Ragi क्या है? के 16 बेमिसाल फायदे। Ragi Meaning in Hindi। Finger Millet
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Ragi क्या है? के 16 बेमिसाल फायदे। Ragi Meaning in Hindi। Finger Millet

Information About Ragi in Hindi Meaning. भारत में अनाज के ना केवल कई अलग अलग किस्म पाई जाती है। बल्कि कई तरह के अनाज पाए जाते हैं, जैसे गेहूं, मक्का, जौ, बाजरा और रागी इत्यादि। आज हम आपको रागी मीनिंग इन हिंदी की ही जानकारी देंगे। रागी एक अनाज है जो अपने पोषक तत्वों और स्वाद के लिए बहुत ज्यादा पसंद किया जाता है। जिस तरह सेहतमंद रहने के लिए फल और सब्जियों का सेवन जरूरी है। उसी तरह अनाज यानी रागी का सेवन भी फायदेमंद होता है। रागी को अंग्रेजी भाषा में Finger Millet के नाम से जाना जाता है। जबकि हिंदी में इसे रागी और नचनी के नाम से पुकारा जाता है। इतिहास से लेकर आज तक रागी को लेकर ढेरों अध्ययन किए गए हैं। इन सभी अध्ययनों में Ragi के फायदों का जिक्र विस्तार से किया गया है। अगर आप भी रागी के फायदे नुकसान और उपयोग से संबंधित किसी प्रकार की जानकारी हासिल करना चाहते हैं, तो हमारे इस लेख पर अंत तक बने रहें।  

क्या है रागी का अर्थ -What is Ragi Meaning in Hindiक्या है रागी का अर्थ -What is Ragi Meaning in Hindi

रागी का मीनिंग इन हिंदी नचनी होता है। यह एक अनाज है जिसका उपयोग लगभग 4000 साल पहले शुरु किया गया था। रागी या फिंगर मिलेट की खेती मैदानी इलाकों के बजाय सबसे ज्यादा पहाड़ी क्षेत्रों में की जाती है। Ragi की खेती के लिए कोई निर्धारित समय नहीं होता यह 12 महीने उगाया जा सकता है। बाकी कई अनाजों के मुकाबले रागी जल्दी कटने लायक हो जाता है। नचनी के अंदर अमीनो अम्ल और मेथिओनाइन पाया जाता है जो कि स्टार्च युक्त बहुत से खाद्य पदार्थों में भी नहीं मिलता। इसके अंदर कई ऐसे गुण पाए जाते हैं जो न केवल आपको बीमारी से बचाकर रखते हैं। बल्कि बीमारी से लड़ने में भी आपकी मदद करते हैं। आइए जानते हैं रागी से जुड़ी कुछ अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में। 

रागी के पौधे की जानकारी –  Ragi Plant in Hindi 

Ragi के पौधे की बात करें तो यह आमतौर पर एक मीटर तक लंबा होता है। पोएसी कुल से संबंधित यह रागी का पौधा सूखे क्षेत्रों में उगाया जाता है। भारत समेत दुनियाभर में रागी की खेती की जाती है। साथ ही रागी के कई प्रकार होते हैं, जैसे शुव्रा, चिलिका, Vl 149 और GPU 45 आदि। रागी के कई दूसरे भी प्रकार होते हैं। लेकिन इन सभी में बस वालियां का ही फर्क होता है। इसके अलावा सभी तरह की रागी गुणों में लगभग एक से ही होते हैं। 

Main points

रागी के नाम अन्य भाषाओं में – Ragi Names in Other Languages

रागी का पौधा पोएसी कुल से आता है और इसका वैज्ञानिक नाम एलुसाइनी कोराकैना है। भारत के अंदर ही हिंदी समेत कई दूसरी भाषाओं में रागी को अलग नाम से जाना जाता है, जिसकी सूची कुछ इस प्रकार है।

