Dhatu Rog क्या है? धात रोग के 14 घरेलू उपचार, इलाज और बचाव।Dhat Rog Syndrome
Information About Dhatu Rog in Hindi,आपने शायद धातु रोग के बारे में सुना होगा या फिर आप इससे पीड़ित होंगे। Dhatu Rog या Dhat Rog एक ऐसी समस्या है जो युवाओं और टीनेजर में पाई जाती है। धातु या धात रोग के अंदर पुरुषों का खुद ही वीर्य या स्पर्म निकलने लगता है। यह सोते समय, या पेशाब और मल त्यागते समय हो जाता है। लेकिन क्या धातु रोग कोई रोग है या सिर्फ आपका भ्रम। क्या विज्ञान धातु या धात रोग को रोग मानता भी है या नहीं। इसके अलावा कई सवाल जैसे धातु रोग के इलाज (Dhatu Rog Ka Ilaj) कैसे होता है। धातु रोग से जुड़ी कई जानकारियां आपको इस लेख में मिलेंगी।
आज कल के समय में भी जिन युवाओं को धातु रोग की समस्या होती है वह अक्सर परेशान या तनाव में रहने लगते हैं। खुद ही वीर्य निकलने की स्थिति के बारे में वह किसी अपने को बताने भी संकोच करते हैं। साथ ही बहुत से पुरुषों को Dhatu Rog की वजह से थकान और कमजोर भी महसूस होने लगती है। इसलिए आज हम आपको धातु या धात रोग से जुड़ी होम्योपैथिक दवा, धातु रोग के लिए योग, धातु रोग में परहेज, धातु रोग के घरेलू उपाय और इससे जुड़ी तमाम जानकारियां देंगे। अगर आप Dhat Rog से जुड़ी कैसी भी जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ें।
क्या है धातु रोग। What is Dhatu Rog (Dhat Rog) Syndrome in Hindi
धात व धातु रोग जिसे अंग्रेजी भाषा में Spermatorrhea (स्पर्मेट्रिया) कहा जाता है। पुरुषों में पाई जाने वाली यह बहुत ही सामान्य समस्या है। इसकी वजह से पुरुषों में बिना किसी यौन संबंध या गतिविधि के वीर्य निकलने लगता है। सबसे ज्यादा यह समस्या लोगों में रात के समय होती है। रात में सोते समय ऐसे सपने आते हैं जिनमे या तो व्यक्ति को यौन संबंध स्थापित कर रहा होता है या फिर ऐसा कुछ देख रहा होता है। लेकिन कई बार वीर्य पेशाब करते समय या मल त्यागते समय भी होने लगता है। कुल मिलाकर धातु रोग को दो श्रेणियों में बांटा गया है। जो इस प्रकार हैं।
Main points
- मेंग यी – इस स्थिति में व्यक्ति को नींद में ही वीर्यपात होने लगता है जिसे स्वपन दोष भी कहते हैं।
- हुआ जिंग – यह स्थिति थोड़ी असमान्य होती है, इस दौरान व्यक्ति कोई भी ऐसी चीजों को विचार में लाता है जो यौन संबंध से जुड़ी हुई है, और वीर्य निकल जाता है। इसके अलावा यह सपने में भी हो सकता है।
डॉक्टरों या मेडिकल साइंस के लिए क्या है धातु रोग – What is Spermatorrhea for Medical Science in Hindi
डॉक्टरों या मेडिकल साइंस की माने तो धात रोग होता ही नहीं है। यह एक सामान्य सी क्रिया है जो व्यक्ति के शरीर की जरूरत के हिसाब से होने लगती है। डॉक्टर कहते हैं कि धातु रोग के कोई नुकसान भी नहीं है इसलिए इसे गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं होती।
हालांकि ऐसे बहुत से युवा पुरुष हैं जो इस स्थिति को रोग ही समझते हैं। ऐसे में अगर यह आपको रोजाना या अधिक हो रहा है तो धातु रोग के इलाज या धातु रोग के घरेलू उपाय आपके काम आ सकते हैं। जिसके बारे में हम आपको नीचे बताने वाले हैं। लेकिन इससे पहले धातु रोग के कारण और धात रोग के लक्षणों के बारे में जानना बेहद जरूरी है।
