कॉर्नफ्लोर के 11 फायदे नुकसान और उपयोग। About Corn flour in Hindi
Information About Corn Flour in Hindi, क्या है कॉर्नफ्लोर ? Corn Flour को Hindi में क्या कहते हैं? क्या कॉर्नफ्लोर ही मक्के का आटा है? या इनमें कोई फर्क है। क्या आप भी ऐसे बहुत से सवालों के जवाब ढूंढ रहे हैं। कॉर्न फ्लोर जिसे कई देशों में Corn Starch नाम से भी जाना जाता है। आपको बता दे कि दुनियाभर में बहुत सी खाद्य पदार्थों की खेती की जाती है। इन्ही में से एक है कॉर्नफ्लोर या कॉर्नस्टार्क। Corn Flour का इस्तेमाल बहुत से व्यंजनों में करी को गाढ़ा करने या स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। लेकिन बहुत ही कम लोग हैं जो कॉर्नफ्लोर के फायदे और नुकसान के बारे में जानकारी रखते हैं। इसलिए आज हम आपको Cornflour Benefits, Uses के बारे में बताएंगे। इसके अलावा कॉर्नफ्लोर और मक्के के आटे में क्या फर्क हैं यह भी बताएंगे। तो चलिए सबसे पहले जानते हैं कि आखिर क्या है कॉर्नफ्लोर और मक्कई के आटे से यह किस तरह अलग है।
क्या है कॉर्नफ्लोर – What is Corn flour in Hindi
कॉर्न फ्लोर भी मक्के से ही बनाया जाता है। लेकिन इसे बनाने की प्रक्रिया मक्के के आटे से थोड़ी अलग होती है। कॉर्न फ्लोर (Corn Flour) या कॉर्न स्टार्च (Corn Starch) मक्के के स्टार्च से तैयार किया जाता है। इसके लिए मक्के के दानों पर से छिलका हटाया जाता है और फिर इसे पीसा जाता है। इसका रंग सफेद होता है और यह बहुत ही मुलायम और पतला होता। यह मैदे या बेकिंग सोडा की तरह ही दिखाई देता है।
Difference Between Corn Flour and Cornmeal Flour in Hindi
मक्के का आटा जिसे अंग्रेजी में Cornmeal Four कहते हैं यह रंग और इस्तेमाल में Corn Flour से बिल्कुल अलग होता है। एक तरफ जंहा कॉर्न फ्लोर सफेद, स्मूथ और बारीक होता है वहीं मक्के का आटा थोड़ा मोटा और खुरदरा होता है। इसके अलावा मक्के का आटा पीले रंग का होता है। कॉर्नमील फ्लोर को पहले सुखाया जाता है और फिर पीसा जाता है। जबकि कॉर्न फ्लोर के छिलके को उतारकर पीसा जाता है। अब आप पूरी तरह कॉर्नफ्लोर और कॉर्नमील फ्लोर के बीचे के फर्क को समझ चुके होंगे।
Main points
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कॉर्न फ्लोर के गुण या पोषक तत्व – Nutrition in Corn Flour in Hindi
दुनियाभर में उगाई जाने वाली फसलों में शामिल कॉर्नफ्लोर के अंदर बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके पोषक तत्व इसकी मात्रा पर निर्भर करते हैं। हालांकि इसके अंदर ऐसे सभी तत्व पाए जाते हैं, जिनकी आपके शरीर को जरूरत होती है। नीचे हम एक स्पून के अनुसार इसमें किस मात्रा में पोषक तत्व हैं इस बात की जानकारी दे रहे हैं।
S.no | Corn Four Nutrients | Nutrient Value |
---|---|---|
1 | Energy | 44 Calorie |
2 | Protein | 1.1 Gram |
3 | Carbohydrate | 9.1 Gram |
4 | Fat | 0.5 Gram |
5 | Fiber | 1.2 Gram |
6 | Vitamin B1 | 0.17 MG |
7 | Vitamin B2 | 0.09 MG |
8 | Vitamin B3 | 1.17 MG |
9 | Folate Vitamin B9 | 27.9 MCG |
10 | Calcium | 16.9 MG |
11 | Iron | 0.86 MG |
12 | Magnesium | 13.2 MG |
13 | Phosphorus | 26.7 MG |
14 | Zinc | 0.22 MG |
15 | Potassium | 35.7 MG |
कॉर्नफ्लोर के फायदे -Benefits of Cornflour in Hindi
