Depression क्या है? अवसाद के लक्षण, कारण, 12 उपाय, इलाज। About Depression Meaning in Hindi
Information About Depression Meaning in Hindi, डिप्रेशन एक ऐसी मानसिक अवस्था है जिसमें व्यक्ति गहरे अंधकार में डूबकर उम्मीद खो बैठता है। रोजाना न जाने कितने ही लोग डिप्रेशन में आकर आत्महत्या तक कर लेते हैं। अगर आपको बताएं कि डिप्रेशन मीनिंग इन हिंदी अवसाद होता है। इसे लोग मनोविकार या मूड डिसऑर्डर भी कहते हैं। जो व्यक्ति डिप्रेशन से पीड़ित होता है उसे रोजाना के कार्य करने में खासी दिक्कत आती है। हमारे देश के अंदर लाखों नहीं बल्कि करोड़ों की संख्या में लोग Depression से पीड़ित हैं।
डिप्रेशन से छुटकारा पाने के लिए कभी लोग डिप्रेशन के घरेलू इलाज खोजते हैं तो कभी डिप्रेशन की दवा। ऐसे में डिप्रेशन को हल्के में लेने वाले लोग शायद नहीं जानते कि डिप्रेशन के नुकसान कितने ज्यादा हैं। इन सभी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए, हम आपके लिए About Depression in Hindi यानी अवसाद से जुड़ी हुई तमाम जानकारियां आपके साथ साझा करेंगे। अगर आप भी डिप्रेशन के सिम्पटम्स, कारण, इलाज और दवा से जुड़ी हुई जानकारियां हासिल करना चाहते हैं तो हमारे इस लेख पर अंत तक बने रहें।
क्या है डिप्रेशन – What is Meaning of Depression in Hindi
डिप्रेशन का मीनिंग इन हिंदी अवसाद होता है। यह एक ऐसा मानसिक विकार है जिससे पीड़ित व्यक्ति अपने आपको हारा हुआ या टूटा हुआ महसूस करता है। Depression से पीड़ित व्यक्ति को लगता है कि वह एक लूजर है जो जिंदगी में कुछ नहीं कर सकता। आपको बता दें कि Depression एक मनोविकार है जिसमें व्यक्ति उदासीनता भरे विचारों से घिर जाता है। लंबे समय तक तनाव रहने के बाद ही व्यक्ति Depression से पीड़ित हो जाता है। इस दौरान व्यक्ति को लगता है कि वह कहीं ऐसी जगह फंस गया है जहां से निकलना उसके लिए लगभग नामुमकिन है। डिप्रेशन का असर न केवल व्यक्ति के मस्तिष्क पर बल्कि उसके शरीर पर भी पड़ने लगता है।
Main points
डिप्रेशन से जुड़े हुए व्यक्ति को किसी विशेषज्ञ के साथ साथ किसी अपने की भी आवश्यकता होती है। ऐसे लोग जो डिप्रेशन के शिकार होते हैं उन्हे अक्सर आत्महत्या तक के ख्याल आने लगते हैं। बीते वर्ष यानी 2020 में बॉलीवुड के नामी कलाकार सुशांत सिंह राजपूत ने भी डिप्रेशन के कारण ही अपनी जान ले ली थी। हालांकि अब तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि उन्होंने आत्महत्या की है या फिर उनकी हत्या हुई है। लेकिन मामला यह नहीं की यह हत्या है या आत्महत्या। बल्कि मुद्दा यह है कि डिप्रेशन एक गंभीर समस्या है। ऐसे में अगर आपका कोई अपना डिप्रेशन में हो या उदासीन रहता हो तो उसके साथ वक्त बिताएं। आशा करते हैं कि आप Depression Meaning in Hindi में समझ गए होंगे।
अवसाद (डिप्रेशन) के प्रकार – Types of Depression in Hindi
दोस्तों जैसे कि हमने आपको बताया कि Depression महज एक आम समस्या नहीं बल्कि एक गंभीर मानसिक रोग है। जिसका उपचार कराना बेहद जरूरी है। इससे पहले हम Depression Symptoms in Hindi में जाने। पहले यह समझ लेते हैं कि डिप्रेशन के कितने प्रकार होते हैं। तभी डिप्रेशन की दवा या इलाज संभव हो सकता है।
