हलासन के 16 फायदे और करने का तरीका। About Halasana in Hindi
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हलासन के 16 फायदे और करने का तरीका। About Halasana in Hindi

Main points

About Halasana in Hindi. क्या आपने हलासन के बारे में सुना है। अगर नहीं तो आज हम आपको अपने इस लेख में हलासन के बारे में विस्तार से बताएंगे। 

हलासन का नाम सुनते ही मस्तिष्क में एक चित्र बनता है जो किसान और हल से जुड़ा हुआ होता है। अब अगर आपको ऐसा लग रहा है कि हलासन खेत में चलने वाले हल से संबंधित है तो आप बिल्कुल सही है। हलासन का संदर्भ बिल्कुल खेतों में चलाए जाने वाले हल से ही है। हल का आविष्कार खेती के नजरिए से बेहद अहम है। हल आने के बाद ही किसान सख्त से सख्त भूमि को मुलायम बना पाते थे। इसी से प्रेरित हो कर देश में मौजूद योगियों ने एक हलासन बनाया जो शरीर की कठोरता को कोमलता और लचीलेपन में बदल दे। 

आज के समय में हलासन हर व्यक्ति के लिए एक जरूरी आसन बन गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि लोग घंटों तक सिस्टम पर बैठे रहते हैं। जिसकी वजह से कई तरह की शारीरिक समस्याएं तो हो ही रही हैं। साथ ही लोगों का वजन भी बढ़ने लगा है। ऐसे में हलासन करने के फायदे बहुत अधिक हो सकते हैं। आज हम आपको अपने इस लेख में हलासन के फायदे और करने के तरीके के समेत इसके नुकसान सावधानियां भी बताएंगे। अगर आप हलासन से जुड़ी किसी प्रकार की जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ें। 

क्या है हलासन – What is Halasana in Hindi क्या है हलासन - What is Halasana in Hindi

हलासन योग की दुनिया का एक मुख्य आसन है जो आपकी कई शारीरिक समस्या से लेकर मानसिक समस्याओं का अंत कर सकता है। हलासन को अंग्रेजी भाषा में Plow Pose भी कहा जाता है। कई दूसरे आसनों की तरह ही हलासन का नाम भी खेती में इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण के ऊपर रखा गया है। कहा जाता है कि सीता माता का नाम भी हल का ही एक पर्यायवाची शब्द है। हिन्दू ग्रंथों में इस बात का जिक्र मिलता है कि महाराज जनक जब खेतों में हल चला रहे थे, तो उन्हे एक बच्ची मिली थी। जिसके बाद ही उनका नाम हल से संबंधित रखा जो कि सीता था।

आइए जानते हैं हलासन कैसे करना चाहिए और हलासन के फायदे क्या हैं। साथ ही हलासन के दौरान किन सावधानियों का ध्यान रखना जरूरी है। 

हलासन से संबंधित जरूरी जानकारी – Important Things About Halasana in Hindi

  • हलासन करने का समय – अगर आप हलासन करने का विचार बना रहे हैं तो ध्यान रहे कि आप इसे सुबह के समय ही करें। अगर सुबह संभव न हो तो शाम को तब करें जब आपको कुछ खाए हुए 4 से 6 घंटे बीत चुके हो। 
  • हलासन से पहले क्या करें – अगर आप हलासन करने जा रहे हैं तो ध्यान रहे कि यह आसन करने से पहले आप पहले कुछ साधारण आसन कर चुके हो। साथ ही अगर आपने शौच नहीं किया है तो यह आसन करने से पहले शौच करें और फिर ही यह आसन करें। 
  • हलासन का महत्व – हलासन का महत्व सेहत के लिए तो होता ही है। साथ ही बहुत से लोग मानते हैं कि हलासन नियमित रूप से करने से कुछ ऐसी शक्तियां भी  महसूस होने लगती हैं जो आपने कभी महसूस नहीं की थी। 

हलासन से जुड़ी बातें 

  1. हलासन साधारण स्तर ही का ही योगासन है।
  2. यह हलासन हठ योग से की श्रेणी में आता है।
  3. आसन करने की अवधि 30 से 60 सेकंड तक होती है।
  4. इस आसन को दोहराया नहीं जाता।
  5. हलासन करने से खिंचाव कंधे और पसलियों पर आता है।
  6. यह आपकी रीढ़ की हड्डी और गर्दन को को मजबूत करता है।

हलासन करने का तरीका – How To Do Halasana Step By Step in Hindiहलासन करने का तरीका - How To Do Halasana Step By Step in Hindi

