Lentils Meaning in Hindi क्या है? मसूर की दाल के 17 फायदे,
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Lentils Meaning in Hindi क्या है? मसूर की दाल के 17 फायदे,

Information About Lentils in Hindi. यानी मसूर की दाल। आज के समय में हमने खुद को एडवांस करने के नाम पर थोड़ा बेवकूफ बनाना शुरू कर दिया है। ऐसा इसलिए क्योंकि जिन पोषक तत्वों के लिए हम यहां वहां भटकते रहते हैं वह हमारी रसोई में मौजूद होते हैं। अब आप Lentils Meaning in Hindi यानी मसूर की दाल को ही ले लो। यह स्वास्थ्य के लिए जितना फायदेमंद हैं उतने ही इसमें औषधीय गुण भी हैं। खाने में स्वाद और प्रोटीन से भरपूर Masoor Ki Dal, बाजार में मिलने वाले उन खाद्य सामग्रियों से कहीं बेहतर हैं जिनके अंदर मिलावटी चीजें पाई जाती हैं।

लेकिन ऐसा भी नहीं है कि केवल मसूर की दाल के ही फायदे हैं। बल्कि हर दाल के कुछ न कुछ फायदे जरूर हैं। यह बात दूसरी है कि मसूर की दाल बहुत ज्यादा फायदेमंद होती हैं। अगर आप नहीं जानते कि मसूर की दाल खाने के फायदे क्या हैं, तो घबराइए मत हम आपको यह जानकारी देंगे। आज हम आपको अपने इस लेख में मसूर दात के फायदे, नुकसान, उपयोग रेसिपी से जुड़ी तमाम तरह की जानकारियां देंगे। अगर आप Masoor Dal से जुड़ी किसी भी प्रकार की जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो हमारे इस लेख पर अंत तक बने रहें। 

क्या है मसूर – What is Lentils in Hindiक्या है मसूर - What is Lentils in Hindi

Lentils Meaning in Hindi होता है मसूर की दाल। मसूर की दाल का वैज्ञानिक नाम Lens Culinaris है। मसूर की दाल पौष्टिकता से भरपूर है। इतिहास में भी मसूर दाल  के सेवन को बहुत ज्यादा महत्व दिया गया है। इसके अंदर कैल्शियम, प्रोटीन, मैग्नीशियम, फास्फोरस और फाइबर  जैसे पदार्थ होते हैं। यह पदार्थ आपकी हड्डियों से लेकर आपके हृदय तक और आपके मल त्यागने तक का कार्य करते हैं। कुल मिलाकर आज के समय में अगर आपको एक सही पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में हासिल करने है, तो आपको मसूर दाल का सेवन जरूर करना चाहिए। 

Main points

मसूर की दाल में पोषक तत्व

मसूर की दाल के गुणों का खजाना माना जाता है। मसूर दाल के अंदर ऐसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जिनकी आवश्यकता हमें पूरे दिन में होती है। यह पोषक तत्व कुछ इस प्रकार हैं  प्रोटीन, कार्ब्स, डाइटरी फाइबर, विटामिन सी, मैग्नीशियम, आयरन, कैल्शियम, विटामिन बी 6, विटामिन बी 12, विटामिन ए, विटामिन डी, सोडियम, पोटैशियम, फैट, कॉपर, विटामिन बी 1 फोलेट, आदि तत्व पाए जाते हैं। यह तत्व आपके शरीर के बहुत से अंगों के लिए आवश्यक हैं। 

मसूर की दाल के अन्य नाम

अब हम बात करते हैं कि मसूर की दाल को अन्य भाषाओं में किस नाम से जानते हैं। 

  1. Masoor Dal in English – Lentil
  2. Masoor Dal in Tamil –  मिसुर
  3. Lentil in Hindi – मसूर दाल
  4. Masoor Dal in Sanskrit – मङ्गल्यक
  5. Masoor Dal in Telugu – मसूरालु
  6. Masoor Dal in Gujarati – मसूरा
  7. Masoor Dal in Punjabi – मसारा