- सायकोटिक डिप्रेशन – डिप्रेशन को लेकर आए आंकड़े बताते हैं कि अस्पताल में भर्ती होने वाले मामलों में से 25 प्रतिशत लोग सायकोटिक अवसाद के ही शिकार होते हैं। ऐसे लोग जिनमें बेवजह का भ्रम, डर, या तर्कहीन विचार दिखाई दें। इन्हें देख कर आप समझ सकते हैं कि यह सायकोटिक डिप्रेशन की स्थिति है।
- बाइपोलर डिप्रेशन – आप सभी ने बाइपोलर अवसाद से जुड़ी बहुत सी खबरे सुनी होंगी। बॉलीवुड के अंदर आत्महत्या करने वाले ज्यादातर लोगों में बाइपोलर डिप्रेशन के ही शिकार थे। इस समस्या से जूझने वाले व्यक्ति कभी बहुत ज्यादा खुश तो कभी बहुत ज्यादा उदास हो जाता है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति में अचानक बदलाव देखने को मिलते हैं।
- डिस्थीमिया अवसाद – अवसाद का यह प्रकार आमतौर पर बच्चों और किशोरावस्था के युवाओं में देखने को मिलता है। इसके लक्षण लंबे समय तक व्यक्ति के अंदर रहते हैं। इस दौरान व्यक्ति काम करने में तो सक्षम होता है। लेकिन हमेशा नाखुश ही रहता है। यह अवसाद थोड़ा साधारण है और इसमें घबराने की कोई बात नहीं है।
- मेजर डिप्रेसिव डिसऑर्डर – यह डिप्रेशन की सबसे गंभीर अवस्था में से एक है। इसमें व्यक्ति एक गहरी सोच या विचारों में अक्सर खो जाता है। इस दौरान न तो व्यक्ति कोई काम कर पाता है न ही पढ़ पाता है। यूं तो मेजर डिप्रेशन जीवन केवल एक बार होता है। लेकिन अगर व्यक्ति के हालात ठीक न रहें तो यह बार बार भी हो सकता है।
- सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर – यह अवसाद मौसम के साथ आता है और बदलते मौसम के साथ चला जाता है। आमतौर पर यह सर्दियों में शुरू होता है और वसंत या गर्मियों की शुरुआत में ही खत्म हो जाता है। Depression की इस अवस्था से जूझने वाले लोगों में चिड़चिड़ापन, और उदासी के लक्षण दिखाई देते हैं।
डिप्रेशन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें – Important Things About Depression in Hindi
- ऐसे बहुत से लोग हैं जो डिप्रेशन और तनाव को एक ही समझते हैं। जबकि यह दोनों काफी अलग हैं।
- डिप्रेशन केवल नकारात्मक ही होता है और इससे किसी व्यक्ति को कोई लाभ नहीं होता।
- कुछ हद तक तनाव सकारात्मक रहता है। जबकि यह अधिक हो जाए और लंबे समय तक रहे तो अवसाद बन जाता है।
- डिप्रेशन और तनाव में यह भी फर्क है कि तनाव कुछ समय के लिए ही होता है। जैसे किसी घटना या समस्या में। वहीं डिप्रेशन एक ऐसी समस्या है जो लंबे समय तक व्यक्ति के साथ रहती है।
- तनाव व्यक्ति को काम में फोकस रहने में मदद कर सकता है। जबकि Depression में ऐसा नहीं होता। डिप्रेशन के दौरान व्यक्ति अपने काम करने और सोचने की क्षमता को लगभग खो ही बैठता है।
- डिप्रेशन पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में अधिक देखने को मिलता है।
- डिप्रेशन के लक्षण बच्चों, वयस्कों और बुजुर्गों में अलग अलग दिखाई दे सकते हैं।
- भारत में हर 21 वे व्यक्ति को डिप्रेशन की समस्या है।
- Depression का इलाज समय पर कराने से आपके इसके द्वारा होने वाले दुष्प्रभावों से बच सकते हैं।
अवसाद (डिप्रेशन) के लक्षण – Symptoms of Depression in Hindi
