क्या है Stress (तनाव)। जानिए स्ट्रेस के 10 कारण, 12 लक्षण, बचाव और इलाज। Stress in Hindi
Information About Stress Meaning in Hindi, आज के समय में Stress का शब्द आम जीवन में सबसे ज्यादा कॉमन हो गया है। Stress जिसका हिंदी अनुवाद तनाव है। आज कल के समय में छात्र से लेकर काम काज करने वालों में से आप किसी से भी पूछेंगे तो वह यही कहेंगे कि बहुत टेंशन या स्ट्रेस में हूं। बदलते वक्त के साथ प्रतिस्पर्धा अपने चरम पर पहुंच गई है। स्कूल से लेकर ऑफिस जाने वाले लोग आगे निकलने की चाह में तनाव में आ जाते हैं। कई बार कुछ लोग अपने निजी रिश्ते के कारण भी स्ट्रेस में आने लगते हैं।
इसलिए आज हम आपको Full Information About Stress Meaning in Hindi, में बताएंगे। हम जानेंगे कि स्ट्रेस होने का कारण क्या है, स्ट्रेस के लक्षण क्या हैं, स्ट्रेस के कारण क्या नुकसान होते हैं। इसके अलावा स्ट्रेस से बचने के उपाय क्या है। आज हम आपको इन सभी चीजों पर एक सही और सटीक जानकारी मुहैया कराएंगे। आइए जानते हैं स्ट्रेस या तनाव से जुड़ी तमाम बातें।
क्या होता है तनाव या स्ट्रेस। What is Stress Meaning in Hindi
तनाव को हम दबाव या चिंता भी कह सकते हैं। कहते हैं कि किसी भी लक्ष्य को हासिल करने के लिए थोड़ा बहुत दबाव या चिंता जरूरी होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर व्यक्ति उस विषय पर चिंता नहीं करेगा तो समस्या का समाधान भी नहीं निकाल पाएगा। ऐसे में जब यह तनाव हर ओर से व्यक्ति को घेर लेता है। एवं वह हर समय अपने आपको हजारों मुसीबतों में घिरा पाता है तो यह तनाव कई भयंकर समस्याएं पैदा कर देता है।
Main points
तनाव या स्ट्रेस होने पर हमारे शरीर में एड्रेनालाईन दौड़ने लगता है। इसके कारण हमें पसीना आने लगता है, दिल की धड़कन बढ़ जाती है, वही कई बार तो शरीर में रूए तक खड़े होने लगते हैं।
साधारण शब्दों में तनाव मानसिक रूप से शुरू होता है। जब व्यक्ति किसी भी विषय पर अधिक चिंता करने लगता है। यह तनाव किसी भी विषय पर हो सकता है, अपने शरीर को लेकर, आर्थिक समस्या को लेकर, जिंदगी में आगे बढ़ने को लेकर, पीछे रह जाने को लेकर, घरेलू कलेश या अनबन की वजह से आदि। इन सभी मुद्दों पर व्यक्ति सकारात्मक नजरिए से सोचता है तो वह रास्ते खोजता है। लेकिन जब वही व्यक्ति इन मुद्दों में खुद को फंसा हुआ पाता है तो वह तनाव में आ जाता है। इसके बाद वह इन सब में फंसा रहता है और बहुत सी बीमारियों को जन्म देने लगता है।
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क्या सभी तरह का तनाव बुरा है – Is All Stress Are Bad in Hindi
बहुत से लोगों को लगता होगा कि तनाव केवल बुरा होता है। जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। आज कल की प्रतिस्पर्धा के समय में यह आपको आगे बढ़ने और अपना बेस्ट देने के लिए भी विवश करता है। चलिए उदाहरण से समझते हैं गुड और बैड स्ट्रेस को
गुड स्ट्रेस
आपने अक्सर लोगों को शादी से कुछ समय पहले तनाव में देखा होगा, या फिर फ्लाइट के टेक ऑफ करते समय इसके अलावा किसी कार्य को समय पर पूरा करने के लिए तनाव में देखा होगा। यह गुड स्ट्रेस की श्रेणी में आता है। इसमें व्यक्ति का कार्य पूरा होते ही वह तनाव से मुक्त हो जाता है। इसे आप अस्थाई तनाव भी कह सकते हैं।
