dragon fruits benefits and side effects
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Dragon Fruit क्या है? पिताया फल के 17 फायदे नुकसान। ड्रैगन फ्रूट।

Main points

All About Dragon Fruit in Hindi. Dragon ये नाम सुनते ही हमारा दिमाग एक अलग ही तस्वीर तैयार करता है, जो कि हमने फिल्मो कार्टून या कहानियों में सुनी और देखी हैं। लेकिन आज हम आपको Dragon Fruit in Hindi के बारे में बताएंगे। हां आपने बिलकुल सही पढ़ा है यह ड्रैगन फल ही है। इसे हिंदीं में पिताया (Pitaya) कहा जाता है। यूं तो पहले यह केवल अमेरिका और दक्षिण एशिया में की जाती थी। लेकिन अब इसकी खेती दुनियाभर में होने लगी है। आज के समय में Pitaya की खेती इसलिए अधिक हो गई है क्योंकि यह ना तो कुछ खास निवेश मांगती है और ना ही उतनी मेंहनत। आसानी से ड्रैगन फ्रूट पैदा हो जाता है और अच्छे दामों पर बिकता भी है। चलिए आज हम आपको Dragon Fruit Benefits And Side Effects के बारे में भी बताएंगे। इसके अलावा सभी जरूरी जानकारी, तो चलिए जानते हैं पिताया फल के बारे में।

क्या है पिताया फल – What is Dragon Fruit in Hindired dragon fruit

यह एक बहुत ही स्वादिष्ट फल है, जिसके अंदर प्रचूर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। Pitaya के रंग और रूप को देख कर ही इसे ड्रैगन फ्रूट का नाम दिया गया है। अमेरिका और दक्षिण एशिया में उगाए जाने वाले इस फल के कई फायदें हैं जिसकी वजह से यह बाजार में महंगा होने के बाद भी आसानी से बिक जाता है। यह फल एक औषधि की तरह भी देखा जाता है जो बहुत बीमारियों और शारिरीक समस्याओं को दूर करने में कारगर सिद्ध होता है। आज इस फल की खेती भारत में भी बहुत तेजी से बढ़ती जा रही है। कहा जाता है कि एक बार के निवेश में की जाने वाली यह सबसे फायदेमंद खेती में से एक हैं। चलिए जानते हैं कितने प्रकार के होते हैं यह फल

ड्रैगन फ्रूट के प्रकार -Dragon Fruit Types in Hindiड्रैगन फ्रूट के प्रकार -Types Dragon Fruit

यह फल तीन प्रकार के होते हैं। बाहरी और अंदरूनी रंग का इनमें फर्क देखा जाता है। हालांकि स्वाद के मामले में यह सभी लगभग एक जैसे होते हैं। इसके अलावा इन तीनों के ही फायदे और नुकसान भी एक से ही हैं।

लाल पिताया। Red Dragon Fruit

इसमे सबसे अधिक और आसानी से मिलने वाला पिताया फल लाल रंग का होता है। यह भीतर से सफेद और मुलायम होता है। भारत में भी आज कल इसी फल की खेती अधिक की जा रही है।

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पीला पिताया। Yellow Dragon Fruit

पीले रंग का Pitaya बाजार में थोड़ी मुश्किल से ही मिलता है। इसका कारण है इसकी खेती का कम होना। फायदे और कीमत में अधिक फर्क न हो पाने की वजह से इसकी खेती कम ही की जाती है। यह बाहर से पीला और अंदर से सफेद होता है  जिस प्रकार अंदर से किवी होता है। इसके अलावा यह अंदर से बहुत ही मुलायम सा होता है।

लाल गुदे का पिताया

यह फल पहले वाले की तरह बाहर के साथ साथ अंदर से भी लाल ही होता है। इसकी खेती भी अधिक मात्रा में की जाती है। अंदर से लाल होने के अलावा यह बहुत ही स्वादिष्ट और पोषक तत्वो से भरपूर होता है।  चलिए जानते हैं पिताया के पेड़ (Dragon Fruit Plant) के बारे में 

Dragon Fruit Plant or Tree in Hindi
ड्रैगन फ्रूट के नुकसान - Side Effects of Dragon Fruits