दोस्तों अब तक आपने Depression Meaning in Hindi से लेकर यह कितने प्रकार का होता है। यह सब जान लिया है। अब हम आपको डिप्रेशन के लक्षण के बारे में विस्तार से बताएंगे। अगर आपको भी डिप्रेशन होगा तो इनमें से कोई न कोई लक्षण आपको जरूर दिखाई देंगे। आइए जानते हैं आखिर क्या हैं अवसाद के लक्षण
फोकस में कमी
यूं तो यह लोगों को एक आम लक्षण ही दिखाई देता है। लेकिन अगर आप जरा भी फोकस नहीं कर पाते या अपना ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते तो यह अवसाद का लक्षण हो सकता है। ऐसे में काम करने के दौरान खुद पर अपने विचारों पर ध्यान दें। अगर आप काम नहीं कर पा रहे तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
अवसाद के लक्षण में गुस्सा भी
ऐसे लोग जो अक्सर छोटी छोटी बातों पर चिल्ला उठते हैं या उन्हें बहुत ज्यादा गुस्सा आता है। ऐसे लोग अक्सर डिप्रेशन के शिकार पाए जाते हैं। क्या आपके आस पास भी कोई ऐसा व्यक्ति है जो बेवजह की बातों पर गुस्सा करता हो। अगर हां तो इस व्यक्ति को यह लेख शेयर करें।
चिड़चिड़ापन है डिप्रेशन का लक्षण
अगर आपके घर में अक्सर चिड़चिड़ा रहता है, या ऐसे समझे जो छोटी छोटी बातों पर अजीब तरीके से व्यवहार करता है तो हो सकता है कि वह अवसाद का शिकार हो। ऐसे किसी व्यक्ति को देखते ही उससे बात करने की कोशिश करें ताकि उसके चिड़चिड़ेपन की वजह समझ आए और उसके Depression को खत्म किया जा सके।
थकान है डिप्रेशन का लक्षण
क्या बिना कुछ किए आप अक्सर थका हुआ महसूस करते हैं। अगर हां तो यहां थोड़ा सा समझने की जरूरत है। क्योंकि यह भी अवसाद का लक्षण हो सकता है। आमतौर पर व्यक्ति अपने नेगेटिव विचारों की वजह से अपने मानसिकता को नुकसान पहुंचाता है और थका हुआ महसूस करता है। ऐसे में इस लक्षण को भी गंभीरता से लें।
डिप्रेशन के लक्षणों में उदास रहना
आज के समय में यूं तो कभी कभी उदासी या मूड स्विंग्स होने लगते हैं। लेकिन अगर आपको लंबे समय तक उदासी घेरे रहे तो आपको डिप्रेशन की समस्या हो सकती है। ऐसे में चिकित्सक के पास जाने का विकल्प तो आपके पास है ही। साथ ही आप चाहें तो डिप्रेशन के घरेलू इलाज भी अपना सकते हैं।
निराशा अवसाद के लक्षण
दोस्तों निराश होना बेहद स्वाभाविक है। लेकिन लंबे समय तक निराश रहना एक गंभीर समस्या बन जाता है। ऐसे में अगर आपका नजरिया ही निराशावादी ही गया है तो यह Depression के कुछ लक्षणों में से एक है।
चिंता में रहना
आज के समय में हर व्यक्ति चिंता से ही भरा हुआ है। किसी को घर की चिंता है तो किसी को अपने काम की। लेकिन हर समय चिंता में रहना अवसाद के गिने चुने लक्षणों में से एक है। इसलिए अपनी स्थिति पर पैनी नजर बनाकर रखें और अगर आप हर समय चिंता में रहते हैं तो इसका उपचार कराएं।
आत्मघाती विचार
ऐसे लोग जो डिप्रेशन में डूबे होते हैं वह अक्सर अपने आपको नुकसान पहुंचाने के बारे में सोचने लगते हैं। अगर आप भी अक्सर अपने आपको नुकसान पहुंचा देने वाले विचारों से घिरा हुआ महसूस करते हैं, तो यह डिप्रेशन के खतरनाक लक्षणों में से एक है। इन विचारों के चलते ही कई बार लोग आत्महत्या तक कर लेते हैं।
गिल्टी फील करना
