करेला के जूस पीने के फायदे औन नुकसा। About Karela in Hindi
Karela दिखते ही कुछ लोग मुंह चढ़ाने लगते हैं। क्योंकि करेले का स्वाद कड़वा होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं करेला जूस बेनिफिट्स क्या हैं। या फिर क्या आपको पता है कि करेले को इंग्लिश में क्या कहते हैं। या करेले का इंग्लिश नेम क्या है। अगर नहीं तो चलिए आज हम आपको बताते हैं करेले से जुड़े फायदे, नुकसान और इससे जुड़ी तमाम जानकारी।
karela Khane Ke Fayde अक्सर लोगों के मुंह से सुने होंगे। यही नहीं करेले का जूस डायबिटीज के दौरान लोगों को पीते हुए भी देखा होगा। लेकिन असल में करेले के फायदे क्या क्या हैं, यह शायद ही आप जानते होंगे। करेले को लेकर अक्सर कई तरह के सवाल सामने आते रहते हैं, जैसे प्रेगनेंसी में करेला खाना चाहिए या नहीं, English of karela क्या है, या करेले को अंग्रेजी में क्या कहते हैं। इसके अलावा करेले की सब्जी कैसे बनती है, करेले के जूस पीने के फायदे और नुकसान क्या हैं, या करेले का जूस कब पीना चाहिए। इतना ही नहीं करेले को लेकर हजारों सवाल लोगों के जेहन में चलते रहते हैं।
करेले के कड़वे स्वाद को लेकर कुछ लोग इससे दूरी जरूर बनाकर रखते हैं। लेकिन इन लोगों के लिए बड़े बुजुर्गों की वह बात काफी है। जिसमें वह कहा करते थे कि मीठी चीज और मीठे लोग हमेशा नुकसान ही पहुंचाएंगे। वहीं कड़वी चीज और कड़वे लोग हमेशा आपके लिए फायदेमंद होंगे। ऐसा ही कुछ करेले के साथ भी है, यह स्वाद में भले ही कड़वा हो, लेकिन सेहत के लिए यह गुणों को खजाना है। आइए आज विस्तार से जानते हैं करेला खाने के फायदे, नुकसान और करेले के जूस पीने के फायदे के बारे में।
Main points
करेला क्या है – What is Karela in Hindi
करेला एक हरी सब्जी है, जो स्क्वैश परिवार से संबंध रखती है। करेले को इंग्लिश में Bitter Gourd या Bitter Melon कहा जाता है। करेले का वैज्ञानिक नाम मोमोर्डिका चरैन्टिया है। करेले की खेती आमतौर पर सबसे ज्यादा अफ्रीका, एशिया और कैरीबियाई देशों में की जाती है। करेले का उपयोग लगभग 600 साल पहले से किया जा रहा है। करेले को डायबिटीज से लेकर कोलेस्ट्रॉल कम करने तक में आजमाया जा सकता है। डायबिटीज के मरीजों को अक्सर डॉक्टर करेले के जूस पीने की सलाह देते हैं। आइए जानते हैं करेले से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी।
करेले के अन्य भाषाओं में नाम
- Karela in Hindi – करेला, करैला, करइला, करेली
- Karela in English – Bitter Gourd, Bitter Squash, Balsam Pear
- Karela in Sanskrit – कारवेल्ली, वारिवल्ली, बृहद्वल्ली, पीतफला, पीतपुष्पा, सूक्ष्म वल्ली
- Karela in Punjabi – करेला, करीला
- Karela in urdu – करेला
- Karela in gujarati – करेलु, करेला
- Karela in Bengali – करला, बड़मसिया, उच्छे
- Karlea in Marathi – करेले, कारली
- Karlea in Malayalam – कायप्पावल्ली, पावक्काचेटी
करेले की खेती – Karele Ki Kheti
- करेले की खेती के लिए छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की जलवायु उपयुक्त मानी जाती है। क्योंकि यह गर्म एवं आर्द्र है।
- करेले की खेती के लिए तापक्रम 35 से 40 डिग्री सेंटीग्रेड तक ही होना चाहिए।
- करेले की खेती के दौरान बीज बोने के लिए 2/1.5 मीटर की दूरी पर 30 सेमी के गढ़े खोदे जाते हैं।
- अगर गर्मी में करेले की फसल को तैयार करना है तो इसके लिए जनवरी से मार्च तक करेले की खेती हो जाना चाहिए।
करेले की तासीर कैसी होती है
