अलसी के 26 फायदे, नुकसान और उपयोग। Side Effects and Benefits of Flax (Alsi) Seeds in Hindi
Alsi in Eng – FlaxSeeds in Hindi>>>क्या आप जानते हैं कि आज के समय में सेहत से जुड़ी ऐसी कौन सी तीन समस्या हैं जो सबसे ज्यादा लोगों को परेशान करती हैं। पहली हृदय दूसरा कोलेस्ट्रॉल और तीसरा बढ़ता वजन। इन तीनो समस्याओं का समाधान है Flax Seeds। अब आप सोच रहे होंगे कि Flax Seeds को Hindi क्या कहते हैं। तो बता दें कि फ्लैक्स सीड्स को हिंदी में अलसी (Alsi) भी कहते हैं। दिखने में छोटे से अलसी के फायदे अनेक हैं। एक व्यक्ति को स्वस्थ्य रहने के लिए जितने भी पोषक तत्वों की जरूरत होती है। वह सभी पोषक तत्व Flax Seeds यानी अलसी में पाए जाते हैं। लेकिन अगर आपको अलसी के द्वारा फायदे लेने हैं तो आपके लिए जरूरी है कि आप अलसी के सेवन के तरीके और समय भी जान लें। ऐसा कई बार देखा जाता है कि लोग बहुत सी हेल्थी उत्पादों का सेवन करते हैं, लेकिन फिर भी उन्हे कोई फायदा नहीं होता। ऐसा इसलिए क्योंकि यह लोग ना तो अलसी के खाने का तरीका जानते हैं ना ही सही समय।
अगर आप भी अलसी के बीज के फायदे और नुकसान जानना चाहते हैं, या फिर आप अलसी खाने का तरीका और समय जानना चाहते हैं तो आप हमारे इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें। इसके अलावा आप इसका सेवन कैसे कर सकते हैं, या फिर अलसी के अंदर क्या क्या पोषक तत्व पाए जाते हैं, यह जानना चाहते हैं। या फिर आप अलसी के बीज से जुड़ी किसी भी प्रकार की जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो हमारे इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
क्या है अलसी के बीज – What is Flax Seeds in Hindi
अलसी को यूं तो पोषक तत्वों का खजाना भी कहा जाता है। अंग्रेजी भाषा में जंहा इसे Flax Seeds के नाम से जाना जाता है तो वहीं हिंदी में इसे अलसी या तीसी के बीज के नाम से भी जाना जाता है। देश विदेशों की जलवायु के हिसाब से इसका रंग, लंबाई और गुणों में फर्क देखा जाता है। जिन देशों की जलवायु अधिक गर्म रहती हैं उस देश के अलसी के बीजों को अधिक फ़ायदेमंद कहा जाता है। जबकि अलसी या तीसी के पौधे की पैदावार उन क्षेत्रो में अधिक होती है जंहा सर्दी और गर्मी एक समान पड़ती हो। नीचे हम आपको अलसी के अंदर मौजूद पोषक तत्व और इसके सेवन के तरीके बताएंगे। साथ ही यह किसके लिए फ़ायदेमंद है और किसके लिए नुकसानदायक
Main points
अलसी से बनने वाली वस्तुएं
अगर आपको ऐसा लगता है कि अलसी का उपयोग केवल खाद्य सामग्री के लिए किया जाता है तो बता दें कि आप गलत हैं। दरअसल अलसी के पौधे के रेशों की डोरी के जरिए रस्सी, टांट और मोटे कपड़े भी बनाए जाते हैं। इसके अलावा अलसी के अंदर से निकलने वाला तेल बहुत गाढ़ा होता है। इसलिए इस तेल का इस्तेमाल पेंट बनाने, साबुन बनाने के लिए भी किया जाता है। अलसी के तेल का इस्तेमाल जोड़ों के दर्द में किया जाता है। कहा जाता है कि इससे बहुत जल्दी ही जोड़ा का दर्द ठीक होने लगता है।