मसूर दाल के प्रकार 

दोस्तों हालांकि आपको शायद पता भी हो कि मसूर की दाल केवल एक तरह या केवल एक रंग की नहीं होती। बल्कि इसकी कई किस्में मौजूद हैं। ऐसे में अगर आप चाहें तो इनमें से मसूर की किसी भी दाल का सेवन कर सकते हैं। लेकिन इससे पहले हम मसूर की दाल के फायदे जानें पहले यह कितनी तरह की होती है, इस पर एक नजर डाल लेते हैं। 

  1. साबुत काली मसूर – यह दाल आपको बाजार में आसानी से मिल जाएगी। जैसे कि इसके नाम से ही पता चल रहा है कि यह काले रंग की होगी।
  2. मलका मसूर दाल – इस दाल को पकाना बेहद आसान होता है, लेकिन यह पकने में कुछ ज्यादा समय लेती है। इस दाल को तैयार करने के लिए मशीन से प्रेस कर दो टुकड़े किए जाते हैं। 
  3. लाल मसूर – यह दाल भी बाकि मसूर की दालों की तरह ही होती है। बस इसका आकार बाकी दालों से थोड़ा अलग होता है। यह थोड़ी सी गोल होती है।

 मसूर दाल से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण बातें

  1. मसूर की दाल गर्मियों के मौसम में सीमित मात्रा में ही खानी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि मसूर की दाल की तासीर ठंडी होती है। 
  2. मसूर दाल का पौधा लगभग 15 से 75 सेमी तक ही लंबा होता है।
  3. इस दाल की खेती 20 से 30 डिग्री सेल्सियस में ही संभव है। 
  4. भारत देश में ही मसूर की दाल का उत्पादन सबसे ज्यादा किया जाता है।

मसूर दाल के फायदे – Lentils Benefits in Hindiमसूर दाल के फायदे - Lentils Benefits in Hindi

दोस्तों अब तक आपने Lentils Meaning in Hindi समेत मसूर की दाल से जुड़ी बहुत सी जानकारियां हासिल कर ली है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मसूर की दाल खाने के क्या फायदे हैं। अगर नहीं तो हम आपको विस्तार से मसूर दाल के फायदों के बारे में बताएंगे। इन फायदों को जानकर आप आसानी से तय कर सकते हैं कि आपको मसूर की दाल का सेवन करना है या नहीं। 

मस्तिष्क के लिए दाल के लाभ 

उम्र के साथ और बेकार जीवन शैली समेत खराब खानपान का असर एक समय के बाद मस्तिष्क पर दिखने लगता है। ऐसे में बहुत से लोगों को मस्तिष्क से जुड़ी ऐसी समस्या भी होने लगती हैं, कि वह चलने फिरने में भी असमर्थ हो जाते हैं। ऐसे में मसूर की दाल का सेवन किया जा सकता है। मसूर की दाल के सेवन से मस्तिष्क में रक्त प्रवाह बेहतर होता है। जिससे मस्तिष्क का विकास होता है। मसूर दाल के इन्हीं गुणों की वजह से मस्तिष्क से जुड़ी समस्याएं नहीं होती। 

हृदय के लिए फायदेमंद

आज के समय में लाखों लोग बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल और हृदय की बीमारियों से पीड़ित हैं। ऐसे लोगों को मसूर की दाल का सेवन जरूर करना चाहिए। दरअसल मसूर की दाल के अंदर फाइबर होता है जो आपको बैड कोलेस्ट्रॉल से राहत दिलाता है। यही नहीं मसूर की दाल के अंदर ऐसे भी गुण होते हैं जो होमोसिस्टीन नामक अमीनो एसिड को नियंत्रित कर सकते हैं। इससे आप हृदय से जुड़ी अन्य बीमारियों से भी बचे रहते हैं। 

चमकते मजबूत दांतों के लिए मसूर दाल

हम सभी ने अक्सर लोगों को दांतों की तकलीफ से गुजरते हुए देखा है। आज के समय में ब्रश करते समय दांतों से खून आना या वक्त से पहले दांत हिलना या गिरने लगना, कमजोर दांतों और मसूड़ों की निशानी हैं। ऐसे में आप चाहें तो आप रोजाना दांतों की देखभाल करने के लिए मसूर की दाल का सेवन कर सकते हैं। इसके अंदर मौजूद कैल्शियम एवं अन्य गुण आपके दांतों का ख्याल रखेगी। इसके अलावा आप चाहें तो मसूर की दाल को जलाकर और उसे पीसकर दांत साफ भी कर सकते हैं। इससे आपके दांत मजबूत भी होंगे और चमकदार भी।

