Naukasana क्या है? नौकासन के 15 फायदे, तरीके और सावधानी। Navasana
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Naukasana क्या है? नौकासन के 15 फायदे, तरीके और सावधानी। Navasana

Main points

Information About Naukasana in Hindi. भारत के अंदर मौजूद सभी तरह के पेड़, पक्षी और जानवरों को लेकर ऋषियों ने तरह तरह के योगासनों को निर्माण किया है। इन्हीं में से एक है नौकासन। नौकासन योग उन सभी लोगों के लिए बहुत फायदेमंद हैं, जो लंबे समय से एब्स लाने की कोशिश में घंटों जिम के अंदर पसीना बहाते हैं। नौकासन को नावासन के नाम से भी जाना जाता है। इस आसन में व्यक्ति किसी बोट की तरह दिखने वाली पोजीशन में होते है। यही कारण भी है कि नौकासन को अंग्रेजी भाषा के अंदर Boat Pose कहा जाता है। 

अगर आपको भी अपने कोर को मजबूत बनाना है, या स्वस्थ रहना है तो आपको भी बोट पोज को जरूर आजमाना चाहिए। नौकासन के फायदे को देखते हुए ही आज हम आपके सामने नौकासन करने के तरीके और इसके लाभ बताने जा रहे हैं। साथ ही हम आपको नौकासन के दौरान बरती जाने वाली सावधानी के बारे में भी जानकारी देंगे। अगर आपको नौकासन या नावासन से जुड़ी किसी भी प्रकार की जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो हमारे इस लेख पर अंत तक बने रहें। 

क्या है नौकासन – What is Boat Pose (Naukasana) in Hindiक्या है नौकासन - What is Boat Pose (Naukasana) in Hindi

Naukasana or Navasana एक ही आसन है। दरअसल नावासन शब्द नाव से रखा गया है जिसे नौका भी कहा जाता है। आपको बता दें कि नौकासन बैठ किए जाने वाले आसनों में से एक है। यह ना तो अधिक कठिन आसनों की सूची में है और ना ही अधिक सरल आसनों की सूची में शामिल है। इस आसन को करने वाले व्यक्ति की पोजीशन लगभग नौका या नाव जैसी दिखाई देने लगती है। यह आसन मुख्य रूप से व्यक्ति के कोर को मजबूत बनाकर पेट की मांसपेशियों को बाहर लाने का कार्य करता है। इसलिए जिम के अंदर भी लोग करते हुए दिखाई दे जाते हैं। आइए जानते हैं नौकासन से जुड़ी अन्य बातें।  

नौकासन के फायदे – Benefits of Naukasna (Boat Pose) in Hindiनौकासन के फायदे - Benefits of Naukasna (Boat Pose) in Hindi

आज के समय में खुद को फिट रखना बेहद जरूरी हो गया है। लेकिन भागदौड़ भरी जिंदगी में महज थोड़े से समय में किए जाने वाले प्रभावी आसनों में से एक है नौकासन। यह ना केवल आपके पेट के मसल्स पर काम करता है। बल्कि शरीर के कई बाहरी अंगों और अंदरूनी अंगों पर भी इसका लाभ देखा गया है। आइए विस्तार से जानते हैं नौकासन के फायदों के बारे में। 

पाचन के लिए Navasana के फायदे 

नौकासन उन योगासनों में से है जो पेट की मांसपेशियों को मजबूत बनाने का कार्य करता है। इसके अलावा क्योंकि यह पेट से संबंधित है तो यह पाचन क्रिया को भी ठीक करने के लिए जाना जाता है। ऐसे में अगर आपको पाचन से संबंधित किसी प्रकार की दिक्कत है तो आप नौकासन कर सकते हैं। 

तनाव में नौकासन के फायदे

आज कल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों तनाव होना आम सी बात हो गई है। लेकिन जब यह तनाव बढ़ने लगता है तो शरीर में कई तरह की तकलीफ और बीमारियों को पैदा कर देता है। ऐसे में तनाव करने में भी नावासन के फायदे देखे जाते हैं। इसलिए अगर आपको आपको तनाव की समस्या है तो आप नियमित रूप से नौकासन करें। इससे आपको तनाव से छुटकारा मिल जाएगा।

कूल्हों और रीढ़ की हड्डी के लिए 

नौकासन करने की विधि कुछ ऐसी है जिसका असर आपके कूल्हों और रीढ़ की हड्डी पर भी पड़ता है। ऐसे में अगर आपको अपने कूल्हे और रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाए रखना है तो आप नौकासन के लाभ जरूर उठाएं।

