Bhastrika Pranayama क्या है? भस्त्रिका प्राणयाम के 14 लाभ और सावधानियां
yoga

Bhastrika Pranayama क्या है? भस्त्रिका प्राणयाम के 14 लाभ और सावधानियां

Main points

Information About Bhastrika Pranayama in Hindi. योग की दुनिया में प्राणायाम को लेकर बहुत सी बातें लिखी गई हैं, जो मानव शरीर के लिए कल्याणकारी सिद्ध होती हैं। प्राणायाम के मुख्य प्रकारों में से ही भस्त्रिका प्राणायाम है। भस्त्रिका प्राणायाम योग ब्रीथिंग एक्सरसाइज की सूची में एडवांस योगासनों में से एक है। यानी यह योग करने की सलाह केवल उन्हीं लोगों को दी जाती है, जो बेसिक ब्रीथिंग एक्सरसाइज को अच्छी तरह करना सीख चुके हैं।

योग के कई ग्रंथों में भस्त्रिका प्राणायाम के लाभ का जिक्र किया गया है। यह योगासन मुख्य रूप से शरीर को शुद्ध करने का कार्य करता है। तथा इसके कई ऐसे फायदे हैं जिन्हे जानकर लोग भस्त्रिका प्राणायाम की ओर रूचि बढ़ाने लगे हैं। आज हम आपको Bhastrika Pranayama के फायदे नुकसान और इसे किस तरह करना यह सारी जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही किन लोगों को यह आसन करना चाहिए और किसको नहीं इस बात से भी पर्दा उठाएंगे। अगर आप भी भस्त्रिका प्राणायाम से जुड़ी किसी प्रकार की जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो हमारे इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें। 

क्या है भस्त्रिका प्राणायाम – What is Bhastrika Pranayama in Hindi क्या है भस्त्रिका प्राणायाम - What is Bhastrika Pranayama in Hindi

भस्त्रिका शब्द संस्कृत भाषा से लिया गया है जिसका अर्थ होता है धौंकनी।  जैस लोहार धौंकनी के जरिए तेज गर्म हवा पैदा कर लोहे को शुद्ध करने का कार्य करता है। उसी तरह भस्त्रिका प्राणायाम भी हमारे शरीर को पूरी तरह शुद्ध करने का कार्य करता है। इस आसन को करने से शरीर में गर्मी पैदा होती है और शरीर शुद्ध होने लगता है। भस्त्रिका प्राणायाम योगासन खुद करना या सीखना आसान नहीं है। इसलिए इस आसन को करने के लिए किसी योग गुरु की आवश्यकता होती है।

नोट – कोरोना काल में बहुत से लोग भस्त्रिका प्राणायाम करने की सलाह दे रहे हैं, जो की पूरी तरह गलत है, यह आसन उन लोगों के लिए सही है जो पहले से ही किसी बेसिक ब्रीथिंग एक्सरसाइज को लंबे समय से कर रहे हैं। वहीं अगर कोरोना की रिकवरी के दौरान या बाद में अगर कोई इस आसन को करता है तो यह उनके लंगस पर अधिक दबाव डालने का कार्य करता है। जिसकी वजह से मरीज की स्थिति गंभीर भी हो सकती है। 

भस्त्रिका प्राणायम के लाभ – Benefits of Bhastrika Pranayama in Hindiभस्त्रिका प्राणायम के लाभ - Benefits of Bhastrika Pranayama in Hindi

योग को लेकर आज पूरी दुनिया अपना नजरिया बदलती दिखाई दे रही है। पहले जहां बहुत से लोग घंटों तक जिम जाना पसंद करते थे। वह लोग आज पार्क और शांत स्थानों पर योगा मेट के साथ योग करते हुए दिखाई देते हैं। योग केवल शारीरिक एक्सरसाइज नहीं बल्कि जीवन जीने का एक तरीका है। भस्त्रिका प्राणायाम के लाभ आपके शरीर के बहुत से अंगों को मिलते हैं।आइए जानते हैं क्या हैं भस्त्रिका प्राणायाम के फायदे।

गर्भावस्था में भस्त्रिका प्राणायाम करने के फायदे

गर्भावस्था के दौरान माताओं को तरह तरह की एक्सरसाइज या योग करने की सलाह दी जाती है। इस अवस्था में महिलाओं के शरीर का स्वस्थ रहना शिशु के लिए भी लाभदायक होता है। इसलिए गर्भावस्था में भस्त्रिका प्राणायाम करने की सलाह भी दी जाती है। लेकिन सीधा गर्भावस्था में इस आसन को नहीं करना चाहिए। इसके लिए आपको पहले से ही कुछ महीनों तक प्रैक्टिस करनी होगी। 

