Migraine क्या है? माइग्रेन के लक्षण और 12 उपाय एवं बचाव। Migraine Meaning in Hindi
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Migraine क्या है? माइग्रेन के लक्षण और 12 उपाय एवं बचाव। Migraine Meaning in Hindi

Information About Migraine Meaning in Hindi. माइग्रेन को दुनिया के सबसे भयंकर दर्द की सूची में रखा जाए तो गलत नहीं होगा। यह ऐसा दर्द है, जिसकी पीड़ा केवल वह व्यक्ति ही समझ सकता है जिसे यह दर्द हुआ हो।  माइग्रेन के लक्षण जानने के प्रयास बहुत से लोग अक्सर करते रहते हैं। आज के समय में माइग्रेन की समस्या बहुत ज्यादा लोगों को होने लगी है। इसलिए हम आपको बताएंगे कि माइग्रेन क्या होता है, और Symptoms of Migraine in Hindi में क्या है। यह भी बताएंगे। इसके अलावा माइग्रेन के उपाय और लक्षण भी हम आपको बताएंगे। 

आपको बता दें कि माइग्रेन की तकलीफ सिर दर्द की होती है, अगर आप इसे माइग्रेन के दर्द को एक साधारण सिर दर्द समझ रहे हैं तो बता दें यह आपकी सबसे बड़ी भूल होगी। इस दर्द से गुजरने वाले लोग अक्सर माइग्रेन की टेबलेट, माइग्रेन के परहेज और माइग्रेन के घरेलू उपाय खोजते दिखाई देते हैं। अगर आप भी Migraine का Meaning in Hindi में जानना चाहते हैं, या फिर माइग्रेन से जुड़े लक्षण, उपाय या अन्य किसी भी प्रकार की जानकारी खोज रहे हैं तो हमारे इस लेख पर अंत तक बने रहें। हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से माइग्रेन से जुड़ी समस्त जानकारी मुहैया कराएंगे। 

क्या है माइग्रेन का अर्थ – What is The Meaning of Migraine in Hindi क्या है माइग्रेन का अर्थ - What is The Meaning of Migraine in Hindi

Migraine का मीनिंग सिर दर्द ही होता है। बस यह साधारण सिर दर्द से काफी अलग होता है। यह या तो आधे सिर में होता है या फिर यह पूरे सिर में होता है। माइग्रेन का दर्द 2 घंटों से लेकर कई दिनों तक बना रहता है। यह इतना दर्दनाक होता है कि व्यक्ति कई बार बर्दाश्त ही नहीं कर पाता और रोने तक लगता है। ऐसे बहुत से लोग हैं जो माइग्रेन के दर्द को अनुवांशिक भी बताते हैं। यानी अगर आपके परिवार में किसी को हुआ है तो यह समस्या किसी आपको भी हो सकती है। जबकि इसकी असली वजह क्या है यह लोग नहीं जानते। आइए जानते हैं क्यों होता है माइग्रेन। 

Main points

क्यों होता है माइग्रेन का दर्द 

आपको ऐसे बहुत ही कम लोग मिलेंगे जो माइग्रेन होने की सही और सटीक वजह बता पाएंगे। दरअसल माइग्रेन एक न्यूरोलॉजिकल समस्या है। शरीर में न्यूरोट्रांसमीटर के उत्पादन का कारण माइग्रेन हो सकता है। Migraine की दिक्कत किसी भी व्यक्ति के शरीर में तब होती है, जब मस्तिष्क में रक्त संचार अधिक होने लगता है। इसकी वजह से या तो आधे सिर में या फिर पूरे सिर में भयंकर दर्द होता है। 

कैसे होता है माइग्रेन का दर्द – How does migraine pain happen in Hindi

माइग्रेन से पीड़ित लोगों ने इसकी शुरुआत में कई तरह की चीजें महसूस की हैं। जैसे सिर में कंपन होना, सिर को धड़कता हुआ महसूस करना, कई लोगों ने यह भी अनुभव किया है कि इस दर्द के दौरान सिर में छोटे छोटे छेद हो रहे हैं। माइग्रेन के पेन की वजह से कई लोग बहुत निर्बल महसूस करने लगते हैं। माइग्रेन का दर्द सबसे ज्यादा माथे को प्रभावित करता है। साथ ही इस दर्द का असर बहुत से लोगों को अपनी आंखों पर भी दिखाई देता है। इस दर्द की खास बात यह है कि यह कभी सिर के दाईं तरफ होगा तो कभी बाईं तरफ। वहीं कई बार यह दर्द पूरे सिर में फैल जाएगा। 

