अस्थमा क्या है? दमे के लक्षण कारण और 21 उपाय। About Asthma in Hindi
Information About Asthma in Hindi. आपने अक्सर बहुत से लोगों को इनहेलर या किसी मशीन के जरिए दवा या सांस लेते हुए देखा होगा। यह लोग अस्थमा की बीमारी से पीड़ित होते हैं। Asthma Meaning in Hindi में दमा होता है। दरअसल यह एक सांस से संबंधित बीमारी है जो मुख्य रूप से शहरी लोगों में अधिक पाई जाती है। दमा की बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत आती है। ऐसे में सांस लेने के लिए उसे अस्थमा पंप की आवश्यकता होती है। अस्थमा के लक्षण और कारण कई हो सकते हैं।
ऐसे बहुत से लोग हैं जो दमा की बीमारी को पूरी तरह ठीक करना चाहते हैं। या फिर अस्थमा के शुरूआती दौर से गुजर रहे हैं। ऐसे लोग अस्थमा की देसी दवा या अस्थमा का पक्का इलाज कराने के लिए बहुत से विकल्प खोजते दिखाई देते हैं। लेकिन जब तक आपको अस्थमा के पीछे की सही वजह नहीं पता होगी तब तक इस बीमारी का पक्का इलाज करना मुश्किल है। इसलिए आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से About Asthma in Hindi समेत दमे के लक्षण, कारण और इलाज से जुड़ी जानकारी देंगे। अगर आप भी दमे से जुड़ी किसी भी प्रकार की जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो हमारे इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
क्या है अस्थमा की बीमारी – What is Asthma Meaning in Hindi
अस्थमा मीनिंग इन हिंदी होता है दमा। दमा फेफड़ों की एक इंफ्लेमेटरी बीमारी है। अस्थमा की बीमारी को विस्तार से समझने के लिए आपको सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया को ठीक से समझना होगा।
Main points
दरअसल जब भी आप मुंह या नाक के जरिए सांस लेते हैं, तो यह हवा आपको गले और वायु मार्ग से होकर फेफड़ों तक पहुंचती है। हमारे फेफड़ों के अंदर बहुत सारे छोटे छोटे वायु मार्ग हैं। इन्ही के जरिए ऑक्सीजन हमारे शरीर में रक्त के जरिए पहुंचती है। लेकिन जब कोई व्यक्ति अस्थमा की बीमारी से पीड़ित होता है, तो यह वायुमार्ग सूज जाते हैं या इन पर एक परत चढ़ जाती है। जिसकी वजह से यह सख्त भी हो जाती हैं। इसके अलावा इन वायुमार्गों मे बलगम भर जाता है, जिससे हवा ऑक्सीजन सही तरह से शरीर में नहीं पहुंच पाती।
दमे की बीमारी से पीड़ित व्यक्ति के लिए किसी तरह की फिजिकल एक्टिविटी करना बहुत ज्यादा मुश्किल हो जाता है। ऐसे में अस्थमा के पंप की जरूरत भी पड़ती है। इसी के जरिए व्यक्ति सामान्य तरह से सांस लेने में सक्षम हो सकता है। आइए जानते हैं दमे से जुड़ी कुछ अन्य बातें।
अस्थमा के प्रकार – About Asthma Types in Hindi
दोस्तों अब तक आपने अस्थमा मीनिंग इन हिंदी क्या है यह जाना। अस्थमा किसी भी व्यक्ति को किसी भी उम्र के अंदर हो सकता है। साथ ही यह कई प्रकार का होता है। कुछ लोगों को यह सीजनल भी होता है, जो मौसम बदलने के दौरान होता है और उसके बाद ठीक भी हो जाता है। लेकिन अस्थमा की बीमारी के कई अन्य प्रकार होते हैं। अब हम जरा उस पर नजर डालेंगे।
- ऑक्यूपेशनल अस्थमा
- एलर्जिक दमा
- नॉन एलर्जिक दमा
- एस्पिरिन इंड्यूस्ड अस्थमा
- कफ-वेरिएंट दमा
- नोक्टर्नल अस्थमा
- एक्सरसाइज -इंड्यूस्ड ब्रोन्कोकंट्रिक्शन दमा
अस्थमा से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें – Important Things About Asthma in Hindi
