आंखों की रोशनी बढ़ाने के 23 घरेलु उपाय- How To Improve Eyes Sight Tips in Hindi
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आंखों की रोशनी बढ़ाने के 23 घरेलु उपाय- How To Improve Eyes Sight Tips in Hindi

Main points

आंखें या Eyes का सुरक्षित और तंदरुस्त होना हमारे लिए कितना जरूरी है। यह बात तो हम सभी जानते हैं। लेकिन फिर भी ना जाने ऐसे कितने ही लोग हैं जो इनकी देखभाल नहीं करते और आंखों की रोशनी खो बैठते हैं। इसलिए आज हम आपको बताएंगे कि आप अपनी आंखों की रोशनी को कैसे ठीक कर सकते हो (How To Improve The Eye Sight)। हम जानते हैं कि आंखों पर मोटे चश्मे लगाना किसी को पसंद नहीं होता, लेकिन लापरवाही और आंखों का ध्यान ना रख पाने की वजह से चश्मा भी लगाना पड़ जाता है। इसलिए आज हम आपको वह तमाम तरीके बताएंगे जिससे आप अपनी Eye Sight Improve कर पाएंगे। आंखों की रोशनी को ठीक करने के लिए आपको थोड़ी मेंहनत और लगन जरूर दिखानी होगी। क्योंकि आप चाहें आंखों की रोशनी के लिए योगा करें, एक्सरसाइज करें, या किसी तरह की डाइट ले। इन सभी को कुछ समय तक नियमित रूप से निभाना होगा। तभी आपकी आईसाइट इम्प्रूव होगी। तो चलिए शुरू करतें हैं यह जानने से कि क्यों कमजोर होती हैं आंखें और कैसे करें आंखों की जांच।

क्यों कमजोर होती हैं आंखें – Causes of Weak Eye Sight In hindiक्यों कमजोर होती हैं आंखें - Causes of Weak Eye Sight In hindi

तकनीक के इस युग ने दिमाग ही नहीं बल्कि आंखों को भी कमोजर बना दिया है। आज कल परिजन भी बच्चों को रोता देख उनके हाथ में फोन पकड़ाना पसंद करते हैं। जिसकी वजह से यह एक बूरी आदत बन जाती है। आज कल के बच्चे या युवा दोनो ही कमजोर दृष्टि का शिकार बन जाते हैं जिसका पहला सबसे बड़ा कारण है फोन लैपटॉप या कंप्यूटर का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करना। इसका दूसरा कारण हैं सही मात्रा में पोषक तत्व ना मिलना। इसका तीसरा सबसे बड़ा कारण है उम्र। 

उम्र के साथ साथ भी आइसाइट कमजोर होने लगती है। लेकिन इससे बचाव संभव है। अपनी उम्र के साथ जीवनशैली में बदलाव करना बहुत ज्यादा जरूरी है। अगर अपनी रोजाना की चीजों में थोड़ा बहुत भी बदलाव किया जाए, तो आंखों की रोशनी को ना केवल सुरक्षित रखा जा सकता है। बल्कि आइसाइट को इम्प्रूव भी किया जा सकता है। चलिए जानते हैं आंखो की समस्या के बारे में।

पोषक तत्वों ना मिलने से कमजोर होती है रोशनी – Nutrient Factor for weak Eyesight

आज के समय में लोग भोजन करते वक्त या कुछ खाते समय केवल और केवल अपनी जुबान का ख्याल रखते हैं, जिसकी वजह से वजह शरीर में पोषक तत्वो की कमी हो जाती है। इसी के कारण भी आखों की रोशनी प्रभावित होने लगती है। Eye Sight Improve करने के लिए जरूरी है कि आप विटामिन ए, विटामिन ई, जिंक ल्यूटिन, जियाजैक्थीनी और ओमेगा-3 फैटी एसिड जरूरी है। इसलिए अपनी डाइट में इस तरह की चीजे जरूर शामिल करें जिनमे यह पोषक तत्व हों। नीचे जानिए किन चीजों के सेवन से मिलेंगे यह पोषक तत्व।

आंखों की रोशन कमजोर होने के लक्षण – Symptoms Of Weak Eyesight in Hindi

अब आप यह सोच रहे होंगे कि कही आपकी आंखें तो कमजोर नहीं हैं। तो चलिए जानते हैं कि किस तरह चैक करें की आपकी आंखों की रोशनी कमजोर हो गई है। 