गर्भावस्था में मसूर दाल 

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को खुद का ध्यान रखने और शिशु के विकास के लिए बहुत से पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। ऐसे में अगर आप भी मसूर की दाल का सेवन करते हैं तो इससे न केवल आपको ऊर्जा प्राप्त होगी। बल्कि इसके अंदर मौजूद कैल्शियम, मैग्नीशियम, फाइबर आदि तत्व पाए जाते हैं। यह तत्व मां समेत नन्हे शिशु के विकास में भी मदद करती है। 

गले के रोग में मसूर की दाल 

आज के समय में खराब खान पान या अधिक ठंडा गरम भोजन करने का असर अक्सर गले पर पड़ता है। लेकिन अगर आप मसूर की दाल का सेवन करते हैं तो आपको आसानी से इस समस्या से छुटकारा मिल जाता है। दरअसल मसूर दाल के अंदर एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। यह गुण आपको गले में होने वाले बहुत से रोगों से राहत दिलाने के लिए जाने जाते हैं। 

सूजन में मसूर दाल के फायदे

बच्चे हों या बड़े चोट किसी को भी लग सकती है। ऐसे में जब चोट लगती है और उसके बाद सूजन की समस्या रह जाती है। यह समस्या इस घाव को ना तो जल्दी ठीक होने देती है और न ही सही प्रकार कार्य करने देती है। इस स्थिति से बचने के लिए आप मसूर की दाल का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आपको केवल दाल को जलाकर पीसकर घी के साथ प्रभावित स्थान पर लगाना है। इस उपाय को कुछ दिन अपनाने के बाद सूजन समाप्त हो जाएगी। 

पेट के लिए लाभकारी

आज कल की जीवन शैली और खराब खान पान का सबसे ज्यादा असर पेट पर दिखाई देती है। इसकी वजह से पेट  से जुड़ी तरह तरह की समस्याएं होने लगती हैं। यह समस्याएं वक्त के साथ गंभीर भी हो जाती हैं। ऐसे में पेट से जुड़ी बीमारियों और तकलीफों से राहत दिलाने के लिए मसूर की दाल का सेवन किया जा सकता है। आपको बता दें कि मसूर दाल में फाइबर मौजूद होता है जो मल त्यागने की प्रक्रिया को आसान बना देता है। यही नहीं फाइबर की वजह से कब्ज और खराब पाचन जैसी समस्याओं से भी राहत पाई जा सकती है। ऐसे में कहा जा सकता है कि मसूर की दाल के सेवन को आजमाया  जा सकता है। 

इम्यूनिटी के लिए 

क्या आपके आस पास आपने बहुत लोगों को बीमारियों से जूझते देखा है। ऐसे लोग जो अक्सर मौसम में बदलाव आने की वजह से भी बीमार पड़ने लगते हैं। उन लोगों के लिए इम्यूनिटी को मजबूत करना बेहद जरूरी हो जाता है। इम्यूनिटी बेहद होने से ना केवल आप बीमार कम पड़ते हैं। बल्कि जल्दी ही बीमारियों से ठीक भी होने लगते हैं। ऐसे में बेहतर इम्यूनिटी के लिए आपको मसूर की दाल का सेवन करना चाहिए। इसके अंदर मौजूद विटामिन सी, समते कई गुण होते हैं जो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करने का कार्य करते हैं। 

रक्त शर्करा पर नियंत्रण

ऐसे लोग जिनके शरीर में अचानक रक्त शर्करा का स्तर बढ़ने लगता है या जो लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं। उनके लिए भी मसूर दाल फायदेमंद हो सकती है। हाल ही मे हुई एक रिसर्च बताती है कि मसूर की दाल के अंदर ऐसे कई गुण होते हैं जो शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने या अचानक बढ़ने से रोक सकते हैं। आपको केवल इस समस्या से बचने के लिए मसूर की दाल का सेवन रोजाना करना होगा। 