पिताया एक कैक्टस का ही पौधा होता है जिसे लगाने के साथ ही सहारे की जरूरत होती है। आमतौर पर इसके उगने के बाद इसके पास एक ठोस सहारा खड़ा करना होता है जिसकी मदद से यह ऊपर की ओर बढ़ सके। एक पिलर को लगाने के बाद यह चारों ओर बीज भी डाल दिए जाते हैं ताकि कम जगह में ड्रैगन फ्रूट की पैदावार को बढ़ाया जा सके। पिताया प्लांट को नाइट ऑफ क्वीन कहा जाता है, क्योंकि यह पौधे और इसके फल रात के समय तेजी से बढ़ते हैं। dragon Fruit Plant (Tree) पर फल लगने में लगभग एक साल या उससे ज्यादा का समय लगता है। इसे लगाए जाने के बाद सप्ताह या 15 दिन में एक बार पानी देने से भी यह आसानी से होने लगता है। अब भारत के अलग अलग कोनो में इसकी खेती शुरू हो चुकी है।

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Taste of Dragon Fruit

लाल पीले रंग में बिकने वाला पिताया बाहर से थोड़ा सख्त होता है, इसके ऊपर फुल की पत्तियों की तरह कली सी बनी होती है। अंदर से पिताया बहुत ही मुलायम होता है। इसका स्वाद तरबूज और किवी से मिलता जुलता है। एक बार खाने के बाद यह आपकी जुबान पर एक अलग ही मिठास छोड़ देता है। जिसकी वजह से इसका स्वादा जुबान पर घंटों तक बना रहता है। जबकि ड्रैगन फ्रूट के फायदे जिंदगीभर के लिए रहते हैं। इस फल का सेवन करना बहुत ज्यादा लाभदायक होता है।

कीमत

ढेंरों फायदें और एक दुर्लभ फल होने की वजह से इसकी कीमत बाकि फलों से कई अधिक है। पिताया भारत में 150 रूपए से लेकर 200 रूपए प्रति किलो मिलते हैं। 

पिताया में पाए जाने वाले पोषक तत्व

अगर हम यह कहें कि Dragon Fruit एकमात्र ऐसा फल है जिसके अंदर सभी तरह के पोषक तत्व होते हैं तो यह बिलकुल गलत नहीं होगा। इसके अंदर कैल्शियम, फास्फोरस, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन C, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन ई, बी, आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके अलावा पिताया में फाइबर और वसा भी भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। 

पिताया फल खाने के फायदे – Benefits Of Dragon Fruit in Hindiपिताया फल खाने के फायदे - Benefits Of Dragon Fruit

अब तक आपने इसके स्वाद इसकी खेती और इससे जुड़ी बहुत सी जानकारियां हासिल कर ली हैं। अब बात करते हैं कि आखिर इन्हे क्यों अपनी रोजाना की डाइट में शामिल करना चाहिए।

हृदय के लिए

दिल से जुड़ी बीमारी कब किस व्यक्ति को घेर ले यह कोई नही जानता। दिल से जुड़ी बीमारी से बचने के लिए अक्सर डॉक्टर ऐसे फल और सब्जियां खाने की सलाह देते हैं जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम कर सके, और ऐसे सभी पोषक तत्व पिताया में मौजूद हैं। इसमें बीटालायंस, पॉलीफिनोल्स और एस्कॉर्बिक एसिड जैसे तत्व होते हैं। जो हृदय को सुरक्षित रखने में मदद करते हैं। 

कोलेस्ट्रॉल करता है कंट्रोल

उम्र के साथ साथ खाने पीने पर अक्सर रोक और बजलाव जरूरी हो जाता है। इसका सबसे पहला कारण होता है कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना। कोलेस्ट्रॉल कई गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है जिनमे से मुख्य है दिल का दौर पड़ना। ऐसे में ड्रैगन फ्रूट आपके बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। NCBI ने हाल ही में अपनी एक रिसर्च प्रकाशित की है जिसमें कहा गया है कि ड्रैगन फ्रूट का सेवन टोटल कोलेस्ट्रॉल. ट्राइग्लिसराइड और कम धनत्व वाले लिपोप्रोटीन को कम करता है जो बैड कोलेस्ट्रॉल का कारण हैं। जबकि यह गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने का काम भी करता है।

कैंसर में पिताया फल है फायदेमंद

हाल ही में कई रिसर्च हुई हैं जिनमें  बताया गया है कि पिताया में एंटीट्यूमर, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं। यह सभी तत्व कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से निजाद दिलाने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा रिसर्च में यह भी बताया गया है कि ड्रैगन फ्रूट में ऐसे तत्व भी मौजूद होते हैं जो महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर से निजाद दिलाने में मदद करते हैं। हालांकि हम इस बात को भी मानते हैं कि कैसंर एक गंभीर बीमारी है और इस तरह का कोई भी फल शायद उसके उपचार में काम ना आए। इसलिए अगर किसी को कैंसर जैसी समस्या हो तो वह डॉक्टर के पास जरूर जाए। 