- भारत जैसे देश की कुल आबादी में से 6 प्रतिशत बच्चे इस अस्थमा की बीमारी का शिकार हैं।
- वयस्कों में 2 प्रतिशत आबादी दमा की बीमारी से जूझ रही है।
- भारत में रहने वाले अधिकांश लोगों की आर्थिक हालत थोड़ी खराब है। जिसकी वजह से वह अपना हेल्थ इंश्योरेंस तक नहीं कराते।
- हमारे देश में आज भी बहुत से लोग दमा की बीमारी को कलंक की तरह मानते हैं। इसलिए यह बीमारी होने पर वह किसी को सूचित नहीं करते और न ही इसका इलाज कराते हैं।
- अस्थमा को लेकर एक भ्रम यह भी है कि इस बीमारी में इस्तेमाल किया जाने वाले इनहेलर की लोगों को आदत पड़ जाती है।
- भारत सरकार भी दमे को लेकर लोगों को जागरूक कर रही है ताकि लोग इस बीमारी को लेकर भ्रम में न रहें।
- दमे की बीमारी के दौरान लोग कुछ हद तक इलाज तो कराते हैं। लेकिन इलाज आधे में ही छोड़कर बैठ जाते हैं जिसकी वजह से यह अधिक खतरनाक हो जाता है।
अस्थमा (दमा) के लक्षण – Symptoms of Asthma in Hindi
दोस्तों अब तक आपने अस्थमा मीनिंग इन हिंदी क्या है यह तो जाना ही लिया है। अब हम आपको अस्थमा या दमा के लक्षणों के बारे में बताएंगे। दोस्तों किसी भी बीमारी से बचने या निपटने का तरीका यही है कि आपको इस बीमारी के शुरुआती लक्षणों के बारे में सही प्रकार पता हो। क्योंकि अगर आपको बीमारी के लक्षण नहीं पता होंगे तो आप इसका इलाज या उपचार नहीं कर पाएंगे। आइए जानते हैं दमे के लक्षण के बारे में।
दमे (अस्थमा) के लक्षण
- क्या आपको सांस लेते समय घबराहट होती है या फिर आपको सीटी जैसी कोई आवाज आती है। अगर हां तो यह दमे के लक्षणों में से एक है।
- क्या आपको छाती में अक्सर भारीपन रहता है। अगर हां तो यह अस्थमा का लक्षण हो सकता है।
- ऐसे बहुत से लोग हैं जिनकी चलते समय या बैठे बैठे भी सांस फूलने लगती हैं। यह Asthma Symptoms हो सकता है।
- बार बार खांसी आना भी Symptoms of Asthma है।
- अगर आपको अक्सर बेचैनी रहती है तो यह दमे के लक्षणों में से एक है।
- सीने में जकड़न होना भी दमे का एक लक्षण है।
- बात करते समय जल्दी जल्दी सांस लेना।
- चिंता या घबराहट होना।
दोस्तों ध्यान रहे बताए गए लक्षण कुछ ही हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि दमे के लक्षण ज्यादातर इस बात पर निर्भर करते हैं कि आप किस तरह के दमे के शिकार हैं।
दमा होने (Asthma) के कारण – Asthma Causes in Hindi
दोस्तों जिस तरह अस्थमा के प्रकार कई हैं, उसी तरह दमा होने के कारण या वजह भी कई हो सकती है। इसलिए आपको इन कारणों को जानकर सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं क्या हैं अस्थमा होने के कारण।
अस्थमा होने की वजह जेनेटिक
दोस्तों अस्थमा एक ऐसी बीमारी है जो आपको आपके घर परिवार या बुजुर्गों की वजह से भी हो सकती है। यानी अगर आपकी फैमिली हिस्ट्री में कोई व्यक्ति अस्थमा की बीमारी का शिकार हो चुका है तो आप भी इस बीमारी से ग्रसित हो सकते हैं। इसलिए थोड़ा सतर्क रहें।
वायरल संक्रमण
अधिकांश बच्चों को शुरुआती सालों में ही निमोनिया की शिकायत होने लगती है। ऐसा होने की वजह ठंड लगना हो सकती है। इस दौरान हुई बीमारी आगे चल कर जिंदगी भर के लिए दमे का रूप ले लेती है। अगर आपको बचपन में यह समस्या हो चुकी है तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। एक सही डाइट और योग के जरिए आप अस्थमा से बचे रह सकते हैं।