ऐसे बहुत से लोग हैं जो अक्सर पास्ट में हुई किसी घटना या किसी की मौत के लिए खुद को जिम्मेदार मानने लगता है। इस दौरान वह निरंतर खुद को कोसते रहते हैं। यह लोग अक्सर पास्ट में ही रह जाते हैं और भविष्य में जी ही नहीं पाते।
शराब या ड्रग्स की लत लगना
ऐसे बहुत से लोग होते हैं जो अक्सर अपनी जिंदगी से परेशान होने के लिए अस्थाई सुकून की वजह से ड्रग्स या शराब का सेवन करना शुरू कर देते हैं। धीरे धीरे यह लोग इन्हीं नशीली चीजों का अपना जीवन मान लेते हैं और कुछ भी नहीं करते। यह भी डिप्रेशन के कुछ लक्षणों में से एक है।
डिप्रेशन के कुछ अन्य लक्षण – Few More Symptoms of Depression in Hindi
- हर समय बेचैनी महसूस होना भी Depression के लक्षण हैं।
- सिर या मांसपेशियों में अक्सर दर्द रहना भी इनमें से एक लक्षण है।
- निर्णय लेने में परेशानी होना भी अवसाद के कुछ लक्षणों में से है।
- अकेले रहना
- बहुत ज्यादा सोना या कम नींद लेना
- काम या पढ़ाई में खराब प्रदर्शन
- जंक फूड के लिए क्रेविंग होना
- ऊर्जा की कमी महसूस होना
- अधिक मीठा या स्पाइसी फूड खाने की इच्छा बने रहना।
- हर समय दुखी रहना
- अपने जीवन में किसी तरह की आनंददायक या मजेदार गतिविधियों में भाग न लेना।
डिप्रेशन के कारण – About Depression Cause in Hindi
दोस्तों अब तक आपने Meaning of Depression in Hindi में जाना है। डिप्रेशन आज के समय की एक ऐसी खतरनाक बीमारी है जिसकी वजह से हर रोज न जाने कितने ही लोग खुदकुशी तक कर लेते हैं। भारत में रोजाना अगर सिर्फ स्टूडेंट की आत्महत्या के मामलों की बात करें तो आंकड़े हैरान कर देने वाले हैं। साल 2020 के आंकड़ों के मुताबिक भारत में हर रोज 28 छात्र आत्महत्या कर लेते हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि हम डिप्रेशन के कारणों को विस्तार से समझें।
फैमिली हिस्ट्री
अगर आपके घर परिवार में पहले से ही कुछ लोग डिप्रेशन का शिकार रहे हो चुके हों। ऐसे में आपको भी डिप्रेशन हो सकता है। क्योंकि डिप्रेशन का एक कारण फैमिली हिस्ट्री भी होता है।
दिमागी चोट
बचपन में या व्यस्क होने के बाद भी अगर किसी को दिमागी चोट लगी हो तो यह भी अवसाद की वजह बन सकता है। इस तरह की चोट या घटनाएं अक्सर दिमाग पर गहरा असर डाल देती हैं। जिसकी वजह से व्यक्ति उल्टी सीधी हरकत करने लगता है या तनाव में रहने लगता है। जिसकी वजह से अवसाद की स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है।
ड्रग्स भी हो सकता डिप्रेशन का कारण
ऐसे लोग जिन्होंने लंबे समय तक ड्रग्स या नशीली चीजों का सेवन किया हो उन्हें अवसाद होने का खतरा अधिक रहता है। अगर आप भी किसी ऐसी स्थिति से गुजर चुके हैं तो आपको भी Depression हो सकता है।
दिमागी संरचना
अगर आपका दिमाग का आगे का हिस्सा जिसे फ्रंटल लोब भी कहा जाता है। अगर यह बेहद कम सक्रिय है या कम कार्य करता है तो इसकी वजह से भी आप अवसाद या डिप्रेशन का शिकार हो सकते हैं। हालांकि अब तक इस पर एक ठोस रिसर्च होनी बाकी है। लेकिन अधिकतर मामलों में ऐसी स्थिति से जूझने वाले लोग भी डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं।
बीमारियां भी बन सकती है वजह