  • Finger Millet in Hindi – रागी, मंडुआ, मकरा, मंडल, नचनी
  • Ragi in English – Finger Millet, Indian Millet, African Millet
  • Finger Millet in Sanskrit – मधुलिका, नर्तक, भूचरा, कठिन, कणिश
  • Finger Millet in Oriya – मांडिया, उर्दू-मंडवा
  • Finger Millet in Konkani – मरूबा धान
  • Finger Millet in Gujarati – गोन्डो, नाचणे
  • Finger Millet in Punjabi – चालडोरा, कोदा, कोदों, मंधल
  • Finger Millet in Rajasthani – रागी
  • Finger Millet in Bengali – मरुआ
  • Finger Millet in Marathi – नचीरी, नगली, नाचणी
  • Finger Millet in Arabic – तैलाबौन
  • Finger Millet in Persian – मन्डवाह

 रागी के पोषक तत्व – Nutrients of Ragi (Finger Millet) in Hindi

रागी एक या दो नहीं बल्कि सैकड़ों गुणों का खजाना है। इसके अंदर कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो कुछ इस प्रकार हैं, कैल्शियम, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, पोटेशियम, फाइबर और फास्फोरस आदि। इसके अलावा इसमें कई खनिज पदार्थ और विटामिन मिनरल्स भी मौजूद होते हैं जो कुछ इस प्रकार हैं, ईथर के अर्क, अमीनो अम्ल, आयोडीन, मेथोनाइन, सोडियम, जिंक, विटामिन बी 2, विटामिन बी1, विटामिन बी 3, आयरन मैग्नीशियम आदि। यह सभी तत्व इंसानी शरीर के अंगों की कार्य क्षमता को बेहतर बनाए रखने और बीमारी से बचाए रखने के लिए जाने जाते हैं।  

रागी से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें – Important Things About Ragi in Hindi 

रागी की तासीर – रागी एक अनाज है और इसकी तासीर की जानकारी होना आपके लिए बेहद जरूरी होता है। आपको बता दें कि रागी की तासीर ठंडी होती है। 

रागी अनाज कैसा है – रागी एक मोटा अनाज है। आपको बता दें कि मोटे अनाज की खेती सबसे ज्यादा आसान मानी जाती है। 

रागी का संग्रह – किसी भी अनाज को संग्रह करने के लिए अक्सर कीटनाशक की आवश्यकता होती है। लेकिन रागी के अनाज का संग्रह करने के लिए किसी तरह के कीटनाशक की आवश्यकता नहीं होती। 

रागी का इतिहास – रागी को भारत में लगभग 4 हजार साल पहले लाया गया था। 

नचनी का निर्यात – रागी का निर्यात सबसे ज्यादा भारत द्वारा ही किया जाता है। 

रागी का उत्पादन – रागी का सबसे ज्यादा उत्पादन भारत में कर्नाटक में ही किया जाता है। इसके अलावा कर्नाटक के बाद तमिलनाडु, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल, झारखण्ड एवं उत्तराखंड में भी किया जा सकता है।   

रागी के बेमिसाल फायदे – Benefits of Ragi in Hindi रागी के बेमिसाल फायदे - Benefits of Ragi in Hindi

दोस्तों अब तक आपने Ragi Meaning in Hindi समेत कई जानकारियां प्राप्त कर ली हैं। आपको बता दें कि Ragi Benefits सेहत से लेकर मस्तिष्क पर भी देखे जाते हैं। यही नहीं रागी खाने के फायदे स्किन और बालों पर भी देखने को मिल सकते हैं। अगर आप रागी के फायदों के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं तो नीचे दिए गए प्वाइंट्स को ध्यानपूर्वक पढ़ें। 

मधुमेह में रागी के फायदे 

Finger Millet का उपयोग मधुमेह की समस्या के अंदर किया जा सकता है। हाल ही में हुए शोध बताते हैं कि रागी के अंदर एंटी डायबिटिक गुण होते हैं, जो डायबिटीज की स्थिति को नियंत्रित करने और इससे बचने के लिए जाने जाते हैं। साथ ही रागी एक ग्लाइसेमिक खाद्य पदार्थ है जो ब्लड ग्लूकोज को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है। ऐसे में कहा जा सकता है कि Ragi Benefits डायबिटीज में होते हैं। 