कमजोर इम्यूनिटी
ऐसे बहुत से शिशु या वयस्क भी होते हैं जिनकी इम्यूनिटी बचपन से ही कमजोर होती है। यह लोग अक्सर बदलते मौसम के साथ बीमार पड़ते हैं और इस दौरान की गई लापरवाही दमे की वजह बन जाती है।
दमे की अन्य वजह – Few More Reasons of Asthma in Hindi
- अगर आप अधिक ठंडी चीजों का सेवन करते हैं तो यह अस्थमा की वजह बन सकता है।
- अगर कोई व्यक्ति ऐसी जगह पर अधिक समय बिताएं जहां प्रदूषण अधिक हो तो उसे भी दमा हो सकता है।
- ऐसे बहुत सी खाद्य सामग्री है जो आपको दमे की बीमारी को ओर धकेल सकती है।
- खराब जीवन शैली बढ़ा हुआ वजन भी ऐसी कई समस्याओं को जन्म दे सकता है।
अस्थमा से बचाव के तरीके – About Asthma Prevention Tips in Hindi
दोस्तों अस्थमा मीनिंग इन हिंदी यानी दमे की बीमारी के इलाज से पहले जरूरी है कि आप इससे बचे रहें, और केवल दमा ही नहीं किसी भी बीमारी के उपचार से बेहतर उससे बचाव होता है। यानी आप ऐसी किसी बीमारी को पैदा ही न होने दें। आइए जानते हैं कि दमे से बचने के तरीके क्या हैं।
अस्थमा से बचाव के उपाय
- ऐसी किसी भी चीज से दूर रहें जो या केमिकल युक्त हो और खुशबूदार हो।
- किसी तरह के कीटनाशक दवाओं के छिड़काव का हिस्सा न बनें। ऐसा होने पर दूर रहें। इससे आप दमा से बचे रहेंगे।
- दमे के व्यक्ति के लिए धूम्रपान करना बिल्कुल भी सही नहीं है। ऐसे में अगर आपके आस पास कोई धूम्रपान कर रहा हो तो इससे दूर हो जाएं। वहीं खुद भी धूम्रपान न करें।
- अगर आपको किसी भी चीज से एलर्जी है और छींक या खांसी शुरू हो जाती है, तो इन चीजों से पूरी तरह दूर रहें। इसके जरिए आप अस्थमा से बचे रहेंगे।
- दमे के मरीज को अक्सर धूल या बदलते मौसम के कारण भी दिक्कत हो सकती है। अगर आपको ऐसी कोई दिक्कत है तो धूल वाली जगह पर या तो मास्क पहनें या वहां से दूर हो जाएं। वहीं सर्दियों के मौसम में खुद को बचाकर रखें ताकि आपको खांसी या जुकाम न हो।
- सर्दी के मौसम में धुंध में जाने से बचे रहें।
- अगर आप अपनी डाइट और जीवन शैली में कुछ अहम बदलाव को अपना लें तो भी आप अस्थमा से बचे रह सकते हैं।
अस्थमा ठीक करने के घरेलू उपाय – Home Remedies of Asthma in Hindi
दोस्तों अब तक हमने आपको अस्थमा से बचाव के तरीके और अस्थमा के लक्षण कारण बता दिए हैं। अब बात करते हैं कि अस्थमा का घरेलू इलाज क्या हो सकता है। जाहिर है कि अगर आपको यह समस्या हो गई है तो आप अस्थमा का पक्का इलाज खोज रहे होंगे। लेकिन इससे पहले आप अस्थमा के घरेलू उपाय आजमा कर देख सकते हैं। अब आपको Asthma Meaning in hindi का अर्थ तो समझ आ गया होगा।
अस्थमा के लिए आहार – Asthma Diet in Hindi
जब भी हम किसी बीमारी के घरेलू इलाज की बात करते हैं तो उसमें आहार का सही होना जरूरी होता है। इसलिए हम आपको कुछ चीजों की सूची दे रहे हैं जिनका सेवन आपको अस्थमा के दौरान करना है। यह खाद्य सामग्री आपकी अस्थमा की स्थिति को बचाकर रखेगी। आइए जानते हैं क्या है अस्थमा के लिए आहार।
- अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति को हरी पत्तेदारी सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
- भारतीय रसोई में इस्तेमाल किए जाने वाले मसाले जैसे लहसुन, अदरक, हल्दी, और काली मिर्च को शामिल कर सकते हैं। यह अस्थमा के लिए सही आहार हैं।