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बैड स्ट्रेस
यह खतरनाक तब होने लगता है जब आप भविष्य की उन चीजों को लेकर भी तनाव में रहते हैं जो आपके कंट्रोल से बाहर हैं। या फिर भविष्य को लेकर डर। यह बैड स्ट्रेस की श्रेणी में आता है। अब अगर आप लंबे समय तक किसी भी विषय पर चिंतित हैं तो यह बैड स्ट्रेस ही कहलाएगा।
तनाव के प्रकार – Types of Stress in Hindi
दोस्तों अब तक आप Stress Meaning in Hindi यानी तनाव तो जान ही लिया है। अब आपके लिए यह जानना भी जरूरी है कि तनाव कितने प्रकार का होता है। क्योंकि जब तक आप तनाव के टाइप नहीं समझेंगे तब तक आप इसका उपचार नहीं करा पाएंगे। आइए जानते हैं, Types of Stress के बारे में।
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तीव्र तनाव। Acute Stress
Acute Stress यह आपके लिए सही होता है। तीव्र तनाव आपको आमतौर पर तब होता है जब आप किसी चैलेंजिंग स्थिति में फंसते हैं। जैसे एक्सीडेंट से बाल बाल बचे हो, रोलर कोस्टर पर बैठे हों, या फिर कुछ एडवेंचर किया हो। तीव्र तनाव या Acute Stress आपके लिए फायदेमंद रहता है। यह आपके सर्वाइवल स्किल्स को बेहतर बनाने का कार्य करता है। हालांकि अगर आपने कोई अधिक कठिन स्थिति देखी हो तो आपको इससे बाहर आने के लिए विशेषज्ञ की सहायता की जरूरत होती है। ताकि आपको किसी तरह की मानसिक समस्या ना हो।
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एपिसोडिक तीव्र तनाव । Episodic Acute Stress
यह एक्यूट स्ट्रेस की आगे स्टेज की तरह ही होता है। जब आप एक ही तरह की समस्याओं में बार बार फसते हैं या फिर आपका ऐसा काम होता है तो यह आपको शारीरिक और मानसिक रूप से भी परेशान करता है। इस स्थिति में ज्यादातर फायर ब्रिगेड और ऐसे लोग आते हैं जो बेहद रिस्की काम या व्यापार करते हों। जैसे शेयर मार्केट, जुआ और बैटिंग करने वाले लोग।
चिर तनाव। Chronic Stress
चिर तनाव या क्रोनिक स्ट्रेस सबसे ज्यादा खतरनाक होता है। यह तब होता है जब आप लंबे समय से तनाव में ही हो। क्रोनिक स्ट्रेस ना केवल आपके दिमाग पर बल्कि आपके पूरे शरीर और उसकी कार्य क्षमता को प्रभावित करता है। क्रोनिक स्ट्रेस में लंबे समय तक रहने पर व्यक्ति को हृदय से जुड़ी समस्या, एंग्जाइटी, हाई ब्लड प्रेशर, कमजोर इम्यून सिस्टम और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होने लगती है। इसके अलावा सिर दर्द रहना और पेट से संबंधित समस्याएं भी होने लगती हैं।
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क्या है तनाव के लक्षण । Stress Symptoms in Hindi
दोस्तों किसी भी समस्या का उपचार करने के लिए आपको उससे जुड़े लक्षणों के बारे में पता होना चाहिए। अगर आप समस्या के लक्षण ही नहीं जानते होंगे तो उपचार कैसे करेंगे। इसलिए अब हम आपको तनाव के लक्षण क्या क्या हैं वह नीचे विस्तार से बता रहे हैं।
मानिसक तनाव के लक्षण
तनाव का जन्म ही दिमाग के जरिए होता है। ऐसे में यह सबसे ज्यादा प्रभावित आपके दिमाग को ही करता है। अगर आप मानसिक तनाव से पीड़ित हैं तो आपको कुछ भी याद रखने में दिक्कत हो सकती है। इसके अलावा आपका फोकस भी काम पर ना होकर यहां वहां होता है। साथ ही मानसिक तनाव के दौरान व्यक्ति चिड़ चिड़ा होने लगता है और उसे काम या निजी जिंदगी से जुड़े फैसने लने में भी समस्या हो सकती है।