दोस्तों किसी भी चीज के सेवन से पहले आपको यह जान लेना चाहिए कि उसकी और आपकी तासीर कैसी है। ऐसे में हम आपको बता दें कि करेले की तासीर गर्म होती है। इसलिए गर्मी के दौरान करेले का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।
करेले के पोषक तत्व और औषधीय गुण
करेले के अंदर आपको प्रोटीन, फैट, कार्ब्स, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम, जिंक, कॉपर, मैंगनीज, सेलेनियम, विटामिन सी, थायमिन, राइबोफ्लेविन, नियासिन, पैंटोथैनिक एसिड, विटामिन बी – 6 विटामिन ए, आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके अलावा करेले के अंदर कई औषधीय गुण भी पाए जाते हैं जो इसे सुपर फूड की श्रेणी में रखते हैं।
करेला खाने के फायदे – Karela Benefit in Hindi
करेले के जूस पीने के फायदे उतने ही हैं, जितने की करेले की सब्जी के हैं। अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं या फिर किसी दूसरी बीमारी से पीड़ित हैं, तो आप करेले का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा वह लोग जिनका यह सवाल था कि प्रेगनेंसी में करेले खाना चाहिए या नहीं, उनका भी जवाब आपको आगे मिल जाएगा।
वजन घटाने में करेले का जूस पीने के फायदे
ऐसे लोग जो बढ़ते वजन की समस्या से परेशान हैं। उन लोगों के लिए करेले का सेवन फायदेमंद हो सकता है। आपको बता दें कि हाल ही में एक शोध किया गया है। जिसमें कुछ चूहों को करेले का सेवन कराया गया था। इसके बाद परिणाम में पता चला कि करेले के अंदर एंटी ओबेसिटी गुण हैं जो बढ़ते वजन को रोक सकता है। ऐसे में आप वजन घटाने के लिए करेले के जूस के लाभ ले सकते हैं। हालांकि अभी इस पर कुछ शोध होने बाकी हैं।
लिवर पर Karela Khane Ke Fayde
ऐसे लोग जो फैटी लिवर की समस्या से परेशान हैं, उन लोगों पर करेले के जूस पीने के फायदे हो सकते हैं। दरअसल हाल ही में एक शोध हुआ है जो बताता है कि करेले के अंदर हेपाटो प्रोटेक्टिव गुण पाया जाता है। यह न केवल लिवर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का काम करता है। बल्कि वह लोग जो शराब का अधिक सेवन करते हैं और जिसके कारण फैटी लिवर की समस्या का शिकार हो गए हैं। उन पर भी करेले का अर्क प्रभावी होता है। यह लिवर पर से जमें फैट को न केवल घटाता है। बल्कि उसे बढ़ने से भी रोकता है। इस लिहाज से कहा जा सकता है। लिवर पर करेले खाने के फायदे हो सकते हैं।
कब्ज में करेले के फायदे
कब्ज कहने और सुनने में बड़ी ही आम समस्या लगती है। लेकिन इससे पीड़ित व्यक्ति की स्थिति बड़ी ही दयनीय हो जाती है। इस समस्या के दौरान व्यक्ति पेट पूरी तरह से साफ नहीं होता और पेट में भारीपन भी महसूस होता रहता है। ऐसे में करेले का सेवन किया जा सकता है। दरअसल करेले और इसकी पत्तियों में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो मल त्यागने की प्रक्रिया को सुगम बना देते हैं। कब्ज के दौरान आप करेले के जूस का सेवन कर सकते हैं या फिर आप चाहें तो करेले खाकर भी कब्ज की समस्या से दूर हो सकते हैं।
बवासीर में करेला लाभदायक
आज भारत में करोड़ों की संख्या में ऐसे लोग हैं जो बवासीर जैसी समस्या से पीड़ित हैं। यह एक ऐसी समस्या है जिसके बारे में लोग शर्मिंदगी के चलते किसी से बात भी नहीं कर पाते। इस समस्या का अंत करने में भी करेले के जूस का सेवन किया जा सकता है। आपको बता दें कि कब्ज की समस्या लंबे समय तक रहने की वजह से भी बवासीर हो सकती है। इस स्थिति में अगर आपको बवासीर है तो करेला समस्या की जड़ को खत्म कर बवासीर से राहत दिला सकता है।
सूजन की समस्या में करेला