ऐसे लोग जो कई अलग अलग बीमारियों से जूझ रहे हों वह भी डिप्रेशन का शिकार हो सकते हैं। यह बीमारियां कुछ इस प्रकार हैं जो डिप्रेशन को जन्म दे सकती हैं, क्रोनिक दर्द, अनिद्रा और क्रोनिक बीमारियां आदि। अगर आपको इनमें से कोई भी समस्या हो तो आपको थोड़ा सावधान होना होगा और इनका तुरंत उपचार कराना होगा तभी आप डिप्रेशन से बच सकते हैं।
अवसाद के अन्य कारण – Few More Depression Causes in Hindi
- आज कल के समय में घरेलू झगड़े Depression की वजह बन जाते हैं। इनका सबसे ज्यादा असर बच्चों और टीनेजर पर पड़ता है।
- सामाजिक प्रतिष्ठा एवं सम्मान प्राप्त न कर पाना भी अवसाद की वजह बन सकता है।
- खुद को अक्सर किसी चीज की वजह से बंधा हुआ महसूस करना भी डिप्रेशन की वजह बन जाता है।
- अगर किसी को अपने माता पिता का स्नेह ना मिला हो तो व्यक्ति अकेला महसूस करता है और यह डिप्रेशन की वजह बन जाता है।
- ऐसे बहुत से लोग हैं जिनका अपमान किया जाता है। वह लोग भी डिप्रेशन में आ जाते हैं।
- शारीरिक बनावट पर उड़ाए गए मजाक की वजह से भी लोग डिप्रेशन में आ जाते हैं।
- अपनी बातों और डर को किसी के सामने न बता पाने की वजह से भी लोग अंदर ही अंदर घुटने लगते हैं। जिसकी वजह से वह डिप्रेशन में आ जाते हैं।
- ऐसे लोग एक चुनी हुई विचारधारा को मानते हैं। उनके लिए किसी प्रकार का बदलाव आना भी डिप्रेशन की वजह बन जाता है।
डिप्रेशन से होने वाले नुकसान – About Depression Side Effects in Hindi
दोस्तों अब तक आपने Meaning of Depression in Hindi समेत इसके कारणों और लक्षणों को जान लिया है। अब हम डिप्रेशन से होने वाले नुकसान के बारे में विस्तार से जानेंगे। फिर हम देखेंगें कि आखिर किस तरह डिप्रेशन से छुटकारा या राहत पाई जा सकती है। आइए जानते हैं डिप्रेशन की वजह से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में।
अवसाद से होने वाले नुकसान
- अगर लंबे समय तक व्यक्ति डिप्रेशन में रहे तो वह कैंसर जैसी बीमारी तक से पीड़ित हो जाता है।
- डिप्रेशन की वजह से लोग आत्महत्या के विचारों से घिर जाते हैं।
- डिप्रेशन में डूबा हुआ व्यक्ति आत्मविश्वास खो बैठता है।
- अवसाद की वजह से लोगों को भूख कम लगने लगती है। जिसकी वजह से शरीर और दिमाग दोनों ही कमजोर होने लगते हैं।
- अवसाद की स्थिति में डूबे हुए व्यक्ति का जीवन हमेशा दुख में ही बीतता रहता है।
- डिप्रेशन की वजह से व्यक्ति जंक फूड या अधिक मीठे और स्पाइसी फूड की तरफ जाने लगता है। जिसकी वजह से स्वास्थ्य खराब होता है। साथ ही वजन भी बढ़ने लगता है।
- अवसाद में डूबा हुआ व्यक्ति अपने ख्यालों के साथ अकेला ही रह जाता है।
- डिप्रेशन के होने वाले नुकसान में से एक नींद का कम या अधिक होना है।
- डिप्रेशन से पीड़ित व्यक्ति का पौरुष बल कम होने लगता है। इससे स्पर्म काउंट भी घटता है।
- महिलाएं जो डिप्रेशन से पीड़ित हैं। उन्हें अक्सर गर्भधारण करने में दिक्कत आती है। वहीं अगर गर्भ धारण कर भी लें तो इसका असर शिशु पर भी पड़ता है।
- अवसाद की स्थिति में व्यक्ति बहुत ज्यादा सेंसिटिव हो जाता है। जिसकी वजह से उसे हर चीज या बात का बुरा लगता है।
अवसाद से बचाव के तरीके – Prevention of Depression in Hindi