कोलेस्ट्रॉल में नचनी के फायदे

अगर आपका बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ गया है और आप इसे जल्दी से जल्दी कम करना चाहते हैं और गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाना चाहते हैं, तो रागी का लाभ उठा सकते हैं। यूं तो कोलेस्ट्रॉल हमारे शरीर के लिए जरूरी होता है। लेकिन जब शरीर की धमनियों में बैड कोलेस्ट्रॉल जमने लगता है तो खून का बहाव बधित हो जाता है। जिसकी वजह से हार्ट अटैक आने का खतरा बना रहता है। ऐसे में रागी के अंदर डायटरी फाइबर और फायटिक एसिड होता है जो कोलेस्ट्रॉल को शरीर से बाहर निकालने का कार्य करता है। 

हड्डियों के विकास के लिए 

हमारे शरीर में हड्डियों को मजबूत होना बहुत ज्यादा जरूरी होता है। क्योंकि अगर हड्डियां कमजोर होने लगती हैं तो इससे ना केवल चलने फिरने में दिक्कत आती है। बल्कि हड्डियों के आसानी से टूट जाने का भी खतरा बना रहता है। ऐसे में हड्डियों के विकास के लिए रागी का सेवन किया जा सकता है। हाल ही में हुई रिसर्च बताती है कि रागी के  अंदर चावल के मुकाबले 30 गुना कैल्शियम होता है, और कैल्शियम हड्डियों के विकास के लिए और मजबूती के लिए सबसे जरूरी होता है। ऐसे में अगर आप अपनी रोजाना की डाइट में रागी का सेवन शुरू कर दें, तो इससे आपको काफी लाभ होगा। गर्भवती महिलाएं, बच्चे एवं वयस्क सभी के लिए रागी गुणकारी अनाज सिद्ध हो सकता है। 

हृदय के लिए फायदेमंद 

आज के समय में हृदय रोग का होना बहुत ज्यादा आम हो गया है। लोगों की खराब जीवन शैली और खाने के प्रति लापरवाही के चलते हार्ट अटैक तक का सामना करना पड़ता है। लेकिन रागी के अंदर पाए जाने वाले कई तत्व आपके हृदय का ख्याल रख सकते हैं। आपको बता दें कि रागी में आयरन, मैग्नीशियम, और फाइबर जैसे गुण होते हैं। यह गुण ना केवल आपको हार्ट अटैक की स्थिति से बचाते हैं। बल्कि यह हृदय के दूसरे जोखिम जैसे कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित करते हैं। इस लिहाज से कहा जा सकता है कि Finger Millet के फायदे हृदय रोग में देखे जा सकते हैं। 

खून की कमी से राहत 

आज के समय में ज्यादातर महिलाओं को खून की कमी की समस्या से जूझना पड़ता है। जिसकी वजह से उनके शरीर में कमजोरी और चक्कर आने की समस्या भी होने लगती है। शरीर में रेड ब्लड सेल्स का निर्माण करने के पीछे आयरन होता है। आयरन की कमी की वजह से ही खून की कमी होने लगती है। इस समस्या को एनीमिया का नाम दिया जाता है। लेकिन महज रागी को डाइट में शामिल करने से खून की कमी पूरी होने लगती है। ऐसा इसलिए क्योंकि रागी के अंदर आयरन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। जिससे शरीर उपयुक्त मात्रा में रक्त का निर्माण करने लगता है। 

वजन संतुलित रखने में रागी के लाभ

अगर आप वजन घटाना चाहते हैं या जिंदगी भर के लिए संतुलित करना चाहते हैं, तो आपको अपनी डाइट के अंदर रागी के आटे की यानी Ragi Flour को शामिल करना होगा। रागी के अंदर मौजूद फाइबर ना केवल आपका वजन कम करता है बल्कि इसे पूरी तरह संतुलित करने का भी कार्य करता है। लोग अक्सर वजन घटाने के लिए डाइटिंग या टेम्पोरेरी डाइट का सेवन करते हैं। जिसके बाद वजन तो कम हो जाता है। लेकिन जैसे ही डाइट शुरू करते हैं वैसे ही उनका वजन बढ़ने लगता है। इसलिए रागी का सेवन आपकी बढ़ते वजन की समस्या का एक स्थायी उपाय है। 