अक्सर बड़े बुजुर्गों में और कई कम उम्र के लोगों में भी सूजन की समस्या पैदा हो जाती है। इस सूजन की समस्या से बचने के लिए और छुटकारा पाने के लिए आप करेले का सेवन कर सकते हैं। दरअसल करेले के अंदर एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सूजन को कम करने और इसे पैदा होने से रोकते हैं। हालांकि अभी इस पर कई शोध होने बाकी हैं।
कोलेस्ट्रॉल कम करने में करेले के लाभ
कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने की वजह से कब किसको हार्ट अटैक आ जाए यह कहा नहीं जा सकता। कोलेस्ट्रॉल एक ऐसी स्थिति है, जिसमें रक्त वाहिकाओं की दीवारों पर एक तत्व जमा हो जाता है। जिससे रक्त प्रवाह बाधित होने लगता है। ऐसे में हृदय तक सही मात्रा में रक्त नहीं पहुंच पाता और हार्ट अटैक आ जाता है। इस स्थिति से बचने के लिए और कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए आप करेले का सेवन कर सकते हैं। आपको बता दें कि हाल ही में एक रिसर्च हुई थी जिसमें पाया गया गया था। इसमें कहा गया है कि करेले में मौजूद पोषक तत्वों की वजह से बैड कोलेस्ट्रॉल कम हो जाता है। जिसकी वजह से हृदय रोग का जोखिम भी कम हो जाता है।
डायबिटीज में करेले के फायदे
डायबिटीज जैसी लाइफस्टाइल डिजीज लोगों को अंदरूनी तौर पर खोखला करती जा रही हैं। डायबिटीज को डरा देने वाली बात यह है कि इसका उपचार नहीं हो सकता। बल्कि इसे सिर्फ मैनेज किया जा सकता है। ऐसे में इसे मैनेज करने के लिए करेले के जूस का सेवन किया जा सकता है। हाल ही में हुई एक रिसर्च के मुताबिक करेले के अंदर एंटीडायबिटिक गुण होते हैं। यह गुण डायबिटीज के दौरान रक्त शर्करा के स्तर को तो रोकते ही हैं। साथ ही अगर समय रहते करेले का सेवन किया जाए तो आप डायबिटीज से बच भी सकते हैं।
कैंसर से बचाए करेला
करेला अपने औषधीय गुणों के कारण सदियों से इस्तेमाल किया जाता है। वहीं यह आज के समय में भी कैंसर जैस, बीमारी को शरीर में पैदा होने से रोक सकता है। दरअसल हाल ही में एक रिसर्च हुई है जिसमें कहा गया है कि करेले के अंदर एंटी कैंसर गुण होते हैं, जो शरीर में कैंसर की कोशिका को फैलने से रोकते हैं। इस लिहाज से कहा जा सकता है कि Karela Khane Ke Fayde कैंसर से बचाने में होते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि करेले के सेवन से कैंसर ठीक नहीं होता। इसलिए करेले को किसी भी तरह बीमारी की दवा के रूप में नहीं देखना चाहिए।
आंखों की रोशनी में करेला
आंखों से जुड़ी बीमारियों से बचने के लिए और आंखों की रोशनी को मजबूत करने में करेला कारगर हो सकता है। दरअसल हाल ही में एक रिसर्च की गई है। जिसमें कहा गया है कि करेले के अंदर बीटा कैरोटीन पाया जाता है, जो आंखों को रोग से तो बचाता ही है। साथ ही यह आंखों की रोशनी को भी बेहतर करता है।
घाव भरने में करेला
हम सभी को अक्सर छोटी मोटी चोट या घाव लगते रहते हैं। ऐसे में करेले के जरिए तैयार किए गए पेस्ट को लगाकर घाव को जल्दी भरा जा सकता है। हाल ही में एक रिसर्च की गई है जिसमें खरगोश के घाव को भरने के लिए करेले का पेस्ट लगाया गया था। इसमें पाया गया कि जिन खरगोशों पर यह पेस्ट लगाया गया था। उनके घाव जल्दी ही भर गए हैं।
स्किन साफ करने में
क्या आप जानते हैं कि शरीर का त्वचा को साफ करने का एक तरीका होता है। जिसमें शरीर के अंदर एकत्रित हुए विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं, और त्वचा चमक उठती है। ऐसा ही काम करेला भी करता है। करेले के अंदर विटामिन सी और ऐसे एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो स्किन को साफ करते हैं और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालते हैं।