स्किन के लिए मसूर दाल

स्किन को लेकर अक्सर महिलाएं अधिक चिंतित रहती हैं। कोई चेहरे पर आने वाले कील मुहांसों से दुखी है तो कोई बढ़ती उम्र का असर स्किन पर दिखने से दुखी है। ऐसे में स्किन पर से ज्यादातर समस्याओं को खत्म करने और स्किन को चमकदार या ग्लोइंग बनाने के लिए आप मसूर दाल का फेस पैक उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आपको महज कुछ देर के लिए अपने चेहरे पर मसूर दाल का फेस पैक लगाना होगा। इससे आपकी स्किन ना केवल चमकदार होगी। बल्कि स्किन के खुले हुए पोर्स भी बंद होने लगेंगे। कुल मिलाकर मसूर दाल फेस पैक बहुत सी स्किन समस्याओं का अंत कर सकते हैं। 

बालों के लिए मसूर दाल के फायदे 

आज के समय में न जाने कितने ही लोग बाल झड़ने की समस्या को लेकर परेशान रहते हैं। रोजाना झड़ते बाल जल्द ही लोगों को गंजा तक बना देते हैं। ऐसे में बालों का ध्यान रखने के लिए मसूर की दाल का सेवन कर सकते हैं। ज्ञात हो कि मसूर की दाल के अंदर प्रोटीन, एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। यह बालों को जड़ से मजबूत बनाते हैं, जिससे बाल झड़ते नहीं है। साथ ही इसके जरिए बालों का विकास भी बेहतर होता है और बाल मजबूत रहते हैं। 

मसूर दाल के अन्य फायदे – Few More Benefits of Masoor Dal in Hindi 

  1. अगर आप वजन घटाना चाहते हैं तो मसूर की दाल का सेवन आपकी मदद कर सकता है। आपको केवल अपनी डाइट में मसूर दाल को शामिल करना होगा। 
  2. कैंसर से बचाव करने में भी दाल को उपयोगी माना जाता है। दाल के अंदर एंटी कैंसर विरोधी गुण होते हैं, जो शरीर में कैंसर पैदा होने नहीं देती।
  3. हड्डियों के विकास और मजबूती के लिए मसूर की दाल का सेवन किया जा सकता है। इसमें कैल्शियम होता है जो हड्डियों के लिए बेहद जरूरी है।
  4. अगर आप एक सुडौल शरीर चाहते हैं या बड़े बड़े और मजबूत मसल्स चाहते हैं तो आपको मसूर की दाल का सेवन करना चाहिए। 
  5. मधुमेह के रोगियों के लिए मसूर की दाल फायदेमंद होती है।
  6. आंखों से जुड़ी समस्या से बचने के लिए मसूर की दाल लाभदायक हो सकती है। इसके अंदर मौजूद गुण आपकी आंखों की रोशनी को बरकरार रखते हैं। 

मसूर की दाल की रेसिपी और उपयोग – Uses and Recipes of Lentils in Hindi
मसूर की दाल की रेसिपी और उपयोग - Uses and Recipes of Lentils (Masoor Dal) in Hindi

अब बारी आती है इसके उपयोग की। आप भी जानना चाहते होंगे की मसूर की दाल का उपयोग किस किस तरह से किया जा सकता है। साथ ही मसूर की दाल की रेसिपी क्या है। आइए जानते हैं मसूर की दाल की रेसिपिी और इसके उपयोग के बारे में।

मसूर दाल की रेसिपी – Masoor Dal Ki Recipe

  1. इसके लिए आपको अपने परिवार के अनुसार मसूर की दाल लेनी है और इसे भिगोकर रखना है। 
  2. इसके बाद आपको प्याज, टमाटर, लहसुन, अदरक को बारीक बारीक काटना है। 
  3. अब मसूर की दाल को किसी पतीले या कुकर के अंदर उबालना है। 
  4. अब काटी गई सब्जियों और मसालों को छोकना है। 
  5. इसमे आपको सबसे पहले थोड़ा तो किसी पैन में डालना है और इसके हल्का गर्म होने पर जीरा डालना है।  
  6. जीरा जब लाल हो जाए तो इसमें प्याज लहसुन और अदरक डालना है। इनके पकने के बाद आप टमाटर डाले और स्वादानुसार नमक मिर्च और मसाला डालें। 
  7. इसके बाद इसे तैयार होने के बाद गर्म गर्म दाल में डालकर मिला दें। इसे थोड़ी देर गैस पर छोड़ने के बाद दाल का सेवन करें। 

