सफेद मूसली के 20 फायदे, नुकसान और उपयोग। Side Effects and Benefits of Safed Musli in Hindi
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सफेद मूसली के 20 फायदे, नुकसान और उपयोग। Side Effects and Benefits of Safed Musli in Hindi

Main points

आयुर्वेद के इतिहास में ऐसी हजारो जड़ी बूटियों का जिक्र किया गया है। जो सेहतमंद रहने के अलावा बीमारियों के उपचार में भी इस्तेमाल की जाती है। ऐसी ही एक जड़ी बूटी है सफेद मूसली (Safed Musli)। Safed Musli Ke Fayde का जिक्र ना केवल आयुर्वेद बल्कि विज्ञान भी बताता है। पौरुष बल बढ़ाने से लेकर कई तरह की समस्याओं में सफेद मूसली के फायदे देखे गए हैं। आज हम आपको अपने इस लेख  में सफेद मूसली से जुड़ी तमाम जानकारी देंगे। अगर आप Safed Musli Ke Fayede, Nuksan, Upyog से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो हमारे इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें। इसके अलावा हम आपको How To Use Safed Musli के बारे में भी बताएंगे। लेकिन इससे पहले यह जान लेते हैं कि सफेद मूसली होती क्या है। 

क्या है सफेद मूसली – What is White (Safed) Musli in Hindiक्या है सफेद मूसली - What is White (Safed) Musli in Hindi

सफेद मूसली आयुर्वेद में सदियों से इस्तेमाल की जाने वाली एक दुर्लभ जड़ी बूटी है। इसके फूल सफेद रंग के होते हैं।  इसकी सबसे ज्यादा खास बात यह है कि ये केवल भारत में ही पाई जाती है। भारत के अलावा अब तक यह जड़ी बूटी किसी और देश में नहीं मिली है। भारत की प्राचीन आयुर्वेद ग्रंथ राज निघंटु में सबसे पहले सफेद मूसली का जिक्र किया गया था। सफेद मूसली का इस्तेमाल Viagra जैसी दवाओं में भी किया जाता है। यही कारण है कि यह भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में प्रसिद्ध है। यह जड़ी बूटी आज विलुप्त होने की कगार पर पहुंच गई है। इसलिए ही सफेद मूसली को दुर्लभ जड़ी बूटियों में शामिल किया गया है। 

अलग अलग भाषाओं में सफेद मूसली के नाम – Safed Musli in Different Languages

  • Safed Musli in Hindi – श्वेत मूसली
  • Safed Musli in Sanskrit- बल्यकंदा, धवलमूली
  • Safed Musli in marathi- कुलई
  • Safed Musli in Malayalam- सहेदेवेली
  • Safed Musli in Telugu- श्र्वेत मूसली
  • Safed Musli in English-इंडियन स्पाईडरी प्लांट
  • Safed Musli in Arabic- शुकाकुले हिंदी
  • Safed Musli in Persian- शुकाकुल
  • Safed Musli in Tamil -तनीरवीथंग
  • Safed Musli in gujarat- सफेद मूसली
  • Safed Musli in Urdu- मूसली सफेद
  • Safed Musli in Kannada- श्र्वेत मूसली

सफेद मूसली से जुड़े जरूरी तथ्य

  • सफेद मूसली का वैज्ञानिक नाम क्लोरोफाइटम बोरीविलेनम है। 
  • इसे आयुर्वेद के जानकार सफेद सोना और दिव्य औषधि के नाम से भी बुलाते हैं। 
  • सफेद मूसली का पौधा लिलिएसी परिवार से आता है। 
  • सफेद मूसली का सबसे अधिक उपयोगी भाग जड़ और बीज है। 
  • यह केवल भारत के जंगलों में ही पाया जाता है। 
  • यह जड़ी बूटी अब विलुप्त होने की कगार पर पहुंच गई है। 

सफेद मूसली के गुण एवं पोषक तत्व – Safed Musli Nutrition Value in Hindi

सफेद मूसली के अंदर ऐसे लगभग सभी तत्व मौजूद हैं जिनकी जरूरत इंसानी शरीर को होती है। इसके अंदर विटामिन, कार्बोहाइड्रेट. सैपोनिन, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, रेजिन, म्यूसिलेज, स्टेरॉयड, और फिनोल जैसे तत्व पाए जाते हैं। इसके अलावा सफेद मूसली के फायदे गर्भावस्था के दौरान और डिलीवरी के बाद भी बताए जाते हैं। वहीं पुरुषों के लिए उनकी पारिवारिक जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए सफेद मूसली एक बेहतरीन उपाय है। 