धात (धातु) रोग होने के कारण – Causes of Dhat Rog in Hindi
दोस्तों जब भी कोई समस्या हो तो हमें सबसे पहले उसके पीछे के कारण को समझना चाहिए। ऐसे में अगर आप भी Cause of Dhatu Rog जान लेंगें तो आपके लिए भी इस समस्या या बीमारी से निपटना आसान हो जाएगा। आइए जानते हैं आखिर क्यों होती है धात रोग की समस्या।
धातु रोग के आम कारण
- धात रोग होने की एक वजह ऊर्जा की कमी हो सकती है।
- ऐसे लोग जो शराब का अधिक सेवन करते हैं उन्हें धात रोग हो सकता है।
- अगर किसी धात रोग है तो हो सकता है कि उसकी आंत में कीड़े हों।
- एक्जिमा और दाद की वजह से भी धातु रोग हो सकता है।
- ऐसे लोग जो अधिक मात्रा में हस्तमैथुन करते हैं उन्हे भी धातु रोग हो सकता है।
- अगर आप अधिक यौन गतिविधियां करते हैं या देखते हैं तो भी यह समस्या आपको हो सकती है।
- किडनी, दिल और लिवर में असंतुलन होना भी धात रोग होने की एक मुख्य वजह माना गया है।
- दवाओं का सेवन करने की वजह से भी आपको यह समस्या हो सकती है।
घातु रोग के आयुर्वेदिक कारण
आयुर्वेद के जरिए भारत में बहुत सी बीमारियों का उपचार किया जाता है। अगर इसी आयुर्वेद पर धातु रोग का नजरिया देखें तो पता चलता है कि धातु रोग तब होता है जब वात दोष और पित्त दोष हो। ऐसे लोग जो अधिक चिंता करते हैं या फिर जिन्हे अक्सर घबराहट होती है उनको धातु रोग होने की संभावना होती है।
धातु य़ा Dhat Rog के मेडिकल कारण
आयुर्वेदिक और आम कारणों से हट कर मेडिकल साइंस इस पर कुछ दूसरे ही तर्क रखती है। वही विज्ञान तो धातु रोग को रोग मानता ही नहीं है। विज्ञान के अनुसार वीर्य अपने आप निकलना कोई बीमारी नहीं है, बल्कि यह एक नेचुरल प्रोसेस है जो एक उम्र के बाद हो सकता है। विज्ञान की माने तो धात रोग या वीर्य अपने आप निकलने की वजह यौन क्रिया ना करना है। ऐसे में जब आप यौन क्रिया नहीं करते तो वीर्य अपने आप बाहर निकलने का रास्ता खोज लेता है।
इसके अलावा विज्ञान आयुर्वेद और आम कारणों को पूरी तरह नकारते हुए इसके कारणों को भ्रम बताता है। ज्ञात हो कि बहुत से लोग गंदी पिक्चर देखने और हस्तमैथुन को धातु रोग की मुख्य वजह मानता है लेकिन विज्ञान इसे मात्र भ्रम कहता है।
धातु (धात) रोग के लक्षण – Symptoms of Spermatorrhea in Hindi
धातु रोग की समस्या का केवल तभी पता चलता है जब व्यक्ति को नाईट फॉल हो जाए या फिर कुछ सोचते हुए ही वीर्य निकल जाए। लेकिन अगर किसी व्यक्ति को ऐसा कुछ ना दिखाई दे और तब पता करना हो कि उसे धातु रोग है या नहीं इसके कुछ लक्षण हैं। आइए जानते हैं धातु रोग के लक्षणों के बारे में।
धात रोग के आम लक्षण
- अगर किसी व्यक्ति का फोकस ना बने तो यह धात रोग का लक्षण हो सकता है।
- नींद सही प्रकार ना आना भी धातु रोग के लक्षण हो सकते हैं।
- भूख ना लगना।
- शारीरिक रूप से कमजोरी महसूस करना
- तनाव में रहना और खुद को किसी लायक ना समझना।
- किसी भी समय वीर्यपात हो जाना।
- पेशाब के साथ वीर्य निकलना।
- ऐसे लोग जिन्हे अधिक घबराहट होती है उन्हें भी यह समस्या हो सकती है।