ऑक्सीजन का प्रवाह 

हमारे फेफड़े सांस लेने का कार्य करते हैं। जब यह सही प्रकार कार्य नहीं करते तो इसका मतलब यह होता है कि शरीर में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन लेवल ठीक नहीं चल रहा है। ऐसे में अगर आप नियमित रूप से भस्त्रिका प्राणायाम आसन करते हैं तो इससे फेफड़ों में जल्दी जल्दी ऑक्सीजन जमा होता है और कार्बन डाइऑक्साइड शरीर से निकल जाता है। यानी कहा जा सकता है कि फेफड़ों की क्षमता बेहतर करने के लिए आप यह आसन कर सकते हैं। 

गले की सूजन दूर करे

आज के समय  में बेकार का खान पान या बहुत सी वजह के कारण अक्सर गले में सूजन और दर्द की समस्या रहने लगती है। यह समस्या अक्सर लोगों को बहुत परेशान करती है। लेकिन अगर आप भस्त्रिका प्राणायाम करते हैं तो इससे आपको गले की सूजन ठीक होने लगती है। 

कफ की करे छुट्टी

बदलता मौसम या कुछ अधिक ठंडा खाने पीने की वजह से अक्सर कफ की समस्या पैदा होने लगती है। जिसकी वजह से गला भारी भारी और दर्द करने लगता है। ऐसे में अगर आप भस्त्रिका प्राणायाम करते हैं तो यह आपको कफ की समस्या से राहत दिलाता है। 

भस्त्रिका पर प्राणायाम नर्वस सिस्टम के फायदे

हमारे शरीर में नर्वस सिस्टम यानी तंत्रिका तंत्र का सही प्रकार कार्य करना बेहद जरूरी होता है। यही हमारे शरीर के हर अंग को सिग्नल पहुंचकर रिएक्ट करने का आदेश देता है। ऐसे में अगर आप नियमित रूप से भस्त्रिका प्राणायाम करते हैं तो इससे आपका नर्वस सिस्टम पूरी तरह दुरुस्त हो जाता है और सही तरह से कार्य करने लगता है। इस लिहाज से कहा जा सकता है कि भस्त्रिका प्राणायाम के फायदे तंत्रिका तंत्र पर देखे जा सकते हैं।

कफ पित्त और वात दोष दूर करे

मानव शरीर के अंदर बहुत सी समस्याएं या बीमारी केवल वात पित्त और कफ दोष के कारण ही शुरू होती हैं। इन सभी बीमारियों से बचने में और वात पित्त में सतुलन बनाए रखने में भस्त्रिका प्राणायाम एक बहुत अहम भूमिका निभाता है। भस्त्रिका प्राणायाम नियमित रूप से करने से शरीर से सभी विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। 

फेफड़ों से जुड़ी समस्या में फायदेमंद 

ऐसे लोग जो फेफड़ों से जुड़ी समस्या के शिकार हो चुके हैं उनके लिए भस्त्रिका प्राणायाम लाभदायक हो सकता है। भले ही यह आसन अस्थमा और अन्य बीमारियों में कारगर हो। लेकिन बीमारी से पीड़ित मरीज इस आसन को केवल तभी करें जब डॉक्टर उन्हे इस आसन को करने की सलाह दें। 

अंदरूनी अंगों की मसाज 

भस्त्रिका प्राणायाम के जरिए हमारे डायाफ्राम के तेजी से मसाज होती है। ज्ञात हो कि डायाफ्राम हमारी चेस्ट और पेट से जुड़ा एक पाइप होता है। यह पाइप ही ऑक्सीजन पहुंचाने का कार्य करता है। इस आसन के जरिए इस पाइप और पेट के अंदरुनी अंगों की मसाज होती है। जिससे आपकी पाचन क्रिया भी बेहतर होती है। 

भस्त्रिका प्राणयाम के अन्य लाभ – Few More Benefits of Bhastrika Pranayama 

  1. यह आसन करने से व्यक्ति की भावनाएं, विचार और इच्छा शक्ति बेहतर होती है।
  2. पौरुष शक्ति बढ़ाने में भस्त्रिका प्राणायाम के फायदे देखे जाते हैं। 
  3. ऐसे लोग जिन्हें अक्सर आलस आता है या थका हुआ महसूस करते हैं उनके लिए भस्त्रिका आसन फायदेमंद साबित होता है। 
  4. यह आसन नियमित रूप से करने पर मन को काबू में किया जा सकता है।
  5. ऐसे लोग जिन्हें अधिक नींद आती है उनके लिए यह आसन बेहद कारगर सिद्ध हो सकता है।
  6. भस्त्रिका प्राणायाम करने से मस्तिष्क की मेमोरी शार्प होती है और आप लंबे समय तक चीजों को याद रख सकते हैं। 
  7. सर्दी खांसी जुकाम की समस्या को ठीक करने में भी भस्त्रिका प्राणायाम करने के फायदे देखे गए हैं। 