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अलसी के प्रकार – Types of Flax Seeds (Alsi) in Hindi
अलसी की खेती बहुत से देशों में की जाती है। अलसी के बीज अलग अलग रंगों में मिलते हैं। अलसी के बीज पीले, लाल और थोड़े काले रंग के भी हो सकते हैं। लेकिन अलसी केवल दो ही प्रकार की होती हैं। इन दो प्रकार की अलसी के अंदर मौजूद पोषक तत्वों में फर्क हो सकता है।
- पहला प्रकार – भूरी अलसी
- दूसरा प्रकार – पीली या सुनहरी अलसी
आपको बता दें कि पीली अलसी का एक अन्य प्रकार भी होता है जिसे सोलिन नाम से जाना जाता है। इसके अंदर अन्य अलसी के मुकाबले ओमेगा -3 फैटी एसिड की मात्रा कम पाई जाती है।
अन्य भाषाओं में अलसी के नाम
- Alsi in English – लिनसीड, फ्लैक्स प्लांट, कॉमन फ्लैक्स
- Flax Seeds in Bengali – तिसी, मसीना, असिना
- Flax Seeds in Punjabi – अलीश, अलसी
- Flax Seeds in Marathi – जवस, अलशी
- Flax Seeds in Kannada – अगसीबीज, सेमीआगसे, अलसी
- Flax Seeds in Tamil – अलिविराई, अलसीविराई
- Flax Seeds in Oriya – पेसू
- Flax Seeds in Hindi – अलसी, तीसी
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तीसी या अलसी के औषधीय गुण
- दोस्तों अलसी का उपयोग ना केवल खाने या वस्तुएँ बनाने के लिए किया जाता है बल्कि इसका उपयोग कई दवाईयां बनाने के लिए भी होता है। आइए जानते हैं इसके औषधीय गुण
- अलसी के अंदर एंटीहाइपरटेन्सिव गुण पाए जाते हैं। यह तत्व मुख्य रूप से ब्लड प्रेशर को कम करने का कार्य करता है।
- इसमें एंटीफंगल गुण होते हैं, यानी यह फंगल इन्फेक्शन से बचाए रखने में सक्षम है।
- तीसी के अंदर कोलेस्ट्रॉल कम करने वाले गुण भी मौजूद हैं।
- अलसी के अंदर एंटीडायबिटिक गुण भी होते हैं, जिसकी वजह से यह रक्त में मौजूद शुगर को कम करने में भी सक्षम है।
- तीसी के अंदर एंटीथ्रोम्बिक गुण होते हैं। इस गुण की वजह से शरीर में खून के थक्के नहीं बनते।
- इसके अंदर एंटीट्यूमर गुण होते हैं, जिसकी वजह से ट्यूमर की रोकथाम में भी कारगर सिद्ध होता है।
- अलसी के अंदर एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं।
अलसी की तासीर
आप अलसी का सेवन यूं तो कभी भी कर सकते हैं, लेकिन गर्मियों के मौसम में इसका अधिक सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि अलसी की तासीर गर्म होती है। हालांकि सदियों के अंदर भी इसका सेवन तय मात्रा में ही करना चाहिए। लेकिन अगर इसके सेवन के दौरान किसी प्रकार की कोई परेशानी हो तो इसका सेवन बंद कर देना चाहिए।
अलसी के बीज कब खाएं
अगर आप अलसी का सेवन करना चाहते हैं तो आप इसका सेवन खाली पेट सुबह सुबह ही करें।
अलसी खाने का सही तरीका -How to Eat Flax Seeds in Hindi
सेहतमंद रहने के लिए जितना ज्यादा जरूरी अच्छी खाद्य पदार्थों का सेवन करना है, उससे कही ज्यादा जरूरी है कि खाद्य पदार्थों का सही तरीके से सेवन किया जाए। ऐसे में अलसी का सेवन करने वाले लोग बहुत सी ग़लतियाँ कर देते हैं। इसके कारण अलसी के फायदे नहीं होते वह असरदार साबित नहीं होते। अलसी के सेवन का सही तरीका नीचे जानिए