- ऐसे लोग जो हर समय आलस में रहते हैं उन्हे भी धातु रोग की समस्या हो सकती है।
- अगर आपको किसी भी काम में मन नहीं लगता तो यह भी धात रोग का एक लक्षण ही है।
विज्ञान के मुताबिक धातु रोग के लक्षण
पहले तो हम आपको बता चुके हैं कि विज्ञान के मुताबिक धातु रोग कोई रोग नहीं है। बल्कि यह एक साधारण स्थिति ही है। लेकिन जिस व्यक्ति का वीर्य अपने आप ही गिरता है उसके कुछ लक्षण हैं जो इस प्रकार हैं, याददाश्त कमजोर होना, रात को पसीना आना, कमर दर्द, भूख कम लगना, टेस्टिस के पास पसीना आना, नम और गर्म त्वचा, आंखों में सुस्ती रहना आदि। धातु रोग के लक्षणों में गिने जाते हैं।
धातु रोग से बचाव और परहेज के तरीके – Prevention Tips For Dhat Rog in HIndi
दोस्तों किसी भी समस्या से निपटने का सबसे सरल उपाय होता है इससे बचाव करना। अगर आपको भी Dhat Rog हो गया है तो आपको भी इससे बचने के लिए कुछ उपाय अपनाने होंगे। वही केवल धातु रोग से बचाव ही नहीं करना बल्कि आपको इस समस्या से लड़ने के लिए कुछ चीजों का परहेज भी करना होगा। तभी आप इस समस्या से पूरी तरह निकल पाएंगे।
धात रोग से परहेज और बचाव के उपाय
- आज कल की जीवनशैली में सबसे ज्यादा लोग केवल इसलिए समस्याओं में घिरते जा रहे हैं क्योंकि वह एक्सरसाइज या योग नहीं करते। ऐसे में अगर आप रोजाना एक्सरसाइज या योग करते हैं तो आप धातु रोग से न केवल बचे रहेंगे बल्कि अगर आपको यह समस्या हो गई है तो आप जल्दी ही ठीक हो जाएंगे।
- अगर आप तंबाकू और दवाओं या सप्लीमेंट का सेवन करते हैं तो आपको यह समस्या हो सकती है। ऐसे में तंबाकू और बेकार की दवाओं से दूरी बनाकर रखने से आपको धातु रोग से राहत मिलेगी।
- ऐसी किताबों को पढ़ने से और पिक्चरों को देखने से बचें जिनमे संभोग के दृश्य या बात की गई है। इससे आप अपने दिमाग को पूरी तरह डाइवर्ट कर पाएंगे।
- धात रोग से बचने के लिए आप अपने विचारों पर ध्यान दें हो सके तो खाली न बैठें और कुछ अच्छी किताबे पढ़ें।
- तनाव या स्ट्रेस आज के लोगों के लिए सबसे गंभीर समस्या है। तनाव के कारण भी धातु रोग हो सकता है। इसलिए तनाव से बचे रहें।
- अगर आप हस्तमैथुन करते हैं तो इससे बचने के तरीके खोजें।
- शराब आदि का सेवन ना करें। इससे आप इन समस्याओं से बचे रहेंगे।
धातु रोग के घरेलू उपचार – Home Remedies of Dhat Rog Hindi
Dhatu Rog ऐसी कोई गंभीर समस्या नहीं है जिसके लिए आपको किसी डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता हो। आप धात रोग से बड़ी आसानी से घरेलू उपचार के जरिए ही छुटकारा पा सकते हैं। ध्यान रहे कि कोई भी घरेलू उपचार किसी समस्या को अकेला खत्म नहीं कर सकता। इसके लिए आपको कई दूसरी चीजों का भी पालन करना होगा।
धातु रोग के लिए बरगद का दूध है घरेलू उपचार
आप अगर धात रोग के बारे में किसी बुजुर्ग से पूछेंगे तो वह आपको यह उपाय जरूर बताएंगे। आपके किसी भी पंसारी की दुकान से जाकर बरगद का सूखा दूध लेकर आना है। एवं हर रोज सोने से पहले पताशे के अंदर एक चुटकी दूध की डालकर खानी है। इसके असर से आपकी धातु रोग की समस्या पूरी तरह समाप्त हो जाएगी।