  • अगर आपको दूर की वस्तुएं देखने में किसी तरह की समस्या आ रही है तो यह आंखों के वीक होने का लक्षण हैं।
  • आंखों में हर समय दर्द रहना भी आईस कमजोर होने का ही लक्षण माना जाता है।
  • पढ़ाई करते समय अगर आपकों धुंधला दिखाई दे रहा है, या फिर आपको सही तरह शब्द नहीं दिख रहे हैं। यह भी दृष्टि दोष है।
  • पढ़ेते वक्त सिर में दर्द का एहसा होना 
  • अगर आपको तेज रोशनी में कई तरह की रंग बिरंगी रोशनी दिखाई देती है तो भी आपकी आंखें कमजोर हो सकती हैं।
  • अगर आपको अंधेरे से रोशनी में जाने से देखने में समस्या होती है तो भी यह आंखे कमजोर होने का ही लक्षण है।
  • हर समय या पढ़ते और अन्य काम करते समय आंखों से पानी गिरना भी कमजोर आंखें होने का ही एक लक्षण है।
  • आंखों में सूजना आ जाना
  • आंखे लाल रहना
  • आंखों में हद से ज्यादा जलन या खुजली होना।
  • अब तक आपने जाना की आईसाइट वीक होने के क्या लक्षण होते हैं। अब हम जानते हैं कि आंखों की वह बीमारी कौन सी हैं जिनसे आपको बच कर रहना है। 

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आंखों से जुड़ी मुख्य बीमारी या समस्या – Eyes Major Defects In Hindiआंखों से जुड़ी मुख्य बीमारी या समस्या - Eyes Major Defects In Hindi

आंखों की कुछ गंभीर बीमारियाँ हैं जिनकी वजह से या तो व्यक्ति को दूर का या पास का दिखाई नही देता। जिसे ठीक करने के लिए ही उसे चश्मे या लेंस का उपयोग करना पड़ता है। लेकिन अगर वक्त रहते इन समस्याओं के बारे में पता चल जाए तो आँखों की रोशनी को ठीक किया जा सकता है। चलिए जानते हैं कौन सी हैं वह बीमारी, जिनके होने पर आपको थोड़ा सचेत होना है ताकि आप दृष्टि को टीक कर सके।

निकट दृष्टि दोष – Myopia

इस बीमारी के दौरान देखने वाले व्यक्ति को दूर का कुछ भी साफ दिखाई नहीं देता। जबकि वह नजदीक की चीजे आसानी से देख लेता है।  

इस बीमारी का कारण होता है अभिनेत्र लेंस की वक्रता का अधिक हो जाना, या नेत्र गोलक का लंबा होना। जब भी अभिनेत्र लेंस अधिक हो जाता है या फिर नेत्र गोलक लंबा हो जाता है तो देखने वाले व्यक्ति का दूर देखने वाला बिन्दु नजदीक आ जाता है। जिसकी वजह से दूर खड़ी किसी भी चीज का चित्र रैटिना पर ना बन कर रेटिना के सामने थोड़ा आगे बनने लगता है। 

जब भी किसी व्यक्ति को Myopia का समस्या होती है तो डॉक्टर उन्हे अवतल लेंस (Concave Lens) लगाने की राय देते हैं। इसके लिए पहले आपकी आंखों की पूरी तरह जांच हो कर नंबर बनाया जाता है और नंबर के अनुसार ही आपको लेंस या चश्मा दिया जाता है।

दीर्घदृष्टि दोष – Hypermetropia or Long Sightdness

दीर्घ दृष्टि दोष इस समस्या या बीमारी के दौरान व्यक्ति को अपने पास की चीजे धूंधली दिखाई देती हैं। जबकि उसकी दूर की दृष्टि पूरी तरह सुरक्षित होती है। ऐसा तब होता है जब अभिनेत्र लेंस की फोकस दूरी कम हो जाती है या फिर नेत्र गोलक छोटा हो जाता है। अभिनेत्र लेंस की फोकस दूरी अत्याधिक हो जाने या नेत्र गोलक के छोटा हो जाने पर दूर दृष्टि से पीड़ित व्यक्ति का निकट बिंदु सामान्य निकट बिंदू से दूर हो जाता है। जिसकी वजह से वस्तु की बनने वाली तस्वीर रेटिना के पीछे फोकस करने लगती हो और प्रितिबंब रेटिना पर ना बनकर उससे थोड़ा पीछे बनने लगता है। 

जब मरीज को पास की वस्तु उसे धुंधली  दिखाई देने लगती है तब डॉक्टर मरीज को उत्तल लेंस (Convex Lens) लगाने की सलाह दी जाती है। इस दशा में भी पहले आंखों की जांच कि जाती है और मरीज की दृष्टि कितनी कमजोर हो गई है इसी के आधार पर उसे यह लेंस या चशमे का नंबर दिया जाता है।