Safed Musli NutrientsNutrition Value
कार्बोहाइड्रेट35-45%
प्रोटीन5-10%
फाइबर25-35%
सेपोनिन्स2-6 %
एक्लॉइड15-25%

सफेद मूसली के फायदे – Benefits of White Musli (Safed Musli Ke Fayde) in Hindi
सफेद मूसली के फायदे - Benefits of White Musli (Safed Musli Ke Fayde) in Hindi

दोस्तों अब तक आपने सिर्फ सफेद मूसली के लाभ के बारे में सुना होगा। हालांकि आपमें से कुछ लोगो तो ऐसे भी होंगे, जिन्होंने शायद सफेद मूसली का नाम भी ना सुना हो। सफेद मूसली के इस्तेमाल के फायदे ना केवल बीमारियों में देखे जाते हैं, बल्कि यह बहुत सी बीमारियों को शरीर में पैदा ही नहीं होने देता। इसके अलावा आज की जीवनशैली में जिस तरह पुरुषों का पौरुष बल कम होता जा रहा है, उनके लिए सफेद मूसली किसी वरदान से कम नहीं है। तो चलिए जानते हैं Safed Musli Ke Fayede

यौन शक्ति के लिए सफेद मूसली के फायदे

आज कल की खराब जीवनशैली का असर वैवाहिक जोड़ों के निजी जीवन पर भी पड़ रहा है। संबंध स्थापित करने के दौरान पुरुष अक्सर महिला को चरम सुख नहीं दे पाते। इसके कारण रिश्तों में मन मुटाव भी पैदा होने लगता है। लेकिन सफेद मूसली के उपयोग से आप इस तरह की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। सफेद मूसली के सेवन से संबंध स्थापित करने की इच्छा प्रबल होती है। इसके अलावा यह अच्छे शुक्राणुओं को बढ़ाने का कार्य तो करता ही है। साथ ही प्राइवेट पार्ट को भी हमेशा तंदुरुस्त रखता है। 

गर्भधारण करने में मददगार है सफेद मूसली

आज के समय में बच्चों की आस रखने वाले शादी शुदा जोड़े बहुत से कारणों की वजह से निराश हो जाते हैं। ऐसा होने के बहुत से कारण हो सकते हैं। लेकिन इस समस्या से भी आपको सफेद मूसली बचा सकती है। सफेद मूसली का उपयोग सदियों से बांझपन को दूर करने के लिए किया जा रहा है। 

इम्यून सिस्टम के लिए सफेद मूसली के लाभ

एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए इम्यून सिस्टम का बेहतर होना बेहद जरूरी है। लेकिन कई बार पोषक तत्वों की कमी या अन्य कारणों की वजह से इम्यून सिस्टम बेहद कमजोर हो जाता है। ऐसे में सफेद मूसली का उपयोग किया जा सकता है। अगर आपकी भी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर है तो आप इसका सेवन जरूर करें। 

महिलाओं के श्वेत पदर रोग में फायदेमंद

ऐसी बहुत सी महिलाएं हैं जिनके प्राइवेट पार्ट से बहुत ही बदबूदार सफेद तरल पदार्थ निकलता है। इस समस्या के लिए भी महिलाएं सफेद मूसली का इस्तेमाल कर सकती हैं। अगर किसी महिला को सालों से यह समस्या है तो भी यह उतना ही कारगर होगा। 

मोटापा कम करने में सफेद मूसली के फायदे

मोटापा एक गंभीर समस्या है और समय पर इसके खिलाफ कुछ कदम ना उठाएं जाए तो यह बढ़ता ही जाता है। वजन कम करने के लिए अगर आप भी कोई आसान तरीका खोज रहे हैं तो आप सफेद मूसली को अपना सकते हैं। सफेद मूसली आपके शरीर से बैड फैट को निकालने का काम बहुत आसानी से कर देती है। 

