चिकन पॉक्स या छोटी माता के घरेलू इलाज। Chicken Pox in Hindi
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चिकन पॉक्स या छोटी माता के घरेलू इलाज। Chicken Pox in Hindi

Main points

About Chicken Pox in Hindi. चिकन पॉक्स जिसे लोग छोटी माता के नाम से भी जानते हैं। यह कोई माता नहीं बल्कि बहुत संक्रामक रोग है। चिकन पॉक्स में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं। ऐसे सवाल अक्सर लोगों के जेहन में आते हैं। इसके अलावा लोग छोटी माता के घरेलू उपचार और छोटी माता के लक्षण के बारे में भी जानकारी हासिल करना चाहते हैं। 

साथ ही ऐसे बहुत से लोग हैं जो चिकन पॉक्स से बचाव कैसे किया जा सकता है, इसके बारे में भी जानना चाहते हैं। अगर आप भी उन लोगों में से हैं तो आइए जानते हैं चिकन पॉक्स की जानकारी हिंदी में जानना चाहते हैं तो लेख को अंत तक जरूर पढ़े। 

चिकन पॉक्स को छोटी माता के नाम से भी जाना जाता है। वहीं पुराने समय में चिकन पॉक्स को चेचक भी कहा जाता था। इस रोग के दौरान व्यक्ति के शरीर पर ढेर सारी फूंसिया या दाने निकलने लगते हैं। इन दानों के दौरान न केवल पीड़ित को खुजली होती है। बल्कि इस दौरान व्यक्ति को दर्द भी होता है। साथ ही चिकन पॉक्स के समय व्यक्ति को तेज बुखार होता है और कमजोरी भी आने लगती है।

ऐसे में किसी भी स्थिति में चिकन पॉक्स या छोटी माता को हल्के में नहीं आंकना चाहिए। साथ ही अगर आपके घर में या आस पास लोग इस रोग से पीड़ित हैं तो आपको बचाव के भी उपाय करने चाहिए। आपको बता दें कि चिकन पॉक्स एक संक्रामक रोग है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से फैलता है।

अगर आप खुद को चिकन पॉक्स से दूर करना चाहते हैं या फिर चिकन पॉक्स के घरेलू उपाय खोज रहे हैं, या छोटी माता के लक्षण जानना चाहते हैं तो हमारे इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े। हम इस लेख में कोशिश करेंगे कि आपको चिकन पॉक्स या छोटी माता से जुड़ी हुई तमाम जानकारियां दे। 

चिकन पॉक्स (छोटी माता) क्या है  – What is Chicken Pox in Hindiचिकन पॉक्स (छोटी माता) क्या है  - What is Chicken Pox in Hindi

चिकन पॉक्स या छोटी माता वेरिसेला – जोस्टर वायरस के कारण होने वाली बहुत ही संक्रामक बीमारी है। आपको बता दें कि संक्रामक बीमारी वह होती हैं जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में बहुत तेजी से फैलती हैं। यह आमतौर पर छोटे बच्चों को होती है। हालांकि कई बार यह वयस्कों को भी हो जाती है।

इस बीमारी के दौरान थकान, खांसी, बुखार और शरीर पर मोटे दाने या फफोले पड़ने लगते हैं। जिनमें खुजली और बहुत दर्द होता है। आमतौर पर इन दानों या फफोलों की संख्या 250 से लेकर 500 तक हो सकती है। भारत जैसे देश में चिकन पॉक्स की समस्या गर्मियों के मुकाबले सर्दियों में अधिक होते हैं। 

चिकन पॉक्स जिन भी लोगों को होता है उनके कई सवाल होते हैं जो आमतौर पर वह पूछते नजर आते हैं जो कुछ इस प्रकार हैं 

  1. चिकन पॉक्स में क्या खाना चाहिए
  2. चिकन पॉक्स में क्या करें
  3. चिकन पॉक्स कितने दिन तक रहता है
  4. छोटी माता के घरेलू उपचार क्या है
  5. छोटी माता के लक्षण क्या है। 

चिकन पॉक्स से जुड़े हुए इन सभी सवालों के जवाब हम अपने इस लेख में विस्तार से देंगे। अगर आप भी जानना चाहते हैं कि छोटी माता कितने दिन में ठीक होती हैं तो लेख को आगे तक पढ़ें। 

छोटी माता के लक्षण क्या हैं – Symptoms of Chicken Pox in Hindi छोटी माता के लक्षण क्या हैं - Symptoms of Chicken Pox in Hindi 