क्या हैं माइग्रेन होने के कारण – Causes of Migraine in Hindiक्या हैं माइग्रेन होने के कारण - Causes of Migraine in Hindi

माइग्रेन की समस्या पर एक लंबे समय से रिसर्च चल रही है जो अब तक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। लेकिन कुछ ऐसी चीजें हैं जो माइग्रेन की समस्या होने का कारण बन सकती हैं। आइए जानते हैं आखिर किन वजह से माइग्रेन ट्रिगर होता है। 

माइग्रेन ट्रिगर होने की वजह 

  1. पानी की कमी होना या पानी ना पीना माइग्रेन का कारण हो सकता है।
  2. ऐसे लोग जो अक्सर तनाव की समस्या से घिरे रहते हैं उन्हें माइग्रेन भी अपनी गिरफ्त में ले सकता है। 
  3. महिलाओं को गर्भावस्था, मासिक धर्म या हार्मोन असंतुलित होने पर भी यह स्थिति पैदा हो सकती है। 
  4. अगर अचानक आपकी आंखों पर तेज प्रकाश पड़े तो यह भी माइग्रेन के दर्द की वजह बन सकता है।
  5. कुछ लोगों के कान बेहद संवेदनशील होते हैं। ऐसे लोग जब किसी तरह की तेज आवाज सुनते हैं तो उन्हे भी माइग्रेन की समस्या पैदा हो सकती है। 
  6. अगर बहुत अधिक गर्मी हो तो भी सूरज की रोशनी की वजह से माइग्रेन की दिक्कत हो सकती है। 
  7. ऐसे लोग जो अधिक सिगरेट या शराब का सेवन करते हैं उन्हें भी माइग्रेन की दिक्कत हो सकती है। 
  8. अगर आपकी नींद के समय में अचानक कोई बदलाव आया हो तो यह वजह भी माइग्रेन के दर्द को जन्म दे सकती है। 
  9. गर्भ निरोधक दवा या अन्य किसी तरह की दवा के सेवन से भी माइग्रेन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
  10. ऐसे बहुत से लोग होते हैं जिन्हें किसी प्रकार की खाने पीने की चीजों से एलर्जी हो सकती है। यह दिक्कत भी माइग्रेन को पैदा करने के लिए काफी है।
  11. किसी तरह की सुगंध या बदबू भी इस समस्या को पैदा कर सकती है। 

इसके अलावा भी माइग्रेन को ट्रिगर करने की वजह कई हो सकती हैं। लेकिन इन वजहों पर से पर्दा नहीं उठा है। लेकिन अगर आप जानना चाहते हैं कि आपको यह समस्या कब होती है तो इसके लिए आपको केवल इतना याद करना होगा कि यह दर्द किस चीज के बाद हुआ। यानी कुछ खाने के बाद, किसी आवाज सुनने के बाद। 

माइग्रेन के लक्षण – Symptoms of Migraine in Hindi 
माइग्रेन के लक्षण - Symptoms of Migraine in Hindi

साधारण तौर पर सिर दर्द की समस्या किसी ना किसी व्यक्ति को कभी ना कभी हो ही जाती है। लेकिन ऐसे में अगर आप माइग्रेन के लक्षण समझना चाहते हैं तो आपको अपने सिर के दर्द के पैर्टन को समझना होगा। इसी तरह आप Migraine Symptoms जान पाएंगे। आइए जानते हैं किस तरह के लक्षणों को माइग्रेन में गिना जा सकता है।