डायबिटीज में सफेद मूसली के लाभ

डायबिटीज जैसी बीमारी से आज के समय में बहुत से लोग परेशान है। इसकी दवाइयां और इलाज दोनो ही बहुत ज्यादा महंगे है। हर साल ना जाने कितने ही लोग इस बीमारी के शिकार बन जाते हैं। अगर आपको भी यह समस्या है तो आप सफेद मूसली का उपयोग कर सकते हैं। सफेद मूसली के सेवन से आपके शरीर में मौजूद इंसुलिन का उत्पादन बढ़ जाता है और इससे डायबिटीज नियंत्रित रहती है। इसके अलावा मूसली में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो ग्लूकोज को कम करती है। इससे मधुमेह में लाभ पहुंचता है। 

गर्भावस्था में लाभदायक

महिलाओं के लिए गर्भावस्था का समय सबसे महत्वपूर्ण होता है। इस समय अगर सही प्रकार का खान पान और देखरेख ना की जाए, तो इसका असर होने वाले बच्चे पर भी पड़ता है। इस अवस्था में सफेद मूसली बहुत से पोषक तत्वों की कमी को पूरा करता है। हालांकि इस स्थिति में डॉक्टर की सलाह पर ही किसी भी चीज का सेवन करना ठीक होता है।

शीघ्रपतन में सफेद मूसली के लाभ

आज कल की खराब जीवन शैली और बेकार के खान पान के नतीजे बहुत स्थितियों में देखने को मिलते हैं। संबंध स्थापित करते समय जल्दी ही थक जाना या संतुष्ट हो जाना भी इन्ही में से एक है। ऐसे में आप सफेद मूसली का सेवन कर सकते हैं। यह आपके प्राइवेट पार्ट के तनाव को तो कम करता ही है साथ ही वीर्य उत्पादन की गुणवत्ता को भी बेहतर करता है। बहुत से विशेषज्ञ इसे नपुंसकता के इलाज के तौर पर भी देखते हैं। 

स्पर्म काउंट के लिए 

ऐसे बहुत से शादी शुदा जोड़े हैं जो खुद का बच्चा चाहते हैं। लेकिन पुरुष का स्पर्म काउंट कम होने की वजह से वह इस खुशी से अछूते रह जाते हैं। लेकिन अगर वह सफेद मूसली का सेवन करते हैं तो इससे उनका स्पर्म काउंट बेहतर होने लगता है। इसके बेहतर होने से महिलाओं का गर्भधारण करना अधिक आसान हो जाता है। 

प्रजनन के बाद महिलाओं के लिए फायदेमंद

गर्भावस्था के बाद प्रजनन के बाद महिलाओं में कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। इनमें सबसे अधिक है दूध ना आना। ऐसे में केवल सफेद मूसली के सेवन से मां के शरीर में दूध का उत्पादन बढ़ जाता है। इसके अलावा प्रजनन में हुए शरीर के नुकसान की भरपाई भी सफेद मूसली तेजी से कर देता है।

 वजन कम करने में मूसली खाने के फायदे

वजन अधिक होना जिस तरह एक गंभीर समस्या है उसी तरह वजन कम होना भी एक परेशानी है। वजन कम होने के कारण बहुत सी परेशानियां पैदा होने लगती है। ऐसे में सफेद मूसली का उपयोग किया जा सकता है। सफेद मूसली की जड़ों में एथेनोलिक अर्क होता है। अध्ययन बताते हैं कि एथेनोलिक अर्क वजन बढ़ाने के काम आ सकता है। हालांकि इस संदर्भ में अभी अध्ययन की आवश्यकता है। 

सूजन में सफेद मूसली फायदेमंद

आज युवाओं से लेकर बड़े बुजुर्गों तक में सूजन की समस्या देखी जाती है। ऐसे में सफेद मूसली के फायदे देखे गए हैं। दरअसल सफेद मूसली के अंदर एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते है, जो सूजन को कम कर सकते हैं। 

तनाव और उससे हुए नुकसान में 

तनाव आज मानव जीवन के लिए सबसे बड़ी समस्या बनकर उभर रहा है। तनाव के कारण शरीर में बहुत सी बीमारियां पनपने लगती है। ऐसे में तनाव को कम करने और उससे होने वाले नुकसान की भरपाई सफेद मूसली द्वारा किया जा सकता है। दरअसल सफेद मूसली में एंटी स्ट्रेस और एंटीऑक्सीडेंट  गुण होते हैं। इससे यह स्ट्रेस भी कम करता है और तनाव के कारण हुए नुकसान को भी कम करता है। 