चिकन पॉक्स या छोटी माता के लक्षण की बात करें, तो आपको बता दें कि वायरस के संपर्क में आने के 10 से 21 दिन बाद होता है। छोटी माता केवल एक सप्ताह से लेकर 10 दिन तक ही रहता है। इससे संक्रमित होने का खतरा 2 साल से छोटी आयु के लोगों को अधिक होता है। चिकन पॉक्स होने से एक या दो दिन पहले कुछ दाने दिखाई दे सकते हैं। लेकिन इससे कुछ समय पहले कुछ लक्षण जो दिखाई देते हैं वह कुछ इस प्रकार हैं। 

चिकन पॉक्स (छोटी माता) के लक्षण क्या है 

  1. तेज बुखार होना
  2. भूख न लगना
  3. सिर दर्द होना
  4. थकान और अच्छा महसूस न होना।
  5. बार बार गला सूखना 
  6. पूरे शरीर पर लाल दाने दिखने लगते हैं और 4 से 5 दिन के भीतर ही यह पक जाते हैं। साथ ही इनमें भयंकर खुजली होती है। 
  7. शरीर में दर्द और ऐंठन होने लगती है।
  8. गला बैठना
  9. नाक बहना
  10. स्किन पर ऐसे दाने निकलना जिनसे पित्त निकलती है। 
  11. मितली या बार – बार उल्टी आने का मन होना। 
  12. पीठ में दर्द होना
  13. छोटी माता के दाने कोहनी, हाथ और छाती के सामने की ओर नहीं निकलते।
  14. कक्ष में भी यह दाने नहीं निकलते। 
  15. दो से तीन दिन के भीतर ही इन दानों में मवाद भर जाती है और फुंसी जैसे बन जाते हैं जिन्हें Pustule कहा जाता है। 
  16. दानों के चारों ओर सूजन या एक घेरा सा बनने लगता है। 
  17. चिकन पॉक्स के दौरान शुरुआती दिनों में बुखार चढ़कर उतर जाता है। लेकिन बाद में यह बढ़ता जाता है। 
  18. चिकन पॉक्स के दौरान कुछ भी खाने पीने का मन नहीं करता। 

चिकन पॉक्स या छोटी माता के कारण – Chicken Pox Causes in Hindi 

चिकन पॉक्स की समस्या वेरिसेला – जोस्टर नाम के वायरस के कारण पैदा होती है। आमतौर पर व्यक्ति इससे संक्रमित तब होता है जब व्यक्ति संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आता है। अगर संक्रमित व्यक्ति ने छीका हो खासा हो या उसके द्वारा इस्तेमाल किए गए कपड़े का उपयोग किया हो, तो यह समस्या हो सकती है। इसके अलावा दानों को छूने से भी यह व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है। 

वयस्कों में कब होता है चिकन पॉक्स का खतरा 

  • ऐसे लोग जो पहले कभी चिकन पॉक्स से संक्रमित नहीं हुए हो, उन वयस्कों का संक्रमित होना सबसे आम है। 
  • अगर आपने चिकन पॉक्स का वैक्सीनेशन न कराया हो तो भी यह समस्या आपको हो सकती है। 
  • अगर आप किसी स्कूल या चाइल्ड केयर सेंटर में काम करते हों तो यह चिकन पॉक्स या छोटी माता होने का खतरा अधिक रहता है। 

आपको बता दें कि चिकन पॉक्स केवल एक ही बार होता है। ऐसे में अगर आपने इसकी वैक्सीन पहले ले रखी हो तो यह आपको नहीं होगा। लेकिन अगर हो भी जाए तो आप जल्दी ही इससे रिकवर हो जाएंगे। एक से ज्यादा बार यह किसी को हो ऐसे मामले बेहद दुर्लभ हैं

छोटी माता के घरेलू उपचार – Home Remedies for Chicken Pox in Hindi 
छोटी माता के घरेलू उपचार - Home Remedies for Chicken Pox in Hindi 

क्या आप उन लोगों में से हैं जो चिकन पॉक्स या छोटी माता के घरेलू उपचार खोजने में लगे हैं। अगर हां तो चलिए जानते हैं छोटी माता के घरेलू उपचार के बारे में जानते हैं विस्तार से। इसके बाद हम आपको बताएंगे कि आपको चिकन पॉक्स में क्या खाना चाहिए साथ ही इस सवाल का जवाब भी देंगे कि चिकन पॉक्स कितने दिन तक रहता है और चिकन पॉक्स कितने दिन में ठीक होता है। 