जरा दूरदृष्टिता – Pressbyopia

प्रेसबायोपिया की समस्या ज्यादातर बूढ़ापे में ही दस्तक देती है। उम्र के साथ साथ सिललिअरी मासपेंशिया कमजोर हो जाती हैं और अधिकांश व्यक्ति के नेत्र का निकट बिंदु दूर हट जाता है। इसके अलावा उनके अभिनेत्र लेंस की समंजन क्षमता घट जाती है, जिसके कारण व्यक्ति  पास रखी वस्तुओं को स्पष्ट नहीं देख पाता है। 

प्रेसबायोपिया से ग्रसित व्यक्ति को या तो कोनवेक्स लेंस दिया जाता है, या फिर एक ऐसा चशमा दिया जाता है जिसके आधे हिस्से में कोनकेव लेंस होता है और आधे में कोनवेक्स लेंस होता है। इसे बाइफोकल लेंस के नाम से जाना जाता है। 

मोतियाबिंद – Cataracts

कई बार उम्र के साथ कुछ लोगों की आंखों का क्रिस्टलीय लेंस धुंधला हो जाता है। इस स्थिति को ही मोतियाबिंद कहा जाता है। इस बीमारी में आंखों की रोशनी बेहद कमजोर हो जाती है और कई बार तो व्यक्ति पूरी तरह देखना ही बंद कर देता है। इस बीमारी का इलाज शल्य चिकित्सा के द्वारा किया जा सकता है। 

आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए आहार – Diet For Improve Eyesight In Hindi
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए आहार - Diet For Improve Eyesight In Hindi

दोस्तों अगर आपकी आंखें कमजोर हो गई हैं, चाहे वह किसी भी कारण की वजह से क्यों ना हुई हों। उन्हे आसानी से ठीक किया जा सकता है। इसके लिए आपको महज आपके जीवन में कुछ छोटे मोटे बदलाव करने होंगे। इनमे सबसे पहला बदलाव होगा आपकी डाइट में। आपको अपने रोजाना के जीवन में बेहतरीन खाद्य पदार्थो को जोड़ना होगा, तभी आपकी आंखें सुरक्षित और तंदरुस्त रहेंगी। चलिए जानते हैं क्या आहार है आपकी आंखों के लिए सही।

ब्रोकली है आईसाइट इमप्रूव करने में कारगर – Broccoli Benefits For Eye Sight

ब्रोकली हमारी आंखों के लिए बेहद जरूरी और आसानी से मिलने वाली सब्जी में से एक है। ब्रोकली के अंदर एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए कारगर है। इसके अलावा इसमें विटामिन ए भी प्रचूर मात्रा में पाया जाता है, जिसे आंखों के लिए बहुत महत्वपूर्ण कहा माना जाता है। इसका सेवन आप उबाल कर या सलाद की तरह भी खा सकते हैं। 

गाजर या गाजर का जूस – Carrot Help To Improve Eye Sight

आप आंखों की रोशनी तेज करने की बात करें औग गाजर का उसमे नाम ना शामिल हो। ऐसा हो ही नहीं सकता। इसमें बीटा कैरोटीन होता है जो आंखों की मासपेंशियों को मजबूत बनाए रखता है। गाजर के अलावा संतरे, नींबू और कई खट्टे फलों में बीटा कैरोटीन होता है जो आपकी आंखों की रोशनी को तेज बनाए रखे में मदद करता है।

मछली खाने से तेज होंगी आंखें – Fish Benefits For Eyes

अगर आप अपनी आंखों की रोशनी को तेज बनाए रखना चाहते हैं, तो आपको कम से कम सप्ताह में दो बार ताजी सालमोन मछली का सेवन करना होगा। सालमोन मछली को ओमेगा-3 फैटी एसिड का एक मुख्य  श्रोत माना जाता है। इसके अलावा इसमें ऐसे तत्व भी पाए जाते हैं जो मोतियाबिंद जैसी भयंकर बीमारी और ड्राई आइ सिंड्रोम जैसी समस्या से भी बचाए रखती है। 

आँवले से तेज होंगी आंखों की रोशनी- Amla is Good for Eye Sight

बाजार में बहुत आसानी और सस्ते में मिलने वाला आँवला आंखों की रोशनी को तेज करने का एक बेहतरीन उपाय है। आँवला के अदंर विटामिन ए, विटामिन सी, और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो आंखों के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते हैं। इसके अलावा आँवला रेटिना की कोशिकाओं के कार्य को भी करने में मदद करता है। आप इसे कच्चा भी खा सकते हैं, और चाहे तो आप बाजार में मिलने वाला ऑवला का जूस भी पी सकते हैं।