नोट – यह उपचार एक बेहद कारगर उपाय है आप इसे एक बार अपना कर जरूर देखें। इससे आपको लाभ जरूर होगा।
रसोई का सामान धात रोग का आसान घरेलू उपचार
अगर आप चाहें तो आप रोजाना दूध के अंदर कुछ बादाम, काली मिर्च, सौंठ और मिश्री डालकर एक महीने तक पी सकते हैं। इसके बाद आपको यह समस्या नहीं सताएगी।
चने से होगी धात रोग की दिक्कत दूर
चना केवल धातु रोग का उपचार नहीं करता बल्कि बहुत सी समस्याओं का अंत करता है। ऐसे में आप धात रोग की दिक्कत के लिए भी चने को भिगोकर सुबह दूध के साथ खाएं। इससे आपकी समस्या दूर हो जाएगी।
ऑर्किड फूल धात रोग का उपचार
हमारे आयुर्वेद में ऐसे बहुत से नुस्खे हैं जिनके जरिए बड़ी से बड़ी दिक्कतों को निपटाया जा सकता है। ऐसे ही धात रोग की दिक्कत को भी ऑर्किड फूल के जरिए समाप्त किया जा सकता है।
गाय का दूध उपचार
गाय के दूध के अंदर बहुत से पोषक तत्व होते हैं। वहीं इसके साथ आपको सेमल की छाल लेनी है और दिन में दो बार दूध के साथ इसका सेवन करना है। इससे आप धातु रोग से छुटकारा पा सकते हैं।
धातु रोग में सही डाइट है घरेलू उपचार
- दोस्तों किसी भी समस्या को समाप्त करने के लिए सबसे आसान तरीका होता है अच्छा खान पान। आप अपनी रोजाना की खुराक में कुछ हरी सब्जियों का सेवन करें। इससे आपकी धात रोग की दिक्कत कम होने लगेगी।
- अगर आप बहुत ज्यादा मसालेदार भोजन करते हैं तो इसे त्यागने का प्रयास करें या कम खाएं। इससे Dhatu रोग से निपटा जा सकता है।
- रात को सोने से पहले ऐसी S*X से संबंधित कोई बात ना करें और ना ही दृश्य देंखें।
- सोने से पहले पानी ना पिएं।
- रात के डिनर को बहुत कम ही रखें। इससे आपको धात रोग से निपटने में सहायता मिलेगी।
धात रोग से राहत दिलाने के अन्य उपाय
- अगर आप रात को ऐसे कपड़ों में सोते हैं जो बेहद टाइट हैं तो ऐसा ना करें। सोते समय कपड़े खुले हुए ही पहने।
- सोते समय अपनी चादर से हाथों को बाहर निकालकर सोएं।
- सोने के लिए किसी सख्त गद्दे का उपयोग करें।
- अपनी जांघों को साफ रखें रोजाना इनकी सफाई करें।
- रोजाना ठंडे पानी से नहाएं अगर हो सके तो रात को सोने से पहले भी ठंडे पानी से नहाएं।
- शराब आदि का सेवन बिल्कुल न करें।
धात रोग में असरदार है योगासन
योगासन के जरिए बहुत सी समस्याओं से लड़ा जा सकता है। ऐसे में अगर आप रोजाना योगासन करते हैं तो इससे आपका मन शांत रहता है और गंदे विचार दिमाग में नहीं आते। इस तरह आप धात रोग से राहत पा सकते हैं। धातु रोग में आप कुछ योगासन का अभ्यास कर सकते हैं जो कुछ इस प्रकार हैं।
- अनुलोम विलोम आसन धातु रोग के अलावा कई तरह स्वास्थ्य समस्याओं को दूर कर सकता है।
- सूर्य नमस्कार आसन एक बहुत ही असरदार योगासन है यह आपको इस समस्या से बचा सकता है और आपको स्वस्थ रखता है।
- सेतुबंध एक ऐसा आसन है जो पुरुष और महिलाओं दोनों की ही यौन इच्छाओं को कम करता है।
- धात रोग के लिए आप गोमुखासन को रोजाना कर सकते हैं।
- भुजंगासन के जरिए पुरुष शीघ्रपतन की समस्या से बच सकते हैं और धातु रोग से भी छुटकारा पा सकते हैं।
धातु रोग के लिए कीगल एक्सरसाइज