माइग्रेन पेन के लक्षण

  1. अगर आपको आंखों में भारीपन या दर्द महसूस होता है और पलकें झपकाना भी बहुत मुश्किल लगता है तो यह माइग्रेन के दर्द का लक्षण हो सकता है।
  2. माइग्रेन के मरीजों में मूड स्विंग की समस्या अक्सर देखने को मिलती है। यानी अगर आप अचानक उदास या उत्साहित हो जाते हैं तो यह लक्षण माइग्रेन का है। 
  3. अगर आपको बार बार पेशाब करने की इच्छा हो तो यह माइग्रेन का सिम्पटम हो सकता है। 
  4. उल्टी या मतली आना भी इस समस्या का एक लक्षण माना गया है। 
  5. अक्सर थकान महसूस करना या नींद ना आना इस माइग्रेन का सिम्पटम हो सकता है। 
  6. माइग्रेन के दर्द से पहले लोगों को कुछ खाने की इच्छा होने लगती है।
  7. सिर दर्द भी माइग्रेन के दर्द में बदल सकता है। 
  8. आधे सिर में दर्द होना माइग्रेन पेन का सिम्पटम हो सकता है। 
  9. ऐसे लोग जो किसी आवाज, स्मैल, या रोशनी के प्रति अधिक संवेदनशील हो यह लक्षण मधुमेह का होता है।
  10. सिर फड़कना महसूस हो तो यह भी माइग्रेन के कुछ गिने चुने लक्षणों में से एक है। 
  11. अगर आपको अक्सर उबासी आती रहती है और थका हुआ महसूस करते हैं तो यह इसके लक्षण हो सकता है। 
  12. सिर के अंदर किसी तरह के सुराख महसूस होना भी माइग्रेन पेन के सिम्पटम्स हो सकते हैं। 
  13. अगर आपको सिर दर्द के दौरान पैदल चलना, या रोजाना की गतिविधि करना मुश्किल लगता है तो यह माइग्रेन पेन के कुछ लक्षणों में से है।

माइग्रेन के दर्द से बचाव के तरीके – Migraine Pain prevention Tips in Hindi माइग्रेन के दर्द से बचाव के तरीके - Migraine Pain prevention Tips in Hindi

दोस्तों किसी भी समस्या से निपटने का तरीका अगर होता है तो वह होता है उससे बचाव। अगर आप भी माइग्रेन की समस्या से बचाव चाहते हैं तो आप कुछ तरीके आजमा सकते हैं। लेकिन अगर आपको इन तरीकों को आजमाने के बाद भी माइग्रेन की दिक्कत होती है तो आप इसके उपाय या उपचार भी अपना सकते हैं। 

कैसे बचे माइग्रेन के दर्द से

  • अगर आपको गर्मी से यह समस्या होती है तो कोशिश करें कि धूप में ना निकलें। अगर निकलना हो तो ऐसे कपड़े पहने जो आपको ठंडा रखें और छतरी का उपयोग करें।
  • अगर आप अधिक मात्रा में पानी पीते हैं तो आप माइग्रेन की दिक्कत से बचे रह सकते हैं। 
  • अपने भोजन को समय पर और तय मात्रा में करने से आप इस तरह की समस्या से बचे रह सकते हैं। 
  • एक सही डाइट और एक्सरसाइज को नियमित रूप से अपनाकर आप माइग्रेन से बचे रह सकते हैं। 
  • अगर आप अधिक मसाले या चटपटा भोजन करते हैं तो इसे बंद कर दें। 
  • शराब और सिगरेट का सेवन पूरी तरह बंद कर दें।
  • चॉकलेट या कैफीन युक्त पदार्थो के अधिक सेवन से आपको माइग्रेन हो सकता है। इनसे दूरी बनाकर रखें। 
  • अचानक तेज रोशनी में निकलने से बचें। धूप में काले चश्मे का उपयोग करें। 
  • योग के जरिए कई तरह की शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक समस्याओं से बचा जा सकता है। आप नियमित रूप से योग करते रहें।
  • रनिंग या स्विमिंग जैसी गतिविधियां रोजाना करने की आदत डालें इससे माइग्रेन से बचा जा सकता है।
  • लिक्विड डाइट का पूरा ध्यान रखें, रोजाना पानी के अलावा, नींबू पानी, छाछ, नारियल पानी, जूस आदि का सेवन करते रहें।
  • किसी तरह के तनाव या स्ट्रेस में ना रहे।
  • अंधेरे के अंदर फोन का उपयोग बिल्कुल ना करें। 
  • अगर आपको सफर के दौरान यह दिक्कत होती है तो सफर कम करें या गर्मियों में तो बिल्कुल ना करें। 
  • अपनी थाली को ज्यादा से ज्यादा रंगों से भर कर रखें। यानी हेल्दी फ्रूट और सब्जी का सेवन करें। 

