुछ अन्य घरेलू उपाय । Few More Home Remedies For Diabetes in Hindi
- बढ़े हुए शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए आप अमलतास के पत्तों को पीसकर उनका रस निकालें। और इसे खाली पेट पीना शुरू करें।
- सहिजन के पत्तों के सेवन से भी मधुमेह की समस्या को कम किया जा सकता है।
- नीलबदरी की पत्तियों के जरिए भी शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है। सदियों से नीलबदरी के पत्तों को उपयोग मधुमेह में हो रहा है। इसके लिए आपको केवल नीलबदरी के पत्तों को चबाना है।
- अगर आप नियमित रूप से ग्रीन टी का सेवन करते हैं तो इससे ना केवल मधुमेह से राहत मिलती है। बल्कि यह Sugar Ke Lakshan को भी कम करता है।
- दालचीनी एक ऐसा मसाला है जिसका उपयोग बहुत से व्यंजनों में किया जाता है। इसका उपयोग आप शुगर के लक्षण कम करने और इसके प्रभाव कम करने के लिए भी कर सकते हो।
- मधुमेह की कम करने के लिए आप रोजाना गेंहू के ज्वार का रस रोजाना पिएं।
- सौंफ के जरिए भी आप शुगर लेवल को नियंत्रित कर सकते हैं। इसके लिए आपको रोजाना कुछ मात्रा में सौंफ का सेवन करना होगा।
- शलजम के सलाद के जरिए भी आप मधुमेह से राहत पा सकते हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि यह मधुमेह में फायदेमंद रहता है।
शुगर या डायबिटीज (मधुमेह) का इलाज – Diabetes Treatment in Hindi
दोस्तों अब तक आपने डायबिटीज के कारण उपाय और शुगर के लक्षणों के बारे में जानकारी हासिल की। लेकिन अब भी बहुत से लोगों के मन में कुछ सवाल चल रहे होंगे। जैस क्या शुगर का इलाज संभव है। इसके अलावा इसका इलाज किस तरह किया जाता है। आइए शुगर के इलाज से जुड़ी कुछ जरूरी जानकारी हासिल करते हैं।
क्या डायबिटीज का इलाज संभव है
डायबिटीज के प्रकार पर यह बात अधिक निर्भर करती है। लेकिन ज्यादातर मामलों में शुगर की बीमारी का ऐसा इलाज नहीं है जिसके जरिए आप इस बीमारी को पूरी तरह मात दे सकें। ऐसे में आप अगर इस समस्या से बचकर रहें तो ही ज्यादा बेहतर होगा। लेकिन अगर आपको शुगर या मधुमेह की बीमारी हो गई है तो इसका इलाज कुछ प्रकार से किया जाता है, ताकि इसका असर आपके शरीर के अन्य अंगों पर ना पड़े।
इन्सुलिन के जरिए डायबिटीज का इलाज
टाइप 1 डायबिटीज के मरीजों को जिंदगी भर इंसुलिन देने की जरूरत होती है। जबकि टाइप 2 डायबिटीज और जेस्टेशनल डायबिटीज में ऐसा करने की जरूरत कम ही होती है। अगर आपको ऐसा लग रहा है कि इंसुलिन किसी गोली की तरह दी जाती है तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। यह इंजेक्शन के जरिए ही आपको दी जाती है।
ब्लड टेस्ट के जरिए शुगर का इलाज
डायबिटीज का उपचार या इलाज इस बात पर अधिक निर्भर करता है कि आपकी बॉडी में शुगर लेवल कितना अधिक है। ऐसे में सबसे पहले उपचार से पहले यही जांच की जाती है।
शुगर की दवा
दोस्तों दवा से जुड़ी जानकारी हासिल करने के लिए आपको डॉक्टर से ही संपर्क करना चाहिए। क्योंकि यह एक बहुत ही गंभीर बीमारी है जिसकी वजह से इसका उपचार केवल तभी संभव है जब आपकी जांच पूरी तरह की गई हो। ऐसे में अगर आप किसी अन्य ब्लॉग पर दवाइयों से जुड़ी जानकारी पाते भी हैं तो उसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना बिल्कुल ना करें।