माताओं में दूध का उत्पादन 

प्रजनन के बाद अक्सर बहुत महिलाओं का दूध बेहद कम मात्रा में उतरता है। जिसकी वजह से शिशु को पहले दिन से ही पैकेज्ड दूध का सेवन करना पड़ता है, जो आगे चल कर शिशु के विकास पर असर डालता है। लेकिन रागी के सेवन से यह स्थिति भी नियंत्रित की जा सकती है। हाल ही में हुई एक रिसर्च बताती है कि रागी के अंदर अमीनो अम्ल, आयरन और कैल्शियम अधिक मात्रा में पाया जाता है। यह सभी तत्व प्रजनन के बाद दूध का उत्पादन बढ़ाने का कार्य करते हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि प्रजनन के बाद रागी के फायदे होते हैं। 

शिशु के विकास में रागी खाने के फायदे

शिशु के पैदा होने के 6 महीने के बाद अक्सर अभिभावक उन्हें पैकेज्ड फूड का सेवन कराने लगते हैं। जिसकी वजह से कई बार शिशु को दस्त जैसी समस्या भी होने लगती है। ऐसे में शिशुओं को ऐसी खाद्य सामग्री की आवश्यकता होती है जिनमें प्रोटीन, कैल्शियम, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी और  एंटीबैक्टीरियल गुण हो। इसके अलावा भी कई पोषक तत्वों की जरूरत शिशु के विकास में पड़ती है। आपको जानकर हैरानी होगी की केवल यह नहीं बल्कि उससे कहीं ज्यादा गुण रागी के अंदर पाए जाते हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि रागी का सेवन शिशु के विकास के लिए जरूरी होता है। 

त्वचा के लिए रागी

गर्म के मौसम के दौरान सीधा सूरज के संपर्क में आते ही स्किन को भारी नुकसान होने लगता है। जिसकी वजह से टैनिंग से लेकर कई तरह दिक्कत होने लगती हैं। लेकिन अगर रागी का सेवन किया जाए तो इन समस्याओं से राहत पाई जा सकती है। आपको बता दें कि रागी के अंदर फेरुलिक एसिड होता है जो सूरज की यूवी किरणों से आपको बचाता है। इसके अलावा बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करने में भी रागी फायदेमंद माना जाता है। दरअसल रागी के अंदर एंटी एजिंग गुण होते हैं जो चेहरे पर पड़ने वाली झुर्रियों को कम कर सकती है। 

ब्लड प्रेशर में फायदेमंद 

अगर आपको ब्लड प्रेशर नियंत्रित रखने के लिए दवा का सेवन करना पड़ता है. तो रागी आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। दरअसल रागी के अंदर पोषक तत्व और खनिज पदार्थ होते हैं जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में कारगर सिद्ध होते हैं। 

रागी के कुछ अन्य लाभ -Few More Benefits of Finger Millet (Ragi) in Hindi 
रागी के कुछ अन्य लाभ -Few More Benefits of Finger Millet (Ragi) in Hindi

  1. दांतों के लिए – अगर आपके दांत कमजोर हैं या मसूड़ों से खून निकलता है तो रागी का सेवन करने से यह समस्या दूर हो सकती है। इसके अंदर मौजूद कैल्शियम आपके दांतों को मजबूत बनाए रखता है।
  2. कब्ज – अगर आपको कब्ज की समस्या है  तो आप रागी का सेवन कर सकते हैं। इसके अंदर मौजूद फाइबर आपके कब्ज की समस्या से राहत दिलाता है।
  3. पाचन – पाचन संबंधित समस्याओं में भी रागी का सेवन फायदेमंद हो सकता है। 
  4. फंगल इंफेक्शन – रागी के अंदर एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो फंगल इंफेक्शन से राहत दिला सकते हैं।
  5. मस्तिष्क के लिए – अगर आपको तनाव, अनिद्रा, सिरदर्द या डिप्रेशन की समस्या है तो इन समस्याओं में भी रागी आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
  6. ग्लूटेन फ्री– रागी एक ग्लूटेन फ्री अनाज है। यह उन लोगों के लिए फायदेमंद हैं जिन्हे डॉक्टर केवल ग्लूटेन फ्री उत्पाद का सेवन करने की सलाह देते हैं। 