शारीरिक तनाव के लक्षण
तनाव को हमारे लिए इसलिए भी सबसे बड़ी समस्या माना जाता है क्योंकि यह हमारे पूरे शरीर पर अपना कब्जा जमा कर शरीर के बहुत से अंगो और उनकी क्षमता को प्रभावित करता है। शारीरिक तनाव से ग्रस्त व्यक्ति में आपको कुछ लक्षण दिख सकते हैं जो इस प्रकार हैं
- बालो का झड़ना
- हाई बीपी
- गठिया
- सिरदर्द
- बार बार बीमार होना या इम्यूनिटी कमजोर होना
- सांस लेने में दिक्कत आना
इसके अलावा अगर आपको शारीरिक तनाव है तो आपको त्वचा संबंधित समस्या भी हो सकती है।
व्यावहारिक तनाव
व्यावहारिक तनाव के दौरान व्यक्ति के व्यवहार में बहुत से बदलाव या लक्षण देखने को मिल सकते है। यह आमतौर पर तब होता है जब व्यक्ति अपने आपको दूसरों से कमजोर या असमर्थ मानने लगता है। व्यावहारिक तनाव से पीड़ित व्यक्ति को आपको सबसे अलग थलग दिखाई देने लगेगा। इसके अलावा व्यावहारिक तनाव के मरीज अधिक चिड़चिड़ा भी हो सकते हैं। साथ ही ऐसे लोग आपको या तो बहुत अधिक भोजन करते दिखाई देंगे या फिर बहुत कम भोजन करते दिखाई देंगे। वही व्यावहारिक तनाव में व्यक्ति नाखून चबाता है, साफ सफाई पर ध्यान नहीं देता, अपने सिर पर हाथ रखता है या बालों को नोचता रहता है। ऐसे ही कुछ लक्षण आपको व्यावहारिक मरीज के अंदर दिखाई दे सकते हैं।
भावनात्मक तनाव
यह तनाव व्यक्ति को सबसे अधिक परेशान कर सकता है। इस तनाव से पीड़ित व्यक्ति अक्सर खुद को लेकर आत्मविश्वास खो बैठता है। इसमें वह घबराहट होना, खुद को लेकर इंसिक्योर होना, मजाक का बुरा मान जाना, खुद को ही अपराधी मानना शामिल है। इस तरह के तनाव को आप व्यक्ति की समस्या जानकर दूर कर सकते हैं।
तनाव के कुछ अन्य लक्षण
- तनाव में रहने वाले व्यक्ति की कार्यक्षमता पर प्रभाव पड़ता है। वह अपनी दैनिक गतिविधियां भी ठीक से नहीं कर पाता।
- तनाव आपके शरीर में ऐसी बहुत सी समस्याओं को जन्म दे देता है जिसका उपचार भी संभव नहीं है।
- तनाव में रहने वाले व्यक्ति को अक्सर आत्महत्या के विचार आने लगते हैं।
- तनाव के कारण पौरुष बल भी कमजोर होने लगता है।
- तनाव में रहने वाले व्यक्ति को हमेशा नाकारत्मक विचार ही आते रहते हैं।
तनाव होने के कारण – Stress Causes in Hindi
आज के समय में जीवन में तनाव होने के बहुत से कारण हो सकते हैं। वहीं अगर आप किसी बीमारी को जड़ से काटाना चाहते हैं तो जरूरी होता है कि आप उसके कारणों को बारीकी से समझें। अब हम तनाव के होने के कारणों को विस्तार से बताने जा रहे हैं।
भविष्य को लेकर तनाव
आज के समय में हर क्षण कुछ ना कुछ बड़ा बदलाव देखने को मिलता ही रहता है। आने वाले बदलाव में वह कैसे सर्वाइव करेंगे या कैसे अपने भविष्य को बेहतर बनाएंगे। यह सवाल लोगों के मन में चलता रहता है। ऐसे में व्यक्ति अपने भविष्य को लेकर हमेशा डरा हुआ और इनसेक्योर महसूस करने लगता है।
गरीबी के कारण तनाव
आज के समय में लोगों में एक अलग ही होड़ लगी हुई है, जिसमें वह आगे निकल कर कुछ करना चाहते हैं। ऐसे में गरीब परिवार में पले लोग अक्सर हीन भावना के शिकार होने लगते हैं। इससे उनके मन में हमेशा अपनी जिंदगी को बेहतर बनाने की सोच रहती है और होने वाली निरंतर हार से वह तनाव में आने लगते हैं।
बेहतर जिंदगी की चाह