कॉर्नफ्लोर पाउडर का इस्तेमाल ना केवल व्यंजनों का स्वाद बेहतर बनाने के लिए किया जाता है, बल्कि इसके कई ऐसे फायदे हैं जिन्हे जानकर लोग हैरानी में पड़ जाते हैं। तो चलिए जानते हैं कॉर्नफ्लोर से जुड़े फायदे जो आपको सेहतमंद रहने में मदद करते हैं। आइए जानते हैं CornFlour के फायदे
एनीमिया रोगियों को कॉर्नफ्लोर के फायदे
हमे सेहतमंद रहने के लिए बहुत सी विटामिन्स और मिनरल्स की आवश्यकता होती है, इन्ही में से एक तत्व होता है आयरन। आपको बता दें कि आयरन के द्वारा ही हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन पैदा होता है। जब भी शरीर में आयरन की कमी होती है तो इससे शरीर में खून की कमी होने लगती है। जब शरीर में खून की कमी होती है तो इसे ही एनीमिया कहा जाता है। एनीमिया की बीमारी के चलते ना केवल शरीर में खून की कमी होती है बल्कि इसके कारण कई भयंकर बीमारी शरीर में पैदा हो सकती हैं। एनीमिया के मरीज़ों को थकान एवं कमजोरी महसूस होती है। अगर आपको भी एनीमिया की शिकायत है तो आप भी कॉर्नफ्लोर का सेवन कर सकते हैं। बता दें कि इसके अंदर विटामिन बी12, फोलिक एसिड और आयरन पाया जाता है, जो एनीमिया के मरीज़ों के लिए फ़ायदेमंद माना गया है।
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आंतो के लिए कॉर्नफ्लोर के लाभ
हमारे शरीर में आंत को दूसरा दिमाग भी कहते हैं। क्योंकि आंत भोजन पचाने के अलावा कई अन्य कार्य भी करते हैं। आंत शरीर का एकलौता ऐसा भाग है जिसे भोजन पचाने या मल को बाहर करने के लिए दिमाग के निर्देश की जरूरत नहीं होती। ऐसे में आंत को कॉर्न फ्लोर के फायदे होते हैं। कॉर्न फ्लोर के अंदर इंसोल्यूबल पाउडर होता है जो आंतों को स्वस्थय और मजबूत बनाए रखता है। इसके अलावा आंत के अंदर ही रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले 70 प्रतिशत तत्व मौजूद होते हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि आंत मजबूत तो शरीर स्वस्थय रहेगा।
सूजन कम करने में कॉर्न फ्लोर के फायदे
शरीर के अलग अलग अंग में लोगों को अक्सर सूजन की समस्या होने लगती है। सूजन की समस्या के कारण तो कई हैं, जैसे चोट लगना या ज्यादा मात्रा में खटाई खाना। लेकिन सूजन की समस्या को किसी भी तरह हल्के में आंकना बहुत खतरनाक भी हो सकता है। ऐसे में सूजन का इलाज या उपचार समय पर करना बेहद जरूरी हो जाता है। अगर आपको भी सूजन की समस्या रहती है तो आप भी कॉर्न फ्लोर का इस्तेमाल कर सकते हैं। क्योंकि कॉर्न फ्लोर के अंदर पॉलीफेनोल्स एंटी ऑक्सीडेंट तत्व मौजूद होता है, यह तत्व आपके शरीर से सूजन कम करने का काम करता है। ऐसे में कॉर्न फ्लोर कितना फायदेमंद हो सकता है आप समझ ही गए होंगे।
वजन बढ़ाने के लिए कॉर्न फ्लोर के सेवन के लाभ
आज के समय में जंहा एक तरफ ज्यादातर लोग अपने वजन को कम करना चाहते हैं वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग ऐसे भी हैं जो वजन बढ़ाने के तरीके खोजते रहते हैं। आपको बता दें कि वजन अधिक होना ही एक समस्या नहीं है, बल्कि अगर वजन कम हो तो भी आप बहुत सी बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। वजन कम होने के बहुत से कारण हो सकते हैं। अगर आपके भोजन के अंदर प्रचूर मात्रा में पोषक तत्व और विटामिन्स ना हो, तो वजन कम होने लगता है। साथ ही कमजोरी और बीमारियां भी आपको अपनी गिरफ्त में लेने लगती है। लेकिन अगर आप कॉर्नफ्लोर का सेवन करते हैं तो आप अपना वजन तेजी से बढ़ा सकते हैं। कॉर्नफ्लोर के अंदर कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी प्रचूर मात्रा में पाई जाती है। यह दोनो ही तत्व वजन बढ़ाने में बहुत असरदार साबित होते हैं।