रागी का उपयोग – Uses of Ragi in Hindi रागी का उपयोग - Uses of Ragi in Hindi

दोस्तों अब तक आपने Ragi Meaning in Hindi से लेकर Ragi Benefits की जानकारी हासिल की। अब हम आपको बताते हैं कि आखिर आप किस तरह रागी का इस्तेमाल कर सकते हैं। रागी के सही और उचित मात्रा में इस्तेमाल करने से ही आपको यह लाभ होंगे।

रागी के उपयोग के तरीके 

  • आप रागी का डोसा खा सकते हैं।
  • रागी के आटे की रोटियों का सेवन भी किया ज सकता है।
  • रागी की चकली बनाई जा सकती है।
  • रागी के आटे से हलवा भी बनाया जा सकता है।
  • रागी से फेस मास्क भी बनाया जाता है।
  • पराठे बनाने में भी रागी का उपयोग किया जा सकता है।
  • इडली बनाने के लिए भी रागी का उपयोग किया जाता है।

रागी के नुकसान – Side Effects of Ragi in Hindiरागी के नुकसान - Side Effects of Ragi in Hindi

दोस्तों रागी के फायदे और उपयोग के बाद हम आपको रागी के कुछ नुकसानों के बारे में भी बताना चाहेंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि जब तक आप किसी खाद्य सामग्री के फायदे और नुकसान नहीं जान लेते तब तक आप तय नहीं कर पाते कि आपको इसका सेवन करना है या नहीं।

रागी से होने वाले नुकसान

  1. अगर आप रागी का अधिक सेवन करते हैं तो आपके किडनी में स्टोन की समस्या हो सकती है। 
  2. रागी का अधिक सेवन पेट फूलने, सूजन, पेट में ऐंठन की समस्या को जन्म दे सकता है।
  3. अगर कोई व्यक्ति अधिक रागी का सेवन करता है तो दस्त या उल्टी भी हो सकती है।
  4. किसी व्यक्ति को अगर एलर्जी है तो उसे रागी का सेवन नहीं करना चाहिए। 

नोट – रागी किसी बीमारी का उपचार नहीं कर सकता। साथ ही अगर आपको कोई समस्या है या आप रागी का सेवन करने का मन बना रहे हैं तो डॉक्टर से इसकी सलाह जरूर ले। बिना डॉक्टर के परामर्श के किसी भी चीज का सेवन हानिकारक हो सकता है। 

निष्कर्ष – Conclusion

दोस्तों हमने अपने इस लेख में आपको Ragi in Hindi Meaning में बता दिया है। साथ ही रागी से जुड़ी तमाम जानकारी आपको दे दी है। अब अगर आप चाहें तो रागी का सेवन कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि आप इसका सीमित मात्रा में ही सेवन करें। अगर यह जानकारी आपको पसंद आयी हो तो इस लेख को शेयर जरूर करें। 

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या रागी की तासीर गर्म होती है?

नहीं रागी की तासीर ठंडी होती है।

क्या रागी का सेवन स्किन पर लाभ पहुंचाता है?

रागी के गुणों को देखते हुए और हाल ही में हुए शोध तो इसी ओर इशारा करते हैं। हालांकि इस पर अभी थोड़ी रिसर्च की आवश्यकता और है।

क्या रागी के सेवन से डिप्रेशन का इलाज हो सकता है?

रागी किसी समस्या का इलाज नहीं करता। बल्कि यह बीमारी के असर को कुछ प्रतिशत तक कम कर सकता है।

क्या रागी के सेवन से हृदय को लाभ हो सकता है?

हां, रागी हृदय के लिए लाभदायक हो सकती है।

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