- आप अस्थमा में अनाज के रूप में गेहूँ, पुराना चावल, मूंग, कुल्थी, जौ आदि का सेवन कर सकते हैं।
- गुनगुने पानी के जरिए भी आप अस्थमा को मात दे सकते हैं।
- शहद गले के विकारों में लाभदायक माना जाता है।
अंजीर के फायदे अस्थमा में
अगर आपको अस्थमा की शिकायत है तो आपके लिए अंजीर का सेवन बहुत ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए केवल आपको रात के समय अंजीर को भिगोकर रखना होगा। इसके बाद सुबह खाली पेट इसका सेवन करना होगा। इससे आपको अस्थमा से राहत मिलेगी।
मेथी है दमे का आयुर्वेदिक उपचार
मेथी दाना अपने बहुत से गुणकारी प्रभावों के लिए जाना जाता है। लेकिन बहुत ही कम लोग यह बात जानते हैं कि मेथी के जरिए अस्थमा से राहत मिल सकती है। इसके लिए आपको मेथी के दानों को पानी में तब तक उबालना होगा जब तक पानी एक तिहाई न रह जाए। अब इसमें अदरक का रस और शहद मिलाकर पिएं। अस्थमा का यह घरेलू उपाय आपको इससे राहत दिला सकता है।
करेला से दमे में राहत
करेला अपनी बहुत से गुणकारी तत्वों को लेकर जाना जाता है। दमें की समस्या में भी आप करेले का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आपको केवल करेले के पेस्ट में शहद और तुलसी के पत्तों के साथ मिलाकर सेवन करना है। यह अस्थमा का पक्का इलाज हो सकता है।
विटामिन सी का सेवन
विटामिन सी हमारे रक्त को साफ करने के लिए अलावा हमारी इम्यूनिटी को भी मजबूत करने का कार्य करती है। ऐसे में दमे की समस्या में भी आप विटामिन सी का सेवन कर सकते हैं। यह आपके दमे की स्थिति में सुधार कर सकती है।
प्याज से अस्थमा का उपचार
प्याज लगभग हर घर के अंदर इस्तेमाल की जाती है। लेकिन बहुत ही कम लोग जानते हैं कि प्याज के अंदर सल्फर मौजूद होता है। यह सल्फर अस्थमा के प्रभाव को कम करता है। साथ ही छाती में होने वाला भारीपन से राहत दिलाता है। प्याज का उपयोग आप सलाद की तरह कर सकते हैं।
सरसो के तेल का उपयोग
अगर आप सरसों के तेल का उपयोग छाती और रीढ़ की हड्डी पर मालिश करने के लिए करते हैं तो इससे अस्थमा का प्रभाव कम होने लगता है।
अजवाइन का अस्थमा में उपयोग
अजवाइन अपने गुणों के लिए जानी जाती है। आयुर्वेद के अंदर इस बात का जिक्र किया गया है कि अजवाइन कई बीमारियों से राहत दिला सकती है। वहीं अगर अजवाइन को पानी में डालकर भांप ली जाए तो इससे अस्थमा में राहत मिलती है।
अस्थमा से छुटकारा पाने के कुछ अन्य घरेलू उपाय
- दूध हल्दी का सेवन करने से दमे की समस्या से राहत मिल सकती है।
- तेज पत्ते और पीपल के पत्तों को पीसकर मुरब्बे की चाशनी के साथ सेवन करने से दमे से राहत मिलती है।
- सहजन की सब्जी के सेवन से आपको अस्थमा की बीमारी से छुटकारा मिल सकता है।
- बड़ी इलायची का उपयोग भी अस्थमा में किया जा सकता है।
- कॉफी का नियमित सेवन करने से भी आपको अस्थमा की समस्या से राहत मिल सकती है।
- आंवला पाउडर सेवन करने से आपको दमे से राहत मिल सकती है।
- लहसुन को कच्चा खाने से भी दमे की बीमारी से छुटकारा मिल सकता है।
- एक्सरसाइज और योग करके भी आप अस्थमा की समस्या से लड़ सकते है।
अस्थमा में परहेज
- तला हुआ भोजन, मछली, का सेवन दमे की समस्या में नहीं करना चाहिए।
- दमे के मरीज को कार्ब्स और अधिक प्रोटीन वाली चीज का सेवन अधिक नहीं करना चाहिए।