स्किन डिसॉर्डर में कॉनफ्लोर है फायदेमंद
हमारे शरीर का सबसे सेंसेटिव हिस्सा होती है हमारी स्किन। इसलिए अक्सर देखा जाता है कि लोगों किसी भी उम्र के अंदर स्किन संबंधित समस्याएं होने लगती हैं। यह समस्याए चेहरे से लेकर पैरों तक कंही भी हो सकती है। यूं तो इन समस्याओं के लिए डॉक्टर की सलाह लेना बेहद जरूरी होता है, लेकिन कॉर्न फ्लोर का सेवन भी स्किन संबंधित समस्याओं का अंत कर सकता है। दरअसल कॉर्नफ्लोर के अंदर विटामिन ए, ई, और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। जो ना केवल स्किन संबंधित समस्याओं से लड़ने में मदद करते हैं। बल्कि यह स्किन संबंधित समस्याएं पैदा ही नहीं होने देते।
गर्भावस्था में शिशु के विकास के लिए कॉर्न फ्लोर
गर्भावस्था के दौरान मां को अक्सर अपने खाने पीने पर ध्यान देना होता है। इस दौरान अगर खान पान बेहतर ना हो तो शिशु ना केवल कमजोर पैदा होता है बल्कि सामान्य शिशुओं के मुकाबले प्रसव के समय शिशु का वजन भी कम होता है। लेकिन इस समस्या को भी खत्म करने में कॉर्न फ्लोर आपके काम आ सकता है। दरअसल इसके अंदर फोलिक एसिड मौजूद होता है जो शिशु के विकास और उसके वजन बढ़ाने में कारगर साबित हो सकता है।
हाई ब्लड प्रेशर में कॉर्नफ्लोर होता है फायदेमंद
आज के समय में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होना बेहद आम हो गया है। इस बीमारी के कई कारण हो सकते हैं। इसका पहला और सबसे बड़ा कारण होता है खराब जीवनशैली। बेकार खान पान और मोटापा भी हाई ब्लड प्रेशर का कारण बन सकता है। ऐसे में जरूरी है कि अपनी जीवनशैली में तो बदलाव किए ही जाएं। साथ ही अपने खान पान को भी बेहतर बनाया जाए। अगर आपको भी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है तौ आप कॉर्नफ्लोर का उपयोग कर सकते हैं। आपको बता दें कि इसके अंदर प्रचूर मात्रा में फाइबर, ओमेगा-3 फैटी और एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं। यह सभी तत्व हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में कारगर साबित हो सकते हैं।
फ्री रेडिकल्स को कम करने के लिए कॉर्न फ्लोर
हमारे शरीर के अंदर कई तरह की कोशिकाएं मौजूद होती है। शरीर को स्वस्थ्य रखने में इन कोशिकाओं का एक अहम रोल होता है। इन कोशिकाओं के अलावा हमारे शरीर में फ्री रेडिकल्स होती है और कुछ रेडिकल्स का निर्माण भोजन के बाद होता है। यह हमारे शरीर के लिए बेहद खतरनाक होती हैं। यह फ्री रेडिकल्स दूसरे अणु से एलेक्ट्रोन को लेने का कार्य भी करते हैं। ऐसे में शरीर को फ्री रेडिल्स से बचाने के लिए आपको कुछ चीजों का ध्यान रखना होता है।अगर आप फ्री रेडिकल्स को खत्म करना चाहते हैं तो आप कॉर्नफ्लोर का उपयोग कर सकते हैं। दरअसल इसके अंदर एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो इस समस्या से लड़ने में सक्षम है।
कोलेस्ट्रॉल में कॉर्न फ्लोर
कोलेस्ट्रॉल लेवल शरीर में सामान्य रहे इसके लिए लोग ना जाने कैसे कैसे उपाय अपनाते दिखाई देते हैं। लेकिन यह लोग यह नहीं जानते कि कॉर्न फ्लोर के अंदर मौजूद तत्व इसी काम में आते हैं। दरअसल कॉर्न फ्लोर में फाइबर होता है जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने का काम करते हैं।