बेकिंग सोडा से छोटी माता का घरेलू उपाय 

आज के समय में खुजली और चिकन पॉक्स के दौरान होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए आप बेकिंग सोडा का उपयोग कर सकते हैं। आपको बता दें कि बेकिंग सोडा के अंदर एक्टिव कंपोनेंट तत्व होते हैं जो खुजली और दर्द से राहत दिलाने का काम करते हैं। आइए जानते हैं चिकन पॉक्स का बेकिंग सोडा उपचार कैसे कमा सकते हैं। 

  1. सबसे पहले आप बेकिंग सोडा और कुछ मात्रा में पानी ले। 
  2. अब पानी और बेकिंग सोडा के जरिए एक पेस्ट तैयार कर लें। 
  3. पेस्ट के तैयार होने के बाद इसे चिकन पॉक्स पर लगाएं। 

आपको बता दें नियमित रूप से इसे लगाने से चिकन पॉक्स की समस्या से राहत पाई जा सकती है। 

चिकन पॉक्स का घरेलू उपाय नीम से 

नीम के पत्तों का उपयोग सदियों से कई बीमारियों से निपटने के लिए किया जाता आ रहा है। ऐसे में छोटी माता के घरेलू उपचार में भी नीम को शामिल किया जा सकता है। आपको बता दें कि नीम के अंदर ऐसे गुण मौजूद होते हैं जो छोटी माता से राहत दिला सकते हैं। 

  1. इसके लिए सबसे पहले नीम के पत्तों को पीस ले और इनका पेस्ट बना लें। 
  2. अब इस पेस्ट को प्रभावित जगह पर लगाएं। आप चाहें तो नीम के पत्तों के पानी से नहा भी सकते हैं। 
  3. ध्यान रहे छोटी माता में नीम का उपाय तभी कारगर होगा जब दाने सूखने लगे हों। 

ओट्स से नहाकर छोटी माता का इलाज 

यह सुनने में थोड़ा अजीब जरूर लग सकता है। लेकिन चिकन पॉक्स में खुजली और दर्द से राहत पाने के लिए यह एक अचूक उपाय हो सकता है। इसके लिए आपको केवल ओट्स के पानी से नहाना होता है। 

  1. छोटी माता के दौरान सबसे पहले ओट्स को पीसकर पाउडर बना ले। 
  2. इसके बाद ओट्स के पाउडर को दो लीटर गुनगुने पानी में डालो। 
  3. अब 15 से 20 मिनट तक इसे नहाने के पानी में डालकर रखें। 
  4. इसके बाद धीरे धीरे स्नान करें। इससे छोटी माता के दौरान होने वाली खुजली और दर्द से आपको कुछ हद तक राहत मिल सकती है। 

चंदन के तेल का उपयोग 

अगर आपको ऊपर बताए गए उपाय में से कुछ खास कारगर नहीं लगता तो आप चंदन के तेल का भी उपयोग कर सकते हैं। आपको बता दें कि चंदन के तेल में एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल गुण होते हैं। यह चिकन पॉक्स को कुछ हद तक जल्दी ठीक करने में कारगर हो सकते हैं। 

  1. सबसे पहले चंदन का तेल ले और उसकी मसाज हल्के हाथों से प्रभावित स्किन पर करें। 
  2. इस मसाज को दिन बार दोहराएं। ऐसा करने से न केवल आपको खुजली, दर्द से राहत मिलेगी। बल्कि चिकन पॉक्स के पड़ने वाले दाग के निशान भी स्किन से गायब हो जाएंगे। 

सेंधा नमक से स्नान 

सेंधा नमक के अंदर ऐसे गुण होते हैं जो खुजली और सूजन से राहत दिलाने का काम करते हैं। ऐसे में अगर आपको छोटी माता के घरेलू उपाय जानने हैं तो आप इसे अपना सकते हैं। इसके लिए केवल आपको सेंधा नमक के पानी से नहाना होगा।

  1. सबसे पहले एक चम्मच सेंधा नमक किसी टब या बकेट में डाल दे। 
  2. इसके बाद कुछ देर बाद स्नान कर लें। ऐसा करने से छोटी माता के दौरान होने वाली खुजली, दर्द से राहत मिल जाएगी। 

चिकन पॉक्स में क्या खाना चाहिए –  Eat These items in Chicken Pox in Hindi चिकन पॉक्स में क्या खाना चाहिए -  Eat These items in Chicken Pox in Hindi 

दोस्तों चिकन पॉक्स में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं इसे लेकर कई तरह की भ्रांतियां हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप इन भ्रांतियों से दूर रहें। आइए जानते हैं चिकन पॉक्स में क्या खाना चाहिए। 