करेले का इस्तेमाल और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी – Uses of Karela in Hindi
दोस्तों अब हम आपको करेले के उपयोग और इससे जुड़ी कुछ अहम जानकारी से रूबरू कराएंगे। आइए जानते हैं करेले के उपयोग का तरीका।
करेले का उपयोग कैसे करें
- आप करेले का सर्वाधिक लाभ लेने के लिए इसका जूस पी सकते हैं।
- करेले की सब्जी भी बनाकर खाई जा सकती है।
- करेले का अचार भी बनाकर खाया जा सकता है।
- करेले के रस को भी बालों में लगाया जा सकता है।
- आप चाहें तो करेले को सीधा भी खा सकते हैं। लेकिन इसका स्वाद बेहद कड़वा होता है। इसलिए इसका सेवन केवल तभी करें जब आप कड़वेपन को झेल पाएं।
करेला का जूस कब पीना चाहिए
दोस्तों अगर आप चाहते हैं कि करेले का जूस पीने का नुकसान आपको न हो या केवल करेले के जूस के फायदे ही आपको हो. तो आप इसका सेवन सुबह नाश्ते के बाद या शाम के समय कर सकते हैं। यह थोड़ा कड़वा जरूर होगा। लेकिन आपकी सेहत पर सर्वाधिक लाभ देगा।
करेले के नुकसान – Side Effect of Karela in Hindi
दोस्तों जिस तरह से किसी चीज के फायदे होते हैं उसी तरह से उसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। अब हम बात करते करेले के जूस पीने के नुकसान के बारे में, या फिर करेले के नुकसान के बारे में। आइए विस्तार से जानते हैं करेला किन स्थितियों में आपको नुकसान पहुंचा सकता है।
करेले के जूस पीने का नुकसान
- प्रेगनेंसी में करेले का जूस पीना चाहिए या नहीं, इस सवाल का जवाब खोजने वालों को बता दें कि गर्भावस्था में जूस नहीं पीना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि गर्भावस्था में करेले के जूस का सेवन गर्भपात का कारण बन सकता है।
- ऐसी महिलाएं जिनका हाल ही में प्रसव हुआ है या फिर शिशु को स्तनपान कराती हैं। उनके लिए भी करेले का जूस नुकसानदायक हो सकता है।
- डायबिटीज के मरीजों को करेले का जूस का सेवन केवल डॉक्टर की निगरानी पर और उनकी सलाह पर ही करना चाहिए। वरना यह स्थिति बिगाड़ सकता है।
- करेले के अधिक सेवन से कुछ लोगों को उल्टी दस्त की समस्या हो सकती है। इसलिए करेले का सेवन सीमित मात्रा में ही करें।
- करेले की तासीर गर्म होती है। इसलिए गर्मियों में इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
निष्कर्ष
दोस्तों हमने अपने इस लेख में आपको Karela Khane Ke Fayde बता दिए हैं। साथ ही आपको यह भी बता दिया है कि करेले को इंग्लिश में क्या है कहते हैं और आपने यह भी जान लिया है कि प्रेगनेंसी में करेले का जूस पीना चाहिए या नहीं। अब अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
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करेले की तासीर कैसी होती है ?
करेले की तासीर गर्म होती है। इसलिए करेले के जूस पीने के लाभ आपको अधिक सर्दियों में देखने को मिलते हैं।
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क्या गर्भावस्था में करेले का जूस पीया जा सकता है?
नहीं, गर्भावस्था में करेले का जूस बिल्कुल भी नहीं पीना चाहिए।
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क्या स्तनपान कराने वाली माताएं करेले के जूस का सेवन कर सकती है?
नहीं, स्तनपान के दौरान भी करेले का सेवन नुकसानदायक हो सकता है।
-
क्या करेला कैंसर से बचाने का काम करता है?
अब तक हुए अध्ययनों के मुताबिक करेला कैंसर को पैदा होने से रोक सकता है। लेकिन यह इस बीमारी की दवा के रूप में उपयोगी सिद्ध नहीं होता।