डायबिटीज में

डायबिटीज के मरीज आज दुनियाभर में मौजूद हैं। यह बीमारी ना केवल बहुत खतरनाक है, बल्कि यह अन्य कई बीमारियों को भी न्यौता देती है। वही दूसरी तरफ इस फल में ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो डायबिटीज जैसी बीमारी से लड़ने में भी मदद कर सकते हैं। इसके अलावा यह फल उन लोगो को रोजाना जरूर खाना चाहिए जो इस बीमारी से बच कर रहना चाहते हैं।

गठिया के लिए

गठिया या अर्थराइटिस ऐक ऐसी शारीरिक समस्या है, जो जोड़ो में होती है। इस समस्या में पीड़ित व्यक्ति को बहुत ज्यादा दर्द झेलना पड़ता है, इसके अलावा जोड़ो में सूजन होना और उन्हे हिलाने तक में समस्या पैदा हो जाती है। ऐसा होने के यूं तो कई कारण हैं जिनमें से एक ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का बढ़ जाना। इसे कम करने के लिए डॉक्टर एंटीऑक्सीडेंट चीजों का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। ड्रैगन फल में एंटीऑक्सीडेंट प्रचूर मात्रा में पाया जाता है,  जो कि गठिया बां में आराम दिलाने में मदद करता है।

मस्तिष्क के लिए

ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस  ना केवल शारीरिक  परेशानी का कारण बनता है बल्कि इसका असर मस्तिष्क पर भी बहुत अधिक पड़ता है। इस स्ट्रेस के चलते मिर्गी अल्जाइमर और ब्रेन डिसफंक्शन जैसी समस्या तक पैदा हो जाती है। इस तरह की समस्या में भी पिताया फल बहुत लाभदायक माना जाता है। इसके अंदर मौजूद पोषक तत्व ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने का काम करता है। जिन लोगों को इस तरह की समस्या है वह इस फल का सेवन जरूर करें।

हड्डियों के लिए फायदेमंद है पिताया 

इसमें प्रचूर मात्रा में कैल्शियम भी पाया जाता है, और कैल्शियम हड्डियों और दांतो दोनो के लिए ही बेहद फायदेमंद माना जाता है। अगर आपके दांत या हड्डियां कमजोर हैं तो आप पिताया फल का सेवन रोजाना करना शुरू करें।

डेंगू में किया जाता है इस्तेमाल

डेंगू एक गंभी बीमारी है, जिसके होने के बाद शरीर से प्लेटलेट्स कम होने लगती है और व्यक्ति मौत के करीब पंहुचता जाता है। डेंगू जैसी बीमारी के लिए विशेषज्ञ इसके बीजों का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। इसके बीजों में  फाइटोकेमिकल में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीवायरल गुण पाए जाते हैं जो डेंगू के लक्षणो से लड़ने में सक्षम है।

नीचे देखें किस तरह खाएं पिताया फल

पेट की समस्या मे फायदेमंद

ड्रैगन फ्रूट के अंदर ओलिगोसैकराइड और प्रीबायोटिक गुण पाए जाते हैं। ये पेट आंत के माइक्रोबायोटा को बढ़ावा देते हैं। इसके अलावा इसमें प्रचूर मात्रा में फाइबर भी मौजूद होता है जो पाचन क्रिया को भी दुरुस्त करने में कारगर होता है। इसके रोजाना सेवन से पेट और आंतो से जुड़े विकारों को दूर रखने में मदद करता है।

इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए

इम्यूनिटी जिसे रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कहा जाता है। आमतौर पर उम्र के साथ साथ और बेकार खान पान के चलते रोगप्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। जिसके कारण व्यक्ति अत्याधिक बीमार पड़ने लगता है। इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए विटामिन सी का इस्तेमाल किया जाता है, और इस फ्रूट में विटामिन सी उच्च मात्रा में मौजूद होता है। जिन लोगों की रोग प्रतिऱोधक क्षमता कमजोर है उन्हे इस फल का सेवन रोजाना करना सही रहेगा।

भूख बढ़ाने में कारगर है पिताया फ्रूट

अगर आपको भूख कम लगती है, या ना के बराबर ही आपको भूख लगती है तो आपके लिए ड्रैगन फ्रूट एक जबरदस्त फल है। जैसे की हमने आपको ऊपर बताया कि इसमें विटामिन सी होती है जो पाचन क्रिया को मजबूत करने का काम करती है। वही इसमें विटामिन बी2 भी होती है जो शरीर में मल्टी विटामिन की तरह काम करती है। इसकी वजह से भूख अधिक लगने लग जाती है।