- अगर आप अलसी के बीजों का सेवन कर रहे हैं तो ध्यान रहे कि इन्हे अच्छी तरह चबाने के बाद ही गले के नीचे जाने दें। अगर आप ऐसा नहीं करते तो यह बीज मल के जरिए आपके पेट से बाहर निकल जाते हैं।
- आप चाहें तो अलसी के बीज का पाउडर भी बना कर खा सकते हैं। आप इसे दही, दूध या दलिए कें अंदर डाल कर खा सकते हैं।
- अब अगर आपको ऊपर बताए गए दोनो ही तरीके समझ नहीं आते तो आप अपने घर में इस्तेमाल होने वाले तेल की जगह अलसी के तेल का इस्तेमाल करें।
- आप अलसी के बीजों को गर्म या ठंडे पानी में भिगो कर रखें और कुछ देर बाद इनका सेवन कर सकते हैं।
- क्योंकि इसका सेवन खाली पेट करने अधिक फ़ायदेमंद होता है, ऐसे में आप स्मूदी, या सलाद या फिर फ्रूट चाट के साथ भी अलसी के बीजों का सेवन कर सकते हैं।
- आप चाहें तो अलसी से बने लड्डू भी खा सकते हैं।
अलसी के बीज खाने के फायदे- Benefits of Flax Seeds in Hindi
दोस्तों अब तक आपने अलसी (Alsi) से जुड़ी बहुत सी महत्वपूर्ण बातें जानी। अब अगर हम बात करें अलसी के फायदे के बारे में तो यह बहुत ही हैरान कर देने वाले हैं। आप अलसी के जरिए वजन कम करना, ब्लड प्रेशर में सुधार, कोलेस्ट्रॉल कम करना, यंहा तक की कैंसर जैसी समस्या में भी अलसी के फायदे देखे जा सकते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं अलसी के बीज के फायदे।
प्रोस्टेट कैंसर में अलसी के लाभ
शायद आप जानते ना हों कि प्रोस्टेट कैंसर की समस्या पुरुषों को होती है। ऐसे में वह पुरुष जो प्रोस्टेट कैंसर की बीमारी से खुद को बचा कर रखना चाहते हैं वह अलसी के बीज का सेवन कर सकते हैं। हाल ही में हुई कई रिसर्च बताती हैं कि अलसी के अंदर मौजूद पोषक तत्व प्रोस्टेट कैंसर से बचाए रखने में सक्षम हैं। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि अलसी के लाभ केवल पुरुषों के लिए हैं, बल्कि महिलाओं को भी अलसी के बीज के फायदे उतने ही होते हैं जितने पुरुषों को होते हैं।
ब्रेस्ट कैंसर के लिए तीसी के फायदे
महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर की समस्या आज के समय में कितनी बढ़ गई हैं यह बात तो हम सभी जानते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अलसी के छोटे से बीज इस समस्या से भी महिलाओं को बचा कर रख सकते हैं। ऐसा हम नहीं बल्कि रिसर्च बताती है। रिसर्च के मुताबिक महिलाओं में मेनोपॉड के बाद अगर अलसी का सेवन किया जाए तो इससे ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम हो जाता है। इसके अलावा रिसर्च में यह भी बताया गया है कि अलसी के रोजाना सेवन से ब्रेस्ट कैंसर में ट्यूमर का आकार भी कम होता है।
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घुटनों के दर्द में अलसी के बीज के फायदे