अगर माइग्रेन जैसी समस्या से बचे रहने की कोई अन्य तरकीब या उपाय है तो वह यह है कि खुद पर ध्यान दें। देखें कि यह समस्या आपको कब और कैसे शुरू होती है। यानी क्या आप कुछ खाते हैं तो माइग्रेन का दर्द होता है। या आप कहीं जाते हैं या गर्मी के कारण यह महसूस होता है। अगर आप खुद पर ध्यान दे पाएंगे तो आपको इस समस्या की मुख्य जड़ समझ में आएगी और आप इस से बचे रह पाएंगे। 

माइग्रेन के घरेलू उपाय – Migraine Home Remedies in Hindiमाइग्रेन के घरेलू उपाय - Migraine Home Remedies in Hindi

दोस्तों अगर आपको माइग्रेन का पेन होने लगा है तो इससे राहत पाने कि लिए आपके पास केवल दो विकल्प रह जाते हैं। पहला की किसी डॉक्टर के पास जाएं और वह आपको माइग्रेन की टेबलेट या इलाज बताएगा। वहीं दूसरा आप कुछ माइग्रेन ठीक करने के घरेलू उपाय आजमा सकते हैं। जो कुछ इस प्रकार हैं।  

धनिए की चाय है माइग्रेन का घरेलू उपाय

धनिए का उपयोग लगभग सभी सब्जियों में किया जाता है। आपको शायद पता ना हो कि धनिए के अंदर ऐसे कई गुण हैं जो आपको बहुत सी भयंकर बीमारियों से बचाने के लिए किया जाता है। यही नहीं यह धनिया माइग्रेन और सिर दर्द को ठीक करने का एक जबरदस्त घरेलू उपाय है। इसके लिए आपको केवल धनिए की चाय का सेवन करना होगा। इससे आपको माइग्रेन के पेन से राहत मिलेगी।

सेब के सिरका माइग्रेन का उपाय

सेब के सिरके का उपयोग बहुत से व्यंजनों के अंदर किया जाता है। यही नहीं वजन कम करने में भी सेब के सिरके के लाभ देखे जाते हैं। ऐसे में अगर आपको माइग्रेन की दिक्कत है तो भी आप सेब के सिरके का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आपको केवल रोजाना तीस दिन तक सेब के सिरके और शहद का मिलाकर पीना है। इससे माइग्रेन के दर्द की छुट्टी हो सकती है।

माइग्रेन से राहत दिलाए आइस पैक 

हम सभी के घरों आइस पैक का उपयोग बहुत से दर्द दूर करने के लिए किया जाता है। ऐसे ही आप माइग्रेन के दर्द में भी आइस पैक का उपयोग कर सकते हैं। हालांकि आइस पैक के जरिए आपको कुछ ही देर के लिए आराम मिलेगा। आप इसे उस जगह रखें जहां आपको दर्द है। 

लैवेंडर का तेल

लैवेंडर के तेल की महक बहुत ही ज्यादा मनमोहक होती है। वहीं आयुर्वेद में भी माइग्रेन के दर्द को दूर करने के लिए लैवेंडर के तेल का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। इसके लिए आपको केवल गर्म पानी लेना है और इसमें दो से चार बूंद इस तेल की डालकर सूंघनी है। इससे आपको माइग्रेन में राहत मिलेगी। 

पेपरमिंट के जरिए माइग्रेन से राहत 

पेपरमिंट का उपयोग आपने भी जरूर किया होगा। पेपरमिंट के अंदर ऐसे कई गुण होते हैं जो आपको कई तरह की बीमारियों से राहत दिला सकते हैं। इसके लिए आपको केवल रोजाना पेपरमिंट का सेवन करना होगा। वहीं अगर आप माइग्रेन से राहत पाना चाहते हैं तो आपको केवल पेपरमिंट की चाय पीनी होगी। अगर आप चाहें तो पेपरमिंट के तेल के जरिए सिर की मालिश भी कर सकते हैं। इससे आपको माइग्रेन के दर्द से राहत मिलेगी। 

