Jaundice क्यों होता है? Piliya के लक्षण, कारण, 12 उपाय और इलाज। About Jaundice in Hindi
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Jaundice क्यों होता है? Piliya के लक्षण, कारण, 12 उपाय और इलाज। About Jaundice in Hindi

Main points

Information About Jaundice in Hindi. आप सभी ने जॉन्डिस का नाम जरूर सुना होगा। Jaundice Meaning in Hindi होता है पीलिया। इस स्थिति में व्यक्ति की आंखे और त्वचा का रंग पीला पड़ने लगता है। कुछ लोग Piliya की बीमारी को गंभीरता से नहीं लेते। पीलिया का इलाज कराने की बजाय लोग पीलिया उतारने का मंत्र और पीलिया झाड़ना शुरू कर देते हैं। जिसकी वजह से बहुत से लोगों की पीलिया की वजह से जान भी चली जाती है। ऐसे में जरूरी यह भी है कि पीलिया के लक्षण, पीलिया के कारण और पीलिया होने की वजह समेत सभी चीजों को समझा जाए। इसलिए आज हम आपके सामने जॉन्डिस इन हिंदी में यानी पीलिया से जुड़ी जानकारी लेकर आए हैं। आज हम आपको जॉन्डिस मीनिंग इन हिंदी से लेकर Piliya Ke Lakshan कारण और पीलिया के इलाज, दवा से जुड़ी तमाम जानकारियां देंगे। अगर आप भी पीलिया से जुड़ी किसी प्रकार की जानकारी हासिल करना चाहते हैं, तो हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ें। 

क्या होता है पीलिया (जॉन्डिस) – What is Jaundice Meaning in Hindi क्या होता है पीलिया (जॉन्डिस) - What is Jaundice Meaning in Hindi

About Jaundice in Hindi यानी Piliya। दरअसल पीलिया की बीमारी केवल शरीर के रंग से संबंधित नहीं है। बल्कि यह बीमारी सीधा लिवर का अस्वस्थ होना दर्शाता है। आपको बता दें कि पीलिया किसी भी व्यक्ति में तब पैदा होता है जब शरीर में बिीरूबिन की मात्रा सीमित से अधिक हो जाती है। इसी का प्रभाव लिवर पर भी पड़ता है। पीलिया के कारण लिवर अपनी कार्यक्षमता खोने लगता है। वहीं बिलीरुबिन धीरे धीरे पूरे शरीर में फैल जाता है जिससे व्यक्ति को पीलिया रोग  बढ़ जाता है। पीलिया रोग की समस्या सबसे ज्यादा पैदा हुए शिशुओं में देखने को मिलती है। अगर आपको भी Piliya Ke lakshan दिखाई दें या पीलिया रोग हो तो डॉक्टर की सलाह के बिना पीलिया की दवा बिल्कुल ना लें। आइए जानते हैं आखिर पीलिया रोग कितने प्रकार का होता है। 

पीलिया के प्रकार – Types of Jaundice (Piliya) in Hindi

जॉन्डिस यानी पीलिया रोग के कुल तीन प्रकार होते हैं जो कुछ इस प्रकार हैं। 

  1. Hepatocellular Jaundice – इस तरह का Jaundice आमतौर पर पैदा हुए शिशुओं को होता है। लेकिन यह बड़ों को भी हो सकता है। हेपैटोसेलुलर जॉन्डिस दरअसल लिवर की कोशिकाओं में दिक्कत होने की वजह से होता है। ऐसा नवजात शिशुओं के साथ इसलिए होता है क्योंकि उनके लीवर के एंजाइम परिपक्व नहीं होते। जबकि पीलिया से बचे रहने के लिए बिलीरुबिन की प्रक्रिया के लिए लिवर का पूरी तरह विकसित होना जरूरी है। इसके अलावा बड़ों में यह समस्या किसी दवाई या शराब और नशीले पदार्थों की वजह से हो सकती है। इससे हेपैटोसेलुलर जॉन्डिस हो सकता है। 
  2. Hemolytic Jaundice – इस तरह का पीलिया शरीर में तब होता है जब लाल रक्त कोशिकाएं वक्त से पहले टूट जाती है। इसकी वजह से शरीर में अधिक मात्रा में बिलीरुबिन का उत्पादन होने लगता है, और लिवर इसे संभालने की क्षमता नहीं रखता। इसी की वजह से पीलिया रोग पैदा हो जाता है। हेमोलिटिक जॉन्डिस की इस स्थिति में व्यक्ति की आंखें और चेहरा पीला पड़ने लगता है। ऐसा अक्सर किसी दवाईयों के कारण भी होता है।
  3. Obstructive Jaundice – पीलिया कि इस स्थिति में पित्त नलिका में रुकावट पैदा हो जाती है। जिसकी वजह से बिलीरुबिन बढ़ जाता है। जिसके पेशाब में फैलने से इसका रंग पीला हो जाता है।  इसे ही ऑब्सट्रक्टिव जॉन्डिस कहते हैं। 