कीगल एक्सरसाइज के बारे में शायद आपने आज तक ना सुना हो। लेकिन आपको बता दें कि कीगल एक्सरसाइज के जरिए धातु रोग से राहत पाई जा सकती है। इस एक्सरसाइज के दौरान जब आप पेशाब कर रहे हों तो आधा पेशाब होने के बाद कुछ देर तक इसे रोके और फिर धीरे धीरे करें। इससे आपका नियंत्रण यहां की मांसपेशियों पर होने लगेगा और आप धातु रोग को भी मात दे पाएंगे।
धातु रोग का इलाज – Dhatu Rog Treatment in Hindi
दोस्तों अगर आपको बताए गए किसी उपाय से फायदा नहीं हुआ तो आपको यकीनन धात रोग के लिए डॉक्टर की सलाह लेनी होगी। इसके अलावा आपको धातु रोग का इलाज भी सही प्रकार कराना होगा। डॉक्टर आपको किन विकल्पों की सलाह दे सकता है हम आपको इसके बारे में बताते हैं।
धात रोग के लिए होम्योपैथिक दवा
धात रोग एक ऐसी समस्या है जिसके उपचार हेतु डॉक्टर आपको बहुत सी होम्योपैथिक दवा का सेवन करने की सलाह दे सकता है। जो कुछ इस प्रकार हैं।
- Phosphoric Acidum
- Staphysagria
- Lycopodium Clavatum
- Gelsemium Sempervirens
- Caladium Seguinum
- Agnus Castus
डिस्क्लेमर – इन दवाओं की सलाह आपको डॉक्टर दें तो ही आप इनका या किसी दूसरी दवा का सेवन करें। बिना डॉक्टर की राय के किसी भी दवा का सेवन करना ना केवल आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। बल्कि यह आपको हमेशा के लिए नापुंसक भी बना सकता है। इसलिए किसी भी तरह की दवाई का सेवन केवल डॉक्टर की सलाह पर ही करें।
धातु रोग का आसान इलाज
मेडिकल विज्ञान धातु रोग को रोग मानता ही नहीं है। ऐसे में अगर कोई बीमारी है ही नहीं तो इलाज कैसा। इसलिए अगर आप धातु रोग या धात रोग की समस्या से निपटना चाहते हैं तो केवल धातु रोग के घरेलू उपाय या उपचार पर भी भरोसा करें और उनका पालन करें। घरेलू उपचार में बताए गए सभी तरीके आपके लिए कारगर सिद्ध हो सकते हैं।
निष्कर्ष – Conclusion
दोस्तों हम अच्छी तरह जानते हैं कि Dhatu Rog या Dhat Syndrome एक ऐसी समस्या है जो व्यक्ति के आत्मविश्वास को तो चोट पहुंचाती ही है। साथ ही बहुत सी दिक्कते भी बढ़ा देती है। लेकिन धात रोग में आपको बताए गए उपाय को आप अपना सकते हैं। पर दवाइयों के सेवन के लिए डॉक्टर की राय जरूर लें। इसके अलावा आप हमारे इस लेख को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या धात रोग के नुकसान या प्रभाव व्यक्ति पर होता है?
धात रोग को विज्ञान रोग नहीं मानता तो अगर रोग नहीं तो नुकसान या प्रभाव कैसा। वहीं आयुर्वेद बताता है कि इसके कारण व्यक्ति दुबला हो सकता है, शारीरिक रूप से कमजोर हो सकता है, इसके अलावा भी कई दूसरी समस्या हो सकती हैं।
क्या धातु रोग के लिए होम्योपैथिक दवा लेना सही है?
इसकी सलाह आपको डॉक्टर से ही लेनी चाहिए। बिना डॉक्टर की सलाह के दवाई लेना जानलेवा भी सिद्ध हो सकता है।
विज्ञान धात रोग पर क्या कहता है?
विज्ञान के अनुसार धातु रोग कुछ है ही नहीं, बल्कि यह एक साधारण सी चीज है जो एक उम्र के बाद तब होती है जब शरीर में वीर्य अधिक बनने लगता है। ऐसे में यह शरीर से निकलने लगता है।
धातु रोग के लिए सबसे बेहतरीन उपाय क्या है?
इसके लिए बरगद के दूध का सेवन पताशे के साथ करना सबसे फायदेमंद और असरदार हो सकता है।
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