दोस्तों डिप्रेशन मीनिंग इन हिंदी में तो आपने जान लिया है,, लेकिन अब मुद्दा यह है कि आप डिप्रेशन से अपना बचाव कैसे कर सकते हैं। अगर डिप्रेशन से बचना है तो आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना होगा। जिनके बारे में हम आपको नीचे विस्तार से बताएंगे। आइए जानते हैं अवसाद से बचाव के तरीकों के बारे में।
डिप्रेशन से बचाव के उपाय
- एक सही डाइट न केवल आपके शरीर को स्वस्थ रखती है। बल्कि यह आपके मस्तिष्क को भी तंदुरुस्त रखती है। इसलिए एक अच्छी डाइट का पालन करें। अच्छी डाइट के जरिए आप इस डिप्रेशन से बचे रह सकते हैं।
- अपने लिए बड़े लक्ष्य निर्धारित करें और उनके लिए आपको क्या करना है इसकी पूरी सूची तैयार करें। इसके बाद लक्ष्य के पीछे मेहनत से लग जाएं।
- डिप्रेशन से बचाव के लिए आप अध्यात्म का सहारा ले सकते हैं। अगर आप अध्यात्म को अपनाते हैं तो इससे आप हमेशा के लिए डिप्रेशन, तनाव या एंग्जाइटी से बचे रहेंगे।
- रोजाना एक्सरसाइज करें और योग जरूर करें।
- अधिक से अधिक अच्छी किताबें पढ़ें। इससे आप ज्ञान हासिल करेंगे और आपकी सोच सकारात्मक हो जाएगी। एवं आप अवसाद से बचे रहेंगे।
- डिप्रेशन की स्थिति में अपने डर और समस्याओं को अपने दोस्तों या बड़ों के सामने खुल कर रखें।
- ऐसे किसी भी कार्य में न लगें जहां आपका मन न हो। इससे आप डिप्रेशन से बचे रहेंगे।
- खुद के लिए एक अच्छी दिनचर्या बनाएं और उसका पालन करें।
डिप्रेशन के घरेलू इलाज – About Depression Home Remedies in Hindi
दोस्तों अब तक आपने डिप्रेशन मीनिंग इन हिंदी समेत इसके कारण लक्षण और बचाव के बारे में जानकारियां हासिल की हैं। अब हम जानते हैं कि डिप्रेशन की बीमारी का घरेलू इलाज क्या हो सकता है। यानी आप किस तरह अवसाद जैसी खतरनाक समस्या से घर पर ही निपट सकते हैं। चलिए जानते हैं कुछ असरदार घरेलू उपाय।
काजू से अवसाद का इलाज
ऐसे लोग जो डिप्रेशन जैसी खतरनाक समस्या से लड़ रहे हैं उनके लिए काजू एक बेहतरीन हथियार हो सकता है। इसके लिए आपको केवल कुछ काजू को पीसकर दूध में डालकर पीना है। इसके जरिए आपके मस्तिष्क में कुछ रसायन पैदा होंगे और अवसाद कम होने लगेगा। हालांकि अब तक इस पर कोई ठोस रिसर्च नहीं हुई है। इसलिए पूरी तरह इस घरेलू इलाज पर भरोसा नहीं किया जा सकता है।
नींबू का उपाय
अवसाद के घरेलू उपाय में ऐसे कई उपाय शामिल हैं जिनके लिए आपको कुछ भी बाहर से लाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आपको केवल नींबू का रस दो चम्मच हल्दी, शहद और दो कप पानी लेना है। इन सभी सामग्रियों को अच्छी तरह मिलाने के बाद पीले। इससे डिप्रेशन कुछ हद तक कम हो सकता है।
सेब के डिप्रेशन का घरेलू इलाज
सेब एक ऐसा फल है जिसके भीतर कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं जो आपके शारीरिक स्वास्थ्य से लेकर दिमागी स्वास्थ्य का भी ख्याल रखता है। इसके अंदर कई तत्व हैं जो तनाव और अवसाद को खत्म कर सकते हैं। इसके लिए आपको केवल रोजाना खाली पेट सेब का सेवन करना है।
इलायची का सेवन
इलायची अपनी सुगंध से लेकर अपने स्वाद के लिए जानी जाती है। वहीं इसके अंदर कई औषधीय गुण भी होते हैं जो आपके मस्तिष्क का ख्याल रखते हैं। इसके लिए आपको केवल रोजाना इलायची को पीसकर एक गिलास पानी में डालकर, इसका सेवन करना होगा। आप चाहें तो इलायची की चाय भी पी सकते हैं। इससे आपको डिप्रेशन से राहत मिल सकती है।