शुगर के मरीजों के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव
- अगर आपको शुगर की बीमारी हो गई है तो अपने आहार को संतुलित रखें। ध्यान रहे अगर आप कुछ भी उल्टा सीधा खाएंगे तो इससे ना केवल शुगर लेवल बढ़ेगा। बल्कि आपके अन्य अंग भी इससे प्रभावित होंगे।
- डायबिटीज के मरीजों को अपने पैरों का ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि मधुमेह के मरीजों की चोट जल्दी हील नहीं होती। ऐसे में अगर किसी प्रकार की चोट या घाव हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
- बीपी और कोलेस्ट्रॉल की जांच कराते रहें। इनका बढ़ना दिल का दौरे का कारण बन सकता है।
- साल में एक या दो बार अपनी आंखों की जांच भी जरूर कराएं। मधुमेह के मरीजों को अक्सर आंखों की बीमारी होने लगती है।
- शराब या धूम्रपान का सेवन पूरी तरह त्याग दें। वरना स्थिति और गंभीर हो जाएगी।
- किसी भी प्रकार का तनाव लेना डायबिटीज के मरीज के लिए सही नहीं है। ऐसे में खुश रहने की आदत डालें।
- रोजाना योग या एक्सरसाइज करें। अगर यह दोनों संभव नहीं तो सैर पर जाएं।
- अपनी नींद को पूरा होने दें। किसी भी स्थिति में 8 घंटे की नींद जरूर लें।
डायबिटीज या मधुमेह (शुगर) की बीमारी के नुकसान – Diabetes Side Effects in Hindi
बहुत से लोग Sugar Ke Lakshan और इसकी बीमारी को गंभीरता से नहीं लेते। जबकि यह बीमारी आपके शरीर में कई अन्य बीमारियों को जन्म दे सकती है। इसके ऐसे बहुत से नुकसान है जो लोग नहीं जानते। इसलिए अब हम आपको बताते हैं कि शुगर के कारण क्या नुकसान होते हैं।
शुगर की बीमारी के नुकसान
- दिल का दौरा पड़ना या हृदय रोग होना।
- शुगर की वजह से हमारे शरीर में मौजूद नसों को नुकसान होता है।
- मधुमेह की वजह से बहुत से लोग अपनी आंखों की रोशनी तक खो बैठते हैं।
- डायबिटीज की वजह से आपकी किडनी भी प्रभावित होती है। कई बार किडनी फेलियर भी हो जाता है।
- बहुत से लोग शुगर की बीमारी की वजह से बहरे हो जाते हैं।
- पैरों से जुड़े घाव होना और उनका ठीक ना होना।
- घाव होने पर कई बार स्थिति इतनी ज्यादा बिगड़ जाती है कि मरीज का वह अंग ही काटना पड़ता है।
- स्किन से संबंधित समस्याएं होना।
निष्कर्ष – Conclusion
Information About Diabetes in Hindi। दोस्तों हमने अपने इस लेख में Sugar Ke Lakshan उपाय, कारण इलाज बता दिए हैं। इसके अलावा आपको डायबिटीज के कारण होने वाले नुकसान के बारे में भी विस्तार से बता दिया है। अगर आप डायबिटीज से बचने के उपाय अपनाना चाहते हैं तो अपना सकते हैं। अगर हमारा यह लेख पसंद आया हो तो हमारे इस लेख को शेयर करें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या शुगर फैमिली हिस्ट्री की वजह से हो सकती है?
हां, अगर आपके परिवार में किसी को पहले यह बमारी हुई है तो यह आपको भी हो सकती है।
क्या डायबिटीज की बीमारी को पूरी तरह समाप्त किया जा सकता है?
ऐसा ना के बराबर मामलों में ही होता है, जब डायबिटीज पूरी तरह समाप्त हो जाती है।
क्या मधुमेह में घरेलू उपाय अपनाए जा सकते हैं?
हां, लेकिन इसके लिए आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
क्या अधिक पेशाब आना शुगर के लक्षणों में से एक है?
हां, यह शुगर के लक्षणों में से एक है।
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