दस्त में सफेद मूसली

अगर आपको दस्त की समस्या है तो आप सफेद मूसली का उपयोग कर सकते हैं। लेकिन बेहतर होगा कि आप इसे लेकर पहले डॉक्टर से सलाह लें। ऐसा इसलिए क्योंकि केवल कुछ लोग ही मानते हैं कि यह दस्त में फायदेमंद होता है। लेकिन अब तक इस पर कोई खास रिसर्च नहीं हुई है। इसलिए डॉक्टर की सलाह जरूर लें। 

गठिया और जोड़ों के दर्द में 

हाल ही में हुई एक रिसर्च में यह पाया गया है कि सफेद मूसली के फायदे  गठिया और जोड़ो के दर्द में भी होते हैं। दरअसल इसके अंदर सैपोनिन नाम का कंपाउंड पाया जाता है। सफेद मूसली का यह गुण अर्थराइटिस और जोड़ों के दर्द में फायदेमंद होता है। 

ऊर्जा देती है सफेद मूसली

आज कल की भागदौड़ भरी जिंदगी में मल्टी टास्किंग होने की वजह से या अधिक काम की वजह से थकान होना स्वाभाविक है। ऐसे में आप सफेद मूसली का सेवन कर सकते हैं। इसके अंदर मौजूद गुण आपकी ऊर्जा बढ़ाने का काम करते हैं। 

सुजाक रोग में सफेद मूसली खाने के लाभ

सुजाक एक बहुत ही गंभीर रोग है जो किसी के साथ संबंध बनाते समय हो सकता है। अगर इस समस्या का समय पर उपचार ना कराया जाए तो व्यक्ति नपुंसक भी हो सकता है। इस समस्या के दौरान आप सफेद मूसली के चूर्ण का सेवन कर सकते हैं। 

पेशाब संबंधित समस्या में

ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें पेशाब करते समय दर्द महसूस होता है। इस दर्द के बारे में लोग अक्सर बात नहीं करते। लेकिन आपको बता दें कि सफेद मूसली के सेवन से आप इस समस्या से भी छुटकारा पा सकते हैं। 

पेट से संबंधित समस्या में

पेट में दर्द हो या पेट में अन्य किसी प्रकार की गड़बड़ इसमें आप सफेद मूसली का सेवन कर सकते हैं। इस तरह की समस्या में सफेद मूसली के पाउडर के सेवन से फायदा हो सकता है।

सफेद मूसली के सेवन का तरीका और मात्रा – How to Eat Safed Musli and Dosageसफेद मूसली के सेवन का तरीका और मात्रा - How to Eat Safed Musli and Dosage

सफेद मूसली हो या अन्य कोई भी जड़ी बूटी या खाद्य सामग्री। किसी भी चीज का सेवन करने से पहले यह जरूर पता होना चाहिए कि उसका सेवन किस तरह और किस मात्रा में करना चाहिए। चलिए जानते हैं कि सफेद मूसली का सेवन किस तरह किया जा सकता है। 

सफेद मूसली खाने का तरीका

  1. आप सफेद मूसली का सेवन कैप्सूल के रूप में कर सकते हैं। आपको इसके कैप्सूल बहुत आसानी से बाजार में मिल जाएंगे। 
  2. गर्भावस्था में इसे किसी मिठाई में मिला कर खाया जा सकता है। 
  3. सफेद मूसली की जड़ों को पीसकर दूध में डालकर पिया जा सकता है। 