मसूर दाल के उपयोग के तरीके

  1. आप मसूर के दाल को सीधा उबालकर भी खा सकते हैं। 
  2. मसूर की दाल के पकोड़े बनाकर भी खाए जा सकते हैं। 
  3. दूसरी दालों के अंदर मिलाकर भी मसूर दाल का सेवन किया जा सकता है।
  4. मसूर दाल को पीसकर इसके जरिए चीला बनाकर खा सकते हैं।
  5. मसूर की दाल को जलाकर पीसकर घाव और सूजन दूर करने के लिए उपयोग किया जा सकता है। 

मसूर दाल के नुकसान – Side Effects of Lentils in Hindiमसूर दाल के नुकसान - Side Effects of Lentils in Hindi

दोस्तों आपने मसूर दाल के फायदे, पोषक तत्व और उपयोग से जुड़ी तमाम जानकारियां हासिल कर ली हैं। अब हम आपको मसूर की दाल के नुकसान से रूबरू कराएंगे। हम सभी जानते हैं कि मसूर की दाल का सेवन करना यूं तो फायदेमंद है। लेकिन मसूर की दाल के के कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। आइए जानते हैं Lentils in Hindi में नुकसान

मसूर की दाल के नुकसान

  • मसूर की दाल में फाइबर अधिक मात्रा में पाया जाता है। ऐसे में इसका सेवन करने से अन्य पोषक तत्वों को अब्सॉर्ब करना मुश्किल हो जाता है।
  • अगर आपको गुर्दे की बीमारी है और आप अधिक मात्रा में मसूर की दाल का सेवन करते हैं तो इससे स्थिति बिगड़ भी सकती है। 
  • मसूर की दाल में फाइबर होता है। ऐसे में अगर आप इसका सेवन अधिक करते हैं तो इससे पाचन संबंधित समस्याएं हो सकती है।
  • मसूर की दाल की तासीर ठंडी होती है, इसलिए इसका अधिक सेवन नहीं करना चाहिए।
  • अगर आप अधिक मात्रा में मसूर दाल का सेवन करते हैं। तो आपको एसिडिटी की समस्या हो सकती है। 

नोट – दोस्तों मसूर की दाल के फायदे और उपयोग इसके पोषक तत्व के आधार पर बताए गए हैं। अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं तो बता दें कि यह बीमारी का इलाज कतई नहीं है। बल्कि यह आपको बीमारी में कुछ राहत दे सकती है। साथ ही आपको बीमारी से बचा सकती है। ऐसे में बीमारी होने पर डॉक्टर की राय जरूर लें। 

निष्कर्ष – Conclusion

दोस्तों हमने अपने इस लेख में आपको About Lentils Meaning in Hindi  में समझा दिया है। साथ ही मसूर की दाल से जुड़े सभी फायदे नुकसान और उपयोग भी बता दिए हैं। अब अगर आप मसूर दाल खाना चाहते हैं तो खा सकते हैं। अगर हमारा यह लेख पसंद आया हो तो इसे आगे तक शेयर जरूर करें। 

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

  1. मसूर की दाल की तासीर कैसी होती है?

    मसूर दाल की तासीर ठंडी होती है। इसलिए इसका सेवन तय मात्रा में ही करना चाहिए.

  2. क्या मसूर की दाल ग्लूटन फ्री होती है?

    हां मसूर की दाल ग्लूटन फ्री होती है। लेकिन इसके बनाने के तरीकों में ग्लूटन एड हो जाता है। ऐसे में अगर आपको कोई दिक्कत है तो डॉक्टर की सलाह लें और तभी इसका सेवन करें।

  3. क्या मसूर दाल को पका कर एक सप्ताह बाद खाया जा सकता है?

    नहीं, मसूर की दाल को पकाने के बाद 5 दिन तक ही खाया जा सकता है, वह भी तब जब आप उसे फ्रीज में रखें।

  4. दाल की जगह किस चीज का सेवन किया जा सकता है?

    इसकी जगह आप बैरीज और बीन्स का सेवन कर सकते हैं।

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