कमजोरी और थकान दूर करने में
आज कल की खराब जीवनशैली और बेकार के खान पान की वजह से लोगों को जरूरी पोषक तत्व और विटामिन्स नहीं मिल पाते। जिसकी वजह से शरीर कमजोर होता ही है साथ ही लोग बहुत जल्दी थकने लगते हैं। लेकिन कॉर्न फ्लोर के सेवन से इन दोनों समस्याओं को समाप्त करने का कार्य करते हैं। अगर आपको भी थकान या कमजोरी की समस्या है तो आप भी कॉर्न फ्लोर का सेवन कर सकते हैं।
आंखों की रोशनी के लिए
आंखे प्राकृति का दिया हुआ एक ऐसा उपहार है जिसकी वजह से हम दुनिया की सभी खूबसूरत और हैरान कर देने वाली चीजे देख पाते हैं। लेकिन अधिक गैजेट इस्तेमाल करने के कारण, बढ़ती उम्र के कारण और बेकार खान पान की वजह से आंखो की रोशनी कमजोर होने लगती है। लेकिन कॉर्न फ्लोर के सेवन से आपको इस समस्या से भी छुटकारा मिल जाता है। अगर आपकी भी आंखे कमजोर हैं तो आप भी इसका सेवन कर सकते हैं।
पाचन तंत्र के लिए
स्वस्थ्य रहने के लिए पाचन तंत्र का मजबूत होना बेहद जरूरी है। कॉर्न फ्लोर के जरिए पाचन तंत्र भी मजबूत रहता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसके अंदर प्रचूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है।
सनबर्न में फायदेंमंद है कॉर्न फ्लोर
सूरज की किरणे अक्सर हमारे स्किन पर बहुत बूरा असर भी डालती हैं। सूरज की तेज किरणों की वजह से सनबर्न या स्किन टैन होने लगती है। ऐसे में स्किन बेहद काली और जली जली सी दिखाई देती है। अगर आपको भी टैनिंग से छुटकारा पाना है तो आप कॉर्न फ्लोर का उपयोग कर सकते हैं।
कॉर्नफ्लोर के कुछ अन्य फायदे – Few More Benefits of Corn Flour in Hindi
दोस्तों अब तक आपने जाना कि कॉर्न फ्लोर के कितने अधिक फायदे हैं। लेकिन अगर आपको लगता है कि आपने इससे जुड़े सारे लाभ जान लिए हैं तो आप गलत हैं। इससे जुड़े कुछ अन्य लाभ नीचे।
Corn Flour Benefit in Hindi
- कॉर्नफ्लोर का सेवन अक्सर वह लोग करते हैं जो गेंहू, मैदा और सूजी जैसे उत्पादों का स्टोक रखने मे असमर्थ होता है। ऐसे लोगों के लिए यह एक अच्छा विकल्प है।
- मानव शरीर को रोजान बहुत से पोषक तत्व, विटामिन्स और खनिज तत्व की आवश्यकता होता है और यह सभी तत्व कॉर्न फ्लोर के अंदर मौजूद होते हैं। इसलिए आपको कॉर्न फ्लोर के सेवन करना चाहिए।
- पाचन क्रिया की समस्या से परेशान लोगों के लिए कॉर्नफ्लोर बेहद फायदेंमंद माना जाता है। इसके लाभ आंत को भी होते हैं।
- इसके अंदर कई तरह के तत्व मौजूद होते हैं जो एलर्जी और सूजन की समस्या को कम करने में कारगर साबित होते हैं।
कॉर्न फ्लोर का उपयोग – Corn Flour Uses in Hindi
यूं तो कॉर्न फ्लोर का उपयोग रसोई के अंदर अधिक मात्रा में किया जाता है।लेकिन कई बीमारियों में इसका इस्तेमाल थैरेपी के लिए भी किया जाता है। इसके अलावा कॉर्न फ्लोर का इस्तेमाल कई तरह से किया जाता है। इसकी सूची हम आपको नीचे दे रहे हैं।
कॉर्नफ्लोर का इस्तेमाल
- आप इसका इस्तेमाल सूप, सॉस और स्टेव को गाढ़ा बनाने के लिए कर सकते हैं। इसके अलावा डीप फ्राइड फूड बनाने में भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