उम्र के साथ या पोषक तत्वों की कमी का असर हमारे जोड़ों और हड्डियों पर दिखाई देता है। इनमें सबसे ज्यादा अगर कोई दर्द परेशान करता है तो वह है घुटनों का दर्द। ऐसे में घुटने के दर्द में अलसी के पाउडर या बीज बहुत फ़ायदेमंद रहते हैं। रोजाना अलसी के सेवन से हमे 140 प्रतिशत तक ओमेगा 3 मिलता है। अलसी के अंदर मौजूद यह तत्व ना केवल आपको घुटनों के दर्द में आराम पंहुचाते हैं। बल्कि इसके सेवन से गठिया के मरीज़ों को भी आराम मिलता है।
अगर आपको घुटनों या जोड़ों का दर्द रहता है तो आप अलसी के ऑयल की मसाज भी कर सकते हैं। इससे भी आपको बहुत फायदा होगा।
वजन घटाने में कारगर है अलसी
अलसी को फाइबर के लिए एक महत्वपूर्ण श्रोत माना जाता है। फाइबर हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी होता है इसके जरिए वजन कम करने में काफी मदद मिलती है। दरअसल अलसी के अंदर मौजूद फाइबर आपके पेट को लंबे समय तक भर कर रखता है। ऐसे में आप बेवजह के स्नैक्स खाने से बचते हैं। इसके अलावा इसके अंदर मौजूद अन्य तत्व आपकी पाचन क्रिया को भी मजबूत बनाते हैं। हालांकि इसके अधिक सेवन से दस्त भी लग जाते हैं। हालांकि इसके जरिए भी आपका वजन ही कम होगा। अगर आप तेजी से वजन घटाना चाहते हैं तो अलसी के बीज नहीं बल्कि इसके पाउडर का सेवन करें। अलसी का पाउडर वजन कम करने में अधिक फ़ायदेमंद होगा।
पाचन शक्ति के लिए अलसी खाने के लाभ
आज के समय में असमय और अनियमित रूप से कुछ भी खाने के असर शरीर पर इसलिए दिखता है क्योंकि शरीर उसे पचा नहीं पाता। ऐसे में अगर पाचन क्रिया को मजबूत करने हैं तो आप को अलसी के पाउडर का सेवन करना होगा। आपको बता दें कि अलसी के बीज खाने से कई बार शरीर इन्हे पचा नहीं पाता और यह मल के जरिए बाहर निकलने लगते हैं। जबकि इसके पाउडर के सेवन से यह आसानी से शरीर में घुल जाता है। फाइबर की अधिक मात्रा होने की वजह से यह आपकी पाचन क्रिया को भी दुरुस्त कर देता है। इसके अलावा इसके अंदर ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है। अलसी के गुण की वजह से यह लगभग हर प्रकार के दर्द में फ़ायदेमंद रहता है।
त्वचा को चमकदार में बनाने में अलसी के बीज के फायदे
अपनी त्वचा को निखारने के लिए लो ना जाने क्या उपाय आजमाते हैं। इन्ही उपाय में एक अलसी के बीज भी शामिल हैं। दरअसल अलसी के अंदर पाया जाने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड आपकी स्किन को चिकना और मुलायम बनाता है। इसके अलावा अलसी में मौजूद गुण आपकी स्किन को धूल, प्रदूषण और उम्र के प्रभाव से बचा कर रखते हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि अलसी के बीज के फायदे स्किन पर भी होते हैं।
स्किन से संबंधित रोगो में अलसी के लाभ
स्वस्थ्य रहने के लिए हमे अपने खाने पीने की सामग्री पर बहुत ध्यान देना होता है। अगर पोषक तत्व खाद्य सामग्री में शामिल ना हों तो इसकी वजह से कई बीमारियाँ घेर लेती हैं। ऐसा स्किन के मामले में अधिक देखा गया है। वही अगर आपको स्किन से संबंधित कोई बीमारी है तो अलसी इसमे फ़ायदेमंद साबित हो सकती है। अगर आपको खुजली या स्किन पर फंगल इंफेक्शन है तो आपको आज से ही अलसी का सेवन शुरू कर देना चाहिए। वंही खुजली होने वाले स्थान पर अगर अलसी का तेल लगाया जाए तो इससे खुजली से तुरंत राहत मिलने लगती है।