ब्लूबेरी से बढ़ाए आंखो की रोशनी – Blueberry help To Improve eye Sight

ब्लूबेरी का सेवन ना केवल आपके दिमाग के लिए बल्कि आपकी आंखों के लिए भी उतना ही फायदेमंद है। ब्लूबेरी एक ऐसा फल है जिसमें एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं।  यह फल रेटिना को उत्तेजित करता और नेत्र ज्योति को बढ़ाने का काम करता है। इसके अलावा यह कई आंखों की बीमारी को भी आपसे दूर रखता है। नेत्रों की ज्योति को बढ़ाने के लिए इस फल को रोजाना खाया जा सकता है।

ड्राइ फ्रूट हैं नेत्र ज्योति बढ़ाने में सक्षम- Nuts Good For Eyes

अगर हम यह कहें कि ड्राइ फ्रूट में किसी तरह की कोई मिलावट करना उतना आसान नहीं है तो शायद गलत नहीं होगा। आंखों की कमजोरी दूर करने के लिए आप बादाम और अखरोट का रोजाना सेवन कर सकते हैं। यह दोनो ही ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन ई के मुख्य श्रोत माने जाते हैं। इसलिए अगर आपको नेत्रों की कोई समस्या है तो आपको रोजाना इनका सेवन करना ही चाहिए।

सौंफ दूर करती है नेत्रों की कमजोरी- Sauf For Eye Sight

सौंफ जो आमतौर पर लोग रेस्टोरेंट में भोजन के बाद खाते हैं, अगर वह उसी का सेवन रोजाना घर पर भी चीनी के साथ खरना शुरू कर दे। तो इससे आंखों की कमजोरी पूरी तरह दूर हो जाएगी। सौंफ को सदियों से ही एक महान जड़ी बूटी में गिना जाता है। इसमें भी एंटीऑक्सीडेंट तत्व मौजूद होते हैं, जो आंखों को सुरक्षित और तंदरुस्त बनाए रखते हैं।

शकरकंद से करें आंखों की कमजोरी दूर – Sweet Potato For Better vision

आपने शायद हमेशा ही शकरकंद को हल्के में ही आंका होगा। आपको लगता होगा कि इसके कोई फायदे नहीं हैं। लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है। शकरकंद में भी गाजर की तरह ही बीटा कैरोटीन पाई जाती है जो आंखों की रोशनी के लिए बेहद फ़ायदेमंद है। इसका सेवन आप इसे उबाल कर कर सकते हैं। इसे सबसे पहले उबालें और खाने से पहले इसका छिलका उतार लें। फिर इसमे नींबू और काली मिर्च डाल कर खाएं। इसके अलावा आप दूध के साथ भी इसका सेवन कर सकते हैं। शकरकंद में विटामिन सी और फाइबर भी मोजूद होता है जो आंखों के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। 

सूखे मेवे से दूर होगी आंखों की कमजोरी – Dry Fruits is Good For Vision

आंखों की कमजोरी को दूर करने के लिए आप सूखे मेवे का सेवन भी कर सकते हैं। इनमें विटामिन्स की भरमार होती है जो ना केवल आईसाइट इम्रप्रूव करते हैं बल्कि कोलेस्ट्रॉल को भी संतुलित करके रखते हैं।

हरी सब्जियों से बेहतर होगी नेत्रों की ज्योति – Green Vegetables For Better Eye Sight

आपने बचपन से लेकर आज तक हजारों बार सुना होगा कि हरी सब्जिया खानी चाहिए। लेकिन आपने नहीं खाई होंगी। हरी सब्जियों के सेवन से आंखों को तो फायदा होता ही है। इसके अलावा शरीर के हर अंग को इनसे फायदा होता है। दोस्तो अपनी जुबान का ख्याल रखना बंद करें और अपनी सेहत का ध्यान रखना शुरू करें।

जामुन खाएं – Jamun Good For Vision

जामुन खाने में जितने स्वादिष्ट होते हैं उतने ही इसके फायदे भी हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कई गंभीर बीमारियों में भी जामुन खाने की सलाह देती है। जामुन के अंदर विटामिन सी प्रचूर मात्रा में पाई जाती है, जो आंखों की रोशनी के लिए बेहद जरूरी है। इसलिए आपको जामुन का सेवन भी करना चाहिए।