  1. Halasana Step 1 – इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल योगा मैट पर या किसी समतल जगह पर लेट जाएं। 
  2. हलासन Step 2- अपने हाथों को शरीर के पास रहने दें और हथेलियों को जमीन पर टिका दें।
  3. Halasana Step 3 – अब अपनी सांस अंदर की तरफ खींचें और पैरों को ऊपर की तरफ उठाएं। 
  4.  Step 4 – इसके बाद अपने पैरों को 90 डिग्री तक सीधा रखें और इसका दबाव पेट की मांसपेशियों पर रहेगा। 
  5. Step  5 – अब अपनी टांगों को धीरे-धीरे सीधा रखते हुए ही अपने सिर के पीछे की तरफ लेकर जाएं। 
  6. Step 6 – इसके बाद अगर संभव हो तो अपने दोनों पैरों के अंगूठे को पीछे की तरफ ही जमीन पर लगाने की कोशिश करें। 
  7. Step 7 – अब आप इस आसन में कम से कम 30 सेकंड से 1 मिनट तक रहें। 
  8. Step 8 – आसन से हटते हुए और रिलैक्स की पोजीशन में आते हुए किसी तरह की जल्दबाजी ना दिखाएं। आराम – आराम से उठें। 

हलासन के दौरान सावधानियां – Cautions During Halasana in Hindi
हलासन के दौरान सावधानियां - Cautions During Halasana in Hindi

दोस्तों हलासन हठ योग की श्रेणी में आता है, तो जाहिर है कि यह आसन कतई सरल तो नहीं होने वाला। ऐसे में आसन करते समय कुछ सावधानियां और सतर्कता जरूर बरतें। तभी आप इस आसन का लाभ उठा पाएंगे। 

हलासन के लिए सावधानियां 

  • ऐसे लोग जो हाई बीपी की समस्या से पीड़ित हैं वह यह आसन बिल्कुल ना करें। 
  • अस्थमा के मरीजों के लिए हलासन करना नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए अस्थमा मरीज भी हलासन करने की भूल ना करें।
  • अगर आसन करते हुए शुरुआत में समस्या हो तो आप अपनी कमर को हाथों से सहारा दे सकते हैं। 
  • डाएरिया की बीमारी से जूझने वाले लोग हलासन करने की भूल ना करें। 
  • अगर गर्दन में चोट या किसी तरह का दर्द हो तो हलासन का अभ्यास बिल्कुल भी ना करें। 
  • हलासन एक कठिन और चोट पहुंचाने वाला आसन है। इसलिए इस आसन को करते समय किसी ट्रेनर की सहायता ले लें। 
  • आसन करते समय शुरुआत में खिंचाव या दबाव गर्दन पर आ सकता है। ऐसे में घबराएं नहीं आसन को करते रहें। 
  • आसन में पूरी तरह निपुणता हासिल करने के साथ ही कोशिश करें की बोझ अधिक कंधों पर ही आए। 

हलासन के फायदे – Benefits of Halasana in Hindi हलासन के फायदे - Benefits of Halasana in Hindi

दोस्तों अब तक आपने हलासन करने के तरीके और हलासन से जुड़े हुए कुछ तथ्य और बातें जानी हैं। अब हम आपको हलासन के फायदे बताएंगे। अगर आप हलासन करने को लेकर कंफ्यूज हैं तो आप इस आसन के फायदों को जानकर आप इसे दोहरा पाएंगे। आइए जानते हैं क्या हैं हलासन करने के फायदे

मेटाबॉलिज्म 

अगर आपका मेटाबॉलिज्म बहुत ज्यादा स्लो या धीरे है, तो यकीनन आपका मोटापा अपने चरम पर होगा। खराब मेटाबॉलिज्म ना केवल मोटापे की वजह बनता है। बल्कि कहीं न कहीं यह डायबिटीज की स्थिति पैदा होने की भी एक बड़ी वजह है। लेकिन महज हलासन करने से अपने मेटाबॉलिज्म को तेज कर सकते हैं। पर ध्यान रहे कि इस आसन को आपको नियमित रूप से ही करना होगा। 

रीढ़ की हड्डी पर हलासन के लाभ 

आज के समय में घंटों तक सिस्टम पर बैठने की वजह से और बिना किसी फिजिकल एक्टिविटी के अक्सर लोगों की रीढ़ की हड्डी अपना लचीलापन खोने लगती है। लेकिन महज हलासन नियमित रूप से करने से आपकी रीढ़ की हड्डी का लचीलापन वापस लौट आता है।

पाचन तंत्र

हलासन करने के फायदे आपको पाचन तंत्र पर भी देखने को मिलते हैं। आज के समय अक्सर सभी कार्य बैठे बैठे करने होते हैं जिसकी वजह से हमारा पाचन तंत्र भी कमजोर होने लगता है। ऐसे में हलासन जैसे योग करने से आपका पाचन तंत्र दुरुस्त हो जाता है और आपको भोजन पचाने में दिक्कत नहीं होती।