- खाने पीने की ऐसी चीजें जिनकी तासीर ठंडी होती है उनका सेवन नहीं करना चाहिए।
- कोल्डड्रिक, आइसक्रीम ठंडा पानी से बचकर रहना चाहिए।
- अधिक मीठे पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए।
दमा का उपचार – Treatment of Asthma in Hindi
दोस्तों अब तक आपने Asthma Meaning in Hindi समेत घरेलू उपाय लक्षणों से संबंधित जानकारी प्राप्त की है। अब हम आपको अस्थमा का उपचार कैसे किया जा सकता है। इस बारे में सूचित करेंगे। आइए जानते हैं कैसे करें दमे का इलाज
Asthma Treatment in Hindi
- डॉक्टर के पास अगर आप दमे की बीमारी को लेकर जाते हैं तो वह आपको इनहेलर लेने की सलाह दे सकता है।
- एंटी इंफ्लेमेटरी ड्रग्स की राय भी डॉक्टर आपको दे सकता है।
- स्टेरॉयड के जरिए भी इस बीमारी का उपचार किया जा सकता है।
- छोटे बच्चों को अस्थमा की बीमारी में डॉक्टर नेब्यूलाइजर दे सकते हैं।
- इसके अलावा भी अस्थमा की बीमारी में डॉक्टर आपको तरह तरह की दूसरी दवाएं और उपचार की प्रक्रिया अपनाने की सलाह भी दे सकते हैं।
नोट – ध्यान रहे कि किसी भी स्थिति में बिना डॉक्टर की सलाह के दवा का सेवन न करें। वरना इसके बहुत ज्यादा नुकसान आपको उठाने पड़ सकते हैं।
अस्थमा के नुकसान – Asthma Complication in Hindi
दोस्तों अस्थमा की समस्या की वजह से लोगों को कई तरह की जटिलता एवं समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं अस्थमा के कुछ नुकसान
अस्थमा के कुछ नुकसान
- अस्थमा की समस्या में व्यक्ति को नींद से जुड़ी समस्या होने लगती है।
- ब्रोन्कियल ट्यूब अस्थमा में पतली हो जाती हैं जिसकी वजह से सांस लेने में अधिक दिक्कत आने लगती है।
- अगर आप अस्थमा की दवाएं लंबे समय तक ले रहे हैं तो इसके भी कुछ दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।
- दवाओं की अधिक मात्रा भी अस्थमा के स्थिति को बिगाड़ सकती है।
- अस्थमा बढ़ने की वजह से फिजिकल एक्टिविटी करना नामुमकिन हो जाता है।
- अस्थमा के अटैक आने पर कई बार व्यक्ति की जान तक चली जाती है।
नोट – दोस्तों अस्थमा की समस्या होने पर किसी भी तरह की लापरवाही न बरतें। हो सके तो इस बीमारी से बचे रहने के लिए एक सही जीवन शैली का चुनाव करें। ताकि आप लंबे समय तक स्वस्थ रह सकें। अगर स्थिति में जरा भी गड़बड़ी दिखाई दे तो डॉक्टर के पास जाकर उपचार जरूर कराएं।
निष्कर्ष – Conclusion
दोस्तों हमने अपने इस लेख में आपको About Asthma Meaning in Hindi समेत दमे के लक्षण, कारण और उपाय से लेकर इलाज तक बता दिए हैं। अब अगर आप चाहें तो अस्थमा से बचने के उपाय अपना सकते हैं। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो इसे आगे शेयर जरूर करें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
-
क्या अस्थमा पूरी तरह ठीक हो सकता है?
अस्थमा के कई प्रकार होते हैं। उनमें से कुछ पूरी तरह ठीक हो सकते हैं।
-
क्या अस्थमा के लिए आहार भी जिम्मेदार हो सकता है?
हां, अस्थमा के लिए खराब भोजन भी जिम्मेदार है।
-
क्या दमा जेनेटिक भी होता है?
हां, दमे की समस्या जेनेटिक भी हो सकती है।
-
क्या होम्योपैथिक दवा के जरिए दमा ठीक हो सकता है?
इसके बारे में आपको डॉक्टर की राय पर ही भरोसा करना होगा। इसलिए केवल डॉक्टर से ही इस बारे में पूछें।
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