आज के समय में हर युवा की बहुत सी इच्छाएं होती हैं, जैसे अच्छी गाड़ी, घर बैंक बैलेंस और घूमना फिरना आदि। लेकिन जब यह चीजें उनके अनुसार नहीं होती तो वह तनाव में आने लगते हैं। आज के समय में यह समस्या स्कूल में पढ़ने वाले छात्र से लेकर कामकाजी लोग कुछ बेहतर करने की चाह रखते हैं। लेकिन जब भी वह फेल होने लगते हैं तो इसके कारण वह तनाव में आ जाते हैं।
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मानसिक तनाव
जिंदगी की भागदौड़ में व्यस्त व्यक्ति अक्सर अपने लिए हर जगह प्रेम और इज्जत की आस ही खोजता रहता है। लेकिन जब किसी व्यक्ति को जैसा वह है वैसा होने पर प्रताड़ित किया जाता है, या उसका मजाक बनाया जाता है। ऐसे में व्यक्ति गहरे तनाव में आ जाता है।
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शारीरिक तनाव
आज के समय में भी हम भले ही बहुत आगे आ गए हों, लेकिन किसी की लंबाई, रंग या उसके मोटापे को लेकर और उसकी शारीरिक बनावट को लेकर मजाक उड़ाने से बाज नहीं आते। हम बिना सोचे किसी की दुर्बलता या खामियों का मजाक उड़ा देते हैं जिसकी वजह से लोग तनाव में आने लगते हैं। ऐसे में अगर आप ऐसा करते हैं तो यह करना छोड़ दे। आपको जानकर हैरानी होगी कि हर साल ना जाने कितने ही लोग सामाजिक दुदकार और यातना सहने की वजह से आत्महत्या कर लेते हैं।
खुद को आवश्यकता से अधिक पुश करना
हम सभी जानते हैं कि आज कल कुछ भी हासिल करने के लिए व्यक्ति को बहुत मेहनत करने की जरूरत होती है। लेकिन जब मेहनत के बावजूद आपको परिणाम नहीं मिलते तो हाथ लगती है हताशा। इसके कारण पैदा होता है सेल्फ डाउट। ऐसे में लोग आत्मविश्वास ही खो देते हैं। यह भी तनाव का एक बड़ा कारण है।
काम का प्रेशर
हम सभी जानते हैं कि आज का समय प्रतिस्पर्धा का है। ऐसे में लोगों पर काम का प्रेशर इतना ज्यादा अधिक है जिसकी वजह से वह तनाव में आने लगते हैं।
बेरोजगारी का तनाव
आज हमारे देश की कुल आबादी 135 करोड़ से ज्यादा हो गई है। इसमें से ज्यादातर लोग युवा हैं जो पढ़ाई लिखाई या तो कर रहे है, या फिर कर चुके हैं। लेकिन पढ़ाई करने के बावजूद भी यह लोग रोजगार हासिल नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में नौकरी ना मिलने के कारण यह अपना खर्चा भी नहीं उठा पाते और तनाव में आ जाते हैं।
पारिवारिक जीवन में तनाव
वक्त के साथ ना केवल लोगों की सोच बदली है बल्कि जिंदगी जीने का तरीका भी पूरी तरह बदल गया है। ऐसे में लोग अपने पार्टनर को समय नहीं दे पाते जिसकी वजह से घरेलू झगड़े होने लगते हैं। यह झड़ने तलाक और बंटवारे तक आ जाते हैं। जिसकी वजह से तनाव होने लगता है।
तनाव के कुछ दूसरे कारण – Few Other Causes of Stress in Hindi
दोस्तों जैसे कि हमने आपको तनाव के बहुत से कारण बताए। लेकिन इसके अलावा भी कुछ दूसरे कारण भी हैं जिनकी वजह से व्यक्ति तनाव में रहने लगता है। जैसे आर्थिक समस्या, विवाह समय पर ना होना, घरेलू झगड़े, अकेलापन या किसी भी चीज के प्रति संवेदनशील होना और उसके खिलाफ कुछ होते देखना।
तनाव का परीक्षण का तरीका – Stress Diagnosis in Hindi
व्यक्ति तनाव से पीड़ित है भी या नहीं इसे जानने के लिए अक्सर डॉक्टर या विशेषज्ञ रोगी से कुछ सवाल जवाब करते हैं। इसके अलावा सवाल पर व्यक्ति प्रतिक्रिया क्या है, या व्यक्ति से जुड़ा पिछला इतिहास क्या है यह सब देखने के बाद ही पता चलता है कि मरीज तनाव में है भी या नहीं।