चिकन पॉक्स में यह खाना चाहिए 

  1. आप काली मिर्च को प्याज के रस में डालकर दो से तीन दिन तक पीते रहें। ऐसा करने से आपको छोटी माता से राहत मिल सकती है। 
  2. चिकन पॉक्स के दौरान आप गाजर और धनिया से बना हुआ सूप पीकर भी छोटी माता से छुटकारा पा सकते हैं। यह किसी औषधि की तरह काम करता है। 
  3. चिकन पॉक्स के दौरान आप राहत पाने के लिए नींबू, शिकंजी का सेवन कर सकते हैं। 

चिकन पॉक्स में यह नहीं खाना चाहिए 

  1. चिकन पॉक्स के दौरान किसी भी व्यक्ति को देसी घी का सेवन नहीं करना चाहिए। 
  2. छोटी माता होने पर तली हुई चीजों का सेवन भी हानिकारक हो सकता है। 
  3. अगर आपको चिकन पॉक्स है तो नॉन वेज फूड का सेवन बिल्कुल न करें। 

चिकन पॉक्स से जुड़े कुछ सवाल – Important Things About Chicken Pox in Hindiचिकन पॉक्स से जुड़े कुछ सवाल - Important Things About Chicken Pox in Hindi

अब तक आपने चिकन पॉक्स से जुड़ी कुछ खास जानकारियां हासिल की हैं। अब हम आपको बताते हैं कि चिकन पॉक्स से कैसे बचा जा सकता है। इसके अलावा चिकन पॉक्स कब तक रहता है। आइए जानते हैं छोटी माता से जुड़े ऐसे ही सवालों के जवाब। 

चिकन पॉक्स से बचाव का तरीका 

अगर आपके आस पास किसी भी व्यक्ति को चिकन पॉक्स की समस्या हो तो जब तक वह पूरी तरह ठीक न हो जाए तब तक उससे दूरी बनाकर रखें। इसके अलावा अगर आपने चिकन पॉक्स का वैक्सीनेशन न कराया हो तो करा लें। केवल इन्हीं दो तरीकों से चिकन पॉक्स से राहत पा सकते हैं। 

चिकन पॉक्स कितने दिन तक रहता है 

यह सवाल अक्सर लोगों के जेहन में आता है कि चिकन पॉक्स कितने दिन में ठीक होता है। अगर आप भी इस सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो बता दें कि यह 5 से 10 दिनों के भीतर पूरी तरह ठीक हो जाती है। 

छोटी माता का परीक्षण कैसे होता है 

छोटी माता का परीक्षण आमतौर पर शरीर पर निकले दानों से ही हो जाता है। वहीं कई बार घाव या दानों के नमूने लेकर भी जांच की जाती है। इसके जरिए पता चल जाता है कि छोटी माता की समस्या है भी या नहीं।

छोटी माता के नुकसान – Side Effects of Chicken Pox in Hindi छोटी माता के नुकसान - Side Effects of Chicken Pox in Hindi 

आपको बता दें कि चिकन पॉक्स या छोटी माता कम खतरनाक समस्या है। लेकिन अगर इसके दौरान लापरवाही की जाए तो यह गंभीर रूप ले सकती है। साथ ही कई बार ये व्यक्ति की मौत का भी कारण बन सकती है। 

चिकन पॉक्स के नुकसान 

  1. चिकन पॉक्स के दौरान होने वाले दाने कई बार रक्त तक पहुंच जाते हैं और समस्या को बढ़ा देते हैं। 
  2. डिहाइड्रेशन की समस्या होने लगती है। 
  3. छोटी माता की वजह से निमोनिया की भी समस्या पैदा हो सकती है। 
  4. टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम 
  5. रेये सिंड्रोम

निष्कर्ष – Conclusion

दोस्तों हमने अपने इस लेख में आपको Chicken Pox in Hindi यानी छोटी माता से जुड़ी तमाम जानकारियां और सवालों के जवाब दे दिए हैं। अगर आपको हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

  1. क्या छोटी माता के दानों के निशान स्किन पर रह जाते हैं?

    अगर इनके दानों को किसी ने खुजाया या फोड़ा हो तो इसके निशान स्कि पर पूरी तरह रह जाते हैं।

  2. क्या चेचक और छोटी माता एक ही रोग है?

    हां, छोटी माता और चेचक एक ही रोग है।

  3. क्या चिकन पॉक्स एक संक्रामक रोग है?

    हां, चिकन पॉक्स एक संक्रामक रोग है और यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में बेहद तेजी से फैलता है।

  4. चिकन पॉक्स कितने दिन तक रहता है ?

    आपको बता दें कि चिकन पॉक्स आमतौर पर 5 दिनों से लेकर 10 दिन तक ही रहता है।

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