अदरक से माइग्रेन का उपचार

आज के समय में अदरक ऐसी खाद्य सामग्री या जड़ी बूटी है जिसका उपयोग बहुत से व्यंजनों के अंदर किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अदरक की चाय का सेवन करने से आपको सिर दर्द और माइग्रेन के पेन से राहत मिल सकती है। आपको जब भी यह दर्द हो तो आप इसका सेवन कर सकते हैं। 

सिर की मालिश करें

सदियों से ही सिर दर्द को दूर करने और सिर की नसों को आराम देने के लिए मालिश का सहारा लिया जाता है। आप भी माइग्रेन से राहत पाने के लिए सिर की मालिश किसी तेल के जरिए कर सकते हैं। इसमें आप ठंडा तेल लगाएं तो आपके लिए ज्यादा बेहतर होगा। 

खाद्य सामग्री में बदलाव 

माइग्रेन की दिक्कत होने पर आप अपनी दिनचर्या और डाइट दोनों में बदलाव करके भी इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। इसके लिए केवल आपको बहुत से फलों और हरी सब्जियों को अपनी डाइट में शामिल करना होगा। इसके अलावा आप कुछ भी चटपटा और मसालेदार भोजन करने से पूरी तरह बचें। 

माइग्रेन के उपचार के विकल्प – Migraine Treatment Option in Hindiमाइग्रेन के उपचार के विकल्प - Migraine Treatment Option in Hindi

अगर आपको माइग्रेन की समस्या में घरेलू उपाय भी काम ना आए तो आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। डॉक्टर आपके माइग्रेन की वजह समझ कर इलाज की प्रक्रिया बताएंगे। इसमें कई तरह के इलाज के विकल्प शामिल हैं। लेकिन आप इस बात का खास ध्यान रखें कि इसका उपचार समय पर कराएं। इसमें किसी तरह की ढील बरतना आपके शरीर में दूसरी अन्य समस्याएं भी पैदा कर सकती है। 

माइग्रेन की टेबलेट 

माइग्रेन की समस्या होने पर डॉक्टर आपको माइग्रेन की टेबलेट दे सकते हैं। इसमें कई तरह की दवाएं हैं जो आप ले सकते हैं। जैसे पेन किलर एस्पिरिन, आइबुप्रोफेन, दे सकते हैं। यह दवाएं आपको हल्के माइग्रेन के दर्द से राहत दिला सकते हैं। 

इसके अलावा भी कई ऐसी दवाएं हैं जिनका सेवन आप माइग्रेन की समस्या से राहत पाने के लिए कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे इस तरह की दिक्कत होने पर केवल डॉक्टर से ही संपर्क करें। बिना डॉक्टर की सलाह के किसी तरह की दवा न लें। 

निष्कर्ष – Conclusion

दोस्तों हमने अपने इस लेख में आपको Migraine Meaning in Hindi में बता दिया है। साथ ही आपने माइग्रेन के कारण, लक्षण, उपाय और बचाव के बारे में भी जाना है। अब अगर आप इस समस्या से छुटकारा चाहते हैं तो आप बताए गए उपाय अपना सकते हैं। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

  1. क्या माइग्रेन का दर्द जेनेटिक हो सकता है?

    ऐसा कहा तो जाता है कि माइग्रेन की समस्या जेनेटिक भी है। लेकिन इस पर अभी कुछ रिसर्च होनी बाकि है।

  2. माइग्रेन की बीमारी कैसे होती है?

    यह एक न्यूरोलॉजिकल समस्या है, यह तब होती है जब मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह आवश्यकता से अधिक हो जाता है।

  3. माइग्रेन की बीमारी कैसे ठीक होती है?

    माइग्रेन की बीमारी को ठीक करने के लिए आप धनिया, अदरक, पेपरमिंट या तुलसी की चाय पी सकते हैं। इससे माइग्रेन की समस्या ठीक हो सकती है।

  4. माइग्रेन में क्या परहेज करना चाहिए?

    माइग्रेन की समस्या में आपको पनीर, चीज, मैगी, चाउमीन, एवं अधिक मसालेदार भोजना का सेवन करने से बचना चाहिए। साथ ही आपको माइग्रेन की समस्य जिस भी वजह से होती है उससे दूर रहना चाहिए। चाहे वह तेज रोशनी हो, गर्मी हो या कोई आवाज हो।

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