- आइसक्रीम या दूध से बनने वाले कई ऐसे व्यंजन होते हैं जिनके लिए दूध का गाढ़ा होना बेहद जरूरी होता है। लेकिन दूध पतला होने के कारण यह व्यंजन बनाने में दिक्कत आ सकती है। ऐसे में दूध को गाढ़ा करने के लिए आप कॉर्न फ्लोर का उपयोग कर सकते हैं।
- ग्लाइकोजन स्टोरेज डीजीज वाले लोगों के लिए कॉर्न फ्लोर का उपयोग किया जा सकता है। इसका उपयोग 6 से 12 महीने की उम्र में शुरू किया जा सकता है। इसके सेवन से ग्लूकोस के उतार चढ़ाव को रोका जा सकता है।
- खाने के अलावा कई तरह के मेडिकल प्रोडक्ट बनाने में भी कॉर्न फ्लोर का इस्तेमाल किया जा सकता है। जैसे कंडोम, डायाफ्राम और मेडिकल गलव्स आदि।
- व्यंजनो के अलावा कॉर्न फ्लोर का उपयोग बेबी पाउडर में भी किया जाता है।
- इसका उपयोग बायोप्लास्टिक्स और एयर बैग बनाने के लिए भी किया जा सकता है।
- अगर कॉर्नफ्लोर के घोल में पनीर को मिला कर फ्राई किया जाए तो इससे पनीर अच्छी तरह फ्राई हो जाता है।
कॉर्न फ्लोर के नुकसान -Corn Flour side Effects in Hindi
दोस्तो अब तक आपने जाना कि कॉर्न फ्लोर के फायदे क्या हैं और इसका इस्तेमाल कैसे किया जा सकता है। लेकिन अब हम आपको बताएंगे कि यह आपके लिए किस तरह नुकसानदायक है।
मोटापा बढ़ा सकता है कॉर्नफ्लोर
अगर आप अपने बढ़ते मोटापे को लेकर परेशान रहते हैं, या फिर आपका वजन बहुत तेजी से बढ़ता है तो आप इसका सेवन कम से कम या ना ही करें तो अच्छा है। अगर आप इसका सेवन करते हैं तो आपके शरीर पर चर्बी की एक मोटी परत जम सकती है।
डायबिटीज के मरीज ना करे सेवन
इसके अंदर कार्बोहाइड्रेट अधिक मात्रा में पाया जाता है। इसलिए ऐसे जो भी व्यक्ति हैं जिन्हे डायबिटीज की समस्या है वह इसका सेवन कम से कम करें। वरना यह आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ा भी सकता है
यूं तो इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है। लेकिन इसके अधिक सेवन से यह समस्या बढ़ भी सकती है। अगर आपको कोलेसट्रॉल की समस्या है तो तय मात्रा में ही इसका सेवन करें।
स्किन पर असर
जैसे की हमने आपको ऊपर बताया था कि स्किन से संबंधित समस्याओ पर यह असरदार रहता है। लेकिन अगर आप इसका अधिक सेवन या उपयोग करते हैं तो इससे आपकी स्किन पर चकते बनने लगते हैं।
निष्कर्ष – Conclusion
दोस्तो हमने आपको अपने इस लेख में Corn flour in Hindi के फायदे और नुकसान बता दिए हैं। अब आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि यह किसी बीमारी का उपचार नहीं है। आप इसका सेवन स्वाद और सेहतमंद रहने के लिए कर सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
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क्या कॉर्न फ्लोर और मक्के के आटा अलग अलग है?
हां, यह दोनों ही उत्पाद अलग हैं।
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क्या गर्भावस्था में कॉर्न फ्लोर का सेवन सही होता है?
हां, ऐसा माना तो जाता है, लेकिन इसके सेवन से पहले आप डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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क्या कॉर्न फ्लोर का उपयोग बहुत सी चीजों में होता है?
हां, आप इसका सेवन कई व्यंजनों में कर सकते हैं।
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क्या Corn Flour के सेवन के कुछ नुकसान भी हैं?
हां, इसके कुछ नुकसान भी हैं। लेकिन यह नुकसान आपको केवल तभी होते हैं जब आप इसका अत्याधिक सेवन करते हैं।