तनाव से छुटकारा पाने के उपाय, बचाव और इलाज – Treatment or Upay/Prevention of Stress in Hindi
दोस्तों अगर आपको बताए गए लक्षणों में से कोई लक्षण है और आप तनाव का इलाज या कुछ उपाय अपनाना चाहते हैं तो हमारे साथ बने रहें अब हम आपको तनाव से छुटकारा पाने के उपाय और इलाज के बारे में बताएंगे।
एक्सरसाइज के जरिए तनाव से छुटकारा
एक्सरसाइज करने से ना केवल हमारा शरीर स्वस्थ रहता है बल्कि यह हमारे मस्तिष्क के लिए भी फायदेमंद होती है। एक्सरसाइज करने के बाद हमारे शरीर से कई रसायन निकलते हैं जो हमें तनाव से दूर रहने में मदद करते हैं।
सही जीवनशैली तनाव का उपाय
अगर आप तनाव से छुटकारा पाना चाहते हैं तो एक सही जीवन शैली का चुनाव करें। समय पर खाने पीने और सोने की आदत बनाए। इसके अलावा हेल्दी फूड और ब्रेन फूड जरूर खाएं। साथ ही कुछ अच्छी किताबें पढ़ें ताकि आप पॉजिटिव रह सकें।
हेल्दी फूड है तनाव से छुटकारे का उपाय
अगर आपको खुद को फिट रखना है और खुश रहना है तो आप हेल्दी फूड को ही अपने जीवन में जगह दें। आपको बता दें कि सही भोजन करने से आपके शरीर के सभी अंग सही तरह से कार्य करते हैं। जिसकी वजह से आप बीमारियों और दर्द से दूर रहते हैं। इसके कारण आप बेवजह परेशान नहीं होते और तनाव से दूर रहते हैं।
आउटिंग करेगी तनाव की छुट्टी
अगर आप केवल भागदौड़ में ही लगे रहेंगे तो यकीन मानिए आप जिंदगीभर तनाव में ही रहेंगे। इसलिए साल में एक या दो बार कुछ दिनों के लिए बाहर घूमने जरूर जाएं। इससे आप तरोताजा हो जाएंगे। इसके अलावा वीकेंड पर घर में पड़े ना रहें बल्कि आस पास घूमने जाएं या फिर कोई कॉमेडी फिल्म देखें।
अपनी प्राथमिकता तय करें
आमतौर पर व्यक्ति उन चीजों पर समय बर्बाद कर देता है जो उसकी जिंदगी में मायने ही नहीं रखता। अगर आप भी ऐसा करते हैं तो आप तनाव में बार बार आएंगे। इसलिए यह तय करें कि आपके लिए जिंदगी में क्या महत्वपूर्ण है। सभी चीजों को समय दें और अपना काम करते रहें।
योग से दूर होगा तनाव
योग के अंदर वह शक्ति है जो बड़ी से बड़ी बीमारियों की छुट्टी कर देता है। ऐसे में आप रोजाना मेडिटेशन और योगासन करें। इसे आप एकाग्र रहेंगे और तनाव से दूर रहेंगे।
खुद के लिए समय निकाले
आमतौर पर व्यक्ति अपने जीवन और पारिवारिक समस्याओं में इतना ज्यादा फंस जाता है कि उसे पता ही नहीं चलता कि वह कब तनाव में आ गया। इसलिए खुद के साथ कुछ समय जरूर बिताएं। इसमें सेल्फ एनालिसिस करें और समस्याओं से निकलने का रास्ता खोजें।
तनाव से राहत पाने के कुछ अन्य उपाय
- आपको क्या करने से खुशी मिलती है यह जाने और उसे रोजाना या कुछ कुछ समय में जरूर करें।
- अच्छी किताबें पढ़े।
- म्यूजिक सुने, कहते हैं कि म्यूजिक के जरिए बड़ी बड़ी बीमारियां ठीक होने लगती हैं।
- दोस्तों के साथ कुछ समय बिताएं।
- जिम या सैर पर जाना शुरू करें।
तनाव का इलाज
अगर आपको यह सब करने के बाद भी किसी तरह की राहत नहीं मिल रही और आप तनाव में ही हैं, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और उन्हें अपनी समस्या विस्तार से बताएं।
तनाव की दवा
अगर आप तनाव में हैं और आप निरंतर समस्या में घिरते जा रहे हैं तो डॉक्टर के पास जाकर एंटी डिप्रेशन पिल्स की मांग करें। अगर आपकी स्थिति गंभीर होगी तो डॉक्टर आपको दवा लेने की सलाह दे देंगे।