झड़ते बालों में अलसी के फायदे
आज के समय में ऐसा बहुत ज्यादा देखा जाता है जब बालों में तरह तरह के उत्पाद लगाने की वजह से नुकसान पंहुचता है। या फिर अन्य कई कारणों की वजह से भी बाल झड़ने लगते हैं। ऐसे में झड़ते बालों में अलसी के लाभ देखे गए हैं। इसके लिए आप अलसी के बीज या पाउडर का सेवन तो कर ही सकते हैं। इसके अलावा अगर आप चाहें तो आप अलसी के जरिए हेयर जैल भी तैयार कर सकते हैं। इस जेल को बालों की जड़ो पर लगाएँ। इससे आपके बाल झड़ने कम हो जाएंगे।
ग्लूटेन मुक्त है अलसी
भारतीय आहार के अंदर हम जो भी अनाज का सेवन करते हैं उनमें अधिक मात्रा में ग्लूटेन होता है। इसकी वजह से भारतीय आहार को पचाना बेहद मुश्किल हो जाता है। लेकिन अलसी पूरी तरह ग्लूटेन फ्री होता है। इसलिए इसे पचाने में भी समय नही लगता।
हृदय के लिए अलसी खाने के लाभ
हृदय सें संबंधित समस्या आज के समय में सबसे अधिक हो गई हैं। पहले जंहा एक उम्र के बाद ही हार्ट अटैक की समस्या होती थी। अब यह समस्या किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है। पर क्या आप जानते हैं दिल से संबंधित समस्याओं से निपटने के अलसी बेहद कारगर है। इसके अंदर पाए जाने वाले गुण आपको दिल से जुड़ी बीमारियों से बचा कर रखते हैं।
बालों की मजबूती के लिए अलसी के फायदे
बालों को मजबूत बनाए रखने के लिए लोग हर संभव प्रयास करते हैं। लेकिन कई बार यह सभी प्रयास सफल नहीं होते। ऐसे में अगर आप भी अपने बालों को मजबूत करना चाहते हैं तो आप अलसी का सेवन कर सकते हैं। दरअसल बालों के टूटने या कमजोर होने की वजह होती है ओमेगा 3 फैटी एसिड की मात्रा की कमी। जब ओमेगा – 3 फैटी एसिड की कमी होने लगती है तभी यह समस्या उत्पन्न होती है। जबकि अलसी के अंदर ओमेगा-3 फैटी एसिड प्रचूर मात्रा में पाया जाता है। इसलिए अलसी के सेवन से बाल मजबूत बने रहते हैं।
डायबिटीज़ में अलसी खाने के लाभ
डायबिटीज़ एक बहुत ही गंभीर बीमारी है। यह एकलौती ऐसी बीमारी है जो बहुत सी बीमारियों को जन्म देदे देती है। वंही इस बीमारी से उन लोगों को ज्यादा बच कर रहना चाहिए जिनके परिवार में यह समस्या हो चुकी हो। ऐसे में खुद को डायबिटीज़ से बचाने के लिए आप अलसी का सेवन कर सकते हैं। हाल ही में डायबिटीज़ के मरीज़ो पर की गई एक रिसर्च में बताया गया कि जिन भी लोगो ने अलसी का सेवन किया था। उनके शरीर में शुगर लेवल 20 प्रतिशत तक कम हो गया।
नींद ना आने पर अलसी के फायदे
आज कल की जीवनशैली में लोगों को नींद ना आने की बीमारी भी हो जाती है। ऐसै में यह लोग अलसी का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आपको भी नींद नहीं आती तो आप इसके लिए अलसी और एरंड तेल को बराबर ले और इसे कांसे की थाली में पीस लें। अब पीस कर तैयार किए गए मिक्सचर को काजल की तरह आंखों पर लगा लें।
सूजन में अलसी का उपयोग