Piliya रोग होने के कारण – About Causes Jaundice in HindiPiliya रोग होने के कारण - About Causes Jaundice in Hindi

दोस्तों अब तक आपने Jaundice Meaning in Hindi से लेकर पीलिया के प्रकार की जानकारी हासिल कर ली है। अब हम आपको बताते हैं कि पीलिया किन कारणों की वजह से हो सकता है। 

जॉन्डिस होने के कारण

  1. अगर किसी व्यक्ति को लंबे समय से मलेरिया, थैलेसीमिया, स्किल सेल एनीमिया, गिल्बर्ट सिंड्रोम और अन्य कई तरह के जेनेटिक कारणों की वजह से भी piliya हो सकता है। 
  2. लीवर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचने के कारण भी पीलिया होता है। इसमें एसिडिटी का बढ़ जाना, शराब पीना, अधिक नमक का सेवन करना शामलि है। 
  3. अगर खून में बिलीरुबिन की मात्रा 2.5 प्रतिशत से ज्यादा हो तो लीवर के साफ होने की प्रक्रिया बाधित हो जाती है। जिसकी वजह से पीलिया रोग हो सकता है।
  4. पित्त नलिका में रुकावट पैदा होने की वजह से लीवर में घाव बन जाता है। जिसकी वजह से भी पीलिया हो सकता है। 
  5. पित्ताशय में पथरी होने की वजह से भी पीलिया होने का खतरा बढ़ जाता है। 
  6. हेपेटाइटिस की समस्या होने पर भी पीलिया हो सकता है।
  7. अगर आप लंबे समय से किसी प्रकार की दवाई का सेवन कर रहे हैं तो यह भी लीवर को प्रभावित कर सकता है। पीलिया बीमारी का कारण बन सकता है।
  8. बाइल डक्ट बंद होने की वजह से भी पीलिया की समस्या हो सकती है।
  9. गंदा पानी पीने या खराब खाने की वजह से भी पीलिया हो सकता है।
  10. पैंक्रियाटिक का कैंसर होने की वजह से भी पीलिया हो सकता है। 

पीलिया के लक्षण – About Jaundice Symptoms in Hindi
पीलिया के लक्षण - About Jaundice Symptoms in Hindi

दोस्तों किसी भी बीमारी के कारण समझने के बाद जरूरी है कि आप उनके लक्षणों को भी जाने। क्योंकि जब तक आपको Piliya Ke Lakshan या किसी अन्य बीमारी के लक्षण पता नहीं चलेंगे आप अपना उपचार नहीं करा पाएंगे। आइए जानते हैं आखिर पीलिया के क्या लक्षण होते हैं। 

Piliya Ke lakshan

  1. पीलिया के सबसे बड़े लक्षणों में से है आंखों और चेहरे का पीला पड़ जाना। 
  2. नाखूनों का पीला पड़ना भी पीलिया के लक्षण हो सकते हैं।
  3. लीवर की कई बीमारियों में पेट दर्द होना, मतली आना, भूख न लगने की दिक्कत हो सकती है। यह पीलिया के कुछ लक्षणों में से एक है।
  4. ऐसे लोग जिन्हें गाढ़ा या पीला पेशाब आता है, उन्हे भी पीलिया होने की जांच करा लेनी चाहिए। यह लक्षण पीलिया का हो सकता है।
  5. अगर आपका वजन निरंतर घटता ही जा रहा है तो आपको भी पीलिया के लक्षण  हो  सकते हैं।
  6. लगातार कई दिनों तक बुखार रहना एक लक्षण हो सकता है। 
  7. पेट में दर्द रहना भी पीलिया के लक्षण हो सकते हैं।
  8. हाथों में खुजली चलना भी एक लक्षण हो सकता है। 

पीलिया से बचाव के तरीके – Prevention of Jaundice in Hindiपीलिया से बचाव के तरीके - Prevention of Jaundice in Hindi

दोस्तों अब तक आपने About Jaundice Meaning in Hindi समेत पीलिया से जुड़ी अन्य जानकारियां भी हासिल कर ली हैं।  अब इससे पहले हम आपको पीलिया के घरेलू उपाय बताएं या फिर पीलिया का इलाज बताएं। पहले आप इस बीमारी से कैसे बच सकते हैं यह समझ लीजिए। आइए जानते हैं कैसे बचे पीलिया से