योग और एक्सरसाइज
दोस्तों डिप्रेशन के घरेलू इलाज और बचाव दोनों में ही एक्सरसाइज और योग दोनों को महत्व बहुत अधिक है। एक्सरसाइज या योग करने से हमारे मस्तिष्क में कुछ रसायन का रिसाव होता है। यह रसायन हमें खुशी का अनुभव कराता है। ऐसे में अगर आप रोजाना एक्सरसाइज करते हैं तो आप खुश रहने लगेंगे और डिप्रेशन धीरे धीरे खत्म हो जाएगा।
डिप्रेशन का इलाज – Treatment of Depression in Hindi
दोस्तों अब तक आपने डिप्रेशन के कारण, लक्षण, बचाव, उपाय और Depression meaning in Hindi में जान लिया है। अब हम आपको डिप्रेशन के इलाज और दवा से संबंधित जानकारियां देंगे। जाहिर है कि दवा और इलाज की जरूरत उन्हें ही है। जिन पर न तो घरेलू उपाय काम आए और ना ही बचाव। चलिए जानते हैं डिप्रेशन के इलाज और दवा के बारे में
अवसाद की दवा और इलाज
- जब व्यक्ति को किसी विशेषज्ञ के पास ले जाया जाता है तो उसका उपचार साइकोथेरेपी के जरिए किया जाता है। इसमें विशेषज्ञ अवसाद की मुख्य वजह को जानकर उसे दूर करने का प्रयास करता है।
- अगर व्यक्ति की स्थिति डिप्रेशन में खराब हो जाती है और कोई दूसरा तरीका काम नहीं आता, तो मरीज को डिप्रेशन दूर करने की दवा दी जाती हैं। हालांकि यह दवा केवल वयस्कों को ही दी जाती हैं। क्योंकि बच्चों और किशोरों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ने लगता है।
- डिप्रेशन का उपचार आप आयुर्वेद की मदद से भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको इलायची, अश्वगंधा, भ्रह्मी को पीसकर इसका सेवन करना है।
नोट – दोस्तों डिप्रेशन एक गंभीर समस्या है इसलिए किसी भी तरह की दवा का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के ना करें। अगर डिप्रेशन की समस्या या लक्षण दिखाई दें तो अपने घर परिवार वालों से बात करें। तभी आप इस समस्या से बच कर रह पाएंगे।
निष्कर्ष – Conclusion
दोस्तों हमने अपने इस लेख में आपको Meaning of Depression in Hindi समेत डिप्रेशन से जुड़ी तमाम जानकारियां दे दी हैं। अब अगर आप चाहें तो डिप्रेशन से बचने के लिए बताए गए तरीके अपना सकते हैं। इसके अलावा एक सही जीवन शैली का चुनाव करके भी आप अवसाद से दूर रह सकते हैं। अगर हमारा यह लेख पसंद आया हो तो इसे आगे शेयर करें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
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क्या डिप्रेशन की वजह से व्यक्ति को गंभीर बीमारी हो सकती हैं?
हां, डिप्रेशन की वजह से व्यक्ति को गंभीर बीमारियों को शिकार भी होना पड़ सकता है।
-
डिप्रेशन की समस्या कब तक रहती है?
यह अवसाद के कारण और इसके इलाज की प्रक्रिया पर निर्भर करता है। कई बार अवसाद लोगों को सालों तक परेशान करता है।
-
क्या अवसाद में आत्हत्या करने के भी विचार आते हैं?
हां, अवसाद के दौरान लोगों को खुदकुशी के विचार भी आते हैं।
-
क्या डिप्रेशन से राहत पाने के लिए दवा ली जा सकती है?
हां, लेकिन कोई भी दवा आपको डॉक्टर की सलाह पर ही लेनी चाहिए।
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