शारीरिक कोशिकाओं के लिए

हमारे शरीर में बढ़े हुए ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस शरीर को कई तरीको से नुकसान पंहुचाता है। यंहा तक कि यह शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं को भी कमजरो बना देता है। वही ड्रैगन फ्रूट में गौलिक एसिड मौजूद होता है जिसमें एंटी एपोप्टोटिक प्रभाव पाया जाता है। इसके यह तत्व शरीर को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाने का काम करते हैं। 

अस्थमा में खाएं ड्रैगन फल

अस्थमा एक ऐसी भयंकर बीमारी है जिसे यह लग जाती है उसे बहुत लंबे समय तक इस बीमारी के साथ ही रहना होता है। कई बार तो यह बीमारी लोगों की जान तक ले लेती है। इस बीमारी के अंदर खासी होना सांस लेने में दिक्कत आती है। इन सभी समस्याओं से लड़ने के लिए ड्रैगन फ्रूट अकेली ही काफी है। ऐसी कई रिर्सच भी हो चुकी हैं, जिनमें बताया गया है कि पिताया फल अस्थमा जैसी बीमारी के उपचार के लिए एक महत्वपूर्ण ओषधी है।

गर्भावस्था में ड्रैगन फ्रूट खाने के फायदे

गर्भवती महिलओं के लिए अक्सर यह सवाल समस्या बन जाता है कि वह क्य़ा खाएं और क्या नहीं। आपको इसलिए बता दें कि ड्रैगन फल के फायदे गर्भावस्था में भी देखे गए हैं। गर्भवती महिलओं में अक्सर एनीमिया की समस्या बढ़ने लगती है, इस समस्या में महिलाओं के शरीर में खून की कमी होने लगती है। इसी कमी को पूरा करने में ड्रैगन फ्रूट बहुत ज्यादा कारगर सिद्ध होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इस फल के अंदर प्रचूर मात्रा में आयरन पाया जाता है, जो एनीमिया की समस्या को खत्म करने का काम करता है।

आंखों की समस्या के लिए खाएं पिताया फल

दुनियाभर में ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हे जन्म से ही कंजेनिटल ग्लूकोमा समस्या होती है। इस बीमारी में व्यक्ति की एक आंख या दोनो आंखें बड़ी होने लगती है और आंखों के सामने सफेद परत सी छाई रहती है।  इसके अलावा आंखों का लाल होना भी इस बीमारी के लक्षण है। अगर आप भी इस तरह की किसी समस्या से परेशान हैं तौ आप ड्रैगन फ्रूट को खा सकते हैं। साथ ही इसके रोजाना सेवन से आंखों की रोशनी भी मजबूत होती है।

स्किन के लिए ड्रैगन फ्रूट

अगर आप इसका सेवन रोजाना करते हैं तो आपको इसके  फायदे स्किन पर भी दिखाई देने लगेंगे। इससे चेहरा ग्लो करने लगता है और रंग साफ हो जाता है। पिताया फल में विटामिन बी-3 होती है जो स्किन की ड्राइनेस को भी खत्म कर देती है। आप इसके इस्तेमाल किसी तरह के लेप बनाने में भी कर सकते हैं। इससे आपकी स्किन को तुरंत फायदा होगा।

बालो के लिए खाएं पिताया फल

इसके फायदे केवल स्किन या हड्डियों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि इसके फायदे आपके बालों को भी होते हैं। दरअसर इसके अंदर फैटी एसिड पाया जाता है जो बालों की समस्या को खत्म करने में सहायक होता है। 

 कैसे खाएं पिताया फल – How To Eat Dragon Fruit In Hindi कैसे खाएं पिताया फल - How To Eat Dargon Fruit In Hindi

अब तक आपने जाना की यह कहां उगता है, कैसे इसकी खेती की जाती है। इसकी कीमत कितनी है। अब हम आपको बताते हैं कि आप इसे किस तरह खा सकते हैं।

पिताया खाने का तरीका

  • इसे सीधा काटकर खाया जा सकता है।  
  • इसे तरबूज की तरह ठंडा करके भी खाया जा सकता है।
  • अगर आप चाहें तो इसका इस्तेमाल फ्रूट चार्ट या सलाद में भी कर सकते हैं।
  • आप इसके जरिए मुरब्बा कैंडी या जेली बनाकर भी खा सकते हैं।
  • अगर आप जिम या एक्सरसाइज करने जाते हैं तो आप इसे शेक में डालकर भी पी सकते हैं।