तनाव से होने वाले नुकसान – Side Effects of Stress in Hindi
तनाव को दुनियाभर की समस्याओं की जड़ कहा जाता है। यानी शरीर में पैदा होने वाली बहुत सी बीमारियों और नकारात्मक विचारों का कारण भी तनाव ही होता है। ऐसे में अब हम आपको बतातें है कि तनाव के क्या क्या नुकसान हैं जो आपको हो सकते हैं।
बालों का झड़ना
तनाव के कारण बालों के झड़ने की समस्या हो सकती है। हाल ही में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के एक शोध में इस बात का खुलासा हुआ है कि तनाव के कारण ना केवल बाल झड़ सकते हैं बल्कि आप पूरी तरह गंजे भी हो सकते हैं।
वजन बढ़ना
तनाव के कारण बहुत से लोगों का वजन असामान्य रूप से बढ़ने लगता है। दरअसल इसके दौरान मेटाबॉलिज्म कमजोर होने लगता है। इसके अलावा तनाव में रहने वाला व्यक्ति अक्सर कुछ ना कुछ खाता ही रहता है जिसकी वजह से मोटापा बढ़ने लगता है।
नींद की समस्या
तनाव में रहने वाले व्यक्ति अक्सर या तो बहुत अधिक सोने लगते हैं और हमेशा थका हुआ महसूस करते हैं। जबकि कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हे नींद आना ही बंद हो जाती है। अगर आपको इनमें से कोई भी समस्या है तो आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए या फिर एक सही जीवन शैली का चुनाव करना चाहिए।
हृदय की बीमारी
तनाव में रहने वाले व्यक्ति का अक्सर ब्लड प्रेशर बढ़ा ही रहता है जिसकी वजह दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में तनाव होने पर डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
थका हुआ और कमजोर महसूस होना
तनाव में रहने वाला व्यक्ति ज्यादातर समय या तो थका हुआ महसूस करता रहता है या फिर वह कमजोर महसूस करने लगता है। अब अगर आप ऐसा महसूस करें तो सही चीजों को अपने जीवन में शामिल करें।
सिरदर्द की समस्या
तनाव से पीड़ित व्यक्ति के सिर में अक्सर बहुत ज्यादा दर्द रहता है। अधिक समय तक तनाव रहने पर सिरदर्द माइग्रेन की समस्या का रूप ले लेता है। इसके उपचार के लिए आपको डॉक्टर की राय लेनी चाहिए।
तनाव के कुछ अन्य नुकसान – Few More Side Effects of Stress
- पेट से संबंधित समस्या होना।
- मेटाबॉलिज्म की हानि होना।
- हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होना।
- बहुत ज्यादा भोजन करना।
- पैनिक अटैक पड़ना।
- पौरूष बल घटना।
- गर्भावस्था में समस्या उत्पन्न होना।
निष्कर्ष – Conclusion
दोस्तों हमने अपने इस लेख में आपको Stress Meaning in Hindi यानी तनाव के बारे में बता दिया है। अब आप तनाव के लक्षण, कारण, बचाव, इलाज और उपाय जानते हैं। अब अगर आप इस समस्या से बचना चाहते हैं या छुटकारा पाना चाहते हैं तो बताई गए उपाय का पालन करें। अगर यह लेख पसंद आया हो तो हमारे इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या तनाव की वजह से शारीरिक समस्या हो सकती है?
हां, तनाव से शारीरिक समस्या हो सकती है।
क्या बाल झड़ने की वजह से तनाव हो सकती है?
हां, बाल झड़ने की वजह तनाव भी हो सकता है।
क्या एक्सरसाइज करने से तनाव से बचा जा सकता है?
हां, तनाव से बचने के लिए एक्सरसाइज करना सही रहता है ।
क्या तनाव से हार्ट अटैक आ सकता है?
हां, तनाव के कारण हार्ट अटैक आ सकता है।