थायराइड में नावासन के फायदे

Naukasana एक ऐसा आसन है जो आपकी थायराइड की समस्या से भी निपटने में मदद करता है। ज्ञात हो की थायराइड की समस्या के दौरान या तो व्यक्ति का वजन बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, या फिर उसका वजन बहुत कम हो जाता है। इसके अलावा शरीर में कई दूसरी दिक्कतें भी होने लगती है। लेकिन इन सभी दिक्कतों को समाप्त करने की क्षमता रखता है नावासन। इसलिए थायराइड की स्थिति में नौकासन जरूर करें। 

आंत के लिए बोट पोज

आज के समय में ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें आंत से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे लोगों के लिए नौकासन फायदेमंद रहता है। नौकासन के जरिए आंत उत्तेजित हो जाती है। जिसकी वजह से आंत के बैक्टीरिया सही प्रकार कार्य करते हैं।

किडनी के लिए 

अगर आपको किडनी से जुड़ी किसी तरह की कोई दिक्कत है तो इस समस्या में भी आप नौकासन को आजमा सकते हैं। नौकसन करने के फायदे आपको किडनी से जुड़ी बीमारियों में भी देखने को मिलते हैं। ॉ

एब्स के लिए 

नौकासन की युवाओं के बीच प्रसिद्धी की मुख्य वजह अगर कोई है तो वह है एब्स के लिए। आज के समय में पेट की चर्बी को सबसे तेजी से जलाने का तरीका अगर कोई है तो वह नौकासन है। ऐसे लोग जो लंबे समय से एब्स लाने की कोशिश में लगे हुए हैं। यह लोग नौकासन को जरूर आजमा सकते हैं। 

नौकासन के अन्य लाभ – Few More Benefits of Naukasana in Hindi 
नौकासन के अन्य लाभ - Few More Benefits of Naukasana in Hindi

  1. शरीर को संतुलित करने के लिए आप नावासन कर सकते हैं। इसके जरिए आपका नियंत्रण शरीर पर बेहतर हो जाता है। 
  2. नौकासन के जरिए आपके शरीर की अलाइनमेंट बेहतर हो जाती है। 
  3. कमर की नसों और मांसपेशियों को मजबूत बनाने का कार्य करता है।
  4. पूरी बॉडी को स्ट्रेच करने में नौकासन लाभदायक होता है।
  5. कमर को पतला करने की चाहत रखने वाले लोगों के लिए नावासन फायदेमंद हो सकता है।
  6. गैस्ट्रिक समस्या में नावासन के फायदे देखने को मिलते हैं।
  7. मधुमेह के रोगियों के लिए नौकासन काफी फायदेमंद माना जाता है। 
  8. शरीर के अंदर मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने के लिए यह एक जबरदस्त आसन है। 

नौकासन करने का तरीका स्टेप बाय स्टेप – Way of Doing Naukasana Step by Step in Hindiनौकासन करने का तरीका स्टेप बाय स्टेप - Way of Doing Naukasana Step by Step in Hindi

  1. यह आसन करने के लिए आप सबसे पहले एक समतल जगह पर जाएं और यहां पर मैट बिछाएं।
  2. अब अपने पैरों को सामने की तरफ रखें और अपने हाथों को हिप्स के पास रखें। 
  3. अब धीरे-धीरे अपने पैरों को उठाएं और 60 डिग्री तक लेकर जाएं। 
  4. अब अपनी कमर को सीधा रखते हुए थोड़ा सा पीछे की तरफ ले जाएं।
  5. इस दौरान अपने हाथों को दोनों घुटनों के बाहरी तरफ सीधा रखें। 
  6. कमर किसी भी जगह से मुड़े ना इस बात का खास ध्यान रखें।
  7. अपना पूरा ध्यान अपने पेट पर रखें और सांस लेते रहें और छोड़ते रहें।
  8. ध्यान रहे किसी भी स्थिति में सांस रोकनी नहीं है।
  9. कुछ देर इस मुद्रा में रहे और फिर रिलेक्स करें। इस आसन को आप एक समय में तीन से चार बार दोहराएं।
  10. अगर आसन करने कोई दिक्कत हो तो आसन करना छोड़कर तुरंत शवासन की मुद्रा में लेट जाएं। 