आपने अपने आस पास ऐसे लोग जरूर देखें होंगे जिन्हे सूजन या दर्द की समस्या बनी रहती है। यह लोग सूजन या दर्द की समस्या को खत्म करने के लिए अलसी का उपयोग कर सकते हैं।
इसके लिए आपको केवल थोड़ी मात्रा में कुटी हुई अलसी को गर्म पानी में डालना होगा। पानी की मात्रा अलसी के मुकाबले ज्यादा होनी चाहिए। इसे उबाल कर एक गाढ़ा सा तैयार करना है। लेकिन ध्यान रहे कि यह अधिक गाड़ा भी ना हो। अब इसे अपनी सूजन या दर्द वाले जगह पर किसी ऑयल की तरह लगा लें। जल्द ही आपको दर्द और सूजन से छुटकारा मिल जाएगा।
आंखों के लिए फ़ायदेमंद है अलसी
आंखों से जुड़ी बहुत सी समस्याएं हैं जो आपको परेशान कर सकती हैं। इनमे आंख आना,लालिमा खत्म होना शामिल है। इस तरह की समस्या में भी अलसी बेहद उपयोगी साबित होती है। अगर आपको भी आंखों से जुड़ी बताई गई समस्या है तो आप अलसी के बीजों को पानी के अंदर कुछ देर के लिए डाल कर रखें। कुछ समय बाद जब अलसी के बीज फूलने लगें, तो पानी को अपनी आंखों में डाल लें। इससे आपको आंखों के रोग से राहत मिल सकती है।
सिर दर्द में अलसी का प्रयोग
यह समस्या सूनने में जितनी आम लगती है उतनी ही खतरनाक है। जिन भी लोगों को सिर दर्द होता है वह अक्सर बहुत परेशान रहते हैं। क्योंकि यह बहुत ही पीड़ा देने वाला होता है। ऐसे में आप अलसी का उपयोग सिर दर्द में कर सकते हैं।
सिर दर्द से राहत पाने के लिए आपको सबसे पहले अलसी के बीजों को ठंडे पानी के साथ मिलाकर पीसना होगा। पीसने के बाद जो पेस्ट बनेगा। इसे अपने सिर पर लगाना होगा। इसके इस्तेमाल से आपको सिर दर्द से तुरंत राहत मिल जाएगी।
जुकाम में अलसी का सेवन
जुकाम जैसी परेशानी जो अक्सर मौसम के बदलने से हो जाती है। या फिर कुछ ऊपर नीचे खाने पीने से यह समस्या हो जाती है। ऐसे में आप अलसी का प्रयोग कर सकते हैं। जुकाम से राहत पाने के लिए आपको केवल अलसी के बीजों को धीमीं आंच पर भुन ना होगा। इसे तब तक भूनिए जब तक इससे गंद ना आने लगे। अब इसे मिश्री के साथ मिला कर पीस लें। अब आप इसे सुबह शाम पानी के साथ ले सकते है।
ब्लड प्रेशर में अलसी सीड्स के फायदे
अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है तो भी अलसी का उपयोग आप कर सकते हैं। आपको केवल अपनी रोजाना की डाइट में अलसी का सेवन करना होगा इससे आपको ब्लड प्रेशर नियंत्रित हो जाएगा। आपको बता दे कि अलसी के अंदर ओमेगा-3 फैटी एसिड, लिंग्नैस और डायट्री फाइबर है पाया जाता है। अलसी के यह गुण बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को नियंत्रित कर सकते हैं।
कोलेस्ट्रॉल कम करने में अलसी का प्रयोग
कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने की वजह से हार्ट अटैक आने का खतरा बना रहता है। वही ऐसे में सही खान पानी ना होना आपको कोलेस्ट्रॉल को और भी अधिक बढ़ा देता है। बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए आप अलसी का सेवन कर सकते हैं। हाल ही में हुए एक शोध में भी बताया गया है कि अलसी के अंदर पाए जाने वाले तत्व कोलेस्ट्रॉल की समस्या को कम कर सकते हैं। अब आप समझ गए होंगे कि किस तरह अलसी कोलेस्ट्रॉल में फ़ायदेमंद है।