सफेद मूसली की मात्रा उम्र के हिसाब से

  • गर्भावस्था में महिलाएं एक से दो ग्राम सफेद मूसली का सेवन कर सकते हैं। 
  • प्रजनन के बाद अगर कोई महिला इसका सेवन करना चाहती है तो  वह एक से दो ग्राम ही सफेद मूसली का सेवन करें।
  • आप चाहें तो इस तय मात्रा से ज्यादा सेवन कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे वह पूरे दिन में 12 ग्राम से अधिक ना हो। इस बात का भी ध्यान रखें कि एक बार में 12 ग्राम सफेद मूसली का सेवन ना करें। 
  • अगर सफेद मूसली किसी बच्चे को देना चाहते हैं, तो आप अधिक से अधिक 50 मिलीग्राम तक दे सकते हैं। न्यूनतम आप इसे 25 मिलीग्राम रख सकते हैं। 
  • अगर आप 13 से 19 साल का कोई व्यक्ति इसका सेवन करें, तो इसकी मात्रा डेढ़ से दो ग्राम ही हो। इससे अधिक नुकसानदायक हो सकती है। 
  • 19 साल से 60 साल के व्यक्ति को सफेद मूसली की खुराक केवल 3 से 6 ग्राम ही लेनी चाहिए। 
  • बुजुर्गों यानी 60 से ऊपर के लोगों को इसकी खुराक केवल 2 ग्राम ही रखनी चाहिए।

सफेद मूसली लेने से पहले सावधानियां

अगर आप इसका सेवन शुरू कर रहें हैं तो पहले इसकी तय मात्रा का ध्यान रखें। इसके अलावा अगर आप किसी अन्य प्रकार की बीमारी से जूझ रहे हैं, या फिर सही मायने में इसका सेवन करना चाहते हैं। तो इसके लिए डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। 

सफेद मूसली कहां से लें

अब आपको सफेद मूसली लेने के लिए जंगल जाने की जरूरत नहीं है। आप बाजार जा कर किसी भी पंसारी की दुकान से सफेद मूसली पाउडर या कैप्सूल खरीद सकते हैं। 

सफेद मूसली के नुकसान – Side Effects of Safed Musli in Hindiसफेद मूसली के नुकसान - Side Effects of Safed Musli in Hindi

हर सिक्के के दो पहलू होते हैं। सफेद मूसली के लाभ तो आपने जान लिए। अब बात करते हैं इसके नुकसान की। यूं तो इस पर बहुत से अध्ययन हो चुके हैं जो बताते हैं कि इसके कोई खास नुकसान हैं ही नहीं। लेकिन कुछ चंद नुकसान अगर हैं तो वह केवल तय मात्रा से अधिक लेने पर हो सकते हैं। चलिए एक नजर सफेद मूसली से होने वाले नुकसान पर भी डालें। 

नुकसान सफेद मूसली के

  1. सफेद मूसली के अधिक सेवन से आपकी भूख कम हो सकती है। अगर आप अपना वजन बढ़ाने की सोच रहे हैं तो इसका सेवन तय मात्रा में ही करें। 
  2. सफेद मूसली के अधिक सेवन से कब्ज, एसिडिटी, और खुजली जैसी समस्याएं हो सकती हैं। 
  3. अगर आपको लो शुगर की समस्या है तो आप इसका सेवन ना करें। 

सफेद मूसली के सबसे बेहतरीन ब्रांड – Best Brands Of Safed Musli in Hindiसफेद मूसली के सबसे बेहतरीन ब्रांड - Best Brands Of Safed Musli in Hindi

यह बात आप पर निर्भर करती है कि आप सफेद मूसली के लिए किसी ब्रांड पर भरोसा करते हैं। पर हम आपको जिन ब्रांड के बारे में बता रहे हैं उनका इस्तेमाल सबसे अधिक किया जाता है। 

सफेद मूसली के 5 बेस्ट ब्रांड

  • पहले स्थान पर आता है हर्बल हिल्स। आप इसका सेवन कर सकते हैं।
  • दूसरे स्थान पर आता है डाबर।
  • तीसरे स्थान पर आता है पतंजलि
  • चौथे स्थान पर आता है व्यास सफेद मूसली
  • पांचवे स्थान पर आता है अत्तर आयुर्वेदा सफेद मूसली पाउडर

निष्कर्ष – Conclusion

  1. सफेद मूसली की तासरी कैसी होती है?

    इसकी तासीर ठंडी होती है।

  2. यह सफेद मुसली कंहा पाई जाती है?

    यह भारत में पाई जाती है।

  3. क्या इसे दुर्लभ जड़ी बूटियों की श्रेणी में गिना जाता है?

    हां, इसे दुर्लभ जड़ी बूटियों की श्रेणी में गिना जाता है।

  4. क्या Viagra बनाने में सफेद मूसली इस्तेमाल होता है?

    हां, इसका इस्तेमाल Viagra बनाने में होता है।

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