अंडे का सेवन – Eggs Good For Eye Sight

अंडे खाने के बहुत ही अधिक फायदे हैं। यह ना केवल आपकी हड्डियों और दांतों ख्याल रखते हैं बल्कि आपकी आंखों के लिए भी उतने ही फायदेमंद होते हैं। आप रोजाना 3-4 अंडे उबाल कर खा सकते हैं। इससे आपकी आंखों की कमजोरी दूर हो जाएगी।

इलायची दूर करेगी दृष्टि दोष – Cardamom Can Improve Eye Sight

इलयाचनी ना केवल आपकी आंखों को ठंडक पंहुचाती है बल्कि यह शरीर के तापमान को भी सामान्य बनाए रखने में मदद करती है। आप इसका पाउडर बना कर दूध में डालकर भी पी सकते हैं। इससे आपकी नेत्रों की ज्योति मजबूत होगी।

आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए कुछ अन्य टिप्स – Prevention and Important Tips For Improve Eyesightआंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए कुछ अन्य टिप्स - Prevention and Important Tips For Improve Eyesight

अगर आप अपनी आंखों को सुरक्षित और तंदरुस्त बनाए रखना चाहते हैं तो आपको डाइट के अलावा भी कुछ चीजे करना होगी। घबराइए मत इसके लिए आपको कोई अधिक काम नहीं करने होंगे। बस आपको कुछ ही चीजे करनी होंगी।

  • आंखों को दिन में कम से कम दो बार जरूर धोएं।
  • अगर आप छात्र है और पढ़ाई करते हैं तो पढ़ाई करते समय रोशनी पूरी हो इस बात का ध्यान रखें। अगर आप कम रोशनी में पढ़ाई करते हैं तो इससे आपकी आंखों पर अधिक जोर पड़ता है और वह अपनी क्षमता खोने लगती हैं।
  • धूल प्रदूषण और धूप भी आपकी आंखों की रोशनी के दुशमन हैं, इसलिए इन तीनों ही चीजों से खुद को बचा कर रखें। अगर किसी ऐसी जगह हैं जहां प्रदूषण, धूप या धूल अधिक है तो किसी अच्छे चशमें को पहन कर रखें। सूर्य से यूवी रेज निकलती हैं जो आंखों को नुकसान पंहुचा सकती हैं।
  • अगर आप बहुत अधिक समय तक कंप्यूटर लैपटॉप या फोन का इस्तेमाल करते रहते हैं तो थोड़ा सावधान हो जाएं और अपनी आंखों को आराम दे। हो सकें तो एक ब्लू रे वाला चशमा बनवा लें। जिससे आपकी आंखों तक इन गैजेट्स की खतरनाक रोशनी सीधी ना पंहुच सके।
  • आंखों को सुरक्षित रखने के लिए रोज सुबह नंगे पैर घांस पर चलें। इससे आपकी रोशनी बेहतर होगी।
  • अगर आप आंखों की रोशनी ठीक करना चाहते हैं तो आप आंखों के योग या एक्सरसाइज भी कर सकते हैं। इससे आपको यकीनन फायदा होगा।
  • आंखों की रोशनी को बेहतर बनाए रखने के लिए उचित आहार का सेवन शुरू कर दें।
  • फोन या दूसरे गैजेट्स का अधिक इस्तेमाल ना करें।

डॉकटर के पास कब जाएं

अगर आपको अपनी आंखों को लेकर जरा भी दिक्कत देखनी पड़ रही है तो आप तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। आप चाहें तो यह डाइट और तरीके आजमा सकते हैं। लेकिन यह किसी भी गंभी बीमारी से लड़ने में मदद करें ऐसा कोई कास प्रमाण मौजूद नहीं है। इसलिए आप डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

पूछे जाने वाले सवाल

क्या उम्र का असर आंखों पर भी पड़ सकता है?

हां, उम्र के साथ साथ आंखें भी कमजोर हो जाती हैं।

क्या बेहतर खाद्य पदार्थो के जरिए आंखों को तंदरुस्त रखा जा सकता है?

हां, अगर आप अपने खाने पीने का सही तरह ध्यान रखते हैं तो आप अफनी आंखों को हमेशा सुरक्षित और तंदरुस्त रख सकते हैं।

क्या आंखों के लिए विटामिन ई जरूरी होती है?

हां, विटामिन ई आंखों की रोशनी के लिए बेहद जरूरी है।

क्या घास पर चलने से आंखें तंदरुस्त रहती हैं?

हां, ऐसी की रिसर्च सामने आई हैं जिसमें बताया गया है कि नंगे पैर सुबह के समय घास पर चलने से आंखों को फायदा होता है।

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