गर्भावस्था में अलसी के प्रयोग
गर्भावस्था के दौरान शिशु को विकास सही तरह से हो इसके लिए महिलाएं बहुत से खाद्य पदार्थ का सेवन करती हैं। इसी अवस्था में महिलाएं अलसी का सेवन भी कर सकती हैं इसके अंदर मौजूद ओमेगा -3 फैटी एसिड और अन्य तत्व शिशु के विकास में एक अहम भुमिका निभाते हैं। हालांकि इसके अधिक सेवन से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है। ऐसे में गर्भावस्था के दौरान इसके सेवन से संबंधित जानकारी के लिए डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
बवासीर में अलसी का लाभ
बवासीर एक ऐसी गंभीर बीमारी है जिसका आमतौर पर लगो मज़ाक बनाते दिखाई देते हैं। लेकिन वह यह नहीं जानते कि इसकी मुख्य वजह कब्ज होती है। यानी अगर आप कब्ज की समस्या से राहत पा लें तो आपको बवासीर की समस्या नहीं होगी। इसके लिए आप अलसी के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप रोजाना 5 से 7 एमएल अलसी के तेल का सेवन करना शुरू कर दें। इससे आपकी कब्ज की समस्या और बवासीर की समस्या कम हो सकती है।
टीबी में अलसी के बीज खाने के फायदे
टीबी की खासी इंसान के फेफड़ों को किस तरह बर्बाद कर देती है, यह शायद आप जानते ही होंगे। यही कारण है कि अब तक टीबी का इलाज केवल पोषण के आधार पर ही किया जाता है। यानी अब तक टीबी का कोई ठोस इलाज मौजूद नहीं है। ऐसे में अलसी का प्रयोग भी टीबी से लड़ने में किया जा सकता है। टीबी के रोगी 25 ग्राम अलसी के बीज ले और इन्हे पीस कर रात भर ठंडे पानी में भिगोकर रखें। सुबह नींबू निचोड़ कर इस पानी को पी लें। इससे टीबी की बीमारी में बहुत फायदा हो सकता है।
आग से जलने पर अलसी है उपयोगी
आग से जलने पर अक्सर एक जलन और दाग दोनो रह जाते हैं। लेकिन अगर आप अलसी का उपयोग इस पर करें तो आपको जलन से तुरंत राहत मिलेगी और हो सकता है कि इससे दाग भी चला जाए। इसके लिए आपको अलसी का तेल और चुने का निथरा बराबर मात्रा में लेना है। अब इसे अच्छी तरह मिला कर जले हुए स्थान पर लगाना है। इससे आपको तुरंत राहत मिल जाएगी। आप इसका इस्तेमाल जब तक दर्द या जलन ठीक ना हो जाए तब तक लगाते रहें।
गले की खराश में अलसी के लाभ
गले की खराश यूं तो बहुत ही आम सी समस्या है, लेकिन इसका मतलब यह भी नहीं की आप इससे परेशान ही रहें। बेनिफिट्स ऑफ अलसी में गले की खराश को भी ठीक किया जा सकता है। इसके लिए केवल आपको गर्म पानी के साथ अलसी को पीस कर पीना होगा। इससे आपको गले की खराश में राहत मिलेगी।
बेनिफिट ऑफ अलसी अस्थमा में
अस्थमा एक बहुत ही गंभीर बीमारी है जिसकी वजह से सांस लेने में रोगियों को दिक्कत आती है।कई बार अस्थमा के अटैक के दौरान लोगों की जान तक चली जाती है। अस्थमा को लेकर हुए कई शोधों में बताया गया है कि अलसी अस्थमा में फ़ायदेमंद रहती है। अगर आपको भी यह समस्या है तो आपको अलसी को कुछ देर पानी के अंदर भिगो कर रखना है। अब बीज को अलग करके पानी को गर्म करके चाय की तरह पीना है। इससे अस्थमा में आराम मिल सकता है.