जॉन्डिस होने से रोकने के तरीके

पीलिया एक ऐसा रोग है जिसकी वजह से लीवर प्रभावित होता है। एवं लीवर ही है जो हमारे शरीर में पाचन रस बनाता है और मेटाबॉलिज्म को सही रखने का कार्य करता है। ऐसे में पीलिया से कैसे बचे इसके कुछ तरीके इस प्रकार हैं। 

  • एक्सरसाइज करने से न केवल आप पीलिया से बल्कि बहुत सी अन्य समस्याओं से बचे रहते हैं। 
  • शराब या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन करने से बचना।
  • अगर आप कई लोगों के साथ यौन संबंध बिना किसी सुरक्षा के बनाते हैं तो आपको भी पीलिया हो सकता है। ऐसे में संबंध बनाते समय सुरक्षा का ध्यान रखें। 
  • सही मात्रा में अच्छा आहार भी आपको पीलिया से बचा सकता है।

पीलिया ठीक करने के घरेलू उपाय -About Jaundice Home Remedies in Hindiपीलिया ठीक करने के घरेलू उपाय -About Jaundice Home Remedies in Hindi

दोस्तों यूं तो पीलिया एक गंभीर बीमारी है और इसका उपचार सही समय और सही तरह से ही किया जाना चाहिए। लेकिन अगर आपको पीलिया के हल्के लक्षण दिखाई देते हैं तो आप पीलिया का इलाज घरेलू उपाय के जरिए भी कर सकते हैं। आइए जानते हैं पीलिया के घरेलू उपाय के बारे में।

हल्दी से पीलिया का उपचार

हल्दी केवल एक मसाला ही नहीं बल्कि बहुत सी शारीरिक समस्याओं का समाधान है। हल्दी का उपयोग पीलिया के उपचार के लिए भी किया जाता है। इसके लिए आपको केवल आधे गिलास पानी के अंदर हल्दी डालकर पानी का सेवन दिन में तीन बार करना है। इस उपाय के जरिए  बिलीरुबिन शरीर से आसानी से बाहर निकल सकता है।

पीलिया का घरेलू उपाय टमाटर 

टमाटर का रस पीलिया में खाली पेट पीना फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए आपको केवल टमाटर को पानी में उबालकर इसके छिलके को अलग करना है। अब इसे एक बर्तन में डालकर टमाटर को अच्छे से मिलाना है, अब इसे पीना है। इससे आपको जल्द ही पीलिया से राहत मिल सकती है।

फिटकरी से पीलिया का इलाज

फिटकरी के अंदर कई ऐसे गुण होते हैं जो आपको पीलिया से राहत दिला सकते हैं। इसके लिए आपको केवल तवे पर फिटकरी को गर्म करना है। जब यह फूल जाए तो इसे पीसकर पानी के अंदर डालकर पीना है। इससे आपको जल्द ही पीलिया से राहत मिल जाएगी।

प्याज से पीलिया से राहत 

प्याज का सेवन कई तरह की समस्याओं का अंत करने में सक्षम हैं। वहीं पीलिया में भी प्याज का उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए आपको केवल प्याज को छोटे छोटा काट कर शीशे के बर्तन में रखना है। अब इसमें नींबू का इतना रस डालना है जिसमें यह प्याज के टुकड़े डूब जाएं। अब उसमें सेंधा नमक डालकर कुछ दिन लगातार सेवन करें। इससे आपको पीलिया से राहत मिल जाएगी। 

दही है पीलिया का घरेलू उपाय 

दही का सेवन सेहत के लिए जितना ज्यादा फायदेमंद है। उतना ही यह आपको पीलिया से राहत दिलाने में मदद करता है। अगर आपको पीलिया है यह लक्षण दिखाई देते हैं तो आप रोजाना दही का सेवन कर सकते हैं। इसके अंदर मौजूद बैक्टीरिया आपको पीलिया से राहत दिलाती है। 

नारियल पानी के जरिए 

नारियल पानी का सेवन सेहत के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। नारियल पानी की सलाह डॉक्टर कई बीमारियों से राहत पाने के लिए करते हैं। ऐसे में अगर आप नारियल पानी का सेवन करें तो यह आपको पीलिया से भी राहत दिला सकता है।