डायबिटीज 

अगर आपको या आपके किसी अपने को डायबिटीज की समस्या दुर्भाग्यवश हो जाती है, तो आप डायबिटीज में शुगर लेवल कंट्रोल करने में हलासन की सहायता ले सकते हैं। हाल ही में ऐसी एक बात सामने आई है कि हालसन के जरिए शरीर का रक्त शर्करा स्तर नियंत्रित किया जा सकता है।

थायराइड की समस्या में 

हलासन के लाभ आपको थायरॉयड की समस्या में भी देखने को मिलते हैं। अगर आपको यह समस्या है तो आप रोजाना नियमित रूप से हलासन करें। इससे थायरॉयड ग्रंथि से जुड़ी समस्या पूरी तरह समाप्त हो सकती है।

नपुंसकता में हलासन

आज के समय में खराब जीवन शैली और आगे निकलने की होड़ नें व्यक्ति को बहुत सी शारीरिक और मानसिक रोगों की यातनाएं दी है। इन्ही में से एक है। नपुसंकता। अगर आपको भी यह नपुंसकता की समस्या है तो आप रोजाना हलासन करें। इससे नपुंसकता का उपचार कुछ हद तक हो सकता है। 

सिर दर्द में राहत 

आज के समय में हर तीसरे व्यक्ति को सिर दर्द की समस्या होने लगती है। ऐसे में सिर दर्द के लिए हर बार दवा का सेवन करना भी हानिकारक हो सकता है। इसलिए एक बार आपको सिर दर्द में हलासन योग को आजमाना चाहिए। इस आसन को करने से कुछ हद तक आपको आराम मिल सकता है। 

अनिद्रा से छुटकारा 

अगर आपको अनिद्रा की समस्या है यानी नींद ना आने की दिक्कत है तो आप हलासन के लाभ ले सकते हैं। दरअसल हाल ही में हुए कई अध्ययन बताते हैं कि हलासन करने से आपको अनिद्रा की समस्या से राहत मिल सकती है। 

साइनोसाइटिस 

साइनोसाइटिस का दर्द एक बहुत ही भयंकर दर्द है जो नाक और माथे के आस पास होता है। यह हलासन करने से आपको साइनोसाइटिस की समस्या से राहत मिल सकती है। लेकिन यह आसन आपको नियमित रूप से करना होगा।  

हलासन के कुछ अन्य लाभ – Few More Halasana Benefits in Hindi हलासन के कुछ अन्य लाभ - Few More Halasana Benefits in Hindi

  1. अगर किसी व्यक्ति को दिमागी शांति चाहिए तो वह हलासन कर सकता है। 
  2. थकान दूर करने में भी हलासन के लाभ ले सकते हैं। 
  3. स्ट्रेस से पीड़ित लोगों के लिए हलासन एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
  4. हलासन करने से पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती है और  लचीली भी होने लगती है। 
  5. मेनोपॉज की स्थिति में महिलाओं के लिए हलासन एक लाभदायक योगासन है।
  6. हलासन करने के लाभ  रक्त संचार में भी देखे जाते हैं। 
  7. अगर आपको भूख नहीं लगती तो आप हलासन कर सकते हैं। इससे आपको भूख लगनी शुरू  हो जाएगी।
  8. शरीर को संतुलित करने के लिए भी हलासन फायदेमंद रहता है। 

हलासन के बाद क्या करें – What to Do After Halasana in Hindi

अगर आप हलासन कर चुके हैं तो ध्यान रहे इस आसन को करने के तुरंत बाद भुजंगासन या पवनमुक्तासन करें। इन आसनों को करने से आपको  अधिक लाभ होगा।

निष्कर्ष – Conclusion

दोस्तों हमने अपने इस लेख में आपको हलासन के फायदे और हलासन करने का तरीका बता दिया है। अब अगर आप यह आसन करना चाहें तो कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि यह आसन किसी बीमारी का उपचार नहीं करता। यह आपकी स्थिति में कुछ सुधार ही कर सकता है। वह भी तब जब आप यह आसन नियमित रूप से करें।

अक्सर पूछे जाने वाला सवाल

  1. क्या अनिद्रा में हलासन के लाभ हो सकता हैं?

    हां, अनिद्रा की समस्या को कुछ हद तक हलासन के जरिए किया जा सकता है।

  2. हलासन योग किस श्रेणी में आता है?

    हलासन योग हठ योग की श्रेणी में आता है।

  3. क्या इस आसन के जरिए सिर दर्द से राहत पाई जा सकती है

    हां, इस आसन से सिर दर्द ठीक हो जाता है।

  4. क्या डायबिटीज के मरीज के लिए हलासन फायदेमंद है?

    हां, यह आसन डायबिटीज की समस्या में फायदेमंद माना जाता है।

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