नौकासन का आसान तरीका 

  1. अगर आप यह आसन पहली बार कर रहे हैं तो आपको बैलेंस बनाने में दिक्कत आ सकती है। इसलिए हाथों को ऊपर ना उठाकर आप जमीन पर भी टिके रहने दे सकते हैं।
  2. अगर पैरों को सीधा रखने में परेशानी हो तो आप लिए पैरों को थोड़ा सा मोड़ सकते हैं। 
  3. अगर ज्यादा देर मुद्रा में रहना संभव ना हो तो आप केवल 10 से 20 सेकंड तक के लिए ही यह आसन कर सकते हैं। 

नौकासन की सावधानी और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी – Precautions of Naukasana in Hindi नौकासन की सावधानी और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी - Precautions of Naukasana in Hindi

आपने अब तक नौकासन की विधि और उससे जुड़ी कई दूसरी जानकारी हासिल की। अब हम आपको नौकासन से जुड़ी सावधानी और नौकासन करने से पहले कौन से आसन करने चाहिए। इस बात की जानकारी देंगे। चलिए जानते हैं। 

नौकासन से पहले ध्यान रखने योग्य बातें

  • अगर आप नौकासन कर रहे हैं तो ध्यान रहे कि यह सुबह के समय ही करें। अगर सुबह संभव ना हो तो शाम को इस आसन को तब ही करें। जब आपको भोजन किए हुए कम से कम 4 घंटे से अधिक का समय हो गया हो। 
  • ध्यान रहे कि नौकासन से पहले शौच जरूर कर लिया हो। 

नौकासन से पहले आसन

अगर आप नौकासन करें तो इससे पहले उत्तानासन और अधोमुख श्वानासन जरूर करें। ध्यान रहे कि यह नौकासन एक कठिन आसन है। इसलिए इससे पहले कुछ सरल आसन करना जरूरी है। ताकि आपका शरीर इस आसन को करने के लिए तैयार हो जाए। 

नौकासन के बाद करने वाले आसन

जब आप नौकासन कर चुके हो तो आप हलासन, सलंब शीर्षासन, उत्कटासन,  आदि आसन करें। नौकासन करने के बाद यह आसन आपको अधिक लाभ देंगे।

नौकासन से जुड़ी सावधानी और खतरे

नौकासन एक कठिन आसन है। इसके अलावा यह शरीर के कई हिस्सों और अंदरूनी क्रिया को उत्तेजित कर सकता है। इसलिए कुछ लोगों को यह आसन करने से बचना चाहिए। इनकी सूची कुछ इस प्रकार है।

  1. अस्थमा के मरीज यह आसन ना करें।
  2. अगर आपको हृदय रोग है तो यह आसन ना करे
  3. अनिद्रा की स्थिति से पीड़ित लोगों को नौकासन करने से बचना चाहिए।
  4. लो ब्लड प्रेशर के मरीज इस आसन को करने से बचें।
  5. हाल ही में हुई किसी प्रकार की सर्जरी से जूझने वाले लोग यह आसन ना करें।
  6. पेट चोटिल होने पर नावासन करने से बचे रहें।
  7. जब तक आसन करने में निपुण ना हो जाए तब तक किसी ट्रेनर की देखरेख में ही यह आसन करे।
  8. नौकासन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। 

नोट – यह आसन किसी तरह की बीमारी का उपचार करने का दावा नहीं करता। अगर आपको कोई समस्या हो तो पहले डॉक्टर की सलाह ले और फिर ही यह आसन करें। आसन से होने वाले किसी भी नुकसान के लिए हम उत्तरदायी नहीं हैं।

निष्कर्ष – Conclusion

आज हमने आपको अपने इस लेख में Naukasana से जुड़ी तमाम जानकारियां दे दी हैं। अब अगर आप चाहें तो नौकासन कर सकते हैं। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

  1. क्या एब्स बनाने के लिए नौकासन किया जा सकता है?

    हां नौकासन करने से एब्स जल्दी आ सकते हैं। हालांकि यह बात आपकी डाइट पर अधिक निर्भर करती है।

  2. क्या अस्थमा में नौकासन किया जा सकता है?

    नहीं, यह आपकी स्थिति को बिगाड़ सकता है।

  3. क्या सर्जरी के बाद नावासन किया ज सकता है?

    अगर सर्जरी हाल ही में हुई है तो यह आसन ना करें। कम से कम किसी भी सर्जरी के 6 से 12 महीने के बाद ही यह आसन करें।

  4. क्या नावसन के फायदे रीढ़ की हड्डी को होते हैं?

    हां, इससे रीढ़ की हड्डी मजबूत हो जाती है।

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