भस्त्रिका प्राणायाम कैसे करें – Way of Doing Bhastrika Pranayama
भस्त्रिका प्राणायाम कैसे करें - Way of Doing Bhastrika Pranayama

दोस्तों अब तक आपने भस्त्रिका प्राणायाम आसन के फायदे और इससे जुड़ी कुछ जानकारी हासिल की है। अब हम आपको भस्त्रिका आसन करने का आसान और सही तरीका बताएंगे। बताए गए तरीके के अनुसार आप आसन कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि यह आसन एक एडवांस आसन है। इस आसन को तभी करें जब आप बेसिक ब्रीथिंग आसन कर चुके हों। आइए जानते हैं भस्त्रिका प्राणायाम करने का आसान तरीका।

भस्त्रिका प्राणायाम करने का तरीका 

  1. इसके लिए आप सबसे पहले किसी शांत जगह की तलाश करें। अच्छा होगा कि इस आसन को आप खुली हवा में ही करें। 
  2. अब आप इस आसन को करने के लिए पद्मासन या वज्रासन की मुद्रा में बैठ जाएं। 
  3. इसके बाद अपनी आंखों को बंद कर लें और शरीर ढीला छोड़ दे। अब अपने हाथों को ज्ञान मुद्रा में रखें और अपनी कमर बिल्कुल सीधी करें। 
  4. अब आपको अपनी प्राणायाम की तरह ही बायीं नाक को बंद करना है और जल्दी जल्दी 20 बार दाहिनी नाक से सांस लेनी और छोड़नी है। सांस लेने की गति आप अपने अनुसार बढ़ाते रहें। 
  5. इसके बाद आपको अपने दाहिने नाक से ही एक गहरी सांस लेनी है और उसे भी बंद कर देना है। 
  6. अब कुछ देर बाद सांस रोक कर बांई नाक से हाथ हटाएं और सांस छोड़ दें। 
  7. इसके बाद कुछ देर आराम करें। 
  8. इसी प्रक्रिया को अपनी दूसरी नाक के नथुने से दोहराएं।

भस्त्रिका प्राणायाम करने में सावधानियां और नुकसान 

  • इस आसन को करने से पहले बेसिक योगासनों को आप लंबे समय से कर रहे हों। इस बात का ध्यान रखें।
  • यह आसन करने के दौरान सांस छोड़ने की गति एक सी होनी चाहिए। 
  • अगर आपको यह आसन करते हुए किसी तरह की तकलीफ महसूस हो तो इस आसन को करना तुरंत बंद कर दें। 
  • ऐसे लोग जो हाई बीपी की समस्या से पीड़ित हैं उन्हें भस्त्रिका प्राणायाम नहीं करना चाहिए। 
  • अगर आपकी नाक रुकी हुई हो तो प्राणायाम ना करें। 
  • कोरोना के मरीज जो ठीक हो रहे हों या हाल ही में ठीक हुए हों इस आसन को बिल्कुल ना करें। 
  • अस्थमा के मरीज इस आसन को करने की गलती बिल्कुल ना करें। यह उनकी स्थिति को बिगाड़ भी सकता है। 
  • ऐसे लोग जिनका हाल ही में किसी बीमारी का ऑपरेशन हुआ हो वह भी आसन को ना करें। 
  • बुखार से पीड़ित व्यक्ति भी भस्त्रिका आसन बिल्कुल ना करें। 
  • इस आसन को खाली पेट ही करें तो ही अच्छा होगा। 

निष्कर्ष – Conclusion

दोस्तों हमने अपने इस लेख में आपको Bhastrika Pranayama in Hindi में सारी जरूरी जानकारी दे दी है। अब अगर आप इस योगासन को करना चाहते हैं तो आप कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि किसी योगा ट्रेनर की नजर में ही यह आसन करें। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

  1. क्या कोरोना में भस्त्रिका प्राणायम को करना ठीक होगा?

    नहीं, कोरोना के दौरान या रिकवरी होने के तुरंत बाद यह आसन आपकी समस्या को बढ़ा सकता है।

  2. क्या यह भस्त्रिका आसन को खुद किया जा सकता है?

    ऐसा केवल तभी हो सकता है जब आप खुद योग की बहुत सी जानकारी रखते हों और आपने बेसिक ब्रीथिंग एक्सरसाइज की हुई हो।

  3. क्या यह आसन हाई बीपी के मरीज कर सकते हैं?

    नहीं, यह आसन हाई बीपी के मरीजों को बिल्कुन नहीं करना चाहिए।

  4. क्या अस्थमा में यह आसन करना ठीक होगा?

    नहीं, हालांकि डॉक्टर और योगा ट्रेनर की राय के बाद उनकी निगरानी में आप यह आसन कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें
Surya Namaskar Ke Fayde
Savasana ke Fayde
mountain Pose benefits
Anulom Vilom Pranayam Ke fayde
Cholesterol kam Karne ke Upay

You may also like

Comments are closed.