गन्ने के रस से पीलिया का इलाज

गन्ना अपने पोषक तत्वों और औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। पीलिया में भी गन्ने के रस का सेवन सत्तू के साथ लेने से पीलिया की समस्या को कुछ ही दिनों में समाप्त किया जा सकता है। ऐसे में कहा जा सकता है कि Piliya Ke Lakshan कम करने में गन्ने का रस महत्वपूर्ण होता है।

संतरे से पीलिया का अंत 

संतरा फलों में अपने कई एंटीऑक्सीडेंट गुणों की वजह के लिए जाना जाता है। इसके अंदर कई ऐसे गुण होते हैं जो आपको बहुत सी बीमारियों से बचाने का कार्य करते हैं। इसके अलावा यह Piliya के रोग में भी लाभदायक होता है। इसके लिए आपको संतरे का रस का सेवन करना होता है। 

छाछ से पीलिया में राहत 

छाछ का सेवन भारत में अक्सर खाने के साथ किया ही जाता है। ऐसे में अगर आप चाहें तो पीलिया का अंत करने के लिए छाछ का सेवन कर सकते हैं। छाछ के सेवन से भी पीलिया में आराम मिलता है।

गिलोय से piliya Ka Ilaj

गिलोय के रस या काढ़े का उपयोग अक्सर गले से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में किया जाता है। इसके अलावा आप चाहें तो गिलोय के जरिए आप पीलिया से भी राहत पा सकते हैं। इसके लिए आपको केवल गिलोय के रस में शहद मिलाकर पीना होगा। इसे लगातार कुछ दिन पीने से आपको Piliya Ke Lakshan से राहत मिलेगी। 

पीलिया के इलाज के तरीके – About Treatment of Jaundice in Hindiपीलिया के इलाज के तरीके - About Treatment of Jaundice in Hindi

दोस्तों अब तक आपने Jaundice in Hindi यानी पीलिया से जुड़ी बहुत सी जानकारियां हासिल की है। अब बात करते हैं पीलिया के इलाज के बारे में। अगर पीलिया की बीमारी लंबे समय तक किसी व्यक्ति को हो जाए तो उसे डॉक्टर के पास जरूर जाना चाहिए। डॉक्टर पीलिया की वजह जानकर ही आपका इलाज करेगा। 

पीलिया की दवा और इलाज

  1. अगर किसी व्यक्ति को पीलिया की समस्या समान रूप से हो तो डॉक्टर पीलिया की दवा के तौर पर उन्हें स्टेरॉयड लेने की सलाह दे सकते हैं। 
  2. अगर किसी व्यक्ति को एनीमिया की वजह से पीलिया हुआ है तो उसे डॉक्टर आपको आयरन की दवा या डाइट लेने की सलाह दे सकते हैं।
  3. अगर किसी व्यक्ति को दवा की वजह से पीलिया हुआ है तो डॉक्टर दवा लेने से रोक सकते हैं।
  4. अगर स्थिति बहुत ज्यादा गंभीर हो जाए तो डॉक्टर पीलिया की सर्जरी भी कर सकते हैं।
  5. हेपेटाइटिस के मरीजों को पीलिया की दवा में स्टेरॉयड दिया जा सकता है। 

नोट – अगर आपको पीलिया है तो पीलिया उतारने का मंत्र या पीलिया झाड़ना के टोटकों में बिल्कुल न पड़ें। बल्कि समय पर इस बीमारी का उपचार कराएं। 

निष्कर्ष – Conclusion

दोस्तों आपने हमारे इस लेख में About Jaundice Meaning in Hindi से लेकर पीलिया के लक्षण, कारण उपाय और बचाव से जुड़ी जानकारी हासिल की है। अगर आपको पीलिया है तो डॉक्टर से सलाह लेकर या तो पीलिया की दवा लें या फिर घरेलू उपाय अपनाएं। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो हमारे इस लेख को आगे जरूर शेयर करें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

  1. पीलिया कितने दिन रहता है?

    जॉन्डिस बच्चों में एक से लेकर दो महीने तक रह सकता है। वही व्यस्कों में यह समस्या अगर तीन महीने तक रहे तो उपचार कराना बहुत ज्यादा जरूरी हो जाता है।

  2. पीलिया उतारने का मंत्र क्या है?

    Pliiya उतारने का मंत्र कोई नहीं है इसका उपचार ही कराना सही रहता है।

  3. क्या पीलिया झाड़ना भी कोई उपचार का विकल्प है?

    नहीं, ऐसा कोई विकल्प नहीं है। आपको पीलिया झाड़ने के बजाय इसके उपचार के बारे में सोचना चाहिए।

  4. क्या पीलिया एक जानलेवा बीमारी है?

    हां यह लंबे समय तक होने पर व्यक्ति की जान भी ले सकती है।

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