दाँत दर्द में अलसी खाने के फायदे
हमने आपको ऊपर भी बताया था कि अलसी का फायदा सूजन और दर्द में देखा जाता है। इसी आधार पर एक शोध में यह भी पाया गया है कि अलसी का फायदा व्यक्ति को दाँत दर्द में भी होता है। इसलिए आप दाँत के दर्द के दौरान भी अलसी का सेवन कर सकते हैं।
अलसी सीड्स के कुछ अन्य फायदे – Few More Benefits of Flax (Alsi) Seeds in Hindi
अब तक आपने एक लंबी सूची देखी की किन किन समस्याओं में अलसी के बीज फ़ायदेमंद रहते हैं। अब अगर आप ऐसा सोच रहे हैं कि यह खत्म हो गए तो आप गलत हैं। अब हम आपको बताते हैं कि आप और किन किन समस्याओं में अलसी का उपयोग कर सकते हैं।
Benefits of Alsi in Hindi
- बुखार और सामन्य सर्दी की लगने की स्थिति में भी आप अलसी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- पेट में सूजन की समस्या दूर कर सकती है अलसी
- कैंसर से बचाए रखने में सक्षम है अलसी के बीज
- लिवर का भी ख्याल रखती है अलसी
- वात कफ दोष में अलसी है असरदार
- थायराइड की समस्या से लड़ने में कारगर है अलसी के बीज
- घाव सुखाने के लिए अलसी का किया जा सकता है इस्तेमाल
- पौरूष बल बढ़ाने में सहायक है अलसी
- पेशाब से संबंधित समस्याओं का निवारण करने में अलसी है फायदेमंद।
- वात रक्त विकार में अलसी रहती है बहुत ज्यादा फ़ायदेमंद
- कान की सूजन और दर्द में अलसी हो सकती है उपयोगी।
इन लोगों को अलसी नहीं खानी चाहिए – These People Should Avoid Flax Seeds in Hindi
- अगर आपको किसी प्रकार की एलर्जी की समस्या है तो अलसी का सेवन आपको नहीं करना चाहिए।
- लो ब्लड प्रेशर के मरीजो को इसके सेवन से बचना चाहिए।
- अगर आपको पहले से ही दस्त या डायरिया जैसी समस्याएं हैं तो आपको इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
- ऐसे लोग जो खून पतला करने की दवा का सेवन करते हैं उन्हे अलसी का सेवन नहीं करना चाहिए।
- अगर आपको बाइपोल डिसऑर्डर यानी डिप्रेशन की समस्या है तो आपको अलसी का सेवन नहीं करना चाहिए।
अलसी के नुकसान – Side Effects of Flax (Alsi) Seeds in Hindi
दोस्तों जिस तरह किसी चीज के फायदे होते हैं उसी तरह कुछ नुकसान भी होते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप अलसी से जुड़े कुछ नुकसानों के बारे में भी जान लें। इसके बाद आप अपने अनुसार तय कर पाएंगे कि आप इसका सेवन करना है या नहीं।
कब्ज की समस्या बढ़ा सकती है अलसी
यूं कब्ज जैसी समस्या का अंत करने में अलसी पूरी तरह सक्षम है। लेकिन अलसी का अधिक सेवन कब्ज की समस्या को बढ़ा भी सकता है। ऐसे में इसका अधिक सेवन ना करें।
मासिक धर्म में समस्या
अलसी के अंदर पाए जाने वाले गुण खून को पतला करने का कार्य भी करते हैं। ऐसे में महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान ब्लीडिंग अधिक हो सकती है।
दस्त या डायरियाँ
अगर आप अलसी का सेवन अधिक करते हैं। या फिर दस्त और डायरिया के दौरान इसका सेवन करते हैं तो यह आपको लिए बेहद नुकसानदायक हो सकता है।
डायबिटीज़ की समस्या
यूं तो डायबिटीज़ में अलसी बेहद फायदेमंद मानी जाती है लेकि अगर आप इसका सेवन आवश्यकता से अधिक करते है तो आपको यकीनन इसके नुकसान भी झेलने पड़ते हैं।
निष्कर्ष – Conclusion
दोस्तों आपने अलसी के फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से जान लिया है। अब आप अगर चाहें तो अलसी का सेवन शुरू कर सकते हैं। लेकिन अगर आपको किसी प्रकार की समस्या है तो आप डॉक्टर की सलाह भी ले सकते हैं। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों को शेयर जरूर करें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
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Flax Seeds को Hindi में क्या कहते हैं?
फ्लैक्स सीड्स को हिंदी में अलसी या तीसी कहा जाता है।
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अलसी की तासीर कैसी होती है?
अलसी की तासरी गर्म होती है।
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अलसी को बंगाली में किस नाम से जाना जाता है?
अलसी को बंगाली में तिसी, मसीना और असिना के नाम से जाना जाता है।
-
क्या अलसी का सेवन प्रोस्टेट कैंसर में किया जा सकता है?
अलसी के अंदर ऐसे गुण पाए जाते हैं जो प्रोस्टेट कैंसर से बचाता है। लेकिन अगर आपको यह समस्या है तो आपको डॉक्टर की सलाह पर ही अलसी का सेवन करना चाहिए।