किस मात्रा में खाएं पिताया 

यूं तो इस पर किसी तरह की कोई बाध्यता नही है, लेकिन आप एक ड्रैगन फल का सेवन तो कर ही सकते हैं। हालांकि इसकी मात्रा के बारे में जानने के लिए आपको डॉक्टर से जरूर बात करनी चाहिए।

इससे जुड़ी कुछ अन्य बातें

  • आप इसे किसी भी समय खा सकते हैं। वैसे बेहतर होगा कि आप इसका सेवन सुबह के समय शेक के जरिए करें या फिर सीधा काटकर खाएं।
  • इसकी क्वालिटी की पहचान करने के लिए आप इसके रंग का ध्यान रखे। अगर आपको इसका रंग सही ना लगे तो आप इसे ना खरीदें।
  • सुरक्षित रखने के लिए आप इसे फ्रीज में रख सकते हैं। फ्रीज के अंदर रखे रहने के बाद यह लंबे समय तक खाने योग्य रह जाता है।

ड्रैगन फ्रूट के नुकसान – Dragon Fruits Side Effects In Hindiड्रैगन फ्रूट के नुकसान - Side Effects of Dragon Fruits

अगर देखा जाए तो फलों के नुकसान होते ही नहीं है। हां यह बात ओर है कि यह इनकी मात्रा पर अधिक निर्भर करते हैं। इसके अलावा अगर बात करे इसके सही मायने में नुकसान कितने हैं तो बता दें।अब तक ऐसी को रिसर्च नहीं हुई है जिसमे इस फल के नुकसान देखे गए हों। लेकिन हर सिक्के के दो पहलू तो होते ही हैं। इसलिए इसके कुछ नुकसान भी हैं जो कुछ लोगों में देखे गए हैं।

वजन घटाने में कर सकता है परेशान

यूं तो यह वजन को संतुलित करने का काम बहुत आसानी से करता है। लेकिन अगर आप इसका अधिक सेवन करते हैं तो यह आपके वजन को बढ़ाने का काम भी कर सकता है। इसका कारण है इसकी मिठास। यह अधिक मीठा होता है जिसकी वजह से वजन बढ सकता है।

बाहरी ओर से खाने पर नुकसान

अगर आप इसे बिना छिले खाते हैं तो इसका नुकसान आपको झेलना पड़ सकता है। क्योंकि अक्सर फलों को कीडो़ से बचाने के लिए कीटनाशक डाले जाते हैं। इसलिए इसे छीलकर खाना ही फायदेमंद होगा.

दस्त की समस्या

अगर आप इसका सेवन रोजाना अधिक मात्रा में करते हैं तो इसकी वजह से आपका पेट खराब हो सकता है। इसलिए ड्रैगन फ्रूट का सेवन एक तय मात्रा में ही करें वरना यह आपके शरीर को नुकसान भी पंहुचा सकता है।

निष्कर्ष – Conclusion

दोस्तों आप हमारे इस लेख Dragon Fruit in Hindi में यह तो समझ गए होंगे कि इसके नुकसान और फायदे क्या हैं, इसकी कीमत और Dragon Fruit Plant के बारे में भी आप जान गए हैं। अब आप बताएं क्या आप इस फल को काना शुरू करेंगे या नहीं।

नोट- हम यह दावा नही कर रहे कि ड्रैगन फ्रूट किसी तरी की बीमारी के इलाज में इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं तो आप इसके सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

पूछे जाने वाले सवाल

  1. क्या यह कैक्टस फैमली का हिस्सा है ?

    हां, पिताया फल कैक्टस फैमली का ही हिस्सा है।

  2. क्या ड्रैगन फल के जरिए जैम भी बनाया जाता है?

    हां, इस फल के जरिए जैम भी बनाया जा सकता है।

  3. Dragon Fruit कितने प्रकार का होता है?

    यह फल तीन प्रकार का होता है, जिनमें से एक अंदर और बाहर दोनो ओर से ही लाल होता है, जबकि एक पीला और दूसरा लाल रंग का होता है, जिनका अंदरूनी हिस्सा सफेद होता है।

  4. यह फल अधिकत कहा पाया जाता है?

    यह फल पहले अमेरिका में सबसे अधिक पाया जाता था। लेकिन अब यह दक्षिणी एशिया में भी आसानी से मिल जाता है।

  5. ड्रैगन फ्रूट की कीमत कितनी है?

    यह फल भारतीय बाजारों में केवल 150 से 200 रूपए किलो तक आसानी से मिल जाता है।

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